RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
ट्रिशा ने देखा की मैंने अपने बायफ्रेंड के बारे में सही कहा था। पार्टी के होस्ट का सेक्स इतना स्टीमी और एरोटिक था की गेस्ट बस देखने लग गये। इसका बुरा असर ये हुआ कि गेस्ट बायफ्रेंड जब वापस अपनी गर्लफ्रेंड की चूत में घुसाने लगा की उसका खेल खतम गया। अच्छी बात ये थी की उनका सेक्स थोड़ी देर ही चला था।
अब उनको हमें देखने के अलावा और कोई काम नहीं था, उस बायफ्रेंड को चिढ़ाने के लिए मैं भाई पे रिवर्स काउगर्ल पोजीशन में चुदाने लगी खासकर उसकी तरफ होकर और कभी-कभी उसको घूरते हुए। उसको ये महसूस हुआ की मैं कितना मजा ले रही हूँ। ट्रिशा को और तपाने के लिए मैंने डर्टी टाक करते हुए भाई का लण्ड चूसा।
पार्टी के बाद, रात यहीं रुकने का कहने पर भी हमारे गेस्ट रुके नहीं।
भाई और मैंने कुछ देर इस प्लान के सक्सेस का मजा लिया और देखा की भाई फिर से तैयार है। भाई ने एक कार्ड खेल रखने का बोला पर एक ट्विस्ट ये था की जो जीतेगा वो डामिनेंट बनेगा और जो हारेगा वो सबमिसिव। भाई कार्ड खेल में कितना माहिर था मुझे पता ही नहीं था। वो जीत गया था।
पहले उसने रस्सी से मुझे बाँध दिया, जो मेरे गले से होकर नीचे क्रॉच, फिर वहाँ से होकर बैक, फिर चूचियों को टाइट बाँध दिया, जिससे चूचियां लाल दिखने लगी और आखीर में मेरे हाथ भी बाँध दिए। भाई मुझे बालों से पकड़कर मोम के रूम में ले गया।
अब भाई ने कहा- “दीदी, अब मैं जो भी करूं वो आपको करना पड़ेगा, ओके?”
मैं- “ओके…”
भाई- “मतलब मैं आपको मारूँगा तो आपको मंजूर है? जो भी कुछ?”
मैं भाई का ऐसा रूप देखना चाहती थी, मैं देखना चाहती थी की वो क्या-क्या करेगा? मैंने हामी भर दी।
भाई- “प्रामिस?”
मैं- “प्रामिस…”
फिर उसने अपना लण्ड मुझे चूसने को दिया। मैंने कुछ देर अपना सिर हिलाकर ब्लो-जोब दिया। फिर भाई मेरे बाल पकड़कर मुँह को चोदने लगा। फिर चार शाट के बाद उसने लण्ड खूब अंदर गले में उतार दिया और ऐसे ही रहने दिया।
कुछ देर तो ठीक था, पर अब मैं साँस लेना चाहती थी तो ह्म्म… करने लगी तभी उसने निकाला। ऐसे उसने चार-पाँच बार किया जिससे मेरी जान ही निकाल गई फिर उसने मुझे देखकर कहा- “यू नो वाट, मैं बहुत टाइम से ऐसा करना चाहता था…”
मैं मुश्कुरा के बोली- “रियली मास्टर? आज जो-जो करना चाहे कर लो, आपको पूरी छूट है… आई एम योर स्लट, मास्टर आदी…”
भाई बेड पर लेट गया, मैंने झुक के उसके लण्ड को थोड़ा और चूसा और फिर मैं बैठ गई उसके ऊपर। जब भाई ने मुझे खोल दिया, तो मैंने उछल-उछल के चूत मरवाई। फिर भाई उठाकर मेरे पास आया। फिर कभी तो मुझे मेरी चूत पे थप्पड़ मारने लगा, तो कभी चारों उंगली से जोरों से मेरी चूत मसल दी, जिससे मेरी चूत से पानी निकल गया।
फिर मैं डागी स्टाइल में बेड पर आ गई। भाई ने मेरी गर्दन पकड़कर शाट मारे और उसके बाद मेरी गाण्ड पर तमाचे मारने लगा। वो बहुत ही बेरहम और सेक्सी था। मुझे दर्द हो रहा था पर मजा भी आ रहा था।
मैं- “एस फक मी…”
भाई- “से फक मी मास्टर…”
मैं- “ओह्ह… मास्टर आदी, प्लीज़्ज़… फक योर स्लेव सिस्टर लाइक आ चीप होर…”
भाई- “ओह्ह गोड…”
मैं- “एस मास्टर आदी… आई एम योर स्लट सिस्टर, आंड योर सिस्टर इस बिग्गेस्ट होर इन द टाउन, फक मी हार्ड…”
भाई- “आह्ह… आह्ह… आह्ह…” करके उग्रता से मुझे चोद रहा था। पूरा बेड जोर-जोर से बजने लगा।
मुझे लगता है की मेरी आवाजें बाहर तक गई होंगी। पर मुझे क्या मैं तो सातवें आसमान में थी- “आऽ आह्ह… चोद अपनी रण्डी को भेन्चोद…”
और उसने ऐसा किया भी, फुल स्पीड से। हम जानवरों की तरह सेक्स करते रहे, जब तक झड़ ना गये। फिर हम लेट गये… पर दो घंटे बाद हमने फिर से चुदाई चालू कर दी। इस बार उसने सिर्फ मेरे हाथों को बांधा, और दीवाल से टिका के मेरी चूत में पेलने लगा।
मेरे हाथों को ऊपर करके दूसरे हाथ से मेरे गालों पे थप्पड़ मारता रहा, शिट… उसका मारना भी मुझे मजा दे रहा था। उसने मेरी चूचियों पर चपत मार-मार के लाल रंग से रंग दिए। मैं दिखने में ऐसी लग रही थी जैसे मेरा गैंगबैंग हुआ है। हम जंगली होकर गालियां बकते ताबड़तोड़ ठुकाई करते रहे।
मेरे फिर से झड़ जाने के बाद भाई ने मुझसे पूछा। कोई और होता तो लस्ट में मुझसे पूछता ही नहीं। बाद में भाई मुझे बाथरूम में ले गया और उसके बाद उसने वो किया जो मैंने अपने सपने में भी नहीं सोचा था। मैं लस्टी स्लुटी होर उसको मना नहीं कर पाई और हाँ कर दी। उसने मेरे चेहरे, चूचियों पे पेशाब कर दी। फिर शावर ओन करके मेरी गाण्ड की बारह बजा दी, जो पहले से लाल कर दी गई थी। और आखीर में वो मेरे चेहरा पे झड़ गया।
उसने मेरे बंधन खोले, और हमने स्माइल देकर एक दूसरे को इतने सुपरहाट सेक्स के लिए थैंक्स कहा। भाई के अपने रूम में जाने के बाद मैं अपना फोन लेकर अपनी फोटोस लेने लगी, मेरे चेहरे पर वीर्य लगा हुआ था, गाल, चूचियां, गाण्ड सब लालमलाल हो रखे थे।
मुझे अब भी अजीब लग रहा था की उसने मेरे चेहरे पे पेशाब की। मैं उसके रूम में गई और बेड पर लेटे हुए भाई को देखा- “गुड नाइट मास्टर…” कहकर मैं उसका लण्ड पकड़कर सो गई।
अगले दिन भाई को आफिस के लिए गुडबाइ करके मैंने ट्रिशा को काल किया। हमने कल रात को लेकर बात की। मैंने कहा की मैं उसकी सेक्सी बाडी को भुला नहीं पा रही हूँ, अगर वो चाहे तो हम दोनों अच्छा टाइम साथ में बिता सकते हैं। रोमांचक और ईगर आवाज में उसने मुझे अपना अड्रेस दिया।
मैं ट्रिशा के ग़र गई। वो मुझे बेडरूम में ले गई।
बेड पे मैं ब्राउन आँखें को अपनी जांघों के बीच से देख रही थी, वो बता रही थी की उसको मेरी चूत का स्वाद कितना यम्मी लग रहा है। फिर मैं उसको लिटाकर उसके ऊपर लेट गई, मेरी 36डी की बड़ी-बड़ी चूचियां उसके शायद 34सी चूचियों को दबाए हुए थीं।
मैं उसको किस करते हुए नीचे गई, 23” वेस्ट, सेक्सी नाभि बटन, और षायद 34” के चूतड़। वो बिल्कुल कमसिन पर तेज धमाका करने वाली पटाखा थी।
ट्रिशा- “वाउ… यू नो हाउ टु फक फीमेल…” उसने हाँफते हुए कहा जब हम सेक्स कर चुके थे- “मैंने अपनी दोस्त के साथ पहले भी सेक्स किया है लेकिन आज मैंने तुमसे कुछ सीखा भी है…”
मैंने कहा- “थैंक्स, अगर तुम आज रात भी मेरे साथ चलो तो कुछ और भी चीजें मैं तुम्हें सिखा सकती हूँ…” और फिर हम आराम करती हुई बातें करने लगीं।
ट्रिशा मेरे बताए हुए टाइम पर पहुँच गई, वो खुद इतनी उत्तेजित थी की खुद मुझे बेडरूम ले गई। उसने मुझे नंगी किया और मेरी चूचियां, गर्दन, होंठ, चूचियां किस करते हुए उसने अपनी ड्रेस भी उतार दी।
ट्रिशा- “हाउ इज योर गिफ्ट लुक…” वो मेरे सामने रेड ब्रा पैंटी में लाल छड़ी लग रही थी।
मैं- “यू आर सो ब्यूटीफुल…” कहते हुए मैंने लंबा पैशनेट किस किया। मैंने ब्रा पैंटी निकालकर फेंक दी फिर- “तुम बहुत स्वादिष्ट हो…” मैंने उसकी चूत चखकर कहा।
फोरप्ले से हम दोनों हाट और गीली चूत वाली सेक्स की प्यासी हो गई थी। किसी के बेडरूम में आने का एहसास होने पे हमने किस ब्रेक करते हुए देखा की आदी हमारे सामने खड़ा है।
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