RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
ब्रेकफ़ास्ट बनाने के बाद मैंने मोम को जगाया। मोम को याद आया की कल भाई ने उनको सोफे से उठाकर बेड पे लिटाया था, पर उनको ये याद नहीं था की भाई ने उनको नंगी देखा था। ये जानने के बाद तब उन्होंने कहा- “आदी ने सही कहा था…”
मैंने पूछा - क्या?
मोम बोली- “ये सब जानबूझ के तो कोई नहीं करता है, हम फीमेल्स के साथ रहेगा तो, आजक्सडेंटली तो ऐसा होगा ही…”
इसलिए मैंने मेरी और भाई ने जो मॉर्निंग में बातें की थी वो मैंने मोम को नहीं बताई, क्योंकी इससे मोम बौखला जाती। फिर भी सही टाइम आने पे मैं उनको बता दूँगी । भाई को वैसे आइडिया तो लग जाता होगा जब मोम या मैं अंजाने में आफ्टर सेक्स बिहेवियर दिखा देते होंगे। अगर उसको पता चल जाता है और वो फिर भी कुछ नहीं कहता तो ये रोमांचक नहीं, टेन्षन वाली बात है।
मुझे दो बजे शगुफ्ता का काल आया की मैं उसके घर पे आ जाऊं, वो अभी रास्ते में ही है और घर ही पहुँच रही है। तो मैं जब उसके घर पहुँची तब शगुफ्ता कुछ देर बाद आई, तब मैं उसकी मोम और उनकी एक रिलेटिव से बातें कर रही थी। शगुफ्ता का चेहरा देखकर लगा की वो बीमार है, वो साइड में चुप बैठी और रिलेक्स करने लगी, फिर कुछ देर बाद मुझे अपने रूम ले गई, जहाँ पे रिलेटिव के बच्चे खेल रहे थे। उनको भगाकर शगुफ्ता पहले नॉर्मल इधर-उधर की बात करते मेरे पास बैठी और कुछ सीरियस होकर सोचने लगी की कैसे कहे? फिर उसने पूछा - “कल तू सौरव से मिली थी?”
अब मैं समझी टेन्षन मुझे मिलने वाली है- “क्यों क्या हुआ?”
शगुफ्ता- “वो सौरव से मैं आज मिली थी तो उसने बताया की कल वो तुझसे और तेरी कजिन से मिला था…”
मैंने हाँ में सिर हिलाया
शगुफ्ता- “उसने कहा की तू और तेरी कजिन उसके साथ कॉन्सर्ट गये थे फिर उसको वही छोड़कर चली गई…”
मैं- “हाँ… वो वहां पे मवाली टाइप के लड़के मेरी कजिन से चिपक रहे थे, और बदतमीजी कर रहे थे, इसलिए उनके डर से हम वहां से चली गई थीं…”
शगुफ्ता- “ह्हम्म… मुझे पूछना था की… …” तभी वो बच्चे लोग खेलते-चिल्लाते वापस रूम में आ गये, उनको फिर से रूम से बाहर करके शगुफ्ता ने दरवाजा लाक कर दिया, फिर कहा “इनको बस हल्ला करना आता है…”
शगुफ्ता- “हाँ तो मैं क्या कह रही थी?”
मैंने कहा- “सौरव ने तुझे बताया की मैं उसको वही छोड़ आई थी। वो ठीक से तो पहुँच गया ना घर अपने? मेरी कार में हम वहाँ गये थे। उसको कुछ हुआ क्या, जो मुझसे डीटेल्स माँग रही है?” मैंने उसको टापिक पे लाने के लिए कहा।
शगुफ्ता- “ना, वो बस डर गया था जब उन गुंडे लोग उसको तेरे और तेरी कजिन के बारे में पूछने लगे…”
मैंने सोचा की वो ये क्यों पूछ रहे थे? वो अकरम के तो आदमी नहीं थे, शायद बार में उन्होंने हमें देखा होगा वहां पे, या हो सकता है की उन्होंने हमें पहली बार देखा हो और मोम के मजे लेने के लिए सौरव से पूछ रहे हों।
शगुफ्ता ने आगे कहा- “तो वो वहां से भाग के आटो से घर चला गया। उसको छोड़ो, ये इंपाटेंट नहीं है। तेरी कजिन तो ठीक है ना? वो बोला की वो लोग तेरी कजिन को छेड़ रहे थे…”
मैं- “अब ठीक है, उसको लग गई थी…”
शगुफ्ता- “नाम क्या है उसका?”
मैं- “राखी…” शगुफ्ता का मुझे यूँ देखना अजीब लगा, तो मैंने उससे पूछा ।
तो उसने जींस की पाकेट से फ़ोन निकाला और कुछ देर बाद मुझे दिखाया। उस पिक में मैं और मोम माल में शॉपिंग कर रही थी, सौरव ने हमारी पिक ले ली थी। मेरा दिल जोर से धड़क रहा था और सीना गर्म हो गया। यानी शगुफ्ता को पता चल गया था। मैं चुप रही और रूम के बाहर रिलेटिव्स और उनके बच्चे और शगुफ्ता की मोम की बातें सुनाई देने लगी, वो बगल वाले रूम में आ गये थे।
शगुफ्ता मुझे बाथरूम में ले गई और मैं बस चुपचाप थी, तो शगुफ्ता ने मुझे अपना फ़ोन दिया। मैंने माल की कुछ पिक्स के बाद अगली पिक देखी, वो उस खाली बिल्डिंग के चौथे फ्लौर की पिक थी जिसमें मैं कपड़े लिए खड़ी हूँ और मोम अपने पहन रही थीं। अगला उसी जगह का वीडियो था पर 5 सेकंड का था, पहले सौरव ने अपना चेहरे का, फिर कैमरा हमारी तरफ, फिर वापस से उसके चेहरा की तरफ हो गया। हमारा चेहरा ब्लर तो हो रहा था लेकिन उसमें हम दिख गई थीं, मोम ने मिडी पहन ली थी और मैं जम्पर पहन रही थी। साला हरामी फ़ोन काल का बहाना बनाकर ।
शगुफ्ता ने फिर बताना शुरू किया और मैं बस चुपचाप सुनती रही- “उसने मॉर्निंग में मुझे काल करके बुलाया, मैंने मज़ा कर दिया। फिर उसने कहा की कल वो कुछ गुन्डो से पिटते-पिटते बचा, फिर ऐसे ही मैं वहां चली गई। हम बात कर रहे थे तब वो व्हाटसप पे चैट कर रहा था।
मैंने पूछा तो वो मुझे बताने लगा, उसने ‘तेरी दोस्त और उसकी कजिन’ की स्टोरी सुनाई, मैंने विश्वास नहीं किया तो उसने वीडियो और पिक्स दिखा दी, जिसको देखते ही मैं सब समझ गई। पर एक प्राब्लम अभी भी है उसने वो वीडियो अपने एक दोस्त को भी भेज दिया था, वो भी मेरे सामने। तब मुझे पता चला की ये पक्का कोई गड़बड़ कर देगा। अच्छा हुआ की मुझे उसका पैटर्न पासवर्ड याद रह गया, उसके बाथरूम जाने पे मैंने उसके
फ़ोन से इम्पाटेंट डाटा ले लिया, जो डेलीट करना था वो मैंने कर दिया। बाकी एप्स चेक की लेकिन उसने सिर्फ़ व्हाटसप पे एक दोस्त को ही मेसेज़ किया था…”
मुझे वीडियो शेयर होने की टेन्षन नहीं थी, क्योंकी वो वीडियो पहले से ही खराब था और लोग चेहरा भूल जाएँगे और ज्यादा फ़र्क नहीं पड़ता व्हाटसप पे और कितना आगे जाएगा।
अब टेन्षन थी मेरी दोस्त की, शगुफ्ता अब जान गई थी तो मैंने बात आक्सेप्ट कर ली। उसने जो किया उसके लिए थैंक्स कहा, और शगुफ्ता ने प्रोमिस किया की ये बात वो किसी को भी नहीं बताएगी और मुझे उसपे भरोसा था।
फिर कुछ देर बाद वो मुझे सब कुछ पूछने लगी, कैसे तू ये करती है? कैसे स्टार्ट हुआ ये सब एट्सेटरा एट्सेटरा। अब क्या करती उसको थोड़ा कुछ बताना पड़ा। मेरे जवाब देने पे वो एक्सपेक्टेड रियेक्शन देने लगी, जैसे चकित हो जाती, अपने चेहरा पकड़ लेती। शगुफ्ता के लिए ये बात बहुत बड़ी थी, इसलिए वो अब और बीमार लग रही थी।
फिर हम बाथरूम से निकलकर बेड पे लेट गये, दिमाग शांत होने पे उसने पूछा की जब मैंने उससे शर्त लगाई थी और मैं नंगी ही घर चली गई थी, इसीलिए ना की ये सब चल रहा था मेरे और मोम के बीच? मेरे हाँ बोलने पे उसने कहा की फिर वो शर्त हारी ही नहीं। फिर उसने अपने फ़ोन से वो पिक्स और वीडियो डेलीट कर दिए और कहा की मैं आगे से ध्यान रखूं , अगर ये रिलेशन छुपाकर रखना है तो?
घर पहुँची। तब मोम ने मेरे चेहरा को देखकर पूछा , तो मैंने मोम को बताया। मोम इतनी चिंतित नहीं हुई जितना मुझे लगा था। मोम ने ये टेन्षन में पूछा की क्या शगुफ्ता ने किसी और को तो नहीं बताया? मैंने पूछा की उसको पता चल गया ये बड़ी बात नहीं है? मोम ने बस ये कहा की तेरी सभी दोस्त एक तरह से अपने टाइप की हैं, तो उसके पता चलने से फ़र्क नहीं पड़ेगा, वो बस आगे किसी और को ना बताए।
असल में मुझे तब महसूस हुआ की शगुफ्ता के अलावा भी अगर बाकी दोस्तों को मेरे और मोम के बारे में पता चलने से मुझे कोई प्राब्लम नहीं होगी, वो मेरी इस युनिक सिचुएशन को स्वीकार कर लेंगी। वो पाँचो मेरे लिए स्पेशल हैं, बस मुझे ये डर था की वो मेरे लिए वियर्ड महसूस ना करें, कम से कम कामया तो नहीं।
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