RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
ऐसे ही चल रहा था कि अचानक घर के मेन डोर पर दस्तक हुई.
और खाला जल्दी से मुझसे अलग हुई.
खाला की आँखे लाल हो रही थी ऑर उनका साँस तेज तेज चल रहा था.
खाला ने मुझसे पूछा: अयान जानू अब कैसा फील कर रहे हो.
मैं: अब ठीक हूँ.
खाला के अचानक हट जाने से मैं एक दम घबरा गया ऑर मुझे अहसास भी नही हुआ कि मेरा लंड अभी तक खड़ा है. और खाला मेरे लंड को ही देख रही थी जो उस टाइम तकरीबन 6 इंच का था.
इसी दौरान दरवाजे पर फिर दस्तक हुई तो खाला ने अपने कपड़े ठीक किए ऑर मुझे कहा:
अयान तुम ठीक से हो कर बैठो. मैं दरवाज़ा खोलती हूँ.
मैने जब देखा तो मेरा लंड बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ था.
मैं जल्दी से उठ कर वॉशरूम की तरफ भागा. ऑर खाला दरवाज़ा खोलने चली गई......
अंबर खाला ने डोर ओपन किया तो दरवाज़े पर उनकी फ्रेंड सोबिया आई थी.
मैं आप को बताता चलूं कि सोबिया 23 साल की एक खूबसूरत लड़की थी. जिसकी बॉडी हुश्न की शाहकार थी.
उसके मम्मे कुछ 36 के क़रीब थे ऑर गान्ड मोटी सी थी ऑर कुछ ज़्यादा ही बाहर को निकली हुई थी.
वो घर मे एंटर हो कर खाला से गले मिली ऑर अंदर आ गई. डोर की आवाज़ सुन कर मामू भी अपने रूम से बाहर आ गये थे. सोबिया ने मामू को सलाम किया ऑर मामू ने सोबिया के सलाम का जवाब दिया.
उसके बाद अंबर खाला, सोबिया को अपने रूम मे ले गई. वहाँ जा कर अंबर ने चादर उतार कर दुपट्टा ले लिया.
मैं वॉशरूम से निकल कर टी.वी लाउंज मे गया ऑर वहाँ बैठ कर वही मूवी दोबारा देखने लगा.
इतने मे मामी ऑर मामू रूम से बाहर आए ऑर मामू ने बॅग उठाया हुआ था. मामू ने हम सब को आवाज़ दी ऑर कहा कि : अच्छा हम जा रहे हैं. घर का ऑर अपना ख़याल रखना. ऑर मामू ने अंबर खाला को 20,000 रुपीज़ दिए घर के खर्चे के लिए. मामू ने मुझे कहा: "अयान तुम ने घर से बाहर नही निकलना"
ऑर घर की ज़िम्मेदारी अब तुम पर है. मामू ने मुझे भी 1000 रुपीज़ दिए खर्चे के लिए. मैं खुश हो गया.
मामू ऑर मामी चले गये तो अंबर खाला ने मेन डोर लॉक किया ऑर सोबिया से कहा: सोबिया तुम अयान के साथ टी.वी लाउंज मे बैठो. मैं झाड़ू दे दूं. फिर गॅप शॅप लगाते हैं.
सोबिया आ कर टी.वी लाउंज मे मेरे साथ सोफे पर बैठ गई. ऑर अंबर खाला हमारे सामने उसी स्टाइल मे झाड़ू लगाने लगी.. मैं अब डर रहा था क्यू कि अब तो घर मे सोबिया भी थी ऑर मुझे उसकी नेचर का नही पता था. खाला उसी तरह झुक कर झाड़ू लगा रही थी. जिसकी वजह से उसके मम्मे लटक रहे थे.... ऑर मुझे उनके पूरे मम्मे नज़र आ रहे थे... मैं खाला के मम्मो को गौर से देख रहा था. खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर झाड़ू लगाने लगी.
खाला झाड़ू लगा रही थी,,, मैं उनके मम्मो को देख रहा था,,, ऑर मुझे नही पता था कि सोबिया की नज़र मेरे उपर थी. ऑर वो कभी मुझे ओर कभी अंबर खाला के मम्मो को देख रही थी...
सोबिया ने खाँसी करने के स्टाइल मे अंबर खाला को बताने का इशारा किया कि अपनी कमीज़ ठीक करे. मगर खाला ने उसको इशारा किया ऑर बाहर चली गई.
अंबर खाला बाहर गई तो सोबिया भी उसके पीछे पीछे बाहर चली गई.. वो दोनो कुछ देर तक बाहर रही ऑर फिर सोबिया आ गई..
अंबर खाला किचन मे छाए बनाने चली गई.
सोबिया मेरे पास सोफे पर बैठ कर मूवी देखने लगी ऑर इस बार सोबिया मेरे साथ क्लोज़ हो कर बैठी. उसकी थाइस मेरे थाइस के साथ टच हो रही थी.
अंबर खाला किचन मे चाय बनाने चली गई ऑर सोबिया टी.वी लाउंज मे आ कर मेरे साथ लग कर बैठ गई. उसकी थाइस मेरी थाइस से टच हो रही थी.
पता नही सोबिया ऑर अंबर खाला के बीच मे क्या बात हुई थी कि सोबिया मेरे साथ इतना क्लोज़ हो कर बैठ गई थी. सोबिया मूवी भी देख रही थी ऑर मेरे साथ साथ लेग भी रगड रही थी.
मूवी देखते देखते मूवी मे एक सीन आया समुंद्र पर नहाने का. जिस मे लड़कियाँ बिकिनी पहन कर घूम फिर रही थी. मैने वो सीन देखा ऑर सोबिया मेरे साथ बैठी हुई. मैं रिमोट ढूँढने लगा. ऑर रिमोट उठा कर मैं चॅनेल चेंज करने लगा कि
सोबिया की आवाज़ आई: अरे ये चॅनेल क्यू चेंज कर रही हो.
मैं. ये सीन ठीक नही है.
सोबिया: क्यू इस सीन मे क्या खराबी है. कपड़े तो पहने हुए हैं सब ने.
मैने कुछ नही कहा ऑर सोबिया के सामने मैं ऐसा सीन नही देखना चाहता था. मैं रूम से बाहर आ गया.
मैं खाला ऑर अपने कंबाइन रूम में चला गया. खाला ने मुझे रूम मे जाते हुए देख लिया था. जब वो चाय वाघेरा बना कर फ्री हुई तो उन्हो ने मुझे किचन से ही आवाज़ लगाई.
अंबार खाला: अयान आ जाओ चाय पी लो.
मैं: आता हूँ 5 मिंट मे.
खाला चाय टी.वी लाउंज मे ले गई. मैं जब टी.वी लाउंज मे जाने लगा तो अंबर खाला, सोबिया के साथ बातें कर रही थी.
सोबिया: अरे अंबर जब तू झाड़ू लगा रही थी तो तेरा भांजा तो तेरे मम्मो को ही देख रहा था.
अंबार खाला: ह्म्म्म मुझे पता है,
सोबिया: अरे क्या कहा, तुझे पता था कि वो तेरे मम्मो को देख रहा है ऑर तू फिर भी उसके सामने ऐसी ही रही. मतलब तू अपने भानजे को खुद से अपना जिस्म दिखा रही थी.
अंबार खाला: हाँ. वो मेरा भांजा है ऑर बचपन से मेरे ही साथ है. मैं उस से बहुत प्यार करती हूँ.
सोबिया: मगर वो तेरा भांजा है. तू उसके साथ ऐसा केसे कर सकती है.. कल को तेरी शादी भी हो जानी है.
अंबार: जब शादी होनी होगी तब हो जाएगी. मगर मैं अपने भानजे को ऐसे ही नही तर्साउन्गी कि वो किसी लड़की के लिए तरसे.
सोबिया: तो क्या तू उसके साथ चुदाई करे गी ऑर उसको अपनी चूत दे गी,,,??
अंबार: हाँ मेरे तो यही इरादा है.
सोबिया: देख ले ये ग़लत है.
अंबार: मेरी जान कुछ ग़लत नही. कल को शादी के बाद मेरे पति ने भी चूत मारनी ही है ना. क्यू ना उसके लिए अपने आप को अभी से तय्यार किया जाए.
सोबिया: मगर,,,, मगर वो बहुत छोटा है यार,
अंबार खाला: अरे वो छोटा नही है. इस उमर मे भी मेरे भानजे का लंड कम आज़ कम 6 इंच का होगा.
सोबिया: क्य्ाआआआअ?????? इस उमर मे भी 6 इंच का.
अंबार: हाँ 6 इंच का होगा...
सोबिया: तो क्या तू अपने भानजे का लंड देख चुकी है.
अंबार: हाँ मेरा भांजा मुझे बहुत अच्छा लगता है.. वो मेरे साथ ही सोता है. उसकी नींद बहुत गहरी है.. जब जब वो थका होता है. ऑर गहरी नींद सो जाता है. मैं उसका लंड पकड़ कर देखती हूँ... बहुत नरम नरम सा है सॉफ्ट सा..
मैं डोर से बाहर खड़ा हुआ उनकी बातें सुन रहा था.. अपनी खाला की बातें सुन कर मैं बहुत हैरान हुआ था कि मेरी खाला कितने अरसे से मेरे लंड के साथ खेलती है ऑर मुझे पता भी नही लगता..
मेरा लंड खाला की बातें सुन कर एक बार फिर से बिल्कुल सीधा खड़ा हो गया. इतने मे मुझे पता ही नही चला कि खाला एक दम से रूम से बाहर निकली... वो शायद मुझे बुलाने के लिए निकली थी रूम से..
खाला मुझे बाहर देख कर एक दम से घबरा गई... ऑर मेरे टाइट लंड पर उनकी नज़र पड़ी.. एक मिंट के लिए खाला सोच मे गुम हो गई.. वो समझ गई थी कि मैने उनकी बातें सुन ली हैं...
मैं घबराते हुए बोला... वो खाला मैं आ रहा था. आप क्यू आई..
खाला : मैं तुम्हे बुलाने आई थी मेरी जान.. चाय ठंडी हो रही है...
मैं अपनी खाला के साथ रूम मे एंटर हुआ. ऑर खाला ने मुझे सोफे पर बिठाया.. ऑर मेरे साथ बैठ गई.. अब की बार सोबिया भी मेरी तरफ देख रही थी.. उसकी नज़र मेरी लेग्स के बीच मे ही थी. शायद वो भी ख़यालों मे मेरे लंड के बारे मे ही सोच रही थी.
सोबिया बोली: अंबर तेरा भांजा तो बहुत बड़ा हो गया है.
खाला: खाला ने मेरे गाल पर एक किस की ऑर बोली... हाँ ना मेरा भांजा बहुत बड़ा हो गया है. ये तो मेरी जान है.
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