RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैने कहा, ना जाने कैसा प्यार है तुम्हारा जो मुझे बर्बाद करने पर उतारू है. कभी तुम मुझे किसी और के आगे परोस देते हो, कभी मेरी चिंता करते हो और मेरे लिए किसी की जान भी ले लेते हो और कभी मुझे कामदेव की तरह किसी दूसरी दुनिया में ले जाते हो, आख़िर तुम कौन हो, क्या हो ? मुझे लग रहा है तुम ज़रूर मेरे साथ कोई ख़तरनाक खेल खेल रहे हो.
वो मुस्कुराते हुवे बोला, अछा अछा ठीक है भाई, मैं देखता हूँ कि मैं क्या कर सकता हूँ, ज़्यादा एमोशनल मत हो, तू मेरी एलेक्ट्रिक शॉप का नंबर लिख ले.
बिल्लू ने मुझे नंबर दे दिया और बोला, देखता हूँ या तो तेरे पति के क्लिनिक मैं खुद जाउन्गा या फिर राज शर्मा को भेज दूँगा
मैने पूछा ये राज शर्मा कोन है
वो बोला, अरे वही जो तुम्हे करियर देने आया था,सब उसे राजू कह कर बुलाते है उसे तो सब पता ही है, तू चिंता मत कर. वैसे मैं खुद जाने की कोशिस करूँगा. मैं ये इश्लीए बोल रहा हूँ कि हो सकता है मुझे कल या परसो कही बाहर कम से जाना पड़े. मेरे पीछे राज सब संभाल लेगा.
मैने कहा, देख लो तुम्हे जैसा ठीक लगे, मैं अब चलती हूँ
वो बोला, अरे रुक तो
मैने पूछा, क्यो क्या बात है.
वो बोला, सच बता आज कैसा लगा तुझे.
मैने कहा, मुझे नही पता, मैं अभी बहुत परेशान हूँ मुझ से ऐसी बाते मत करो, तुमने मुझे आज बुरी तरह फँसा दिया.
वो बोला, अब सल्यूशन हो तो गया, अब किस बात की चिंता है तुझे.
मैने कहा, वो तो ठीक है पर मैं खुद को माफ़ नही कर पा रही हूँ, तुम्हारे बहकावे में आ कर मैने अपने पति को धोका दे दिया, मैं अंदर ही अंदर घुट रही हूँ.
वो बोला, तू इतना क्यो सोचती है, मुझे देख मैं तो खूब मज़े से सब कुछ करता हूँ और किसी बात की चिंता नही करता.
मैने कहा, तुम मेरी जगह होते तो तुम्हे पता चलता
वो बोला, छोड़ ना ये बाते कुछ अछी बात कर.
मैने कहा, मेरे पास अभी वक्त नही है बाद में बात करेंगे.
वो बोला, जाते जाते एक बात तो बता जा.
मैने पूछा, क्या ?
वो बोला, जब मैने तेरी पीछे से मारते हुवे पूछा था कि, “कैसा….. लग… रहा…..है… अब” तब तूने कहा था “आ…आ…अक्चहाा…बहुत…आचाअ”
क्या सच में तुझे आज बहुत अछा लगा.
जो बात मैने मदहोशी में कही थी वो मैं अब होशो हवाश में नही दोहरा सकती थी. मैं चुप ही रही.
उसने फिर पूछा, बता ना शरमाती क्यो है, मुझे पता तो चलना चाहिए कि मैं तुम्हे वाकाई में कुछ ख़ास दे रहा हूँ या नही ताकि मैं यू ही तुम्हे प्यार करता रहूं.
मैने कहा, बिल्लू मुझे नही पता इन बातो के पीछे तुम्हारा मकसद क्या है, हाँ पर तुमने मुझे कुछ नये अहसाश दिए है, पर मैं इस रास्ते पर तुम्हारे साथ दूर तक नही जा सकती ये रास्ता ग़लत है और ग़लत ही रहेगा.
वो बड़े विश्वास के साथ बोला, ये ग़लत रास्ता नही है बिल्कुल सही रास्ता है. प्यार कभी ग़लत नही होता.
मैने कहा ये प्यार नही है बिल्लू ये पाप है तुम समझते क्यो नही.
वो बोला, ठीक है बाद में बात करेंगे.
मैने कहा, रूको
वो बोला, हाँ कहो
मैने कहा, तुम अब यहा मत आना, आज मैं फँसते फँसते बची हूँ. मैं नही चाहती कि फिर से कोई तुम्हे यहा देखे. और वैसे भी मैं अब तुम्हे घर के अंदर नही घुसने दूँगी.
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