RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
फिर नेहा ने अभी के लंड को नीचे से पकड़ लिया .और अपने हाथ से दिशा दिखाते हुए मेरी चूत के छेद पर अभी के लंड के थूक से सने हुए सुपाडे को मेरी चूत के छेद पर लगा दिया. मेरी चूत की आग ये देख और बढ़ गयी. कि मेरी ही बेटी नेहा अभी के लंड को पकड़ कर मेरी चूत के द्वार पर टिका रही है. और अभी ने बिना कोई देर किए अपनी कमर को हिला कर अपने लंड को मेरी चूत मे पेल दिया.
एक ही धक्के मे अभी का आधा लंड मेरी चूत मे समा गया था. और फिर अभी ने मेरी चूत मे अपने मुन्सल से लंड को तेज़ी से अंदर बाहर करना चालू कर दिया. अभी का पूरा का पूरा लंड मेरी चूत की दीवारों पर रगड़ ख़ाता हुआ बाहर हो कर फिर से अंदर जाकर मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा था.
जाँघो के आपस मे टकराने से फिर से ठप-2 की आवाज़ गूंजने लगी. और अभी मेरे चुतड़ों को थामें तेज़ी से शॉट लगा रहा था. और नेहा के होंटो को उसकी चुचियो को दबाते हुए चूस रहा था.
मे अहह बाबू जीई ओह अहह ह कर रही थी. मेरा बदन अकड़ने लगा. और चूत मे सर्शारहत बढ़ गयी. मे अब झड़ने के बिल्कुल करीब थी , और मे अपने होंटो को दाँतों मे भींच कर तेज़ी से अपनी चूत को पीछे की तरफ अभी के लंड पर मार-2 कर लंड को चूत मे लेने लगी. और फिर मेरी चूत ने अपना लावा उगलना चालू कर दिया. और मे झाड़ कर हाँफने लगी. मेरी चूत का पानी अभी के लंड के अंदर बाहर होने के कारण झाग सा बन कर चूत मे फतच -2 की आवाज़ करने लगा.
मे: बुसस्स्स बाबू जीए मेरा हो गया. आह बाबू जीए.
और अभी ने अपना लंड मेरी चूत से निकाल लिया. मे वहीं नीचे बैठ गयी. और तेज़ी से हाँफने लगी. और अपनी आँखों को बंद करके अपनी साँसों को दुरस्त करने लगी. पर तभी मुझे पास से कुछ आहट सी हुई.
जब मेने अपनी आँखों को खोल कर देखा. तो नेहा दीवार पर अपनी हथेलियो को रखे हुए झुकी हुई थी, उसकी नाइटी के स्ट्रॅप्स उसके कंधों से खिसका कर बाहर निकाल दिए गये थे. और उसकी चुचिया बाहर लटक कर झूल रही थी. अभी ने थोड़ा सा झुक कर नेहा की चूत के छेद पर अपने मोटे लंड के सुपाडे को टीका दिया.
अभी: बोल घुसाऊ.
नेहा: अहह हां बाबूजीई.
और अभी ने नेहा के चुतड़ों को दोनो तरफ से पकड़ कर अपने लंड को धीरे-2 अंदर करना चालू कर दिया. जैसे ही अभी के लंड का सुपाड़ा नेहा की चूत मे घुस्सा नेहा एक दम से मचल उठी. और एक दम सीधी हो गयी. जिसके कारण अभी के लंड का सुपाड़ा नेहा की चूत की दीवारों मे फँस कर वहीं अटक गया.
अभी: क्या हुआ साली जल्दी झुक. सीधी क्यों हो गयी.
नेहा: ओह बाबू जीए बहुतटत्त दर्द्द्दद्ड उतह रहा हैं अहह धीरी कारू नाआ अहह उईमाआआ.
अभी ने थोड़ा सा नीचे झुक कर ऊपेर की ओर को अपनी कमर को उछाला. जिसके कारण नेहा और तिलमिला उठी. और दर्द के मारे चिल्लाने लगी.
नेहा: हइई माआ मआराअ डल्लाआ बाबू जीई नईए ऑश धीरीईए कार्ररूव बाबू जीई ओह बहुट्त्त दुखताआ हाीइ.
पर अभी किसी वहशी की तरहा अपनी कमर को ऊपेर की ओर धक्के देकर अपना गधे जैसा लंड नेहा की चूत मे सरकाता रहा . जब अभी का लंड पूरा का पूरा अंदर घुस्स गया. तब जाकर अभी ने अपनी कमर हिलाना बंद किया. नेहा अपने सर को अभी के चेस्ट पर टिकाए हुए तेज़ी से साँस ले रही थी. उसके फेस पर दर्द से भरे भाव थे. और उसके गाल और कान दोनो लाल सुर्ख हो कर दहक रहे थे.
अभी ने बड़े प्यार से नेहा के फेस को पकड़ कर पीछे की तरफ घुमाया. और नेहा के गालो और कानो अपने होंटो मे भर-2 कर किस करने लगा. अभी के हाथ नेहा के चुचियो को अग्गे आकर चुचियो के निपल्स को मसल रहे थी. और नेहा भी थोड़ी देर मे ठीक होने लगी. और नेहा ने अपें होंटो को खोल कर अभी के होंटो के तरफ बढ़ा डेए. अभी ने भी नेहा के होंटो को अपें होंटो मे लेकर चूसना चालू कर दिया.
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