RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
अगले दिन, जब कालेज से निकली तब अकरम का काल आया- “और क्या हाल है मेरी रांड़ की चूत का?”
मुझे उसकी बात सुनकर बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा- “एकदम चुदने को तैयार…” ये क्या बोल रही हूँ मैं? मैंने ऐसा सोचा।
अकरम- “ऐसा क्या? आ जाया कर अपनी गली, वो भी खुली है बिल्कुल तेरी चूत की तरह…”
मैं- “चूत क्या गाण्ड भी खुली रहती है अब तो…” ओ तेरी… ये किस भाषा में बात कर रही हूँ मैं?
अकरम- “चिंता मत कर सारे छेद भर देंगे। चल अब काम की बात, अगले हफ्ते तुम लोगों को आना है, और तो तेरी भी बोली लगेगी उस दिन…”
मैं कुछ घबरा गई, बोली- “क्या तुम मुझे किसी को बेचने वाला है? रण्डी तो पहले से ही बना चुका… और अब?” फिर मैंने पूछा - “मतलब समझी नहीं?”
अकरम- “अभी टाइम नहीं है समझाने का, अपनी माँ से पूछ लेना। उसपे तो खूब लगी है। अपने यहाँ पे तो फेमस है तेरी माँ, उसी से जान लेना उसके कारनामे। चल ठीक, शाम तक त आ जाना और तुम दोनों का प्रोग्राम अगले हफ्ते सेट है…” और काल कट हो गया।
मैं कुछ देर किसी-किसी सोच में पड़ गई तभी बाइक का हॉर्न बना। देखा की रेहान है।
रेहान- “लगता है मंजिल खुद सामने आ गई…” वो बोला।
पर उसकी बात मुझे एकदम सड़क छाप सी लगी। मैंने कहा- “सारी यार, मुझे लेट हो रहा है…”
रेहान- “मैं ले चलता हूँ …”
मैं स्माइल दे के एक्टिवा स्टार्ट करके घर की तरफ चल पड़ी। मैंने घर पहुँचकर मोम को काल किया। उन्होंने मुझे कहा की वो रात को मुझे इसके बारे में बताएंगी। फिर मैं खाना खाकर अकरम के क्लब चली गई। अब मेरा बिल्कुल भी मूड नहीं था उसके साथ रहने का। फिर भी मजबूरी थी जाना तो पड़ेगा।
अकरम मुझे अपने रूम ले गया। वहाँ पर पहुँचने के बाद उसने मुझे नंगा कर दिया। मुझे किस करते हुए उसने अपने कपड़े उतार दिए। फिर हम बाथरूम में गये। मेरा मूड नहीं था उसके लण्ड को चूसने का, मैं आगे झुक गई और उसने मेरी चूत में अपना लण्ड डाल दिया। उसने मुझे जम के चोदा। सारी मेहनत मैंने उसे ही करने दी और खुद कोई जोश नहीं दिखाया। खुद को उसके हवाले करके मैंने उसको मुझे चोदने दिया।
उसके बाद वो बाथरूम से चला गया। मैंने बाथरूम में खुद को सॉफ किया और तौलिया से पोंछने के बाद वापस अपने कपड़े पहफकर अपने घर चली आई। मैं घर पहुँचने तक पूरे टाइम थकी हुई महसूस कर रही थी। घर पे अभी कोई नहीं था और मैं सीधा अपने बाथरूम में चली गई, और बाथटब को पानी से भरने के टाइम कपड़े उतार दिए। मैंने मोबाइल पे देखा की मेरे अकाउंट में पैसे डाले गये हैं।
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फिर अकरम ने काल करके कन्फर्म किया की पैसे मिल गये हैं की नहीं। काल कट करने के बाद मैं उछल पड़ी। फिर टब में लेटकर आराम करने लगी। आह्हह… चलो कुछ तो वसूल हुआ।
रात को मोम आई तो मुझे वो ‘बोली’ वाली बात याद आई। मोम ने कहा की डिनर कर लेते हैं, फिर बात करेंगे। डिनर तक मैं टेन्षन में थी और मोम आराम से। पता नहीं बोली लगाने का क्या मतलब था?
मोम ने कहा- “अभी खाना तो खाने दे…”
मैं- “मैंने खा लिया और भाई भी खाकर रूम में चला गया है अब तो बताओ ना?”
मोम- “एक काम कर तू भी अपने रूम में ना, मैं तुझे रिंग करके बुला लूँगी…”
मोम ने रात के 11:00 बजे मुझे बुलाया। मैं मोम के रूम में गई, मोम ने बाथरूम में से कहा की रूम का दरवाना लाक कर दे। फिर मैं बाथरूम में गई, मोम पैर धो रही थी।
मोम- “कैसा रखूं ?” प्युबिक हेयर की तरफ इशारा करते हुए कहा।
मैं मोम के पास बैठ गई- “वी शेप रख लो…”
मोम- “मैं सोच रही थी की एक तीन लाइन रख लेती हूँ …”
मैंने रेजर ले लिया- “हाँ… तो मोम अब बताओ अकरम ने क्या प्रोग्राम रखा है?”
मोम- “असल में ये सेक्स खेल है…”
मैं- “खेल?”
मोम- “ह्हम्म… वो भी अपनी मर्दानगी दिखाने के लिए ऐसा करते हैं ये लोग, जो किसी भी चूत को लंबे टाइम तक चोदसकता है। इसमें लड़कियों में से कोई एक को चुनते हैं और उसको सिर्फ़ अपने तैयार लण्ड से एक बार झड़ने तक ही चोदसकते हैं, लोग इसके लिए ड्रग्स लेते, या पहले से मूठ मारकर आए होते हैं, जो भी हो पर एक बार चुदाई शुरू होती है तब बस एक बार ही कर सकते हैं…”
मैं- “बड़ा अजीब है?”
मोम- “हाँ… मर्द लोग ऐसी छोटी बातों में फँसे रहते हैं, खुद के छोटे लण्ड पे रोते हैं, और अगर बड़ा हो तो चुदाई करने का ढंग नहीं…”
मैं- “और ये बोली लगने का क्या मतलब है?”
मोम ने स्माइल के साथ कहा- “फ्री में कोई करेगा क्या? वो भी इतने लोगों से? लोगों को पसंद की लड़की को चुनने के लिए बोली लगानी होती है, जो ज्यादा पैसे देता है, वो सेक्स करता है, फिर अगले राउंड, फिर से बोली, फिर एक और बंदा आता है…”
मैं- “अरे यार फिर? ये खतम कैसे होता है?” मैं मोम की चूत पर एक तीन लाइन बना चुकी थी।
फिर मोम ने मुझे बैठा दिया। मैंने दो दिन पहले ही शेव की थी फिर भी मोम ने एक हाथ फेर दिया। हम मोम के बेड पे लेटे थे, मेरे होंठ मोम से जुड़े हुए थे। मुझे उनपर लगा मेरी चूत के रस का स्वाद लेने का अलग ही मज़ा आता है।
मोम ने बाद में मुझे उस सेक्स खेल के बारे में वो नियम बताए जो हमें ध्यान में रखने थे। लास्ट में मोम ने फिर मुख्य बात दोहराते हुए कहा- “जितना जल्दी हो सके उनको खाली कर देना…”
मैं बोली- “ओके समझ गई, जी मेम, ओके मेम…”
मोम- “ठीक है, ठीक है…” कहकर मेरे पीछे मोम लेट गई और उन्होंने मुझे स्पूनिंग कर-करके मेरी लेफ्ट चूंची को हथेली में लेकर सो गई- “लव यू मोना…”
मैं- “लव यू मोम…”
फिर उस हफ्ता ज्यादा कुछ खास नहीं हुआ। मोम ने भाई को योगा टाइम में सिडयूस करना बंद तो नहीं पर कम कर दिया था, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की इसका फ़ायदा नहीं उठाया। रात को अगर मोम ने टीशर्ट पहनी है, और मोम को ठंड लग रही हो तो आप खुशकिश्मत होंगे।
बुधवार की रात मैं और भाई देर रात टीवी देख रहे थे, तो मोम किमोना पहन आई और हमें सोफे को कहा पर टीवी पे कमेडी दृश्य देखा तो वहीं बैठ गईं। आंड वी आल नो, सिल्क किमोना, मतलब सिर्फ़ किमोना।
अगले दिन, यानी आज अकरम के यहाँ भी जाना था, मोम के साथ मैं माल से शॉपिंग कर आए। मोस्टली मोम ने लेगिन्ग्स ज्यादा ली थी। नहीं तो हमको अंडरगामेंट्स ज्यादा लेने पड़ते हैं, क्योंकी मदो को हमारे कपड़े फाड़कर ठुकाई करना कुछ ज्यादा ही पसंद है। खैर, टाप भी रिवीलिंग टाइप के लिए गये, कुछ बड़ी टाइप के टीशर्ट स जो नांघों तक कवर करे। फिर हम अकरम के क्लब गये, पहले बाहर से काल किया की अंदर का क्या माहौल है? अकरम के चुने हुए लोगों को अलग एक रूम में बैठाया गया और क्लब का आगे वाला हिस्सा बंद कर दिया गया।
तब मैं और मोम अपनी ड्रेस कार में उतार कर बाहर निकली। मोम ने कहा- “ध्यान रखना की कौन झड़ गया है और कौन नहीं…”
मैंने हाँ में सिर हिलाया। अंदर हमारा सीटियों और फब्तियों से स्वागत हुआ। अकरम ने बीच में हमको खड़ा करवाया और वो 20 लोग थे। मैं अब हिसाब लगाने लगी, पता नहीं क्या होगा आगे? लोग चारों तरफ से हमें घेरे हुए थे।
अकरम का एक आदमी जिसको मैंने पहले भी देखा था उसने बोलना चालू किया- “अब आपके सामने पेश है हुश्न की मलिका चुदाई के लिए बेताब है, तो सबसे पहले राखी; सीटियों और गालियों की बौछार होने लगी; के लिए बोली लगेगी और फिर; इतना शोर हुआ की उनको मेरा नाम सुनाई नहीं दिया; के लिए।
पहले दो लोग इनकी मारेंगे। सब हँसने लगे। उसके बाद दो-दो बंदे आएंगे इन दोनों के लिए। फिर तीन और फिर चार। सब समझ गये? अब कायदे ध्यान से सुनिए। हर बंदा सिर्फ़ और सिर्फ़ एक बार झड़ेगा। उसके बाद वो आउट हो जाएगा। जो बंदा बच जाएगा उसको दूसरे ग्रुप यानी दूसरी रण्डी को चोदने वाले लास्ट बंदे से मुकाबला करना होगा, उसमें से जो बंदा पहले झड़ गया वो हार गया और दूसरा जीत जाएगा। अब जीतने वाले के पास गोल्डन चान्स होगा। अगर वो अगले 15 मिनट बिना झड़े अपनी राड़ को चोद सका, तो वो बंदा दोनों रंडियों को भी जीत लेगा और वो बंदा इन दोनों को तब तक चोदसकेगा जब तक वो खुद थक ना जाए…”
फिर उनमें मोम के लिए बोली लगी, सबसे ज्यादा वाला आगे आया, फिर से बोली लगी और दूसरा बंदा मेरे लिए मिल गया। 20 लोग हैं इसलिए मैं आपको सिंपल तरीके से बता रही हूँ । पहले एक-एक बंदे आए मोम के लिए आदमी-1 ; और मेरे लिए आदमी-2।
चारों और शोर हो रहा था।
आदमी-1- “चुप हो जाओ और देखने के लिए तैयार हो जाओ मेरा दम…” मोम वाले बंदे यानी आदमी1 ने झल्लाकर कहा। बीच में खाली जगह पर सोफा, एक बड़ा गद्दा, एक टेबल थी, और एक बाक्स कंडोम्स से भरा हुआ।
आदमी-1 और आदमी-2 आगे आए और वो बाक्स से कंडोम पहफकर तैयार हो गये थे। मोम ने मेरी तरफ देखकर मुझे याद दिलाई। फिर चुदाई का खेल शुरू हुआ।
मैं- “फक मी आऽ आऽ चोद चोद चोद आह्हह… आह्हह… आह्हह… हाँ हाँ…” उसको जोश दिलाकर मैंने उसको मोम के बंदे से पहले ही आउट कर दिया।
कुछ सेकेंड बाद में मोम भी फ्री हो गई। अब फिर से बोली लगी मेरे नाम या फिर मेरे बदन की। दो लोग यानी ब1 और ब2 आगे आए। फिर मोम के लिए ब3 और ब4 ने ज्यादा बोली लगाई।
मुझे मोम का तो पता नहीं, पर मेरे दोनों मर्द लम्बी रेस के घोड़े थे, मुझे खूब उछल-उछल के उनसे करवाना था, ताकी कोई तो जोश में चुदाई में खोकर अपना कंट्रोल खो दे। ब1 को खाली करने में मुझे 15 मिनट लग गये, पर ब2 का मुकाबला ब3 और ब4 से था, यानी मोम को वो दोनों मिलकर झेल रहे थे।
मोम- “आह्हह… मेरी चूत आह्हह… फॅक्क…”
उसने लण्ड निकाला और तेज पानी फुहार भी मोम की चूत ने बरसात कर दी।
मोम- “रुको मत मारते रहो आह्हह… चोदो मुझे आअह्हह… प्लीज़्ज़… फक मी प्लीज़्ज़… प्लीज़…”
मेरी गाण्ड को खोलकर रखकर मेरा मर्द मेरी चूत पे शाट मारने लगा, उधर मोम ने एक से छुटकारा पा लिया, अब मेरे ब2 का मोम के ब4 से मुकाबला होने लगा। मैंने रिवर्स काउगर्ल पोज़ीशन में अपने आदमी को मेरी बड़ी गाण्ड के जाल में फँसा लिया, और वो उसमें झड़ गया। मैं वीर्य टपकाती सोफे पर लुढ़क गई।
लोग अब गिनती करने लगे। पहले तो मुझे लगा की ये ऐसा क्यों कर रहे हैं? ओह्हह गोड… तभी मुझे याद आया की अगर इस बंदे ने मोम को 15 मिनट बिना झड़े चोद दिया तो हम माँ बेटी की खैर नहीं।
ये ब4 बंदा तो बहुत खा-पी के आया लगता था, एकदम बाडी-बिल्डर था। जब 12 मिनट हो गये तो मोम भी टेन्षन में आ गई। वो मोम को डागी स्टाइल में चोदता हुआ मेरी तरफ इशारा करने लगा। और तभी 15 मिनट हो गये। मोम फर्श पर गिर पड़ी।
मैं दौड़कर पास गई, पर ये क्या?
मोम- “आह्हह… मज़ा आ गया मैं तो सारी रात इसके साथ चुदने को तैयार हूँ …”
मैं- “आपको चुदाना है तो चुदाओ पर वो मेरी चूत फाड़ देगा…”
मोम- “तू मेरी बेटी है, ऐसे कैसे फट जाएगी। अभी तू रुक, दो राउंड और होने हैं, अभी तो दो लोग थे, अब तो तीन आएंगे, फिर चार। तेरी चूत तो खुश हो जाएगी…”
मैं- “ओ माई गोड…”
मोम हँसने लगी, मैंने मोम को उठाकर सोफे पे बैठाया। हमें कुछ देर आराम करने को मिला और इतनी देर में हम दोनों को ड्रंक दी गई। जब फिर से बोली लगने लगी तो मुझे उन लोगों को देखकर टेन्षन होने लगी।
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