RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
11:00 बजे मोम अपने रूम में चली गई, भाई टीवी देखने के बहाने इंतेजार कर रहा था की मोम पहले सो जाएं फिर… लेकिन मैं उसके सवालों के जवाब नहीं देना चाहती थी, इसलिए मैं रुक के मोम के रूम में चली गई, जहां पे मोम धीमी आवाज से फोन पे, प्यार से बातें कर रही थी- “पता है ना आपको? ओके तो ले लेना… मोना के लिए? हाहाहा… फिर उसको बोलूँ कि ये तेरे डैड की तरफ से है क्या? हाँ? (फिर खूब हँसने लगती है) नोट मी… हाहाहा… ओके अब मुझे नींद आ रही है, हाँ… गुडनाइट… आई लोव यू टू…” और किस के बाद डैड का काल कट हो जाता है और मोम बेड पे पड़ी किताब और फोन को साइड में रख देती हैं।
मुझे रूम आते और दरवाजा लाक करते देखकर मोम ने अपना आलमोस्ट खुला हुआ सिल्क रोब उतारकर साइड में रख दिया। मोम हमेशा की तरह नंगे बदन खूबसूरत लग रही थीं। कितनी मेहनत करनी पड़ती है ऐसे बदन को जवान रखने में, या उनके अंदर ही कोई मैजिकल पावर है? होगी शायद, वरना मैं ऐसे ही उनकी तरफ खिंची चली ना जाती। गई तो बात करने को ही, पर बातें सिर्फ बदन करने लगे थे, या फिर बात हो रही थी, बस तरीका अलग है, हाँ… और जो बात कहनी थी, करनी थी वो भी किसको लेकर। लिपटकर मोम मेरे बालों की खुश्बू में खुली आँखों से कुछ सोच रही थी लेकिन वो मेरे हार्ड टिट को उंगलियों से सहला रही थी।
मोम- “मोना…”
मैं- “ह्म्म?”
मोम- “उस रात, आदी ने मुझे देखा भी था, है ना?”
मुझे अजीब लगा की डैड से बात करने के बाद मोम के दिमाग में ये बात चल रही थी- “हाँ, आप बेध्यानी में किचेन में चली गई थी और उसने आपकी बैक साइड देखी थी…”
मोम- “उसको पता चला होगा की मैं… …”
मैंने सोचा की शायद, उसने अगर कभी किसी लड़की को मास्टरबेशन के बाद की हालत में देखा हो तो वो समझ जाता, लेकिन मैंने मोम को टेन्शन नहीं देना चाहती थी, कहा- “नहीं, अगर उसने सोचा भी होता की आप किसी मर्द के साथ हैं, तो वो पक्का आपके रूम में जाकर देखता…”
मोम ने हँसकर कहा- “हाँ… तेरी बात सही है…” फिर थोड़ी देर शांति के बाद मोम ने मुझे वो सब वापस बताने को कहा।
मैंने एक पल मोम को देखा की वो ये फिर से क्यों सुनना चाहती है, फिर भी मैंने उनको बता दिया। कैसे उसने मोम की सेक्सी आवाज सुन ली थी? मैं उसके खड़े लण्ड पे उसको शर्म का एहसास कराकर उसको वहां से भागना चाहती थी, पर कैसे वो गरम और सेक्स का भूखा हो गया था? कैसे उसने मोम की आवाज को ऐसा बना लिया जैसे वो मोम को चोद रहा हो?
मोम ये सुनकर सोच में पड़ गई, उनका दिल धड़क रहा था।
मैंने कहा- “लेकिन मोम उस सबके बाद हम दोनों रियल में एक दूसरे से प्यार कर रहे थे, वो आपकी आवाज पे ध्यान नहीं दे रहा था, जबकी तुषार की भी हल्की आवाज आ रही थी जिसको वो सुन ही नहीं पाया, क्योंकी ही वाज इन लोव, डीपली, आफ्टर दैट ही डिडन्ट इमेजिन यू…”
मोम- “तूने कहा था की वो इतना जंगली हो गया था जितना पहले नहीं हुआ था, सच में ऐसा ही था?”
मैंने हाँ में सिर हिलाया, मोम ने मेरी आँखों में देखा, उसमें बात का मतलब पढ़ लिया, मोम सोच रही थी की आदी सच में उनकी आवाज और उनके साथ सेक्स की कल्पना करके जंगली हुआ था, तो कैसा लग रहा होगा? मोम की आँखों में अलग ही बात थी जो मुझे अभी समझ में नहीं आई।
मैं- “मोम मैं कई बार आपको बता चुकी हूँ, ही रियली लव्स यू…”
मोम ने मुझे जवाब नहीं दिया, तब मुझे मोम की आँखों की फीलिंग समझ में आई, वो स्वीकार कर रही थी, वो ना चाहते हुए भी ये बात आखिर समझ गई थी की आदी, उनका बेटा, सिर्फ बेटा नहीं था, वो कुछ और भी था।
अकरम ने अगले दिन फोन किया तो हमारा मूड खराब हो गया।
मैं- “ओह्ह गोड… फिर से?”
पर जब काल रिसिव करने के बाद उसने हमको कल उस मोटे आदमी के साथ रहने के लिए थैंक्स कहा और ये भी की कुछ टाइम तक वो ‘बाहर’ होगा। तब हमें कुछ शांति हुई। काश वो हमेशा के लिए बाहर ही रहे।
भले ही भाई के लिए हम माँ बेटी का सेक्सुअल रीलेशन नार्मल हो। तब भी मोम के कहने पे हमने ये रीलेशन जाहिर नहीं किया था और हम पहले जैसे छुपकर रहती थी।
मोम ने मुझे वार्निंग देने वाली टोन में कहा- “इसका गलत फायदा मत उठना तू। समझी…”
लेकिन फायदा तो इतना सारा मिला था की अब मुझे पहले से ज्यादा फ्रीडम मिल गई थी और मोम अब योगा करने के लिए कभी-कभी बाय-शार्टस पहनने लगी थी। इसकी वजह ये भी हो सकती है की भाई अब पहले जैसे घूरता नहीं था। भाई इन मामलों में इतना मेच्योर हो गया था की मोम की सेक्सी गाण्ड योगा के टाइम शार्टस में देखकर भी वो अपना ध्यान हटाकर लण्ड को शांत रखता था, और हमें पूरे टाइम टेंट देखने को नहीं मिलता था।
इतने टाइम से धीरे-धीरे हम खुलते जा रहे थे। सेक्सी योगा आउटफिट हो, या रिवीलिंग कपड़े। भाई के लिए अब ये नार्मल हो गया था। उस दिन मोम के भाई पर चिल्लाने वाले इन्सिडेंट और भाई का हमारे बारे में जानने के बाद इसका मिला-जुला असर ये हुआ की कभी-कभी मोम भाई की प्रेजेन्स में ब्रा पैंटी में भी यहां वहां आती जाती थीं। ऐसा तब होता जब वो आफिस से थकी हुई आती या जल्दबाजी वाले मोमेंट में उनको भाई के देखने से कोई प्राब्लम नहीं होती थी।
हमारे ‘रण्डी जाब’ की छुट्टी में भाई आफिस में बिजी रहा। वो किसी बड़े प्राजेक्ट को हैंडल कर रहा था। मोम भी टेन्शन में थी की वो पहली बार सारा काम खुद ही हैंडल कर रहा था।
मैंने मोम से पूछा- “आप उसकी हेल्प क्यों नहीं कर रही?”
मोम ने कहा- “वैसे ये आदी ने कहा की उसको वो प्राजेक्ट खुद ही पूरा करना है…”
लेकिन एक तरह से मोम खुश भी थी की भाई अब कंपनी चलाने लगा था और मोम धीरे-धीरे फ्री हो रही थी। मोम ने मजाक में कहा- “अब मुझको ऐयाशी करने का और टाइम मिला करेगा…”
लेकिन उसी रात को मोम ने मुझे चिढ़ा दिया जब मैंने उनसे कहा- “अब से मैं भाई की आफिस की टेन्शन कम करने में ‘हेल्प’ कर दिया करूँगी…”
मोम ने कहा- “तेरे एग्जाम आने वाले हैं, तो तुझे स्टडी करनी चाहिए। इतने टाइम तुझे जो छूट मिली हुई थी। अब इसकी वजह से तेरा फाइनल खराब नहीं होना चाहिए। एट्सेटरा एट्सेटरा…”
इसलिये, इसके कुछ दिन बाद कुछ खास नहीं हुआ, और ना ही कुछ करने दिया गया। उल्टा मोम ने भाई को अपने काम ना करने के लिए अलाऊ कर दिया जैसे की मार्निंग में लेट उठना, एक्सर्साइज ना करना, अपना रूम क्लीन ना करना, और बाकी छोटे-छोटे काम।
मैं और मोम अकरम के काल आने के बाद डाक्टर शोभा से हेल्थ चेकप के लिए गईं। तब डाक्टर शोभा हम माँ बेटी के इस तरह एक साथ सेक्सुअली आक्टिव होने से बेहोश होते-होते बची। वो मेरी सेक्स अडिक्टिव मोम को कई सालों से जानती हैं, और अब वो मेरे बारे में अभी तक की 3 मुलाकातों में इतना जान गई थी की मैं भी अपनी मोम की तरह ‘एक’ से संतुष्ट नहीं होती। हमने उनको बताया तो नहीं था पर फिर भी समझ जाने की बात थी की हम ‘कौन’ हैं।
मेरे लिए ये थोड़ा वियर्ड था की वो इतना जानकर भी मोम की दोस्त थी। मोम ने मुझे बाद में डाक्टर शोभा के बारे में बताया। लेकिन ये अलग और लंबी कहानी है, सो फिर कभी।
कुछ दिनों बाद मार्निंग में अंजली आंटी आई थी। फिर वो मोम को अपने साथ शापिंग के लिए ले गई। दोपहर को मुझे मोम का काल आया की वो कुछ फाइल्स आफिस ले जाने वाली थी, पर वो भूल गई। इसलिए मुझे आफिस जाकर वो फाइल्स भाई को देने को कहा। फिर इतना कहने के बाद मुझे उनकी आवाज के पीछे से सरिता आंटी की भी आवाज सुनाई दी।
मोम अपनी दोस्त से बात करने में काल कट करना भूल गई थी। जब मैं काल कट करने वाली थी तब मैंने अंजली आंटी को ये कहते सुना- “कम हियर लेडीस। दिस काक इस रियली डेलीशियस… वांट दि फक…”
मैंने अपने फोन को अपने कानों में और अंदर घुसा लिया। मुझे तो यकीन नहीं हुआ की सरिता आंटी भी इनके ग्रुप में शामिल हैं। सरिता आंटी को देखकर भी कोई ऐसा सोच ही नहीं सकता। वो मोम और अंजली आंटी की तरह हाट नहीं हैं। सरिता आंटी थोड़ी मोटी और उनका चेहरा क्यूट और मदर्ली लुक वाला है।
मैं काल कट कर देती, पर नहीं कर पा रही थी और सुनने बैठ गई, वो भी फोन की फुल वाल्यूम करके। मुझे इतना पता चला की अंजली आंटी ने उसको (पुरुष एस्कार्ट, उनका दोस्त) बुलाया था पार्टी करने के लिए। 20 मिनट तक मुझे ये स्पेशल प्रोग्राम सुनने को मिला। उनकी बातें कभी कुछ हद तक क्लियर तो कभी सुनाई ही नहीं दी, लेकिन ये मुझे सही से पता चल गया की किसने कितने मजे किए। सरिता आंटी की बातें सुनकर मेरे मन में उनकी इमेज टोटली बदल गई। दुर्भाग्यवश कुछ देर बाद मोम के फोन की बैटरी आफ हो गई।
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