RE: Mastram Kahani खिलोना
खिलोना पार्ट--7
"मुझे विश्वास नही होता..",रीमा ने हाथ पीछे ले जा कर ब्रा के हुक्स लगाए,"..कि पिताजी ऐसा कर सकते हैं.सारे लोग उनकी शराफ़त की मिसाल देते हैं.",उसने पॅंटी उठाई & उसे पहनने लगी.
"हुन्न्ह!",बिस्तर पे नंगा लेटा शेखर हंसा,"वो तो बस ज़माने को दिखाने के लिए शराफ़त का ढोंग करते है वरना उस बाज़ारु औरत के चक्कर मे पड़ मा का ये हाल नही करते."
"क्या अभी भी वो उस औरत के चक्कर मे हैं?",रीमा ने स्कर्ट मे पैर डाल उसे उपर खींचा.
"नही.कोई 2 साल पहले वो उन्हे लात मार किसी और के साथ भाग गयी."
"ओह्ह.",रीमा ने टी-शर्ट पहन ली,"अब मैं जाती हू.आपके चक्कर मे मा जी को भी नही देखा."
शेखर बिस्तर से उठ उसे बाहों मे भर चूमने लगा.थोड़ी देर बाद रीमा उस से अलग हो जाने लगी,"मा को देख कर वापस यही आ जाना."
"धात!चुप-चाप सो जाइए,कल सवेरे जल्दी उठ कर आपको देल्ही जाना है.",रीमा कमरे से दबे पाँव बाहर निकली,घर मे अंधेरा & सन्नाटा पसरा था.उसने दीवार घड़ी की ओर देखा,1 बज रहा था.वो अपने ससुर के कमरे की ओर बढ़ी & बड़े धीरे से बिना आवाज़ किए वाहा का दरवाज़ा खोला.
बीच का परदा लगा हुआ था & उसकी सास गहरी नींद मे थी.वो उनके पास गयी & उनकी ढालकी चादर ठीक कर दी.उसका ध्यान पर्दे के किनार से आती हल्की रोशनी पे गया,क्या पर्दे के उस पार कमरे के अपने हिस्से मे उसके ससुर जागे थे?
उसने पर्दे की ओट से देखा तो लॅंप की मद्धम रोशनी मे उसे उसकी ओर पीठ किए कुर्सी पे बैठे उसके ससुर नज़र आए.रीमा का मुँह आश्चर्य से खुल गया,पूरी तरह से नही दिख रहा था पर सॉफ पता चल रहा था कि उसके ससुर कुर्सी पे नंगे बैठे,टांगे सामने पलंग पे टिकाए ज़ोर-2 से अपना लंड हिला रहे थे.वो उसकी तरफ पीठ किए थे इसलिए रीमा उनका लंड तो नही देख पा रही थी पर उनके हाथ की तेज़ रफ़्तार से वो समझ गयी की वो झड़ने के करीब हैं.
तभी उन्होने अपने 1 हाथ मे कोई चीज़ ले उसे अपने चेहरे पे रख लिया,रीमा के मुँह से तो हैरत की चीख निकलते-2 बची,ये उसका रुमाल था जो किसी तरह उसके ससुर के हाथ लग गया था & वो उसे अपने चेहरे पे लगा,उसकी खुश्बू सूंघते हुए मूठ मार रहे थे.
"ओह्ह्ह...री..ईमम्मा!",वीरेंद्र साक्शेणा के बदन ने झटके खाए & कोई सफेद सी चीज़ उनकी गोद से उड़के ज़मीन पे आ गिरी,वो उस रुमाल को चूम रहे थे.रीमा ने परदा छ्चोड़ा & दबे पाँव कमरे से निकल अपने कमरे मे आ गयी.उसके ससुर का उसका नाम & रुमाल ले मूठ मारने के नज़ारे ने उसे फिर से गरम कर दिया था.वो बिस्तर पे लेट अपने जेठ के विर्य से भीगी चूत मे उंगली डाल अपनी गर्मी शांत करने लगी.
-------------------------------------------------------------------------------
|