RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
“आह्हह… एम्म सस्स्स… आअह्हह… इस्स्स… अह्हह…” बहन की चुदाई।
भाई की आँखे और मुँह दोनों पूरी तरह से खुल चुके थे। हमें मोम के बेडरूम के बंद दरवाजा से धीमी पर सॉफ-सॉफ मोम की सिसकारियाँ सुनाई दे रही थीं। शायद तुषार मोम की चूत चूस रहा होगा, क्योंकी मोम भी आराम से मोन कर रही थी। मैंने अपना दिमाग चलाना शुरू किया और सोचने लगी की अब कैसे इस सिचुएशन को हैंडल करूं?
भाई तभी मोम के बेडरूम की तरफ बढ़ने लगा, मैंने झट से उसको रोक दिया।
भाई- “दीदी…” उसने धीरे से कहा- “आपको पता भी है की अंदर क्या चल रहा है…” उसने मुझसे ऐसे कहा की मैं कोई छोटी सी बच्ची हूँ और सोचती हूँ की परियाँ ही बच्चे इस धरती पे लाती है।
मैंने भाई के पास जाकर धीरे से कहा- “तुझे क्या लगता है, मोम क्या कर रही हैं?”
भाई कभी मेरी तरफ तो कभी दरवाजे की तरफ देखता वो कोई दमदार बात बोलना चाहता था।
मैं- “हाँ… वही कर रही है जो तू शावर करते टाइम अपने हाथ से करता है। क्या बोलते है लड़के इसको? ज़रा बताना?”
भाई- “आपको कैसे पता मोम मूठ - उंगली- अबे यार मास्टरबेट कर रही हैं…” भाई अब जाकर सही ढंग से बोल पाया था।
मैं- “मैं और मोम आपस में पर्सनल बात कर सकती हैं, जैसे तुम लड़के मास्टरबेट की बात आपस में करते हो…”
भाई- “इस तरह की बातें स्क ल टाइम में ही होती है, अभी इस उमर में मूठ मारने की बात करूँगा तो चूतिया लगूंगा…”
मैं उसको वहां से ले जाने के लिए खींचते हुए बोली- “अच्छा तो फिर तू अपने किसी घनिष्ट दोस्त से सेक्स लाइन पे बात नहीं करता?”
भाई तो हिल भी नहीं रहा था और फिर उसने कहा- “हाँ… कोई घनिष्ट दोस्त हो तब ना। वैसे आप और मोम कब से अपनी सेक्स लाइन पे बातें करने लगी, मुझे तो पता ही नहीं था…”
मैंने उसको कहा- “हममें से कोई भी तुझे क्यों अपनी पर्सनल बात बताएंगी? वैसे भी मोम को थोड़े ही पता है की तू घर आ गया है, नहीं तो जोर से मोन नहीं करती, अगर घर में कोई नहीं होगा तो कोई भी अनाड़ी से तो ये काम कर ही सकता है ना? है की नहीं?”
भाई- “हाँ… पर आप तो घर पे थीं ना? तो फिर मोम इतना खुलकर?”
तभी मोम की एक और जोर की “आअह्हह…” सुनाई दी जिससे भाई चुप हो गया।
मैंने सोचा- “मोम भी ना… एक तो सिचुएशन पहले से हाथ में नहीं है और ऊपर से…”
तभी एक और ‘आह्हह’ ने मेरा दिमाग बंद कर दिया। कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। मैंने भाई का हाथ खींचा यहां से चलने के लिए, पर वो तो जैसे जम-सा गया था। उसकी पैंट पे एक बड़ा सा तंबू भी तैयार हो चुका था।
तभी मुझे एक शैतानी भरा आइडिया आया। मैंने भाई के तंब के तंबू को धीरे से पकड़ा- “ओह्हह… हूँ देखो तो?”
भाई एक पल के लिए शर्मा गया क्योंकी उसका लण्ड उसकी मोम की सिसकाररयों की वजह से खड़ा हो गया था। मैंने पैंट की जिप खोल दी और हाथ डालकर, पर कुछ मुश्किल से उसके लण्ड को बाहर निकाला क्योंकी वो अंडरवेर में अड़ा हुआ था। जब मैंने उसको पकड़ा तो तो एकदम गर्म था।
फिर उसको पैंट से बाहर निकाल के देखा। भाई के दिमाग और दिल ने सारा का सारा ब्लड उसके लण्ड में भर दिया था, मुझे तो यही लगा क्योंकी लण्ड आज से पहले इतना तना हुआ, हार्ड और हाट कभी भी नहीं हुआ था। सभी नसें फूली हुई दिख रही थीं, जस्कि को पीछे करके मैंने लण्ड के सुपाड़े को देखा, जो बहुत ही ‘बड़ा’ और सेक्सी लग रहा था।
मुझसे रहा नहीं गया और बिना सोचे समझे मैं वहीं बैठकर भाई की हाट स्टीमी मीट के मजे लेने बैठ गई। मोम की एरोटिक सेक्स मोनिंग सुनाई दी तो भाई ने मुझे रोक दिया। मैं भी सोचने लगी की ये मुझसे कैसे हो गया? जबकि मुझे जल्दी से भाई को या तो यहां से, या फिर हो सके तो घर से निकालना ही होगा। अभी तो चलो मोम ही मोन कर रही हैं, अगर तुषार ने भी आवाज़ कर दी तो? उसका तो भाई खून ही कर डालेगा।
भाई ने मुझे उठाया, और… ये क्या? उसने मुझे घुमाकर मेरी ड्रेस ऊपर कर दी और थोंग को साइड में करके मेरी गीली चूत में अपना फड़कता लण्ड डाल दिया।
मैं घबरा के पीछे देखकर धीरे से बोली- “आऽ नहीं… आदी पागल है क्या? तुझे जो करना है वो रूम में चल के कर ले, पर यहां नहीं…”
भाई- “नहीं…” उसने औरडर देने वाली टोन में कहा।
मैं- “प्लीज़्ज़… चल यहां से, मोम सुन लेगी…” मैं उसको रिकवेस्ट करने लगी। मुझे खयाल आया की भाई का लण्ड इतना एरेक्ट हुआ हुआ है तो 15-20 शाट में ही वो झड़ जाएगा। फिर मैंने उसको मनाना छोड़कर उसके लण्ड का मज़ा लेने लग गई। तभी मुझे समझ में आया- “आदी, यू बास्टर्ड…” मैंने उसको चकित होकर देखा।
और आदी मुझे आँख मारकर शैतानी हँसी से चोदने लगा।
मुझे पता था की अंदर रूम में या तो तुषार मोम को ओरल दे रहा होगा जिससे मोम की स्लो मोन आ रही थी और इधर भाई भी मोम की मोनिंग के साथ मेरी चूत में लण्ड डाल रहा था जैसे वो मोम को चोद रहा हो। ये भाई के लिए अमेजिंग होगा पर हम माँ बेटी के लिए ख़तरनाक था।
क्योंकी मुझे पता था की ओरल के बाद अगर तुषार मोम को चोदने बैठा तो पूरा घर मोम की चीखों से भर जाएगा और मोम भी कोई नई नवेली दुल्हि नहीं थी। मुझे कुछ करना ही होगा।
मैंने भाई को रोका पर वो मुझे कस के पकड़े हुए था। 5-6 शाट्स के बाद मोम की आवाज़ बंद हुई फिर एक लंबी खामोशी के बाद वापस मोम की आवाज़ें आनी शुरू हुई। मुझे ये कल्पना नहीं करना पड़ा की तुषार किस तरह मोम की बना रहा था, क्योंकी सेम स्पीड भाई ने भी पकड़ रखी थी।
ये वेबकूफी थी, पागलपन था, मोम को कैसा लगेगा जब उनको पता चलेगा की उनका बेटा किस अजीब तरीके से मजे ले रहा है, भाई तो चलो अंजाने में कर रहा था पर कोई भी बेटा ऐसा हरगिज़ नहीं करता और ना ही करना चाहेगा।
तभी मोम की आवाज़ ने कहा- “एस फक मी, फक मी फक मी ओह्हह…” तो भाई रुक गया।
मैंने भाई को बताया- “मोम ज़रूर अपना डिल्डो लिए कुछ कल्पना कर रही होंगी, वो हमेशा ऐसा करती है…”
भाई- “क्या? आपको कैसे पता?” अब मैं अपने इस बहाने पे पछता रही थी पर मैंने जवाब नहीं दिया, मुझे लगा अब भाई को अकल आ जाएगी और ये अजीब सेक्स बंद कर देगा पर इससे भाई पे उल्टा ही असर हो गया। भाई ने मुझे नंगा कर दिया और बेडरूम के सामने ही मुझे काउच के सहारे झुका के चोदने लग गया जबकि मैं उसको रोकने की कोशिस कर रही थी।
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