RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
गतान्क से आगे.....................
मामी भाग कर अपने रूम मे गयी. और मोबाइल पर बात करने लगी. मे बाहर खाना खा रहा था. करीब 10 मिनट बाद नीलम मामी रूम से बाहर आई. तब तक मे खाना खा चुका था. नीलम मामी ने मुझे इशारे से किचन मे बुलाया.
मे उठ कर किचन मे चला गया.
मे: जी मामी किया बात है.
मामी के होंटो पर एक अजीब सी मुस्कान थी. वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराए जा रही थी. जैसे उन्हे कोई खजाना मिल गया हो.
मे: मामी बताओ ना क्या हुआ.
मामी: वो मोहन का फोन आया था.
मे: तो क्या कहा उन्होने.
मामी: वो आज नही आ रहे हैं. वो कल सुबह को ही आएँगे.
मे खुशी के मारे पागल हो उठा. और मामी को अपनी बाहों मे भर लिया. मामी ने मुझे पीछे धकेल दिया.
मामी: पागल हो क्या. बच्चे बाहर हैं.
और मामी कुछ सोच मे पड़ गयी. मामी को ऐसे सोचते देख. मेने मामी से पूछ लिया.
मे: मामी क्या हुआ. क्या सोच रही हो आप.
मामी: अभी पर रवि और हेमा हमारे बेड रूम मे सोते हैं. उनका क्या करेंगे.
मे: रवि और हेमा की नींद कैसी है. मतलब वो गहरी नींद मे सोते हैं.
मामी: हां सोते तो गहरी नींद मे हैं. पर मे फिर भी रिस्क नही ले सकती. तुम ऐसे करो जाकर रवि और हेमा के साथ वीडियो गेम खेलो.मे कुछ सोचती हूँ. मे बाहर आ कर बच्चो के साथ वीडियो गेम खेलने लगा. मे करीब 10:30 बजे तक रवि और हेमा के साथ वीडियो गेम खेलता रहा. 10 बजे नीलम मामी हाल मे आई. और मुझे इशारे से बेड रूम मे बुला लिया. हेमा और रवि दोनो वीडियो गेम मे बिज़ी थे.
मे उठ कर नीलम मामी के पीछे उनके बेड रूम मे आ गया.रूम के अंदर आते ही नीलम मामी मुझसे बोली.
मामी: अभी मेने किचिन मे फर्श पर बिस्तर लगा लिया है. ये टेबल फॅन को उठ कर किचन मे ले चलो. और इसे वहाँ लगा दो. जैसे ही बच्चे सो जाएँगे. मे किचन मे आ जाउन्गी. मे अब बच्चो को लेकर बेड रूम आती हूँ. और उन्हे सुलाती हूँ.
मेने मामी के रसीले लिप्स को किस किया. और जल्दी से टेबल फॅन उठा कर किचन मे आ गया. और सारी सेट्टिंग कर ली. मे वहीं किचन मे नीचे लगे बिस्तर पर लेट गया. और मामी का इंतजार करने लगा. रात के११ बजे के करीब मुझे मामी के रूम के डोर खुलने की आवाज़ आई.
मेरा लंड पहले से तना हुआ था. थोड़ी देर बाद मामी किचन मे आ गयी. मे झट से खड़ा हो गया. मामी ने लाइट पिंक कलर की नाइटी पहनी हुई थी. नाइटी बहुत ही पतले कपड़े की थी. मामी की चुचिया उसमे से सॉफ नज़र आ रही थी.
मामी नीचे ब्रा और पॅंटी नही पहनी हुई थी.
मे: बच्चे सो गये क्या.
मामी: हां.
और मामी ने अपनी बाहों को मुझ से सटा कर मेरी पीठ पर कस लिया. और मेने एक पल देर किए बिना मामी के होंटो को अपने होंटो मे ले लिया. और मामी के कांप रहे होंटो को चूसने लगा. मामी भी अपने होंटो को ढीला छोड़ कर चुसवाने लगी. मे अपने हाथों को पीछे लेजा कर मामी के मस्ताने और मोटे चुतड़ों को हाथों मे लेकर मसलने लगा.
मामी मेरी बाहों मे छटपटाए जा रही थी.
मामी: (अपने होंटो को अलग करते हुए) ओह्ह्ह अभिइ मे तुम्हें बहुत मिस करूँगी. मे कैसे तुम्हारे बिना रहूंगी. प्लीज़ अभी मुझे आज जी भर कर के प्यार करो.
मे: मामी मे आज आपको रात भर प्यार करूँगा.
और मेने अपने दोनो हाथों से मामी की कमर से मामी की नाइटी को पकड़ कर ऊपेर उठाना चालू कर दिया. मामी ने मेरा साथ देते हुए. अपने बाहें ऊपेर कर ली. मेने मामी की नाइटी को निकाल कर किचन के सेल्फ़ पर रख दिया. Wऊव सामने मामी किसी हसीन मॉडेल के तराहा खड़ी थी. उनके खुले हुए बाल उनकी कमर तक आ रहे थी. मेरा लंड मामी को यूँ अपने सामने नंगा खड़ा देख शॉर्ट्स मे एक दम से तन गया. मामी नीचे बिछे बिस्तर पर घुटनो के बल बैठ गयी. और मुझे अपने पास आने को कहा. जैसे ही मे मामी के पास बिस्तर के ऊपेर आया. मामी ने मेरी आँखों मे देखते हुए. मेरे शॉर्ट्स को नीचे उतार दिया. और मेरे तने हुए लंड को हाथ मे पकड़ लिया. लंड को जड़ से हाथ मे पकड़ने के बाद मामी ने अपनी वासना भरी नज़रों से मेरी तरफ देखा. और फिर मेरे लंड की चॅम्डी को पीछे करके लंड के गुलाबी सुपाडे को बाहर निकाल कर देखने लगी.
मेरे लंड का सुपाड़ा किसी छोटे सेब की तरहा फूला हुआ था. मामी ने धीरे-2 लंड को हिलाना चालू कर दिया. मेरा लंड मामी के हाथों का सपर्श पाते ही और कड़ा हो गया. मामी ने फिर अपने होंटो को थोड़ा सा खोल कर मेरी आँखों मे देखते हुए. मेरे लंड की तरफ अपने होंटो को बढ़ाने लगी.मे ये सोच कर बहुत उतेज़ित हो गया कि, आज एक हुश्न के मालिका मेरे लंड की इस कदर दीवानी हो गयी है.
मामी ने अपने होंटो को खोल कर मेरे लंड के सुपाडे को मुँह मे ले लिया. मामी के होन्ट मेरे लंड के सुपाडे पर कस गये. मामी ने अपने होंटो का दबाव मेरे लंड के सुपाडे पर बढ़ाते हुए. अपने होंटो को मेरे लंड के सुपाडे कर रगड़ते हुए.लंड के सुपाडे को मुँह के अंदर बाहर करने लगी. जैसे ही मेरे लंड का सुपाड़ा मामी के मुँह मे उनके होंटो से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर जाता. मेरे बदन मे मस्ती की लहर दौड़ जाती. थोड़ी देर मामी मेरे लंड के सुपाडे पर ऐसे ही अपने होंटो को रगड़ते हुए अपने मुँह मे लेती रही. फिर मामी ने अपने मुँह को थोड़ा सा और खोल किया. और अब मेरे लंड के सुपाडे से भी ज़्यादा अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी. मामी की जीभ मेरे लंड के सुपाडे को बीच-2 मे कुरेद रही थी. मे मस्ती मे पागल हुआ जा रहा था.
मामी अब पूरे जोश के साथ मेरे लंड को चूस रही थे.मेरा लंड मामी के थूक से सन चुका था. मामी ने अपने एक हाथ से मेरे तटों को पकड़ कर सहलाना चालू कर दिया. जैसे-2 मेरा लंड मामी के मुँह के अंदर बाहर हो रहा था. वैसे-2 मामी के मुँह से पुत्च-2 की आवाज़ आ रही थी.
मामी ने मेरे लंड को मुँह से निकाल दिया. और हन्फते हुए नीचे बिछे बिस्तर पर लेट गयी. मे मामी के पैरो की तरफ आ गया. जैसे ही मे मामी के पैरो की तरफ आया. मामी ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ कर उठा लिया. और दोनो को विपरीत दिशा मे फैला दिया. मे मामी की जाँघो के बीच मे बैठ गया. और मामी की जाँघो को चूमता हुआ. उनकी चूत की तरफ बढ़ने लगा. जैसे-2 मे मामी की जाँघो पर अपने होंटो को रगड़ता हुआ उनकी चूत की तरफ बढ़ रहा था. वैसे-2 मामी की साँसें तेज हो रही थी. मेने अपने हाथों से मामी की चूत की फांकों को फैला दिया.
मामी: ओह्ह्ह अभी ऐसे क्या देख रही हो. मुझे शरम आती है. आह्ह्ह्ह ओह अभिइ
मेने मामी की चूत की फांकों को अपने हाथों से अच्छी तरहा फैला दिया.और अपनी जीभ बाहर निकाल कर मामी की चूत के गुलाबी छेद पर रगड़ने लगा. मेरी जीभ मामी की चूत पर पड़ते ही. मामी एक दम से मचल उठी. और अपने हाथों को मेरे सर पर रख कर कस के पकड़ लिया.
मामी: ओह अभिईीई मीरीई जाअंन्न निकलल्ल्ल रही हाीइ ओह ओह उंह अभिईीईई बुसस्स्स हात्त्त्त जाऊओ नहियीईईईई
मे मामी की बात पर ध्यान दिए बिना मामी की चूत को जोरों से चाते जा रहा था. मामी ने नीचे अपनी कमर को हिलाना चालू कर दिया. उनकी कमर रह-2 कर झटके खा रही थी.मामी की गुलाबी चूत का छेद उनके काम रस से एक दम भीग चुका था. मे मामी की चूत की फाको को फैला कर मामी की चूत के छेद के अंदर तक चाट रहा था. मामी मस्ती मे आ ओह्ह्ह्ह करके अपनी कमर हिला रही थी.
फिर मामी ने मेरे कंधों को पकड़ कर मुझे अपने ऊपेर खींच लिया. और अपनी टाँगों को चोडा कर ऊपेर उठा लिया. और मेरी आँखों मे देखते हुए. अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर टिका लिया.
मामी: (मदहोशी से भरी आवाज़ मे) ह अभिइ मेरी चूत को इसकी ज़्यादा ज़रूरत है. बस अब इसे घुस्सा कर मुझे चोद डालो.
मेने मामी के ऊपेर झुकते हुए. मामी की चुचियो को मुँह मे ले लिया. और चूसने लगा. मामी ने अपनी टाँगों को उठा कर मेरी कमर पर चढ़ा लिया. और अपनी चूत को ऊपेर उछाल कर मेरे लंड को अंदर लेने के कॉसिश करने लगी. मेने भी बिना देर के धीरे-2 अपने लंड को उनकी चूत मे पेलना चालू कर दिया.पहले ही धक्के मे मेरे लंड का सुपाड़ा मामी की लबलबा रही दहकती चूत के छेद मे घुस्स गया.
मामी: अह्ह्ह्ह अभी पूरा घुस्स डूऊ अहह अभिईीई जल्दी करोनन्न. देखों ना मेरी चूत तुम्हारे लंड को अपने अंदर लेने के लिए कैसे पानी बहा रही है.
मामी मेरे सीने से बिकुल चिपक गयी. मामी के गुदाज नरम चुचियाँ मेरे चेस्ट मे धँसी हुई थी. मेने बिना रुके अपने लंड को मामी की चूत मे पेलना चालू रखा. और कुछ ही धक्को के बाद मेरा लंड मामी की चूत मे गहराई मे उतर गया.मामी ने मेरे होंटो को अपने होंटो मे ले लिया. और पागलों की तरह किस करने लगी.जैसे ही मेने अपनी जीभ को मामी के मुँह मे ठेला.मामी मेरी जीभ को चूसने लगी.
मामी के इतने कामुक रूप को देख कर मे अपने आप पर कंट्रोल ना रख सका. और मामी की चूत मे अपने लंड को पूरी ताक़त के साथ पेलने लगा. मामी भी अपनी बाहों को मेरी पीठ मे कसे हुए अपनी गांद को उछाल-2 कर मेरे लंड पर अपनी चूत को पटकने लगी. मे मामी की ऊट मे अपने लंड को डाले हुए ही उनको बाहों मे भर कर पलट गया. अब नीलम मामी मेरे ऊपेर थी.
मामी ने अपनी आँखों को खोल कर मेरी तरफ देखा. और मुस्कराते हुए अपने काँपते हुए होंटो से मुझे किस करते हुए बोली.
मामी: अहह अभीइ तुम किसी भी औरत को खुस कर सकते हो. आज रात भर मुझे चोदोगे ना.. हाआँ बालो.
मे: (मामी के चुतड़ों को दोनो हाथों से दबोचते हुए) हां मामी जी. अब मे ये लंड आपकी चूत से सुबह ही बाहर निकालूँगा.
मामी: ओह्ह्ह्ह अभिइ तो रोकाआअ किस ने हैइ. चोदो मुझे आज जीए भर कर मेरी चूत मे अपना लुंदड़ड़ पेल दो.
मे मामी के चुतड़ों को हाथों से मसलते हुए. नीचे से कमर हिला कर अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. मामी एक दम मस्त हो कर अपनी गांद उछाल-2 कर मेरे लंड पर अपनी चूत को पटाकने लगी.
मामी: अहह अभिइ और ज़ोर से चोदो ह अहह उईईई माआअ अपने लंड से मेरीए चूत को रगडूऊ ह बहुत खुजलती हाईईइ मेरी फुददी..
और मामी थोड़ा सा सीधी हुई. और अपने पैरो के पंजों के बल बैठ गयी..और अपनी चूत को मेरे लंड पर पूरा दबा दिया. जैसे ही मेरा लंड मामी की चूत की गहराईयो मे उतरा. तो मामी मेरे चेस्ट पर अपने हाथों को रख कर. अपनी गांद को गोल-2 घुमाने लगी. जैसे वो मेरे लंड को अपनी चूत मे लिए हुए. अपनी चूत पर रगड़ रही हों.
मे: ये क्या कर रही हैं..
मामी: (मेरे होंटो पर अपनी उंगली रखते हुए श्ह्ह्ह्ह्ह्ह) चुप राहूओ मुझे अपनी चूत की खुजली मिटाने दो.. ह अभिईीई बहुत अच्छा लग रहा है. ओह्ह्ह्ह आज्ज्जज्ज मेरी चूत्त की खुजली मिटा दीए अभीइ
मुझे अपना लंड मामी की चूत के दीवारों पर गोल-2 रगड़ ख़ाता हुआ महसूस हो रहा था. सच मे आज तक इतना मज़ा कभी नही आया था.
मे: अहह मामी ऐसे तो मेरा छूट जाएगा..
मामी: कोई बात नही….निकाल दे अपना पानी मेरी चूत मे. बहुत प्यासी है. मेरी फुददी.
और फिर मामी मुझे पर झुक गयी. और अपनी गांद को तेज़ी से उछालने लगी. मे भी मामी के चुतड़ों को पकड़ कर नीचे से धक्के लगा कर मामी की चूत को चोदने लगा. मे झड़ने के बिकुल करीब था. मेने अपने धक्को की रफ़्तार को बढ़ा दिया. और मेरे लंड से वीर्ये की बोछर छूट पड़ी. और मे ढीला पड़ने लगा. मुझे सुस्त पड़ता देख मामी ने अपनी गांद को और तेज़ी से मेरे लंड पर पटकना चालू कर दिया.
मामी: अहह अभिईीईई बुसस्स्स थोड़िईईईई देर रुकूऊव मेन्णन्न् आने वाली हुन्न्ञन् ह ओह अभिईीई
और मामी मेरे ऊपेर निढाल हो कर गिर पड़ी. जब थोड़ी देर बाद मामी की साँसें दुरस्त हुई. तो मामी ने मेरे होंटो को चूमा. और बोली
मामी: ओह्ह्ह अभी मे तुम्हें बहुत मिस करूँगी. आइ लव यू.
मेने मामी के होंटो को अपने होंटो मे ले लिया और चूसने लगा. उस रात मेने मामी की जी भर कर चुदाई की. और अगले दिन एग्ज़ॅम के बाद मे घर वापिस आ गया.
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अब मे रचना आगे शुरू करती हूँ.
अभी की चुदाई से भरपूर जीवन गाथा सुन कर मेरी चूत एक बार फिर से पानी छोड़ने लगी थी. रात के 3 बज रहे थे. पर नींद मेरी आँखों से कोसो दूर थी. मे अभी के लंड पर झुक गयी. और उसे मुँह मे लाकर चूसने लगी. अभी मेरी ओर देख कर मुस्करा रहा था.
अभी: रचना तुम तो सच मे रंडी बनती जा रही हो.
मे: (अभी के लंड को मुँह से निकालते हुए) हां बाबू जीईए मे आप की रांड़ बन कर सारी ज़िदगी रह लूँगी. बस मुझे अपना मोटा लंड देते रहना.
और मे अभी के लंड को फिर से मुँह मे लेकर चूसने लगी. कुछ ही पलों मे अभी का लंड एक दम लोहे के रोड के तरहा खड़ा हो गया. और मे अभी के लंड को मुँह से निकाल कर अभी के ऊपेर आ गयी. और अभी के लंड को एक हाथ से पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर टिका दिया.
मे: आह बाबू जीई बस एक बार और तबीयत से चोद दो..
अभी: देख मे तेरी तबीयत कैसे खुश करता हूँ
और अभी ने मुझे मेरे कमर से पकड़ कर ऊपेर के तरफ अपनी कमर को उछाला. चूत पहले से गीली थी. लंड चूत की दीवारों को फैलता हुआ अंदर घुस गया. मेरे मुँह से आह निकल गयी. मे अभी के ऊपेर झुक गयी. और तेज़ी से अपनी गांद को उछाल-2 कर अभी के लंड को अपनी चूत मे लेने लगी. लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर हो रहा था. मे इस चुदाई मे तीन बार झड़ी. और आख़िर बार अभी भी मेरे साथ झाड़ा.
सुबह मेरी नीड तब खुली . जब नेहा ने बाहर से डोर नॉक किया. मेने जल्दी से अपने ब्लाउस और पेटिकॉट पहना. और डोर खोला. नेहा मेरी तरफ अजीब सी नज़रों से देख रही थी. अंदर बेड अस्त व्यस्त था. मेरे बाल बिखरे हुए थे. रात की जबरदस्त चुदाई से मेरा बदन टूट रहा था. मे नेहा की तरफ देखे बिना. बाहर बाथरूम मे चली गयी.
जब मे थोड़ी देर बाद बाथरूम से वापिस आई तो. नेहा चाइ कप्स मे डाल रही थी.
मे: चाइ बना ली.
नेहा: जी मा.
नेहा ने एक कप मुझे दिया. और दूसरा कप लेकर बाहर जाने लगी.
मे: कहाँ जा रही है.
नेहा: वो बाबू जी को चाइ देने
मे: वो तो अभी सो रहे हैं
नेहा वहीं रुक गयेए. और वापिस किचन मे आ गयी.
मे: (कुछ सोच कर) अच्छा चल जा चाइ दे आ . बाबू जी को उठा देना.
नेहा मेरी बात को सुन कर अभी के रूम की तरफ जाने लगी. जैसे ही वो अभी के रूम के अंदर गयी. मे पीछे से दबे पावं अभी के रूम के डोर पर आ गयी और अंदर झाँकने लगी.
क्रमशः.................
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