RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
वो भी मेरे पीछे पीछे आ गया और मेरी शीट के बाईं और खड़ा हो गया.
वो बोला, प्लीज़ दीप्ति, ले लो ना थोड़ा सा मूह में.
मैने कहा, ठीक है पर तुम वादा करो कि इशके बाद शादी तक तुम मुझे परेशान नही करोगे.
वो बोला, ठीक है, नही करूँगा, अब ले लो ना !!
मैं थोड़ा उसकी ओर घूम गयी, उसका पेनिस बिल्कुल मेरे मूह के सामने था.
उसने झट से अपना पेनिस मेरे मूह से सटा दिया.
मैने कहा, रूको तो सही, मैं कर तो रही हूँ.
ही सेड, ओके, सॉरी !! आइ अम गेटिंग क्रेज़ी टुडे.
मैने अपना मूह खोला और उशके पेनिस के उपर के हिस्से को अपने होंटो में दबा लिया.
वो बोला, आआअहह मज़ा आ रहा है, क्या छुवन है तुम्हारे होंटो की, फीलिंग वेरी सॉफ्ट-सॉफ्ट अराउंड माइ डिक
उसने मेरा सर पकड़ लिया और अपने पेनिस को मेरे मूह में पुश करते हुवे बोला, थोड़ा और अंदर लो ना.
मैने उशके पेनिस से मूह हटा कर कहा, देखो मुझे जितना आता है मैं कर रही हूँ, मुझे प्लीज़ इन्स्ट्रक्षन्स मत दो.
वो बोला, तुम बहुत अछा चूस रही हो, मैं तो बस ये चाहता था कि मेरे लंड का हर हिस्सा तुम्हारे प्रेम रस में डूब जाए. चलो जैसे तुम्हे करना है करो, मुझे तो मज़े से मतलब है.
ये कह कर उसने फिर से मेरे मूह पर अपना पेनिस सटा दिया.
मैने मूह खोला और उशके पेनिस को कोई एक इंच मूह में ले कर चूसने लगी.
उसने फिर से मेरा सर पकड़ लिया और फिर से अपने पेनिस को मेरे मूह में और अंदर धकेलने लगा.
उसने थोड़ा ज़ोर लगा कर कोई चार इंच मेरे मूह में सरका दिया.
मेरे लिए साँस लेना मुश्किल हो रहा था. पर वो हल्की हल्की आहें भर रहा था और कह रहा था, आअहह…. दीप्ति….. यू गिव वेरी गुड हेड, मज़ा आ रहा है….…… प्लीज़ कीप सकिंग माइ कॉक…… आआहह
मेरा मूह दुखने लगा था, पर उसने मेरे सर को थाम रखा था. मैं हट तो सकती थी पर ये सोच कर नही हट रही थी कि, चलो शादी से पहले महेश को थोडा सकुन मिलेगा.
वो बोला, वाउ….. ग्रेट……… काश आज तुम्हारी पुसी भी मिल जाती तो मज़ा आ जाता, चलो ना कहीं चलते है और आराम से मज़े करते है.
मैने उशके पेनिस को मूह से निकाल कर कहा, महेश आज मैं नही जा सकती, वैसे भी अब सब कुछ शादी के बाद, ये सिर्फ़ ट्रेलर है.
वो हंसते हुवे बोला, ट्रेलर इतना सेक्सी है तो पूरी पिक्चर कैसी होगी ? सच खूब मज़ा आएगा तुम्हारी चूत मारने में.
मैने शर्मा कर नज़रे झुका ली.
वो बोला, चूस ना, मज़ा आ रहा है, अभी रुक मत. मेरे लंड पर तुम्हारे होंटो की छुवन बहुत प्यारी लग रही है.
मैने उशके पेनिस को हाथ में लिया और उसे फिर से चूसने लगी.
वो बोला, तुम तो लंड चूसने में एक्सपर्ट लग रही हो.
मैने उशके पेनिस से मूह हटाया और कहा, मैं कोई एक्सपर्ट नही हूँ, मैं तो बस तुम्हे खुस करने के लिए यू ही कुछ कुछ कर रही हूँ.
वो बोला, मुझे पता है, मैं तो बस तुम्हारी तारीफ़ कर रहा हूँ. प्लीज़ एक बार पूरा अंदर लो ना.
मैने कहा, पागल हो क्या, इतना बड़ा पूरा मूह में कैसे आएगा.
वो बोला आएगा, मैं डाल कर दिखाउ.
ये कह कर उसने मेरा मूह पकड़ा और और अपना लगभग पूरा पेनिस मेरे मूह में डाल दिया.
मेरी साँसे उखाड़ गयी और मेरी आँखो में पानी उतर आया. मेरे छोटे से मूह में उसका पूरा पेनिस संभालना मुश्किल हो रहा था.
पर वो मज़े से मेरे सर को थामे, मेरे मूह में पेनिस डाल कर खड़ा था और हल्की हल्की सिसकियाँ भर रहा था.
अचानक मुझे अपने कॅबिन के बाहर किसी के कदमो की आहट शुनाई दी.
मैं फॉरन महेश के पेनिस को छोड़ कर अपनी शीट से उठ गयी.
मैने कहा, इसे जल्दी अंदर करो, लुंक्क ब्रेक ख़तम हो चुका है, लोग वापस आ रहें है.
महेश ने तुरंत, अपने पेनिस को अंदर कर लिया और बोला, चलो फिर कभी ट्राइ करेंगे, तुम बहुत अछा सक करती हो, पर सच बताओ, कहीं से सीखा है क्या ?
मैने कहा, ये क्या बकवास है, ई जस्ट ट्राइड टू मेक यू हॅपी.
ही सेड, ओके ओके यार, जस्ट जोकिंग, डॉन’ट टेक एवेरितिंग सीरियस्ली.
मैने कहा, अब तुम जाओ, मुझे मीटिंग के लिए जाना है, उसकी कुछ तैयारी भी करनी है.
वो बोला, ठीक है, मैं जा रहा हूँ, पर मैं फिर कभी एक कंप्लीट ब्लोवजोब ज़रूर कर्वाउन्गा, यू आर वेरी गुड सकर.
ये कह कर वो चला गया. महेश के जाते ही मैने चैन की साँस ली और वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गयी.
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मैने दीप्ति से कहा, ये तो कोई ट्रॅजिडी नही है, शादी से पहले फियान्से के साथ थोड़ा बहुत तो चलता है.
दीप्ति बोली, अभी आगे तो सुन तुझे पता चलेगा कि ये ट्रॅजिडी थी कि नही.
मेरा आगे सुन-ने का बिल्कुल मन नही था, क्योंकि मैं सेक्स के कारण ही तो मुशिबत में फँसी थी. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं कोई एरॉटिक टेल सुन रही हूँ. पर क्योंकि दीप्ति कह रही थी कि कोई ट्रॅजिडी है इश्लीए मैने कहा ठीक है शुनाओ.
मैने ये भी सोचा कि दीप्ति ने भी तो मेरी पूरी बात सुनी थी इसलिए अब मुझे भी उसकी पूरी बात सुन-नि चाहिए.
क्रमशः............................
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