RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सरिता मज़े से सरोबार होकर हाय मरी ऊफ़्फ़ करने लगी।तभी सरिता चीख़ मारकर झड़ने लगी।फिर शालू को साबुन लगाने का कार्यक्रम चालू हुआ।शालू के दूध और उसकी चूत और गाँड़ में जब साबुन लगा और वहाँ मालिश हुई तो वो भी बहुत गरम हो गयी।फिर तीनों शॉवर लेकर और तौलिए से सुखाकर वो बाहर आए और बेड पर लेट गए।राज बीच में अपना खड़ा लंड लेकर के लेटा थाऔर उसके अग़ल बग़ल दोनों लेटी थीं।दोनों राज पर साइड से चढ़कर उसके होंठ उसके निपल्ज़ और फिर उसके लंड और बॉल्ज़ को चूसने लगी।उधर राज शालू और सरिता की चूचियाँ दबा रहा था और उनको चूस रहा था।वो दोनों भी उसके शरीर से मज़ा ले रही थी।फिर राज ने शालू को कहा - चलो मेरे मुँह पर बैठ जाओ।वो हैरान होके बोली- क्या मतलब पापा? राज ने उसकी बोला- तुम्हारी चूत चाटूँगा बेबी। बैठो तो और देखो मज़ा। सरिता ने उसे बैठने को कहा- ऐसे बैठो अपने पापा के मुँह में जैसे सु सु कर रही हो।शालू शर्माते हुए उठकर राज के मुँह ओर पलंग को पकड़कर बैठ गयी। अब राज ने उसके चूतरों को दबाते हुए उसकी चूत की पप्पियाँ लेने लगा और फिर जीभ से उसकी चूत चाटने लगा।शालू आह आह करने लगी।उधर सरिता ने राज का लंड चूसना शुरू किया , और मस्ती से भरने लगी।अब शालू भी मस्ती से अपनी कमर हिला कर अपनी चूत उसके मुँह पर रगड़ने लगी।राज ने अब अपना मुँह थोड़ा आगे बढ़ाया और उसकी गाँड़ चाटने लगा।अब शालू मस्त हो गयी थी।फिर राज ने शालू को doggie पज़िशन में लाया और उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया और झटके से उसे चोदने लगा।सरिता ने नीचे आकर शालू की चूचियाँ दबाईं।अब दुगुने हमले से शालू बहुत जल्दी आह ऊफ़्फ़ करके चिल्लायी - पापाऽऽ मैं झाड़ीइइइइइइइइ । फिर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।अब राज ने उसकी चूत से अपना लंड निकाल लिया और सरिता को पीठ के बल लिटाकर उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया।सरिता भी मज़े से अपनी कमर उछालने लगी और मज़े से चूदवा रही थी।क़रीब १५ मिनट की चूदाइ में पलंग में जैसा तूफ़ान आ गया था।राज उसकी छातियाँ दबाते हुए उसके होंठ चूस रहा था। फिर राज ज़ोर से धक्का मारते हुए और वो दोनों झड़ने लगे।
तीनों बाथरूम से फ़्रेश होकर आए और ऐसे ही नंगे बिस्तर पर लेट गए, राज बीच में था, और शालू उसके ऊपर आ गयी , सरिता उसके बग़ल में लेट गयी।शालू अपने पापा के होंठ चूम रही थी और राज उसके पीठ और चूतरों को सहला रहा था।सरिता ने शालू की चुचि दबा दी, और वो आह कर उठी, उसने भी सरिता की चुचि दबा दी। राज ने सरिता से कहा- देखी सरिता , ये शालू तो एक रात में ही मस्त चुदक्कड बन गई है।सरिता बोली- हान जान, ये तो हमसे भी आगे निकल गयी है, मैं तो पहली बार की चूदाइ के बाद एक दिन बिस्तर से उठ ही नहीं पायी थी, और इसको देखो रात से लगातार चूदवा रही है। शालू - दीदी तुमको पहली बार किसने किया? सरिता- धत्त , एसा सवाल भी कोई पूछता है? राज- अरे अब हममें आपस में कुछ भी छिपा नहीं है, चलो ना बता भी दो। सरिता- आप लोग किसी को नहीं बताना, वरना मेरी बड़ी बदनामी होगी। शालू- दीदी हम किसको क्यूँ बताएँगे? चलो बताओ ना प्लीज़। सरिता- शालू मेरी पहली चूदाइ भी अपने घर में ही हुई थी।
फिर सरिता ने अपनी कहानी शुरू की , -----------
,
, ,
,
,,
,,
|