RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
मुझसे एक भी शब्द सही से नही बोला जा रहा था…आज तक मे इतना गरम कभी नही हुई थी…मे अपने परों पर खड़ी ना रह सकी , और बेड पर धदाम से बैठ गयी…मुझसे साँस भी नही ली जा रही थी…उसने मुझे साँस लेने का भी मोका नही दिया…और मुझे बेड पटकते हुए लेटा दिया,और मेरी जाँघो को फैला कर ऊपेर कर दिया…
अभी मेरी जाँघो के बीच मे आकर बैठ गया…मेरी चूत का छेद उसकी आँखों के सामने था…जो सिकुर और फेल रहा था…अभी एक दम से ऊपेर झुक गया…और मेरी चूत की फांकों को फैला कर अपना मुँह मेरी चूत के छेद पर लगा दिया…इस बार उसकी जीभ सीधा मेरी चूत के छेद पर महसूस करके मे और मचल उठी…मे मस्ती मे आकर अपनी गांद को हवा मे उछालने लगी…जैसे ही अभी की जीभ मेरी चूत के छेद पर और रगड़ खाने लगी…मेरा दिल बहुत ही तेज़ी से धड़क रहा था…
अभी बिना रुके मेरी चूत को चाट रहा था….मेने अपने बालों को नोचना शुरू कर दिया…मुझसे अभी की जीभ अपनी चूत पर रगड़ खाती हुई बर्दास्त नही हो रही थी…मेरी चूत एक बार फिर से अपना लावा उगलने वाली थी….
मे: अहह ओह और्र्रर चटूऊऊओ आब्ब्ब्ब रुकन्ाअ नहियीई ओह ऑश
और मेरी कमर झटके खाने लगी…मेरी चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया….अभी ने अपना मुँह मेरी चूत से हटा लिया…मे बेड पर अपनी आँखें बंद किए लेटी रही…अभी बेड से नीचे उतर गया…पर मेने उसे नही देखा…वो क्या कर रहा था…
अभी जब थोड़ी देर बाद बेड पर आया…तो उसके हाथ मे एक पुराना कपढ़ा था….उसने मेरी जाँघो को फैला कर मेरी चूत को सॉफ किया…उसने मेरी चूत को अच्छी तरह सूखा दिया…फिर उसने वो कपढ़ा बेड के नीचे फेंक दिया….
अभी: कैसे लगा रानी…
मे बस मुस्करा कर रह गयी…अभी ने मेरी टाँगों को घुटनो से मोड़ दिया…और मेरी टाँगों को अपने कंधों पर रख लिया…जिससे मेरी टाँगें मेरे सर के ऊपेर हो गयी…अभी ने अपने लंड के सुपाडे को मेरी चूत के छेद पर टिका कर अपनी कमर को तेज़ी से आगे की तरफ हिलाया…लंड का सुपाड़ा मेरी चूत को फैलाता हुआ अंदर घुस्स गया…कुछ देर पहले सॉफ की हुई चूत एक दम सूखी थी…जिससे अभी के लंड के सुपाडे का घर्सन और ज़्यादा बढ़ गया…अभी ने बिना रुके 2 बार अपनी कमर को हिलाया…अभी का लंड जड़ तक मेरी चूत मे घुस्स गया…
अभी ने एक गहरी साँस ली…और फिर धना धन मेरी चूत मे अपना लंड को अंदर बाहर कर पेलने लगा…मेरी चूत की दीवारें उसके मोटे लंड पर कसी हुई थी…अभी के गधे जैसे मोटे लंड के कुछ ही धक्को मे मेरी चूत मे फिर से पानी आने लगा…मे एक दम हैरान थी…कि अभी के लंड मे ऐसा क्या जादू है…जो मेरी चूत उसके अंदर जाते ही पानी छोड़ने लगी थी….अभी की जांघे मेरे चुतड़ों पर टकरा रही थी…मेरी टाँगें अभी के कंधों पर थी…जिसके कारण मेरी गांद बेड से 1-2 इंच ऊपेर उठी हुई थी…जैसे ही अभी अपना लंड पूरा मेरी चूत मे घुसता…उसके वजन से मेरी गांद बेड से जा कर टिक जाती…और जब वो अपना लंड बाहर निकालता मेरी गांद फिर से थोड़ा ऊपेर उठ जाती…अभी ने 5 मिनट तक मेरी चूत को चोदा…फिर अचानक वो सीधा हो गया…और मेरी टाँगों को अपने कंधों से उतार कर नीचे कर दिया…और मुझे उल्टा कर दिया…मे अब किसी कुतिया की तराहा अभी के सामने घुटनो और अपने हाथों के बल थी…जिसे आप शहरी लोग डॉगी स्टाइल कहते हैं…अभी ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ कर मेरी चूत के छेद पर टिका दिया….और मेरी कमर को दोनो तरफ से पकड़ कर एक ज़ोर दार धक्का मारा
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