RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
नेहा: अहह बाबू जीईए जल्दीीइ करूऊऊओ अब औरर्र बर्दास्त नही होता अहह
और अभी ने नेहा के चुतड़ों को पकड़ कर कस-2 के नेहा की चूत मे अपने लंड को अंदर बाहर करते हुए चोदना चालू कर दिया. अभी की जांघे नेहा की जाँघो से टकरा कर ठप-2 की आवाज़ करने लगी. और कुछ ही धक्को के बाद नेहा का बदन अकड़ने लगा
नेहा: अहह बाबू जीईए बुसस्स्स मेरा हॉएँ वाला हाईईइ अहह आह ओहह मेरीए ह निकलने वलाआअ है उंह ओह बस बाबू जीई हो गय्ाआआ
अभी ने अपने धक्को की रफ़्तार को और बढ़ा दिया. और आख़िरी शॉट उसने अपनी पुर ज़ोर से लगा कर अपने लंड को नेहा की चूत मे जड़ तक पेल दिया. और अपने वीर्य से नेहा की चूत को भरने लगा. नेहा और अभी दोनो हाँफने लगे. कुछ देर बाद नेहा की चूत मे से अभी ने लंड निकाला. और पानी से अपने लंड को सॉफ किया. और अंडरवेर पहन कर बिना कुछ बोले बाहर चला गया.
नेहा अभी भी वैसे झुकी खड़ी थी. उसकी चूत से अभी और उसका काम रस बह कर बाहर निकल रहा था. थोड़ी देर बाद जब नेहा नॉर्मल हुई. तो नेहा ने मेरी ओर देखे बिना अपनी पॅंटी को उठा कर पहन लिया. और अपनी नाइटी ठीक कर बाहर चली गयी.
उस दिन के बाद मे और नेहा अब एक दूसरे से खुल गये थे. और अभी दिन भर कभी मुझे और कभी नेहा को चोदता रहता था. दिन यूँ ही कट रहे थे. अब मे और नेहा दोनो अभी के साथ उसके बेड पर ही सोते थे. मेने और नेहा ने अभी को ही अपना सब कुछ मान लिया था. और अभी हम दोनो का बहुत ख्याल रखता था. पर धीरे-2 अभी का झुकाव नेहा की तरफ ज़्यादा होने लगा. वो मुझे हफते मे सिर्फ़ एक दो बार ही चोदता था. और वो भी मेरा मन रखने के लिए.
और ये बात मुझे चुभने लगी. एक दिन मे दोपहर को खाना बना रही थी. और नेहा सो रही थी. मे वैसे ही अभी के रूम मे चली गयी. अभी अपने कंप्यूटर पर मूवी देख रहा था. मे वापिस मुड़ने लगी. तो अभी ने मुझे आवाज़ दे कर रोक लिया. और कंप्यूटर ऑफ करके उठ कर मुझे हाथ से पकड़ कर बाहर ले आया. और साथ वाले रूम मे ले गया. मेने नाइटी पहनी हुई थी. दूसरे रूम मे आते ही अभी ने मुझे बाहों मे भर लिया. और मेरी चुचियो को मसलते हुए मेरे होंटो को चूसने लगा.
आज कई दिनो बाद अभी मुझे ऐसे अपनी बाहों मे लेकर प्यार कर रहा था. इसलिए मे उसे कोई बात कर रोकना नही चाहती थी. अभी ने मेरी चुचियो को मसलते हुए. होंटो को चूसना जारी रखा. और फिर मुझे बेड की तरफ घुमा कर मेरी नाइटी को पकड़ कर ऊपेर कर के निकाल दिया. मेने नीचे कुछ नही पहना था.
जैसे ही मेरे जिस्म से नाइटी अलग हुई. मे अभी के सामने बिकुल नंगी हो गयी. और फिर मुझे अभी ने अपनी तरफ घुमा कर बेड पर लेटा दिया. मेरे पैर बेड से नीचे लटक रहे थे. अभी ने पैरों को पकड़ कर ऊपेर करके मोड़ कर फैला दिया. जिससे मेरी चूत का छेद अभी की आँखों के सामने आ गया. अभी बेड के नीचे अपने पैरों के बल बैठ गया. और मेरी चूत को हसरत भरी नज़रों से देखते हुए. मेरी चूत के छेद पर अपने होंटो को रख दिया. मे एक दम से तड़प उठी. मुझे अभी से चुदे हुए 15 दिन हो चुके थे. जैसे ही मेने अभी के होंटो को अपनी चूत के छेद पर महसूस किया. मेरे बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी.
और मेरी चूत मे आग भड़क उठी. मेने अपने दोनो हाथों से अभी के सर को पकड़ लिया. मेरी कमर झटके खाने लगी.
मे: अहह बाबू जीईई आज्ज्जज्ज मुझे गरीईब पर्रर कैसीई तर्स्सस्स आ गय्ाआअ. देखूओ नाअ मेरीईए चूत कैसी आपके लौडईए के य्ाआआद मे आनसून बहाआ रही हाीइ. ओह बाबू जीई और जोर्र्र्रर सीईए.
अभी मेरी चूत के भग्नासे जो तन कर फूल गया था. उसे मुँह मे लेकर ज़ोर -2 से चूसने लगा . मेरा सारा बदन मस्ती मे कांप रहा था. मे आँखें बंद करके वासना के सागर मे गोते खाने लगी. मे अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ब्बाबू जीई किए जा रही थी.
पर फिर अचानक अभी ने मेरी चूत के भग्नासे को मुँह से निकाल दिया. और मेरी चूत के ऊपेर थूक दिया. अभी का थूक मेरी चूत से होते हुए मेरी गांद के छेद पर आ गया. मेने अपनी आँखें खोल कर देखा. तो अभी मेरी चूत और गांद के छेद को देख रहा था. फिर अभी ने एक बार मेरी आँखों मे देखा, और फिर अपनी नज़रें मेरी चूत पर से बह कर गांद के छेद पर जा रहे थूक पर जमा ली. अभी के होंटो पर मुस्कान आ गई.
मे: अहह बाबू जी आईसीईए क्या देख रहीए हो. अब जल्दी से अपना लौदा मेरे भोसड़ी मे घुसा दो ना. बाबू जीए.
अभी तो जैसे मेरी बात को सुन ही नही रहा था. उसने अपने एक हाथ की उंगली से मेरी चूत से बहते हुए थूक और मेरी चूत के काम रस को मेरी गांद के छेद पर फैलाना चालू कर दिया. जैसे ही अभी की उंगली ने मेरी गांद के छेद को कुरदेना शुरू किया. मे एक दम से चिहुनक उठी.
मे: ओह बाबू जीए क्या कर रहीए हू. अहह वहाँ कहाँ उंगली घुस्साआ रहा ओह माआअ मारीईए.
और अभी ने अपनी आधी से ज़्यादा उंगली मेरी गांद के छेद मे पेल दी. मे दर्द से चिल्ला उठी. मेरे पूरे बदन मे मस्ती और दर्द से मिलज़ुली लहर दौड़ गयी. फिर अभी ने मेरी गांद के छेद मे उंगली डाले हुए. मेरी चूत के छेद पर अपनी जीभ को बाहर निकाल कर लगा दिया. जैसे ही अभी की जीभ मेरी चूत के छेद पर लगी. मे सारा दर्द भूल गयी. और मस्ती से सिसिया उठी.
मे: अह्ह्ह्ह बाबू जीईए ओह ओह वहाँ सीए उंगलीिीई निकलल्ल्ल ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह उंह उंह बाबू जीई.
अभी मेरी चूत के छेद पर अपनी जीभ को तेज़ी से रगड़ने लगा. मे एक दम गरम हो चुकी थी. अभी की गरम-2 जीभ जब मेरी चूत के छेद और फांकों पर रगड़ खाती. मेरे बदन मे करेंट से दौड़ जाता. जब अभी ने देखा मे अब पूरी मस्त हो चुकी हूँ. तब अभी ने अपनी उंगली को धीरे-2 मेरी गांद के छेद के अंदर बाहर करना चालू कर दिया. थोड़ा-2 दर्द तो हो रहा था. पर अभी साथ-2 मे मेरी चूत को चाट -2 कर मेरा बुरा हाल कर रहा था.
क्रमशः.................
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