RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
मैं करती भी तो क्या करती, मैं उसके सामने घूम गयी. पर मेरे हाथ नाडा खोलते हुवे काँप रहे थे.
बड़ी मुस्किल से मैने नाडा खोला और अपनी सलवार नीचे सर्काई.
उसने तुरंत कमरे की लाइट जला दी और मेरे और करीब आ गया.
वो बोला, ये कमीज़ उठा.
मैने उसे धीरे से उठा लिया.
वो बोला, ये पॅंटी क्या मैं उतरूँगा, ये भी तो सरका.
मैने कमीज़ छोड़ कर पॅंटी नीचे सरका दी और चुपचाप वाहा खड़ी हो गयी.
वो बोला, ये कमीज़ परेशान कर रही है, और उसे उतारने लगा. मेरा तो बुरा हाल हो गया.
मैं उसे चाहते हुवे भी नही रोक पाई. उसने मेरी कमीज़ उतार कर एक तरफ फेंक दी.
वो मेरे नितंबो को घूरते हुवे बोला, अरे वह कितनी जालिम गांद है तेरी, मेरे बेटे का कोई कसूर नही, इसे देख कर तो कोई भी पागल हो जाएगा.
मैं कुछ भी कहने की हालत में नही थी, मैं चुपचाप सर झुकाए खड़ी रही.
उसने अपने दोनो हाथो से मेरे नितंबो को छुवा और बोला, सच में मस्त माल है तेरे पास, बहुत मज़ा आएगा आज.
उसने पूछा, क्या बिल्लू के अलावा किसी और ने भी मारी है ये.
मैं सकपका गयी कि क्या काहु अब.
वो फिर बोला, बता ना,
मैने धीरे से कहा, जी मेरे पति ने.
वो बोला, बस, बस उसका नाम मत ले मैं कुछ नही कर पाउन्गा.
वो बोला, उसके अलावा.
मैने कहा, जी बस बिल्लू
वो गुस्से में बोला, तू तो कल कह रही थी कि तेरा बिल्लू से कोई सम्बन्ध नही है.
मैं धीरे से झीजकते हुवे बोली, जी बस एक बार किया था.
वो बोला, बस एक बार दे कर तूने उसे पागल बना कर छोड़ दिया. पता है कितना नुकसान हुवा है मेरा. उसहने कयि दीनो से एक पैसा कमा कर नही दिया. वो सारा दिन तेरे पीछे घूमता है.
मैं खामोसी से सब सुनती रही.
वो बोला, बता अब तेरी क्या सज़ा है.
मैने पूछा, क्या मतलब ?
वो बोला, कुछ नही सीधी हो जा, तेरी गांद तो मस्त है अब तेरी चूत तो देख लू.
मैने हड़बड़ते हुवे कहा, जी बिल्लू ने इतना ही किया था, आप भी इतना ही कर लो.
वो बोला, मैं बिल्लू का बाप हू, थोडा ज़्यादा तो होगा ही, चल घूम जा.
मैं नज़रे झुकाए हुवे उसके सामने घूम गयी.
वो मेरे सामने बैठ गया और बड़े गौर से मेरी योनि को देखने लगा.
वो बोला, अरे वह ये तो तेरी गांद से भी ज़्यादा सुंदर है, कितनी चिकनी है साली, लंड लगते ही फिसल जाएगा.
मैने शर्मिंदगी में अपने चेहरे पर हाथ रख लिए.
वो बहुत ही गंदी बाते कर रहा था. बिल्कुल बिल्लू की तरह.
मुझे अब यकीन हो चला था कि, ये सब इन दोनो की चाल है. बड़ी चालाकी से इन्होने मुझे यहा ये सब करने को बुलाया है. मैं मन ही मन बिल्लू को कोस रही थी.
वो मेरे योनि के द्वार पर उंगली लगा कर बोला, अरे ये तो बिल्कुल सुखी पड़ी है, अभी कुछ करता हूँ.
मेरे शरीर में बीजली की लहर दौड़ गयी.
उसने कहा, चल यहा बेड पर लेट जा.
मैं हैरानी में थी कि वो आख़िर करना क्या चाहता है.
मैने कहा, आप बस जितना बिल्लू ने किया था, उतना ही कर लो और मुझे जाने दो.
वो बोला, बिल्लू ने कितना किया था सब बता.
मैं चुप हो गयी. मैं कुछ भी कहने की हालत में नही थी.
वो बोला, बता ना कितना किया था, बिल्लू ने, मैं भी उतना ही कर लूँगा, मुझे वैसे भी तेरे पति के कारण झीजक हो रही है.
मैने कहा, उसने बस मेरे नितंबो को छुवा था, और बस वही से किया था.
वो बोला, अरे वह ठीक है फीर मैं भी उतना ही करूँगा. पहले ज़रा यहा तो लेट जा.
मैं जीझकते हुवे बेड पर लेट गयी.
वो मेरी टॅंगो के बीच आ गया और मेरी योनि को बड़े गोर से देखने लगा.
मैने अपनी आँखे बंद कर ली. मैं उसकी बेशर्मी बर्दास्त नही कर पा रही थी.
अचानक मुझे अपनी योनि पर कुछ चुभता हुवा महसूस हुवा.
मैने आँखें खोली तो पाया कि, उसका मूह मेरी योनि के बिल्कुल उपर है.
वो बोला, वह क्या खुसबु है जालिम की.
इस से पहले कि मैं कुछ सोच पाती, उसके होंठ मेरी योनि के उपर थे.
मैं बेचन हो उठी.
उसने मेरी योनि की पंखुड़ियो को अपने होंटो में दबा लिया, और बड़ी बेशर्मी से उन्हे चूसने लगा.
मैं बेचानी में अपनी टाँगे पटाकने लगी.
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