RE: vasna kahani बेनाम सी जिंदगी
उसकी बात सुन कर मेरा दिल भर आया. यही पायल जो कुछ दिन पहले सिर्फ़ मेरी दोस्त हुआ करती थी आज अपने दिल के इतने पहलुओ को मेरे सामने खोल रही हैं कि मैं खुद भी सर्प्राइज़्ड था. पायल ने एक गहरी साँस ली और मुझसे कहा;
पायल: ये.. ये..यह सब कुछ मेरे लिए नया हैं सम्राट.. सो बी पेशेंट..
मैने उसके सिर को सहलाते हुए कहा;
मे: इट वुड बी फाइन...
ये सुन कर पायल का कॉन्फिडेन्स थोड़ा सा बढ़ गया और उसने मेरी एक आखरी बार देखते हुए अपनी नज़रें मेरी लंड की ओर मोड़ दी. धीरे धीरे अपने राइट हॅंड को वो मेरी मांडी पर से उपर ले जाते हुए मेरे लंड की ओर ले गयी और हल्के से मेरे आँड को छूते हुए उसने मेरे लंड को अपने कोमल हाथो से पकड़ लिया. अभी तक मेरा लंड काफ़ी सॉफ्ट हो चुका था. पायल ने मुझे छेड़ते हुए कहा;
पायल: बड़ा ही डरपोक है यह तो. 2 मिनट मे ठंडा पड़ गया
मैं हँस पड़ा. मेरे दिल की धड़कान अब तेज़ होने लगी थी. पायल ने मेरे लंड को पीछे खीचते हुए मेरे लंड के हेड को बाहर निकाला और 1-2 बार उसने वैसा ही किया. वो एक टक मेरे लंड को घुरे जा रही थी और धीरे धीरे मूठ मारे जा रही थी. मैं बेसब्री से इंतेज़ार कर रहा था और तभी पायल मेरे लंड पे थोड़ा सा थूकि. दट वाज़ टोटली अनएक्सपेक्टेड. मेरा तो जैसे दिल ही टूट गया. पायल मेरे लंड पर 2-3 बार थूकती गयी और मेरी मूठ मारने लगी. हाँ! उसका गरम थूक मेरे लंड पर गिरते ही मेरे लंड मे दोबारा से जान आने लगी. मुझे लंड हार्ड होता महसूस होने लगा था.. मगर मैने तो कुछ और ही एक्सपेक्ट किया था और ये कुछ और ही हो गया. ऐसा नही था कि मुझे मज़ा नही आ रहा था. एक जवान,सुंदर और कसे हुए जिस्म वाली गोरी,प्यारी और खुशबूदार लड़की अगर आपके लंड को हियाए तो किसे ना मज़ा आए? मैने जो मिल रहा उतने मे ही खुश रहना ठीक समझा ये सोचते हुए कि शायद बाद में कुछ मिलेगा और मेबी.........
“ओह....फफफ्फ़...कुक्कक....!”
मेरे मूह से अच्चानक ही निकल गया. मैं सोचने मे इतना बिज़ी हो गया था कि मैने समझ ही नही पाया कि कब पायल ने मेरे लंड को हिलाना बंद किया और कब उसने अपने गरम,गीले मूह मे मेरे लंड को ले लिया!..मुझे कुछ सेकेंड्स तक तो कुछ भी नही सूझा. इतनी सडन्ली हो गया सब क़ी मैं कुछ समझ ही नही पाया और दा नेक्स्ट थिंग दट आइ फेल्ट वाज़ हर टंग प्लेयिंग वित माइ लंड’स हेड. मैं इतनी बुरी तरह से एग्ज़ाइट हो गया कि मैने अंजाने मे ही पायल के बालो को और कस्के जाकड़ लिया और ऑलमोस्ट उसे खीचने लगा. अब मैं नही जानता कि पायल को ये सिग्नल कैसे समझा मगर उसने अपने होंठो से एक टाइट ‘ओ’ बनाते हुए मेरे लंड को एक वाक्कुम क्लीनर की तरह सक करना स्टार्ट कर दिया.मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि जैसे मैं किसी बिना ब्रेक की गाड़ी मे बैठा हूँ. मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था,मेरी साँस जैसे उखड रही थी. अब दोस्तो! ये मेरी लाइफ का पहला आक्चुयल ब्लोवजोब था. श्योर नेहा ने भी ट्राइ किया था मेरा मूह मे लेने का, मगर वो ऐसे मूह मे लेती थी जैसे कोई बोहोत ही खट्टा अचार हो. जैसे ही मूह मे लेगी, कुछ सेकेंड्स मे ही बाहर निकाल देगी. और मैं घंटो तक उसकी चूत मे जीभ घुसाकर बैठूं तो भी उसे कोई प्राब्लम नही होता. सेल्फिश बिच!! वेल मूविंग ऑन... पायल अब धीरे धीरे मेरे लंड को उसके मूह के और अंदर तक खीच रही थी. और इतने पर्फेक्ट आंड स्टेडी स्पीड से खीच रही थी कि मैने मैं अपने लंड के हर एक इंच पर उसके होंठो को महसूस कर पा रहा था. मुझे तो सीरियस्ली डाउट आ रहा था कि क्या सच मे ये पायल का पहला ब्लोवजोब था? मगर मैं उस वक़्त कुछ नही कहना चाहता था. मुझे ऐसा एहसास होने लगा था कि मैं जैसे स्वर्ग मे हूँ और स्वर्ग तो कोई भी नही छोड़ना चाहता हैं.. क्यू, हैं ना???
मेरा सिर अपने आप ही पीछे की ओर झुक गया और मैं उपर देखने लगा. अब पायल अपना सिर और तेज़ी से आगे पीछे कर रही थी. उसके खुले बाल मेरी थाइस को अब टच कर रहे थे. उसके नरम गरम होंठ मेरे लंड को ऐसे चूस रहे थे जैसे छोटे बच्चे लॉलीपोप को चूस्ते हैं. मुझे अपने आँड टाइट होते हुए महसूस होने लगे. पायल बिल्कुल एक प्रोफेशनल की तरह मेरा लंड चूस रही थी. उसके मुलायम हाथ मेरे लंड पर आगे पीछे सरक रहे थे, और उसके हाथ के ठीक पीछे ही उसके होंठ थे. मेरा दिमाग़ अब काम करना बंद कर चुका था और अंजाने मे ही मेरे मूह से लंबी लंबी सिसकिया निकलने लगी थी, मैं आहे भरने लगा था, सीना बाहर की ओर निकल गया और कमर अंगड़ाई लेने लगी. मैं अपना लंड पायल के मूह की गहराई मे धकल्ने लगा. धीरे धीरे मेरी कमर भी आगे पीछे होने लगी और मैं पायल के मूह को चोदने लगा.
उधर पायल अपनी आखे बंद करके जैसे मेरे लंड का पूरे दिल से लुफ्त उठा रही थी. एक सिस्टमॅटिक मशीन की तरह उसके हाथ और मूह काम कर रहे थे. कभी बीच मे ही वो अपनी जीभ से मेरे लंड के हेड से खेलने लगती, तो कभी अपने दांतो से हल्का सा काटने लगती. मेरा लंड उसकी गरमा-गरम थूक मे पूरी तरह से भीग गया था.. मुझे अब पता चलने लगा था कि कुछ ही देर की बात हैं कि मैं अपना गरम, सफेद और ढेर सारा कम उसकी मूह मे छोड़ने वाला हूँ. अब मैं नही जानता था कि क्या मैं उसके मूह मे छोड़ू या उसके मूह से लंड निकाल लूँ. पहले ब्लवजोब मे तो कोई भी लड़की कम नही पीती ये बात मैं समझ पा रहा था और उसके मूह से लंड निकाल लेना मैने सही समझा लेकिन भेन्चोद दिमाग़ साथ दे तो मैं कुछ करू ना! यहाँ तो दिमाग़ सुन्न पड़ गया था और पूरी कोशिश करने के बावजूब भी मैं कुछ नही कह सका और पायल मेरा लंड चूस्ती गयी, मैं कमर हिलाता गया, मेरा लंड पायल के होंठो के बीच आगे पीछे होता रहा और इससे पहले कि मैं कुछ कहता, करता, समझ पाता;
“एयेए..अया...आआआअहह...ऊऊओह...फफफफफफफफफ्फ़...ककककुउक्.कककक’
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