RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने गुस्से में कहा, मुझे कुछ पसंद नही है.
वो बोला, बट यू सक वेरी वेल, आइ गेस यू लाइक डिक इन युवर माउथ, डॉन’ट यू ?
आइ सेड, वॉट नॉनसेन्स ?
वो बोला, सेक्स एक नॉनसेन्स ही है, तभी तो कुछ लोग घर हो या ऑफीस, कहीं भी शुरू हो जाते है, है ना.
मैं क्या कहती, मैने अपनी नज़रे झुका ली.
मैं उसे बताना तो चाहती थी कि वो मेरा फियान्से था, कोई और नही, पर मैं ये सोच कर चुप हो गयी कि मैं इस कामीने को क्यों कुछ एक्सप्लेन करूँ.
ही सेड, सो व्हाट यू से, सक मी डिक आंड टेक युवर वीडियो विथ यू.
मुझे ऐसा लग रहा था कि मुझे किसी भी तरह से इसके पास से अपनी वीडियो ले लेनी चाहिए.
मैने पूछा, इश्कि क्या गारंटी है कि इशके बाद भी तुम्हारे पास कोई कॉपी नही होगी.
वो बोला, नही मेरे पास अब एक ही कॉपी है, वो भी मेरे कमेरे के कार्ड में पड़ी है, तुम खुद उसे डेलीट कर देना.
वो मेरे पास आ गया और बोला, बैठ जाओ.
मैने पूछा, तुम कौन हो ? और ये सब क्यों कर रहे हो ?
वो बोला, इन सब बातो का वक्त नही है, जल्दी बताओ सकिंग करोगी कि नही. मैं चाहूं तो तुम्हे बिस्तर पर गिरा के तुम्हारी चूत भी मार सकता हूँ, यहा तुम्हे कोई बचाने नही आएगा. पर मैं ऐसा कुछ नही कर रहा, मैने पूरी बात तुम्हारे उपर छोड़ दी है, जैसा तुम्हे पसंद हो वैसा करो.
मैने कहा ठीक है, सकिंग से ज़्यादा कुछ नही.
वो झट से बोला, हां हां ठीक है, आइ जस्ट लव ओरल सेक्स. वॉन’ट अस्क एनितिंग आफ्टर दट.
मैं उशके आगे बैठ गयी और वो अपनी ज़िप खोलने लगा.
उसने अपने पेनिस को बिल्कुल मेरे होंटो के पास झूला दिया.
मैने अपनी आँखे बंद कर ली.
वो बोला, ओपन युवर माउथ.
आइ वांटेड टू फिनिश इट क्विक्ली सो आइ ओपंड माइ माउथ ए बिट.
जैसे ही मैने मूह खोला उसने मेरे मूह में अपना पेनिस डाल दिया. और मेरे सर को पकड़ के हल्के हल्के धक्के मारने लगा.
धक्के मारते हुवे वो बोला, वाउ………तेरा मूह किसी भी होल से कम नही है, आइ विल फक युवर माउथ टिल आइ कम.
मेरा मूह उशके धक्के नही संभाल पा रहा था, उपर से वो हर धक्के के साथ अपना पेनिस थोड़ा थोड़ा और अंदर सरका रहा था.
मेरे लिए साँस लेना मुश्किल हुवा जा रहा था.
वो बोला, मुझ से रहा नही जाएगा, अब चूत मारने की इच्छा हो रही है. तुम्हे मुझे चूत भी देनी पड़ेगी ?
मैं कुछ कहना चाहती थी पर उसने मेरे सर को ज़ोर से पकड़ रखा था और मेरे मूह में लगातार धक्के मार रहा था.
वो फिर बोला, और हां थोड़ी सी गांद भी मारूँगा. बहुत दिन हो गये गांद में लंड डाले. तूने तो मरवाई होगी ना अपने यार से. मरवाई होगी तो मेरा लेना आसान हो जाएगा.
मैं खुद को रोक नही पाई और मेरी आँखो से अपने आप आंशु बहने लगे, मैने कभी खुद को इतना मजबूर नही पाया था.
वो बोला, तुम रो क्यों रही हो, मैं कोई ज़बरदस्ती नही कर रहा.
मैने ज़ोर लगा कर अपने मूह को उशके पेनिस से हटाया और पूछा, तो क्या मैं यहा अपनी मर्ज़ी से आई हूँ ?
वो बोला, अछा उस सुरेश के साथ तेरी मर्ज़ी होती है, शरम नही आती तुझे किसी का घर बर्बाद करते हुवे ?
मैने कहा, सुरेश नही महेश. और ये क्या बकवास है, मैं किसी का घर बर्बाद नही कर रही.
वो बोला, महेश ?? आर यू स्योर ?
मैने कहा, वो मेरे फियान्से है, मुझे श्योर नही होगा तो किस को होगा ?
वो बोला, क्या फियान्से !!
पता नही उसे क्या हुवा उसने झट से अपने पेनिस को वापस अपनी पॅंट में डाल लिया और बोला, दीप्ति जी लगता है हम दोनो ही किसी ग़लत फ़हमी के शिकार है.
मुझे लग रहा था कि आप कोई चरित्र-हीन लड़की है, इश्लीए मैं आपको ब्लॅकमेल कर रहा था. मैं सोच रहा था कि एक बार आप यहा आ गयी तो खुद भी मज़ा लेंगी और मुझे भी मज़ा देंगी.
मुझे कुछ समझ नही आ रहा था कि वो क्या कह रहा है.
वो बोला, जिस आदमी को आप महेश कह रही है, उसका असली नाम सुरेश है और वो शादी शुदा है.
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