RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
कामया भी झड़ जाने के बाद चुदना बंद करके कपड़े पहन कर बाहर आ गई।
सौरव का अभी भी खड़ा था। आकांक्षा और पायल ने मज़ा कर दिया और शगुफ्ता तो पहले ही उसके साथ ही थी। सौरव ने मुझसे ‘प्लीज़्ज़’ कहा।
मैं भी कार की घुटन में नहीं करना चाहती थी। फिर मैंने सभी लड़कियां को कार में बैठ जाने को कहा और सौरव को बाहर निकलने को। फिर दरवाजा खोलकर रखने को कहा और अपनी जींस और पैंटी घुटने तक उतार दी। सौरव पूरा नंगा था और मैं कार पे झुक के अपनी चूत चुदाने लगी।
पायल और नेहा नजर रखे थी की कोई आ ना जाए। पर सभी मेरी खुले में चुदाई का मज़ा ले रहे थे। असल में सौरव ने नेहा और कामया को ज्यादा देर नहीं चोदा था और इसका फ़ायदा मुझे मिला।
वो 18 साल का पतला पर चूत फाड़ चुदक्कड़ मशीन था। तभी शगुफ्ता उससे चुदा लेने के बाद भी अपनी दोस्तों के लिए उसे बुला लाई थी। मैं एक बार झड़ जाने के बाद मेनरोड पे ही उसका लण्ड चूसने लगी। वो हाट और डेलीशियस था, जिसपे मेरी चूत का भी स्वाद आ रहा था। फिर मैं खड़ी हुई।
आकांक्षा ने कहा- “चाभी…”
पर मुझे सही सुनाई नहीं दिया फिर वो मुझे किस करने लगी। फिर शगुफ्ता भी बाहर आ गई और मेरी क्लिट को मसल्ने लगी। मैं अब और हाट होने लगी थी की मेरे कहने पे शगुफ्ता ने मुझे नंगा कर दिया।
अब एक लड़का और एक लड़की पूरी तरह नंगी उस अंधेरी गली में कार के पास सेक्स कर रहे थे, और तीन और लड़कियां लेकिन पूरे कपड़े पहन, चुदने वाली लड़की के पास आ गई थीं। मेरी एक टांग को ऊपर अपने हाथ से पकड़कर उसने मेरी चूत मारी और पायल मेरी चूत में जाते लण्ड पे जीभ घिसने लगी।
मैंने तड़पते हुए पायल को कहा- “तू भी अपनी चूत में ले ले…”
पर पायल ने कहा- “मुझको रोड पे नहीं करना है…”
सौरव और मैं हँस पड़े, क्योंकी खुले में बहुत ही मज़ा आ रहा था। नेहा ने मेरी चीख निकाल दी जब उसने मेरी क्लिट को जम के रगड़ा और चूत से बारिश करवा दी।
तभी अगुफ्ता ने कहा- “अरे ऊपर देखो…”
हम सबने देखा की 3 स्कूल उम्र की लड़कियां एक बालकोनी से हमें देख रही थीं। हमारे हालात को देखते ही दो अंदर भाग गईं, और एक हमें देखती रही। लेकिन जब उसको पता चला की उसकी सिस्टर डरके भाग गई थी वो भी धीमी चीख निकालकर अंदर चली गई।
पायल- “चलो चलते हैं यहां से, वो अपने पैरेंटस को बुला लेंगी…”
तभी सौरव बोला की वो झड़ने वाला है तो मैंने कहा- “जो भी ड्राइवर सीट पे है वो अब तैयार हो जाए…”
कार स्टार्ट कर दी गई। और फिर सौरव मोनिंग करने लगा। मैं झड़ने वाली थी और तड़पती हुई बोली- “डोन्ट स्टाप, डोन्ट स्टाप…” और फिर मेरे पैर काँप गये।
सौरव ने पूछा - “वीर्य चूत में डालूं या मुँह में?”
पायल मेरी चूत के पास ही थी और उसने अपना मुँह खोल दिया। इस सबके बाद सौरव फ्रंट सीट पे बैठा और शगुफ्ता ने मुझे बैक सीट पे खींचकर अंदर ले लिया।
कार में बैठते ही वो लड़कियां अपनी मम्मी को बालकोनी में ले आई- “मम्मी देखो यहीं पे, आओ, अरे डान्स बंद हो गया, मम्मी…” पर उनकी मम्मी चुप ही रही।
कार उस अंधेरी गली से निकलकर मेनरोड की रोशनी में, बाकी कारों में गुम हो गई। हमने सौरव को उसकी गली में ड्रॉप कर दिया। उसको बिना कपड़ों के भेजने में हमने खूब मजे लिए। फिर बेचारे को उसके कपड़े दे दिए ताकी वो घर ना सके।
फिर पायल-आकांक्षा को उनके यहां ड्रॉप किया, फिर नेहा, उसके बाद शगुफ्ता और आखीर में कामया ने मेरे घर के बाहर कार रोकी। 12:00 बजने वाले थे पर मोम की कार नहीं थी। मैंने कामया को कहा की वो मेरे यहां ही रात रुक जाए।
हम बाथटब में बैठकर नहा रही थी। कामया ने नहीं सुना था की हमारे उस अंधेरी गली से निकलते टाइम उन लड़कियां ने क्या कहा था? जब मैंने उसको बताया तो वो हँसते हुए बोली- “उन्होंने हमें स्ट्रीट डांसर्स कैसे समझ लिया?”
मैं- “डोन्ट नो …”
कामया- “हाँ… बच्चे…”
मैं- “पर ऐसा नहीं होना चाहिए था, पायल को बोला था की नजर रखे…”
कामया- “लेकिन ऊपर का नहीं बोला था…”
फिर कामया ने कहा- “तू फालतू में नाटक कर रही थी, यहां आ जाते तो मैं भी पूरे मजे ले पाती और ऐसा होता भी नहीं…”
मैंने कहा- “मेरी तरह ही बाहर खुले में चुदा लेती ना फिर? फिर तू उन लड़कियों को अपना ऑटोग्राफ भी दे सकती थी…”
कामया बोली- “हाहाहा… वेरी फन्नी, तू तो एक पड़ोसी की होर है, तू तो 100 लोगों के सामने भी चुदाने में शरम नहीं करेगी…”
मैं उसको नहीं बता सकती थी की मैं ऐसा कर भी चुकी हूँ । हाँ, पर वो 100 तो नहीं थे। कामया ने सही कहा था, मैं दिन-बा-दिन बेशरम होती जा रही हूँ । बाथ लेने के बाद हम बेड पे नंगी लेट गये और गाने चला दिए। डोरबेल बजी और हमें पता चला की मोम और भाई आ गये हैं, और भाई ने मुझे आवाज़ लगाई।
मैं उठकर शॉर्ट्स और टीशर्ट पहन के उन्हें देखने गई। मोम अपने रूम में चली गई थी और भाई को बहुत भूख लगी हुई थी, और मैंने खाना लगाकर दिया। जब वो शावर लेने गया, फिर मैं कामया से डिनर का पूछने चली गई, क्योंकी मुझे भी भूख लग गई थी।
कामया मेरी क्रोप्ड टीशर्ट और लेगिन्ग्स पहन कर मेरे साथ आ गई। डिनर टेबल पे कामया ने भाई का सीना देखकर पूछा - “क्या वो अब पहले से ज्यादा एक्सरसाइज़ कर रहा है आजकल?”
भाई ने हाँ में जवाब दिया। कामया की कर्वी सेक्सी बाडी की भी तारीफ़ की। और फिर वो बातें करने लगे फिटनेस के बारे में, जॉब के बारे में, फिर लास्ट में एक दूसरे से रिलेशन स्टेटस के बारे में जाना। भाई जल्दी से खाना खत्म कर चुका था। फिर गुडनाइट बोलकर अपने रूम में सोफे चला गया।
अगर मेरी दूसरी दोस्त होती तो वो भाई से फ्लर्ट करने बैठ जाती। हम भी डिनर करके मेरे रूम में गये। तब कामया बोली- “यार अगर मैं आदी के साथ एक्सरसाइज़ करती तो मेरी तो हालत ही खराब हो जाती…”
मैंने अपना टीशर्ट उतार के कहा- “वो तो है…”
कामया ने पूछा - “उसकी सच में कोई गर्लफ्रेंड है क्या?”
मैं- “हाँ… पर वो सीरियस नहीं है, क्यों तुझे भाई को पटाना है?” मैंने उसको छेड़ते हुए कहा।
कामया बेड पे लेटी मुझे नंगी होते देखने लगी- “नहीं, बेस्ट दोस्त के भाई से रिलेशन और फिर ब्रेकप टेन्षन का काम है…” उसकी बात भी सही है। कामया कपड़े पहनी थी और मैं नंगी, और हम बातें करती-करती सो गईं, कामया मुझे किसी बायफ्रेंड के जैसे अपनी बाहों भरे हुए थी।
रात को कामया के फ़ोन की बैटरी लो होने के नॉटीफिकेशन साउंड से मेरी आँख खुली, जब बेड पे कामया नहीं थी, तो मैंने सोचा की वो पानी पीने चली गई होगी या फिर बाथरूम। मैंने करवट ली, मुझे वापस नींद आ गई।
अगली सुबह मैं उठी और मेरी गाण्ड पे पैर पड़ा हुआ था। मैंने मुड़कर देखा, कामया नंगी मेरे पास सो रही थी, जबकि कल डिनर के बाद उसने कपड़े नहीं उतारे थे। मैंने कामया को हटाया और आँख मलते मैं खड़ी हुई और बाथरूम में चली गई। ब्रश करते हुए मुझे उसकी कल वाली बात पे हँसी आ गई- “बेस्ट दोस्त के भाई से रिलेशन और फिर ब्रेकप टेन्षन का काम है…”
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