RE: vasna kahani बेनाम सी जिंदगी
एक्सर्साइज़ ख़त्म करके वो मशीन पर से उतर गयी..मैं पागल की तरह उसे घूर रहा था और मेरा ध्यान भी नही था कि वो उठ गयी और कब वो मुझे घूर्ने लगी..
'उम्म्म...हेलो?? एक्सक्यूस मी?'
मैं अपनी हवस नगरी से बाहर आया..
मे:येआः?? व्हाट?सॉरी!
'सॉरी फॉर व्हाट??'
मे: उम्म्म...नतिंग.. आइ मेंट 'ही'.. ग़लती से सॉरी कह दिया. सो...हाई!
वो थोड़ा मुस्कुराइ..
'यू वॉंट टू वर्काउट?'
मे: यॅ! आइ वाज़ जस्ट वेटिंग फॉर यू टू फिनिश..
'आइ स्टिल हॅव 1 सेट रिमेनिंग. सो इफ़ यू डोंट माइंड..'
मे: श्योर श्योर!! नो प्राब्लम!
इतना कह के वो फिर से मशीन पे चढ़ गयी और एक्सर्साइज़ करने लगी. 2-3 ही कर्ल्स मारे होगे कि वो रुक गयी और सिर्फ़ अपनी गर्दन घुमा कर मेरी ओर देख कर बोली;
'यू डोंट हॅव टू वेट फॉर मी टू फिनिश.यू'ल्ल नो व्हेन आइ आम डन.
मैं आक्च्युयली उसकी गान्ड की ओर घूर रहा था और ये बात उसने नोटीस की. मैं शरम से लाल हो गया था. मैने वहाँ से चले जाने मे ही अपनी भलाई समझी. सो इससे पहले कि वो मेरी कंप्लेंट करती मैं वहाँ से निकल गया. 2-3 मिनट मे ही उसकी एक्सररसाइज़ हो गयी. मैं कॉर्नर मे मिरर के सामने खड़ा था. वो मुझे घूरते हुए वहाँ से जाने लगी. इससे पहले कि वो जाती,जाते जाते मुझसे बोली;
'गो!'
उसकी आवाज़ मे ही मुझे खुन्नस महसूस हो रही थी. मैने अपने आपसे ही कहा;
मे: वाह बेटा! फर्स्ट इंप्रेशन तो अवेसम था तेरा..
मैने चुप चाप एक्सर्साइज़ करना ठीक समझा..डिसट्रॅक्षन रहा तो वैसे भी वर्क आउट ठीक से होता नही हैं. मैने हेडफोन्स कान मे घुसा दिए और एक्सर्साइज़ करने लगा. आते जाते वो लड़की भी मुझे दिख रही थी और मैं चोर की नज़रों से उसे देख रहा था. मजबूरी थी. इतनी हॉट लग रही थी वो. पसीने की वजह से उसके कपड़े उसके जिस्म से चिपक गये थे. उसकी पोनी टेल उसकी हर मोमेंट के साथ उपर नीचे होती थी. मेरी नज़र बार बार उसकी क्यूट न्ड अप्प्लेशपेड़ गान्ड की तरफ ही जाती थी..और अब इसे बॅड टाइमिंग कहिए या सूपर गान्डु नसीब. मैने जितनी बार भी उसकी ओर देखा,उसने मुझे पकड़ ली. मैने सोचा कि अगर मैं एक बार और पकड़ा गया तो या तो ये मेरी कंप्लेंट कर देगी या खुद ही मेरी गान्ड मारेगी. पहली बार मैं वर्काउट आधा छोड़के चला गया.लॉकर रूम मे गया,शूस निकाले. वॉशबेसिन के पास गया, मूह धोया. बाथ स्किप करने का सोचा और जल्द से जल्द मैं बस वहाँ से निकलना चाहता था.
मैने फट से अपना बॅग पॅक किया और बाहर निकल गया. जब मैं बाहर निकल रहा था, तो वोही हुआ जिसका मुझे डर था. मैने ज्यों शू रॅक के पास का डोर खोला, वोही लड़की पूरी तरह से झुक के अपने शूस की लेस बाँध रही थी. मुझे उसे पहचानने मे एक सेकेंड भी नही लगा क्योकि उसकी गान्ड मेरे दिमाग़ मे छा गयी थी अब पूरी तरह. मैने सोचा कि यहाँ ये मुझे फिर से ऐसे देख लेगी तो फिर सोचेगी कुछ उल्टा. मैं निकल जाता हूँ. मगर मेरे शूस अंदर थे.मैने सोचा,कुछ देर बाहर ही खड़ा रह जाता हूँ. मगर मैं निकलता,उससे पहले ही उसने मुझे देख लिया. अगेन...फक!!!! और इस बार,आइ कुड सी दट शी'स रियली पिस्ड.
मैने जल्दी से बाहर निकला,डोर बंद भी नही हुआ था कि;
'हे! योउ!'
मैं नही पलटा.
'टर्न अराउंड नाउ! शर्म नही आती क्या? रुक कंप्लेंट करती मैं. आइ हॅव सीन यू स्टेरिंग अट मी..'
मेरे तो आँड मूह मे आ गये..मैने सोचा कि अगर उसने कंप्लेंट करदी तो जिम से निकाला जाउन्गा अलग, बदनामी भी होती उपर से. वो कंप्लेंट करने जाने ही वाली थी
मे: अर्रे!! वेट.. प्लीज़ वेट..हेलो...
मैं उसके पीछे पीछे भागने लगा मगर वो रुक ही नही रही थी. मैं उसे ओवर टेक करके उसके सामने खड़ा हो गया..
'गेट अवे!'
मे: आटीस्ट लिसन टू मी..
मगर वो सुनने के लिए रेडी नही थी. बिल्कुल भी नही..
'गेट अवे फ्रॉम मी ऑर आइ'ल्ल शाउट'
मे: अरे बट सुनो तो..आइ वास्न'ट स्टेरिंग अट यू.
'आइ सॉ यू स्टार्टिंग अट मी....'
उसने आगे कुछ नही बोली..
मे: नो..आइ वेस्न्ट.. मैं शूस लेने आया था न्ड आइ सॉ यू..आंड...
मैं आगे कुछ कहता उससे पहले ही वो बोली,
'आंड यू स्टार्टेड स्टेरिंग अट मी बॅक..अगेन..नाउ गो अवे..एक्सक्यूस मी...'
वो चिल्लाई..
'आइ नो गाइस लाइक यू.. यू थिंक यू कॅन डू वॉटेवर यू वॉंट.. आइ विल टेल एवेरिवन दट यू वर हरासिंग मी...हेल्ल्लो..'
मेरी तो गान्ड मे से आँड निकल गये.. अब क्या करू? झाट समझ नही आ रहा था.. वो बके जा रही थी..
मे: लिसन..आइ हॅव बिन वर्किंग आउट इन दिस जिम फ्रॉम पस्त एअर. नून विल बिलीव यू कॉज़ ऐसा कभी नही हुआ. इट्स जस्ट आ मिसांडरस्टॅंडिंग..आइ आम सॉरी फॉर दट..लेट इट गो.
मैं पूरी कोशिश करके उसे समझाने लगा..
'नो वन विल बिलीव मी?? डू यू नो हू आइ आम?'
मे: आप जो कोई भी हो. पीपल नो मी हियर टू.. इट विल बी युवर इन्सल्ट. सो,डोंट पुश इट. ईवन दा जिम ओनर रजत सर लाइक्स मी. ही नोस हू आइ आम आंड व्हाट काइंड ऑफ पर्सन आइ आम..सो जस्ट ड्रॉप इट. अच्छे से समझा रहा हूँ..
वो कुछ देर चुप रही. मैने बोला बात बन गयी.. बट;
'ओह्ह यॅ?? ही नोस मी टू'
मे: यू जस्ट जायंड दा जिम टुडे..मैं यहाँ 1 साल से आता हूँ.. ही'स लाइक माइ फ्रेंड..आंड यू...
आगे कुछ कहता उससे पहले ही वो बोली;
'आंड ही'स माइ ब्रदर...'
बॅस बेटा! रेडी हो जा..गान्ड मराने के लिए..वो साला सांड़ रजत..बॉडी बिल्डर चॅंपियन..मेरी वेस्ट न्ड उसका बाइस्प.. सेम साइज़ के! बाइक आज यही रखनी होगी कॉज़ वो तो मुझे यही से घर पे फेक देगा..'
'राम नाम जपलो पुत्रा'
अंदर से आवाज़ आई मेरे.. मेरी बोलती बंद..आँड गायब..गान्ड फटी..दुर्घटना घटी..अब उसे समझा कर कोई फ़ायदा नही हैं..मगर अब मारने ही वाला तो फाइटिंग स्पिरिट ईज़ इंप टू ना.. मैने आखरी कोशिश की..
मे: लुक आइ आम सॉरी.. आइ वाज़ स्टेरिंग अट युवर..
वो रुक गयी...मूडी...
मे: अट युवर... बॅक.,,आइ डिड्न्ट मीन टू..बट मेरी ग़लती नही इसमे..
'तो?? क्या मेरी ग़लती हैं? परवर्ट.. उपर से झूठ भी बोला की स्टेर नही कर रहे...अब तो भैया से मार खिला के ही रहूगी..भागो जहाँ भागना हैं..'
उसने ऐसा कहना और वो सांड़ का डोर से बाहर आना..
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