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कायदा सेक्स कथा माझ्या मराठी बहीण part4
प्रभा : "अरे नही नामिता, वो तो मैने आप ्पर से ही देख लिया, और शॉर्ट के
आप ्पर से ही च्छू लिया. जी तो कर रहा था निकल के देख लून और खूब
चुस्सू, लेकिन तुम आ गयी ना".
एब्ब मई खिड़की से देखने लगा, प्रभा ने कहा “नामिता हो जा शुरू, और
भाभी ने नेट कनेक्ट किया, और वो दोनो सरफिंग करने लगी, मैने देखा की
उनके स्क्रीन पे अडल्ट साइट खुल रही है, उसमे मेट्यूर्ड विमन के साथ टीन
बाय्स के सेक्स करते हुवे फोटो’स थे, प्रभा और नामिता भाभी एक एक पिक
के आप ्पर कॉमेंट करती जा रही थी. " एक पिक मे 35 साल की एक औरत 18 साल के
लड़के का लंड मुँह मे ले के चूस रही थी, यूयेसेस औरत की चूंचिया बहुत
बड़े बड़े थे और उसकी कमर पतली थी, नामिता भाभी ने कहा, "है
प्रभा, देखो इस पिक मे तुम क्या मज़े से लंड च्छुस रही हो, और देखो
वो तुम्हारी चूंचिया भी दबा रहा है" प्रभा ने कहा, "हा नामिता,
बोहोट मज़ा आया मुझे तुम्हारे देवेर संजय का लंड चुसते हुवे, (पिक
वेल लड़के को वो संजय कहे रही थी, याने की मई) और तुम उसको छोटा
कहे रही थी ना, ज़रा देख कैसे छूट मे उंगली भी दल रहा है और साथ
मे मेरे चूंचियो को डब्बा भी रहा है, और देख लंड चुस्वा के कैसे
खुश हो रहा है"
मैने स्क्रीन पे पिक गौर से देखा, उसमे कोई गोरी अमेरिकन औरत किसी गोरे
लड़के के साथ यह सूब करते हुवे दिख रही थी. मई समझ गया की दोनो
भाभीया पिक को आप ने आप का पिक मॅन के बाते कर रही है. फिर उन्होने
दूसरे पिक को फुल स्क्रीन किया, उसमे एक औरत एक 18 साल के लड़के का लंड
आप ने छूट मे घुसाए हुवी थी.उूव क्या पोज़ थी, मैने बहुत ब्लू फिल्म
देखी है लेकिन यह पोज़ पहेली बार देख रहा था. उसमे वो औरत
घुटनो के बाल पैर पीछे मोड़ के सीधी बैठी थी और उसके दोनो हाथ बेड
पे पीछे की तरफ करके रखे थे, उसके पैर उसके चूतड़ को टच हो रहे
थे और वो पूरी तरह से हंतो पे ज़ोर दे के अद्ध लेती पोज़ मे थी और उसका
दोनो जंगे फैली हुवी थी. वो बिल्कुल किसी मेंढक की तरहा बैठी थी. (मैने
ही इस पोज़ को मेन्डक आसान का नामे दिया है.) और यूयेसेस लड़के ने आप ना एक
हाथ उसके कमर मे डाला हुवा था और एक हाथ मे उसका बॉल पकड़े हुवे
थे, लड़के के मुँह मे औरत के निपल्स थे, और नीचे छूट मे लंड
घुसा हुवा था, औरत ने चेहरा ऐसा बनाया हुवा था की उसके छूट मे
मोटा लंड घुसने की वजह से बहुत दर्द हो रहा हो.
प्रभा भाभी कहा चुप्प बैठने वाली थी. "है नामिता तुमने तो हद ही
कर दी, यह क्योंसि पोज़ ले की बैठ गयी, है मैने तो कभी नही देखी थी
ऐसी पोज़, और ना एब्ब तक ऐसी पोज़ का मज़ा लिया है, और संजय को तो देखो
क्या चुदाई कर रहा है तुम्हारी, आप नी भाभी को रुला दिया है उसने, ज़रा
मुँह देखो इस पिक मे तुम्हारा, बिल्कुल ऐसे लग रहा है की तुम्हारी छूट
फटने वाली है, और नामिता संजय का असली लंड प इससे ज्यदा ही लंबा और
मोटा है," भाभी ने कहा "पता है मुझे, प्रभा ने मुझे बताया है
उसके बारे मे.उसने तो इसके लंड को आप नी गांद मे लगवाया और उसकी पंत
उतार कर सामने से देखा है., लेकिन प्रभा प्लीज़ इस पिक मे मेरे साथ
संजय का नाम मत जोड़. मेरी छूट की हालत खराब हो रही है"
प्रभा: "क्यो नामिता, बड़े लंड से दर लगता है क्या?"
नामिता: "नही प्रभा, वो मेरे घर रहने आया है. और फिर प्रभा ने उसे
मेरे पास भरोसे के साथ भेजा है, वो खुद इसके लंड के लिए पागल है..
बस थोड़ी शरम हट जाए और ये खुद प्रभा की छूट छोड़ने का मान
बना ले तो मेरा काम खकतम, आप ्पर से वो प्रभा का देवेर भी है,
अगर तुम ऐसी ही बाते करोगी और मेरे दिल मे ऐसे ख्याला पैदा हो गये तो.
सुनीता से पहले मई ही इसके लंड से चुड जौंगी"
“नामिता ज़रा इस पिक मे देख, है क्या चेहरा बनाया है, जैसे की बरसो की
प्यसस मिट रही है. नामिता बहुत मज़ा आता होगा ना इश्स अससन मे."
नामिता: "हा प्रभा, बहुत मज़ा आता है लेकिन इसमे दर्द भी बड़ा होता है,
ज़रा चेहरा तो देख उसका पिक वाली का, लेकिन एक बात है मज़ा तो दर्द मे ही
ज़्यादा आता है. और हा इसमे लड़को को ज़्यादा मज़ा आता है, इस लिए वो जी खोल के
छोड़ते है."प्रभा भाभी ने कहा "नामिता एब्ब मेरे से रहा नही जाता, कुछ कर ना,
कोई च्चाक्कर चला ना जिस से की मेरा कम बन जाए. और जब से संजय के
मोटे लंड को चुवा है और ये पिक देखे है तब से जी कर रहा है की खूब
चुसू उसका लंड.और तेरी तहरा ही कमर उचका उचका के इश्स अससन मे उसे
से चड़वौ आप नी छूट को."
नामिता भाभी ने कहा "ठीक है अगर तुझ से रहा नही जाता तो एक कम कर,
हम वोही प्लान फिर से आक्टिव करेंगे जो पिछली बार तुम्हार भनजे के आने
पे किया था. संजी की नही"
नामिता भाभी की बात सुन के प्रभा तो झूम उठी, और उसने कहा उूव
नामिता तुमने तो बहुत ही कमाल की ईडिया दी. एब्ब मुझे पूरा एेकिन है की
मुझे एब्ब ज़्यादा इंतजार नही करना पड़ेगा, एब्ब बहुत ही जल्द संजय से
मई छुड़वा लूँगी. हा लेकिन इश्स बार तुम्हारा रोल मई आड़ा करूँगी याने की
संजय को पिघलने का कम मई करूँगी और बाकी सारा कुछ अरेंज
करना पड़ेगा तुम्हे, समझी ना.
मेरी तो कुछ भी समझ मे नही आया की मेरी सेक्सी भाभीया कोंसि प्लान की
बात कर रही है, और मेरे साथ आयेज क्या होने वाला है, लेकिन इतना तो टाई था
की जो भी होने वाला है बहुत ही अच्छा होने वाला था. और बहुत ही जल्दी
प्रभा मुजसे छुड़वाने वाली थी. एब्ब मेरे से कंट्रोल नही हो रहा था, तो
मैने खांसने की आवाज़ निकली, ताकि मेरे सेक्सी भाभीया जान जाए की मई
जागने वाला हू. मेरी आवाज़ सुनते ही भाभी ने जल्दी से साइट क्लोज़ कर दी और
बाद मे नेट भी डिसकनेक्ट कर दिया.
एब्ब प्रभा भाभी ने जनभुज के उँची आवाज़ मे कहा "नामिता लगता है
तुम्हारे देवेर को भूक लग गयी है., ज़रा उसकी भुंक मिटा दो, अगर
तुम्हारे पास नही हो कुछ देने के लिए तो मेरे पास भेज दो."
नामिता भाभी ने कहा, "मैने खाना आते ही रेडी कर लिया था, इश्स लिए
उसी तुम्हारे पास भेजने की ज़रूरत नही है." एब्ब मई बेडरूम के डोर
पे आ गया. देखा की दोनो भाभियो के चेहरे लाल और सेक्स के बुखार मे
तमतमाए हुवे दिख रहे थे. प्रभा भाभी ने मेरे टेंट की तरफ
देखा और आप नी आइब्रो उड़ते हुवे कहा, "क्या बात है देवेर्जी, किसका
सपना देख रहे थे, अश् या रानी?"
मैने भी प्रभा भाभी को पलट के जवाब दे दिया, "भाभी ना तो अश् ना
तो रानी, हुँने तो मधुरी डिक्सिट को देखा" (प्रभा भाभी मधुरी डिक्सिट से
मिलतिजुलती है, बस एक ही फिर्क है, प्रभा भाभी के बूब्स मधुरी डिक्सिट जैसे
है, और नामिता भाभी जब मूड मे आती है तो उनको मधुरी डिक्सिट ही
काहेती है)
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