RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
सुरेश बोला, पूछ मत यार, क्या मस्त गांद है उसकी, तुम तो अभी बस जवान हुई हो, दीप्ति की जवानी तो उफान पर है, सच बहुत मज़ा आएगा साली की गांद में लंड डालने में. मैं तो ये सोच कर हैरान हूँ कि जब कपड़ो में ही उसकी गांद इतनी सेक्सी लगती है तो बिना कपड़ो के कैसी लगेगी ? मैं तो उस दिन पागल हो जाउन्गा
पिंकी ये सुन कर थोडा गुस्से में बोली, अगर ऐसा है तो उस कुतिया के पास जाओ ना यहा क्या कर रहे हो ?
सुरेश बोला, तुम अजीब हो यार, खुद ही तो सब कुछ पूछ रही थी और अब नाराज़ हो गयी. अभी थोड़ी देर पहले तो तुम कह रही थी कि उसे लंड ही नही चूसवाना बुल्की उसकी चूत भी मारनी है.
पिंकी बोली, हां कहा था, पर ये नही कहा था कि तुम उसे पसंद करने लगो, याद रखो तुम्हे उसे बर्बाद करना है, तुम्हे उसकी चूत मज़े के लिए नही मारनी समझे ?
सुरेश बोला, ये अजीब बात है, चूत मारो और मज़ा भी ना लो, ये कैसे होगा पिंकी ? आख़िर तुम चाहती क्या हो ?. तुम चिंता मत करो मैं उसे प्यार से बर्बाद करूँगा.
पिंकी मायूस सा चेहरा बना कर बोली, क्या तुम्हे उसकी गांद मेरी गांद से ज़्यादा अछी लगती है ???
सुरेश बोला, अछा ये बात है, अरे पागल मेरा ये मतलब नही था, तुम अभी कची कली हो, तुम्हारी गांद दीप्ति की गांद से कम मोटी है, पर इसका ये मतलब नही है कि तुम्हारी गांद सेक्सी नही है, बल्कि मैं तो कब से तड़प रहा हूँ तुम्हारी गांद मारने के लिए, तुम ही हो जो हर बार मुझे रोकती हो.
पिंकी बोली, मैं क्या करूँ मुझे दर्द होता है.
सुरेश हंसते हुवे बोला, क्या दर्द होता है, एक इंच भी नही जाने देती और चील्लने लगती हो, निकालो….निकालो… सारा मज़ा खराब कर देती हो.
पिंकी बोली, तुम्हे दर्द होगा ना तो पता चलेगा.
सुरेश बोला, बड़े दिन हो गये कोई सुन्दर गांद मारे, अब तो बस दीप्ति से ही उम्मीद है, शायद वो ज़रूर डलवा लेगी.
पिंकी फिर नाराज़ हो गयी और बोली, तो जाओ ना उसी कुतिया के पास यहा क्या कर रहे हो ?
सुरेश बोला, देखो मैं सब कुछ तुम्हारे कहने पर कर रहा हूँ, मैं थोड़ा सा मज़ा ले लूँगा तो तुम्हारा क्या जाएगा.
पिंकी बोली, ले लो बाबा, तुम खूब मज़ा ले लो, पर ये मत भूलना कि तुम्हारा मकसद बस उसे बर्बाद करना है.
सुरेश बोला, तुम बिल्कुल चिंता मत करो, उसकी बर्बादी मेरे ही हाथो लीखी है, और मैं उसकी इतनी बुरी तरह मारूँगा कि वो दर्द से चील्ला-चील्ला कर पागल हो जाएगी, अब खुस !!!
पिंकी बोली, ह्म्म….. हां ये हुई ना बात.
सुरेश ने पिंकी के होंटो को अपने होंटो में ले लिया और कोई 5 मिनूट तक उसे यू ही चूमता रहा.
फिर वो बोला, यार गांद की बात कर-कर के तुमने मेरे लंड में गांद की प्यास जगा दी है, अब बताओ किस की गांद में डालूं में ये तड़प्ता हुवा लंड ?
पिंकी बोली, अरे मेरी चूत है ना, हर बार तुम्हे मज़ा नही देती क्या ?
सुरेश ने कहा, ऐसा करो आज हिम्मत कर के अपनी गांद में डलवा ही लो , कब तक गांद मरवाने के मज़े से वंचित रहोगी ?
पिंकी एक दम से बोली, नही सुरेश, ऐसी बाते मत करो मुझे डर लगता है, पता है ना जब तुमने पहली बार मेरी चूत में डाला था तो मेरी क्या हालत हुई थी ?
सुरेश बोला, हां हां याद है, तुम्हारी हालत मरने जैसी हो गयी थी.
पिंकी ने हंसते हुवे कहा, तो फिर आज फिर से मेरी जान लेने का इरादा है क्या ?
सुरेश बोला, अरे याद आया मेरे बेग में एक वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट है
पिंकी बोली, वो क्या होता है ?
सुरेश बोला, देखो वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट गांद मारने के लिए आछे होते है, उसे गांद में लगा दो तो गांद चीकनी हो जाती है, उशके बाद हम मज़े से गांद मार सकते है.
पिंकी के चेहरे पर डर था, वो बोली, रहने दो ना सुरेश, फिर कभी कर लेंगे आज तुम चूत मार लो ना.
सुरेश बोला, तुम हमेशा यही कहती हो, आज मुझ से नही रहा जाएगा, तुमने दीप्ति की गांद की बात छेड़ कर मुझे पागल कर दिया है, अब मैं गांद मारे बिना नही रह सकता.
सुरेश बिस्तर से उठ कर टेबल पर पड़े बेग की ओर चल दिया.
थोड़ी देर बाद वो एक ट्यूब ले कर लौटा, उसी में वॉटर बेस्ड लूब्रिकॅंट था.
वो पिंकी के पास आकर हंसते हुवे बोला, चलो घूम कर कुतिया बन जाओ.
|