RE: vasna kahani बेनाम सी जिंदगी
किसी का कोई जवाब नही आया.. सब तमाशा देख रहे थे खड़े होकर..
मे: देखा?? नोबडी! तू कुछ भी नही वरुण.. नतिंग.. मैं था तेरा दोस्त.. तेरा एकलौता दोस्त.. और आज तू तब तक मार खाएगा जब तक तू नेहा से माफी ना माँग ले..
अब वरुण भी समझ गया था कि ना मैं मज़ाक कर रहा और ना कोई उसे बचाएगा… मगर कहते हैं ना, कुत्ते की दूम टेढ़ी की टेढ़ी..
वरुण: तू भूल गया लगता है कि किस तरह तुझे छोड़ कर ये मेरे पास आई थी. आज मुझे छोड़ कर वापिस तेरे पास चली गयी.. तुझे पता हैं कौन करता हैं ऐसा? रंडी…
वो आगे कह पाता मैने वरुण के मूह पे अब एक ज़ोर्का मुक्का मार दिया. खून और भी तेज़ी से आने लगा..
मे: हमारे बीच जो हुआ वो हुआ वरुण.. बट, तुझे कोई हक़ नही नेहा पे या किसी लड़की पे हाथ उठाने का.. नो मॅटर व्हाट शी डिड, यू नेवेर हिट आ गर्ल.. मगर तू क्या समझे ये बाते वरुण.. तेरी औकात नही हैं.. अब इससे पहले मैं तेरा मूह फोड़ दूं और भी ज़्यादा,माफी माँग…
नेहा मेरे सीने मे सिर छुपाके रोने लगी.. वरुण किसी तरह खड़ा हुआ, और बोहोत ही दबी आवाज़मे बोला;
वरुण: सॉरी!
इतना कह कर वो लंगड़ाते हुए कॅंटीन से बाहर चला गया..
मैं कॅंटीन से बाहर निकल कर ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगा अपने आप को ठंडा करने के लिए. नेहा ठीक मुझसे चिपक कर चल रही थी. उसका रोना अब भी बंद नही हुआ था मगर काफ़ी कम हो गया था. उसकी बेइज़्ज़ती का बदला मैने वरुण से ले लिया था इस बात से उसे बोहोत सुकून मिल रहा था. मैं नेहा से कुछ दूर जाके खड़ा हो गया और सोचने लगा कि अब क्या?! नेहा वही पर खड़ी मेरी ओर देख रही थी. हम दोनो के होंठ सील थे.आस पास के लोगो ने भी हमे अकेला छोड़ दिया था. वरुण के दोस्त भी उसके साथ चले गये थे. कुछ देर के सन्नाटे के बाद मुझे नेहा के कदम मेरी ओर बढ़ते हुए सुनाई दिए और मेरे पीछे आकर रुक गये.
नेहा: सम्राट?!
मैने कोई जवाब नही दिया..
नेहा: लुक अट मी सम्राट..प्लीज़!
मैं फिर भी नही पलटा..
‘बुज़्ज़्ज़्ज़….बुज़्ज़्ज़्ज़्ज़’
मैने सेल पॉकेट मे से निकाला..
“पायल कॉलिंग”
मैने फोन कट कर दिया. अभी इस वक़्त मैं पायल से बात नही करना चाहता था.आइ हॅड टू मच टू डील वित. मैं पलट गया. नेहा ठीक मेरे सामने खड़ी थी. उसके आसू अब बंद हो गये थे और एक हल्की सी मुस्कान आ गयी थी उसके होंठो पर. मगर मैने कोई रियेक्शन नही दिया. जैसा मैं खड़ा था वैसा ही रहा..
नेहा: थॅंक यू सम्राट..आइ आम सॉरी …आइ आम सो सो सॉरी… मैने जो कुछ भी किया तुम्हारे साथ वो ग़लत किया…
इतना कह कर वो मुझसे लिपट गयी.. दुनिया की सबसे कंफर्टबल जगह होती हैं उस लड़की की बाहो मे जिससे आप प्यार करते हो. किसी चीज़ का डर नही,टेन्षन नही. एक दम रिलॅक्स,हॅपी,कॉंटेंट..जस्ट पर्फेक्ट.. और वोही फीलिंग मुझे इस वक़्त आ रही थी. आती भी कैसे? इट्स नेहा!! जिसके जिस्म की खुसबु से मैं खुश हो जाता हूँ, वो मुझे इतने कस कर हग कर रही थी. ये पल तो मैं चाहे कुछ भी हो जाए ख़त्म ना होने दूं. इतना प्यार करता था मैं नेहा से.एक सुकून सा मिलता हैं मुझे जब भी नेहा के साथ होता हूँ. उसकी प्यार भरी आवाज़ सुनता हूँ जब, उसके जिस्म की गर्मी को महसूस करता हूँ जब..मैने भी नेहा के कंधो को पकड़ लिया….और उसे अपने अपने आप से दूर कर दिया.
मे: नही!
नेहा बुत की तरह खड़ी होकर मुझे देखने लगी.
नेहा: क्या??
बहुत हिम्मत जुटा कर मैने एक बार फिर कहा;
मे: नही…
दिल टूट रहा था मेरा जब मैं ये कह रहा था..मगर मैं जानता था कि क्या करना हैं और मैं वोही करने वाला था…
नेहा: ये क्या कह रहे हो सम्राट? डॉन’ट स्केर मी..
नेहा की आखो मे एक बार फिर पानी आ गया..एक गहरी साँस लेकर,थूक का एक कड़वा घुट अपने अंदर लेकर मैं बोला;
मे: अब नही नेहा! मैं जानता हूँ कि तुम इस वक़्त क्या सोच रही हो और इससे पहले कि तुम आगे बढ़ो मैं तुम्हे सॉफ सॉफ कह देना चाहता हूँ कि….ये… अब नही हो सकता…
नेहा: व्हाट??? क्या नही हो सकता सम्राट?? क्या कह रहे हो तुम?
मे: तुम अची तरह जानती हो कि मैं क्या कह रहा हूँ.. तुमने ही कहा ना कि जो तुमने मेरे साथ किया वो ग़लत था.. हैं ना?
नेहा कुछ नही बोली..
मे: जवाब दो!
नेहा: हाँ…
मे: तो बॅस..
नेहा: तो बस क्या सम्राट? मैं माफी माँग चुकी हूँ तुमसे.. मुझे पता हैं तुम्हे तक़लीफ़ हुई है…..
मे: शट अप!! तुम्हे कुछ नही पता कि मुझे कितनी तक़लीफ़ हुई हैं.. तुम्हे उस तक़लीफ़ का एहसास तक नही हैं जिस से मैं गुज़रा हूँ.. और तुम कह रही हो दट यू आर सॉरी? माफी माँग चुकी हो? तुमसे किसने कह दिया कि मैं तुम्हे माफ़ कर सकता हूँ? इतना बड़ा दिल नही रहा मेरा नेहा अब. जब तुमने इसे तोड़ा उसके बाद अब इसके छोटे छोटे टुकड़े हो चुके हैं..
नेहा: सम्राट! प्लीज़ मेरी बात मानो.. मैं वरुण से प्यार नही करती.. मेरा भरोसा करो.. आइ.. आइ लव यू!!
मे: आइ लव यू टू नेहा..
ये सुन कर उसका चेहरा खिल गया.. मगर वो आगे कुछ कह पाती उससे पहले ही;
मे: बट आइ लव मी मोर….
नेहा: अगर तुम मुझे नही चाहते तो क्यू किया ये सब मेरे लिए?? हाँ? बोलो…
मे: तुम्हारे लिए?? वाउ… अन्बिलीवबल… इतना सेल्फ़-सेंटर्ड रहना अच्छी बात नही हैं नेहा.. मैने अभी जो कुछ भी किया वो तुम्हारे लिए नही किया.. वो मैने एक लड़की के लिए किया.. चाहे वो लड़की तुम ही क्यू ना हो नेहा..मैने जो कहा वो सच कहा, कि चाहे कुछ भी हो जाए किसी लड़की पर कभी हाथ नही उठाना चाहिए. ये फ़र्ज़ हैं हर मर्द का कि वो हर लड़की को प्रोटेक्ट करे. वरुण तुम्हारी जगह किसी और पे भी हाथ उठाता तब भी मैं यही करता नेहा..
नेहा आखे फाड़ कर मुझे देखने लगी..
मे: और रही बात वरुण के और तुम्हारे प्यार की.. नेहा मैं तुम्हे कभी माफ़ नही करूँगा.. तुमने ना सिर्फ़ मेरा दिल तोड़ा, बल्कि तुम्हारी वजह से मैने अपना दोस्त भी खोया..
नेहा: मेरी वजह से? मैने क्या…
मे: डॉन’ट यू डेयर नेहा… डॉन’ट यू डेयर!! वरुण मुझसे कुछ बातो मे जलता था ये बात मैं हमेशा से जानता था, मगर तुमने उसे इस बात का यकीन दिलाया कि वो सच मे मुझसे बेहतर हैं. तुमने जब मुझे धोका दिया था, उस वक़्त वरुण को ये यकीन हो गया कि ज़िंदगी जितनी बार वो नाकाम हुआ हैं,उसका ज़िम्मेदार मैं हूँ. मुझसे नफ़रत करने लगा वो, तुम्हारी वजह से. जलन और नफ़रत मे एक छोटा सा अंतर होता हैं नेहा और वो अंतर वरुण तुम्हारी वजह से पार कर गया..
नेहा चुप चाप चोर जैसे मेरी बाते सुन रही थी.
मे: मैं तुम्हे कुछ महीने टाइम नही दे पाया तो तुमने वरुण को इस लायक समझ लिया कि वो मेरी जगह ले सकता हैं? उसी पल तुमने मेरे दोस्त को मुझसे छीन लिया था नेहा. तुम उससे अभी प्यार नही करती और ना कभी करती थी. तुमने ना सिर्फ़ मुझे बल्कि अपने आप को भी धोका दिया हैं. मैं हमेशा तुमसे प्यार करूगा नेहा,मगर इसका मतलब ये मत समझ लेना कि तुम फिर से मेरी ज़िंदगी मे आ सकती हो…
ना चाहते हुए भी मेरी आखो से आँसू निकल आए
मे: बोहोत तक़लीफ़ दी हैं नेहा तुमने मुझे.. बहुत.. मैं उसका बदला नही ले रहा तुमसे.. मगर मैं उस के लिए तुम्हे कभी माफ़ भी नही करूगा..मैं चाहता हूँ कि तुम इस बात को सारी ज़िंदगी याद रखो कि तुमने उस लड़के का दिल तोड़ा जो तुम्हे अपनी जान से ज़्यादा चाहता था, उन दो दोस्तो की यारी तोड़ी जिनकी दोस्ती सारे कॉलेज मे फेमस थी.. अगर तुम वोही नेहा हो जिससे मैने इतना प्यार किया तो तुम ज़रूर महसूस करोगी उस दर्द को जो तुमने 3 लोगो की ज़िंदगी मे बाँटा हैं...गुडबाइ नेहा…
इतना कह कर मैं वहाँ से निकल गया.. नेहा जहाँ की वही खड़ी रही..जैसे समझने की कोशिश कर रही हो कि आख़िर हुआ क्या ये सब…मैं अब कॉलेज मे एक पल भी नही रुक सकता था..मैने बाइक स्टार्ट की और निकल गया कॉलेज से.
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