RE: vasna kahani बेनाम सी जिंदगी
मैं आगे कुछ और कह पाता उतने मे ही वरुण बोला;
वरुण: कौन भाभी सम्राट?
मैं वरुण के इस सवाल से ज़रा चिड गया.
मे: कामीने! अभी सुबह से नेहा अजीब बाते कर रही हैं और अब तू भी.. नेहा की बात कर रहा हूँ. मैं क्या किसी और से प्यार करता हूँ क्या? तू जानता हैं कि एक ही भाभी हैं तेरी. जा जल्दी.
इतना कह कर मैं फिर से नेहा को देखने लगा.
मे: नेहा. आइ अम कमिंग देयर. वही रूको और तुम रोना बंद करो प्लीज़!
इतना कह कर मैने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया और जो ही सीढ़िया चढ़ने के लिए मैने कदम उठाया;
वरुण: मैं जानता हूँ कि तू एक ही लड़की से प्यार करता हैं सम्राट. मगर अब वो मेरी भाभी नही रही.
आज भी वरुण के वो शब्द मेरे दिल मे चुभते हैं. और हर चुभन के साथ मेरे दिल मे से जान निकलती जाती हैं. वरुण ने जो कहा वो सुन कर मैं सकपका गया और तुरंत मैं मूड कर वरुण के सामने चला गया.
मे: क्या?? क्या कहा तूने? फिर से बोल साले! बकवास ना कर. आज तेरी ही वजह से हमारी गान्ड लग गयी और अब तू ऐसी बाते कर रहा हैं? क्या मतलब वो तेरी भाभी नही रही?
मैं अब बोहोत गुस्सा हो गया था वरुण पे.
वरुण: वही कहा जो तूने सुना सम्राट. तू जानना चाहता था ना कि मैं कॉलेज आकर वापिस कहाँ चला गया? ऐसा क्या काम आ गया था और किसने मुझे कॉल किया था?
मैं अब वरुण की बातो को गौर से सुन रहा था. जैसे नशे की हालत मे से उभरता हुआ आदमी हो वैसे मेरे होश ठिकाने आ रहे थे. मैने लड़खड़ाते हुए पूछा;
मे: क...क्का...कओ.क्या..क्या बात कर रहा हैं तू वरुण?
वरुण: हम दोनो बचपन से साथ हैं सम्राट. किलो से हम दोनो दोस्त हैं. तुझमे और मुझमे ज़्यादा फ़र्क भी नही हैं. अब जबकि तू फिट भी हो गया हैं तो लोग हमे भाई-भाई भी कह सकते हैं. हैं ना?
मे: क्या कह रहा हैं तू? तू जानता हैं कि मैने तुझे हमेशा मेरा भाई माना हैं. यार तेरी मोम को मैं खुद भी मम्मी ही कहता हूँ.
वरुण: सही हैं. तेरी हर बात सही हैं. तो फिर ऐसा क्यू सम्राट?
मे: क्या वरुण? क्या कैसा क्यू?
वरुण: यही कि बचपन से लेकर आज तक तुझे वो सब मिला जो मुझको चाहिए था. तुझे याद हैं बचपन मे जब हम स्कूल मे स्पोर्ट्स मे पार्टिसिपेट करते थे और तू हमेशा 1स्ट आता था और मैं अक्सर तुझसे चिढ़ता था कि तू मुझे कभी 1स्ट नही आने देता.
मैने 'हाँ' करते हुए अपना सिर हिलाया.
वरुण: क्यू नही तूने कभी आने दिया मुझे 1स्ट सम्राट? एक बार अगर मैं जीत जाता तो क्या तुझपे कयामत आ जाती?
मैं वरुण की कोई बात नही समझ पा रहा था. मगर मुझे ये सॉफ महसूस हो रहा था कि वरुण बोहोत टेश मे था. उसकी नाक फूल गयी थी, आखे गुस्से मे लाल थी और उसकी मुत्ठिया कस्के बंद थी.
मे: हाँ. हाँ. मुझे सब याद हैं वरुण! मगर वो सब बातो का अब क्या मह्त्व हैं वरुण?
वरुण: महत्व?? तू जानना चाहता हैं कि क्यू वो बाते आज तक मेरे दिल मे हैं? कि क्यू केजी से लेकर आज तक मैं तुझसे नफ़रत करता हू क्योकि हर बार तू जीता हैं. जो चीज़ मुझे चाहिए वो हमेशा तुझे मिली हैं. मेरी अपनी माँ मुझसे ज़्यादा तुझको पसंद करती हैं! स्कूल मे सबसे फेमस तू, स्कूल बॉय तू, मेरी माँ का लाड़ला तू, मेरा छोटा भाई भी तुझे अपना बड़ा भाई मानता हैं सम्राट! यहाँ कॉलेज मे भी तुझसे मेरा पीछा नही छूटा. यहाँ भी मैं हमेशा तेरी ही परछाई मे रहा हूँ. ग्रूप लीडर तू.
वरुण के मूह से अब थोड़ा थूक भी निकल रहा था. वो बोहोत गुस्से मे था. अचानक उसकी नज़र हमारे पीछे खड़ी पायल पे पड़ी और अब वो ऑलमोस्ट चीखते हुए बात करने लगा और पायल से कहने लगा;
वरुण: तुझे तो पता था ना कि इसकी गर्लफ्रेंड हैं? हुहह? फिर भी तू इसे ही पसंद करती हैं? साली मैं नही दिखता क्या? मुझे क्या गे समझती हैं तू?
अब मेरा पारा उपर चढ़ गया था. जब तक वो मेरे बारे मे बात कर रहा था तब तक मैं सह सकता था मगर;
मे: वरुण!!! ज़बान संभाल अपनी. पायल से इज़्ज़त से बात कर और ये बकवास बंद कर और सॉफ सॉफ कह कि क्या बात हैं?
वरुण अब मुझे क्रॉस करके 5-6 सीढ़िया उपर चढ़ गया,नेहा की ओर.
वरुण: मैं चाहता नही,मैं कह रहा हूँ सम्राट. दट आइ हॅव ऑल्वेज़ हेटेड यू. हर बार सब लोग यही कहते थे कि 'सम्राट ये. सम्राट वो'. ऐसी कौनसी एग्ज़ॅम थी जिसमे मैं तुझसे बोहोत पीछे रहा? मगर फिर भी. वो साले कुत्ते स्कूल वालो को तो स्कूल का हेडबॉय तो सम्राट ही चाहिए था. तुझे याद हैं सम्राट आज से कुछ साल पहले जब हम सब एक ही हाइस्कूल मे थे और मैने तुझसे कहा था कि मुझे एक लड़की से बोहोत प्यार हो गया हैं.
मैने यूयेसेस बात को याद किया जिसे अब तक ऑलमोस्ट 4 साल हो गये थे. मगर मुझे अच्छे से याद भी आ गया था.
वरुण: याद हैं? बोल!!
मे: हाँ याद हैं. तो क्या?
वरुण: तब तो तुझे ये भी याद होगा कि तूने मेरा मज़ाक उड़ाया था उस वक़्त. आज भी तेरी हसी मेरे कानो मे चुभती हैं सम्राट. खून जलता हैं मेरा तेरी हसी याद करके. तुझे दोस्त समझ कर बताई थी मैने वो बात.
मे: हाँ याद हैं मुझे. उस वक़्त तो मैं इसलिए हसा था कि तुझे हर 2 महीने मे एक नयी लड़की पसंद आती थी वरुण. आइ आम सॉरी अगर तुझे बुरा लगा होगा तो.
वरुण: मगर उस वक़्त मैने 'प्यार' कहा था सम्राट, 'पसंद' नही कहा था. और अब बोहोत देर हो चुकी हैं सम्राट. तेरे सॉरी होने के लिए. तूने मेरा मज़ाक उड़ाया था और उस मज़ाक मे तूने ये भी जानना ज़रूरी नही समझा कि वो लड़की कौन थी जिससे मैं बेहद प्यार करता था.
बीच मे ही पायल बोल पड़ी.
पायल: वरुण ये सब क्या बकवास कर रहा हैं तू? शराब पीकर आया हैं क्या तू?
वरुण ने गुस्से मे पायल की ओर देखा.
वरुण: तू चुप कर. मौका था तेरे पास और तू गँवा बैठी.
अब मुझसे नही रहा जा रहा था.
मे: क्या मौका? कैसा मौका वरुण? तू ये सब क्या बेतूकी बाते कर रहा हैं? और कौनसी लड़की की बात कर रहा हैं तू?
वरुण के चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी जो मेरी आखो मे आज भी मौजूद हैं. नासूर की तरह!
वरुण: वही लड़की सम्राट, जिसे मैं सबसे ज़्यादा प्यार दे सकता था,जिसकी हर मुश्किल घड़ी मे मैं उसके काम आ सकता था,जिसके होंठो की प्यास मैं बुझा सकता था. मगर उस लड़की ने तुझे चुना. तुझे!!
वरुण के होंठो से ज्यो ही ये बात निकली,मुझपे हज़ारों बिजलिया गिर गयी. पैरो के नीचे से ज़मीन खिसक गयी.
मे: नेहा??!!
वरुण: हाँ सम्राट नेहा. तेरी नेहा, जो मेरी नेहा हो सकती थी. 4 साल सम्राट. 4 सालो से मैं उसे प्यार करता हू. दम निकलता हैं मेरा जब जब तुझे उसके साथ देखता हूँ. हर पल अपने नसीब को कोसा हैं मैने. मगर कहते हैं ना, "उपरवाले के घर देर हैं,अंधेर नही". अब मैने उसे तेरा असली चेहरा दिखा दिया हैं सम्राट. कि तू सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने बारे मे ही सोचता हैं ना कि किसी और के बारे मे. नेहा के बारे में भी नही. अब वो जान गयी हैं कि उसे असल मे कौन प्यार करता हैं. अगर मैं तेरी जगह होता और नेहा अगर मुझे कॉल करती तो मैं सारी दुनिया से लड़ कर भी उसके पास जाता. ना कि यहा आकर प्रॉजेक्ट रेप्रेज़ेन्षन देता. क्योकि नेहा मे जान हैं मेरी. यू फक्किंग सेल्फ़-ऑबसेस्ड लूसर.
वरुण ने जैसे मेरे ज़मीर पे एक ज़ोरदार तमाचा मारा हो. मैं आसमान से नीचे गिर पड़ा. मेरी ज़बान हिल नही रही थी. मैने नेहा की ओर देखा जो मुझसे सिर्फ़ 10 फीट पर खड़ी थी. वो 10 फीट भी 1000 किलोमीटर जैसे लग रहे थे. बीच मे वरुण खड़ा था. मैं बोहोत कोशिश कर रहा था मगर कुछ कह नही पा रहा था.
वरुण: अर्ररे? क्यू सम्राट? आज हमारे स्कूल के ऑल टाइम बेस्ट स्पीकर की ज़बान को क्या हुआ? चल नही रही?............
अब मैं सिर्फ़ नेहा को देख रहा था. वरुण की बाते मेरे कानो मे से आर पार जा रही थी. मैं उससे आखो मे ही बाते करने लगा, कि आख़िर क्यूँ? जब आप रीलेशन मे हो तो एक सेन्स डवलप हो जाता हैं. नेहा समझ गयी. वो धीरे धीरे 2 सीढ़िया नीचे उतरी. वरुण अब भी बीच मे था.
नेहा: तुमने मुझे ये बात कभी नही बताई कि वरुण मुझसे प्यार करता हैं!
किसी तरह मैने अपनी ज़बान को मजबूर किया और कहा;
मे: म...म..मैं खुद नही जानता था नेहा. और अगर बता भी देता तो उससे क्या फरक पड़ता नेहा? तुम मुझसे प्यार करती थी और मैं तुमसे.
अब नेहा की आखे भरने लगी थी. उसने सिसकिया लेते हुए कहा;
नेहा: क्या फरक पड़ता???? बिल्कुल पड़ता. इन 4 सालो मे मुझे पता होता कि जब मुझे ज़रूरत हो तो कौन मुझे सहारा देगा? जब मैं भटक जाउ तो कौन मुझे रास्ता दिखाएगा? जब मैं ज़िंदगी मे अटक जाउ तो कौन मेरा साथ देगा?
नेहा के उन सवालो का एक ही जवाब था. मैं! सम्राट. मगर अब वो जवाब नही चाहिए था उसे.
मे: नेहा! जबसे मैं तुमसे मिला हूँ, उस पल से मैने तुम्हारा साथ दिया हैं, सहारा दिया हैं. ऐसा कौनसा पल था जब तुम्हे मेरी ज़रूरत थी और मैं नही आया?
नेहा ने मेरी आखो मे देखा और कहा;
नेहा: आज!!
मेरी आखे फटी की फटी रह गयी.
नेहा: आज सुबह मैने तुम्हे कॉल किया. ये भी कहा कि मुझे तुम्हारी ज़रूरत हैं. मगर तुम नही आए. इन पिछले 3 महीनो मे तुमने मुझे वक़्त ही कितना दिया हैं सम्राट? बस तुम, तुम्हारा प्रॉजेक्ट, तुम्हारा कैरियर,पायंटर! ये सब? व्हेअर आम आइ इन युवर लाइफ सम्राट? व्हेयर?
नेहा की आखो से एक आसू टपक कर उसके मुलायम गालो से नीचे होता हुआ ज़मीन से जा मिला. मैं फटी आखो से नेहा को देख रहा था.
मे: नेहा. मेरा प्रॉजेक्ट था. हम सबका था. मैं,पायल और वरुण का भी.
नेहा: हाँ था. मगर फिर भी जब मुझे ज़रूरत थी तब वरुण आया, तुम नही. सम्राट, मैं ऐसे रिश्ते मे नही रहना चाहती जहाँ सिर्फ़ तुम ही इंपॉर्टेंट हो, और मैं नही. वरुण ने मुझे सच्चाई बताई हैं सम्राट, कि तुम्हारे लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम खुद ही सबसे ज़्यादा ज़रूरी हो. और कोई नही.
नेहा की इस बात को सुन कर मेरी नज़रें वरुण से जा मिली. जीत का खुमार था उन आखो मे. शैतानी की मुस्कान थी उसके होंठो पर. मेरी आखो मे से आसू तड़प रहे थे निकलने के लिए, मगर मैने किसी तरह से उनको रोक कर रखा था.
नेहा: नही हैं जवाब मेरे सवालो का? आइ थॉट सो सम्राट. मुझे कोई ऐसा चाहिए जो मेरी ज़िंदगी को भी इंपॉर्टेन्स दे. ना कि सिर्फ़ अपनी.
नेहा के इस बात से मेरा ध्यान उसकी ओर गया और;
मे: नेहा! लुक, आइ आम सॉरी अगर मैं तुम्हे वक़्त नही दे पाया. बट आइ लव यू नेहा. तुम्हे मेरी ज़रूरत हैं तो मैं हूँ नेहा तुम्हारे साथ. वी विल वर्क इट आउट नेहा. प्लीज़!
मैने अपनी पूरी जान से, पूरी शिद्दत से नेहा से भीक माँगी कि वो ऐसा ना करे. मुझे एक मौका दे.
नेहा: नही सम्राट! अब नही. देर हो चुकी हैं.
इतना कह कर नेहा एक कदम पीछे हो गयी और बोली;
नेहा: अब हमारे बीच कुछ नही रहा सम्राट. वी आर डन नाउ!
मुझपर तो जैसे आसमान फट गया. मैं नही मान सकता था. नही.. ये नही हो सकता. ऐसे नही. नेवेर! मैने नेहा की ओर बढ़ने ही वाला था कि वरुण बीच मे आ गया और बोला;
वरुण: रुक जा सम्राट! अब वो मेरी गर्लफ्रेंड हैं. क्योकि हम दोनो एक दूसरे से प्यार करते हैं. स्टे अवे फ्रॉम हर.
इतना कह कर वरुण मुस्कुराते हुए मूड गया और नेहा का हाथ पकड़ कर उसे ग्राउंड मे से ले गया. वो सुनसान ग्राउंड मेरी आज की सुनसान ज़िंदगी की तरह था. मेरे पैरो मे ताक़त नही बची और आख़िर कार वो डगमगा कर मूड गये. मैं घुटनो के बल,ज़मीन की ओर देखते हुए सीढ़ियो पे गिर पड़ा. आस पास की दुनिया अब मेरे लिए जैसे खामोश हो गयी थी. पंछी, हवा, पेड़ की सरसराहट. सब कुछ. खामोश!
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