RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
गतान्क से आगे.....................6
अभी: क्या हुआ इधर आओ
मे: वो पहले आप लाइट ऑफ कर देते…
अभी: लाइट भी ऑफ कर दूँगा…पहले एक बार मुझे देखने तो दो…
मे एक दम से शर्मा गयी…पर मेरे पास अभी की बात मानने के इलावा और कोई चारा भी नही था…मेने अपने पैरो मे डाली संदेल्स को उतार दिया…और बेड के ऊपेर आ गयी…अभी ने मेरे हाथ पकड़ कर अपने पास खींच लिया…मे बिल्कुल उसके ऊपेर आ गयी…वो पीठ के बल लेटा हुआ था….और मेरा चुचियो तक का ऊपेरका हिस्सा उसकी छाती के ऊपेर आ गया था…मेरी साँसे एक दम से तेज हो गयी…रूम मे ट्यूब लाइट की रोशनी चारो तरफ फेली हुई थी…मेने शर्मा कर आँखें बंद कर ली…अभी का एक हाथ मेरी पीठ के नीचे से होता हुआ,मेरे कंधे को थामे हुआ था…मे उसकी बाहों मे कसमसा रही थी…
उसने मेरे गाल पर अपना दूसरा हाथ रख दिया….मेरा पूरा का पूरा बदन कांम्प गया…मेने अपनी भारी हुई आँखों को खोल कर देखा…अभी मुस्करा कर मेरी ओर देख रहा था..मुझे यकीन नही हो रहा था के सिर्फ़ 25साल का लड़का मेरे जैसी मेच्यूर औरत को ऐसे हॅंडेल कर सकता हैं…उसने अपना हाथ मेरे सर के पीछे ले जाते हुए…मुझे अपने ऊपेर झुकाया ….जिससे मेरे होंटो अभी के होंटो के तरफ बढ़ने लगे…मे शरम के मारे मरी जा रही थी…कि एक 25साल का लड़का अब मेरे होंटो को चूसने वाला है…
मे: प्लीज़ लाइट बंद कर दो ना…(काँपति हुए आवाज़ मे)
अभी: कर देता हूँ इतनी जल्दी भी क्या है…और उसने मेरे सर को झुका कर अपने होंटो को मेरे होंटो के ऊपेर रख दिया….मेने अपनी आँखें बंद कर ली…मेरी चुचिया अभी की छाती से दो इंच ऊपेर झूल रही थी…मे शरम के मारे मरी जा रही थी…मेरा हाथ उसकी छाती के ऊपेर आ गया. और मेने अपनी चुचियो को अभी की छाती से टकराने से बचाने के लिए अपने हाथ ऊपेर रख दिए थे…वो बड़े हे प्यार से धीरे-2 मेरे होंटो को चूस रहा था…धीरे-2 मे भी गरम होने लगी. वो मेरे होंटो को ऐसे चूस रहा था..जैसे कोई बच्चा अपनी मा के चुचि को दूध पीते वक़्त चूस्ता है…
मे उसके होन्ट चूसने से गरम हो गयी थी…मेरी साँसे भी गरम हो चुकी थी…और मेरा जो हाथ उसकी छाती पर था…उससे मे धीरे -2 उसकी छाती को सहलाने लगी…फिर उसने अपना हाथ जो के मेरे सर के पीछे था… उसे नीचे करके मेरी पीठ पर कस लिया…और मुझे अपने से और चिपका लिया…मे भी उसे से चिपक गयी…मेरी चुचिया जो अब तक एक दम तन चुकी थी…उसकी छाती मे धँस गयी…उसने मेरे होंटो को 10 मिनट तक चूस -2 कर लाल कर दिया….
जब उसने अपने होंटो को हटाया…तो मेरी साँसें तेज़ी से चल रही थी…मे थोड़ा ऊपेर हो गयी…वो मेरे आँखों मे देखने लगा….
अभी: तुम्हारे होंटो का रस तो सहद से भी मीठा है….सच मे मज्जा आ गया…
मे अभी की बात सुन कर बुरी तराहा शर्मा गयी…वो बेड पर लेटा हुआ था…अचानक मेरा ध्यान उसके अंडरवेर की तरफ गया…उसका लंड अंडरवेर मे एक दम तन कर खड़ा था….जो अंडरवेर मे एक बड़ा सा उभार बनाए हुए था…मेरी जाँघो के बीच ऊट मे सरसारहात सी होने लगी…
अभी: चल अब अपनी कमीज़ उतार दे…
मे: नही पहले लाइट बंद कर दो..मुझे शरम आती है…
अभी: प्लीज़ एक बार उतार के दिखा दो ना..फिर लाइट बंद कर लूँगा…
मे अब क्या कर सकती थी…मेने शरमाते हुए अपनी कमीज़ को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपेर उठाना चालू कर दिया…और कमीज़ को उतार कर बेड पर रख दिया…मेने ब्लॅक कलर की ब्रा और पॅंटी पहनी थी…अब मेरी चुचिया ब्लॅक ब्रा मे कसी हुई, उसकी आँखों के सामने थी…मेरी ब्रा की तरफ इशारा करते हुए अभी ने ब्रा को खोलने के लिए भी कहा…मेने शरमाते हुए ब्रा को खोल दिया….
मे: (धीमी सी आवाज़ मे) अब तो लाइट बंद कर दो..
उसने मेरी सलवार की तरफ इशारा किया…
मे: इसे भी
उसने हां मे सर हिला दिया….मे बिल्कुल किसी बाजारू रंडी के तराहा उसकी बात मान रही थी…क्योंकि मे वीनू दीदी को शिकायत का मोका नही देना चाहती थी…मे अपने कांप रहे हाथों को अपने सलवार के नडे के तरफ ले गयी….मेरे हाथ वहीं जाम गये…मे शरम के मारे डूबी जा रही थी…
मे : नही मुझ से नही होगा…आप पहले लाइट बंद कर दो…
अभी: चलो खड़ी हो जाओ
मे: जी क्या
अभी: मेने कहा खड़ी हो जाओ
इस बार अभी की आवाज़ मे कुछ गुस्सा था…मे डर के मारे बेड पर खड़ी हो गयी…मुझे अपने आप पर हैरानी हो रही थी…कि मे किसी 25 साल के लड़के के सामने किसी रंडी के तराहा उसकी हर बात मान रही हूँ…उसने मुझे ऊपेर से बिल्कुल नंगा कर दिया था…और मेरी तनी हुई चुचियो को देख कर अपने अंडरवेर के ऊपेर से अपने लंड को हाथ मे लेकर मसल रहा था…
अभी: अपने हाथों को ऊपेर सर के पीछे करो…..
|