RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
मैंने मुड़कर मोम को देखा, मोम किसी रानी की तरह ग्लास लेकर बेड पे बैठी मुझे देख रही थी। मैं मुड़ी और मोम के बेडरूम से निकल गई। बिना बाथरोब लिए।
दिन की शुरुआत इतनी मजेदार पहले कभी नहीं थी। अब तो भाई हमारे साथ योगा और एक्सर्साइज करता था। मैंने मोम के सजेस्ट करने पे भाई के साथ सेक्स किया था, पर मैं जानना चाहती थी की पहले तो उनको प्राब्लम थी और मुझे ऐसा करने को मना भी किया था, पर अब खुद ही बोल रही थी जाकर भाई से चुदा लूँ।
मोम ने आखिरकार कहा- “अगर सेक्स की जरूरत हो तो उनको कोई प्राब्लम नहीं की मैं किससे चुदाई करूं? पर घर पे यू नंगी घूमेगी तो वो ये बिल्कुल पसंद नहीं करेंगी…” लास्ट टाइम ऐसा ही होता था।
मैंने मोम को छेड़ते हुए कहा- “अगर उनको सेक्स की जरूरत हुई तो क्या वो भी भाई से?”
मोम ने मस्ती करते हुए मेरे बाल पकड़ लिए- “बहुत बोलने लगी है तू…” मोम और मैं सिस्टर्स की तरह लड़ने लगीं।
भाई ने हमें देखा तो वो भी हँसते हुए हमें देखने लगा।
उस दिन मोम ने मेरे सवाल का जवाब तो नहीं दिया और ना ही उन्होंने भाई को घुमा फिराकर सिड्यूस करना बंद किया। हाँ भाई को अपनी मोम से नजर हटाने में प्राब्लम होने लगी, क्योंकी मोम की गाण्ड उसको सबसे ज्यादा पागल करती थी। किसको पसंद नहीं थी? कभी-कभी मोम की योगा पैंटस में ‘कैमल-टो’ देख जाता। ये बात भाई की नींद हराम करने वाली थी।
एक दिन उसने मुझसे पूछा- “दीदी आपने देखा मोम को, उनके नीचे…”
मैंने सवाल करते हुए कहा- “क्या देखा?”
भाई- “अरे उसको बोलते है ना कैमल-टो, यानी यू नो ना?”
उस टाइम मैंने भी लेगिंग पहनी थी, कहा- “तेरा मतलब ये…” मैंने लेगिंग को ऊपर खींचकर भाई से पूछा।
भाई- “ओह्ह गोड… दीदी अपने भी अंदर पैंटी नहीं पहनी?”
मैं- “नहीं…” ऐसे कहा की कोई खास बात नहीं है।
भाई आगे कुछ नहीं बोला।
अगली सुबह मोम एक्सर्साइज रूम में आने में लेट हो गई थी। रोमांच में भाई उनको उठाने गया पर लाल मुँह लेकर वापस आ गया और डम्बलस लेकर शुरू हो गया।
तब मैंने मोम के रूम में जाकर देखा की वो रात को बाथरोब में ही सो गई थी और अभी सिल्क का कपड़ा उनकी कमर तक ऊपर था और एक पैर साइड में करके बड़ी गाण्ड खोले हुए थी और चूत तो मासूम सी बैठी थी की इस सब में उसकी कोई गलती नहीं। भाई ने मोम के नीचे का पूरा हिस्सा नंगी देख लिया था।
अब पता चला भाई के लाल चेहरा का मतलब? मैंने पास में पड़ा मोम का फोन उठाया। मुझे पासवर्ड पता था, फिर मोम की पिक ली और फोन वापस रख दिया। मैं मोम को जगाए बिना वापस एक्सर्साइज करने आ गई। आधे घंटे बाद मोम आई और रोज की तरह करने लगी।
जबकी मोम को पता नहीं था की उन्होंने अंजाने में क्या शानदार शो दिखा दिया था। ब्रेकफास्ट के बाद जब मैंने भाई के जाने के बाद मोम को सुबह की बात बताई, और उनकी मार्निंग पिक भी।
तब मोम ने अपना चेहरा छुपा लिया- “ओफफ्फ हो तूने मुझे बताया क्यों नहीं जब मैं योगा करने आई थी?”
मैं- “आपको वैसे भी आजकल मस्ती ही सूझी रहती है, तो मैं बीच में क्यों आती?” मैंने कहा्
और मोम अपने सिर को ना में हिलाते हुए पिक को देख रही थी। जैसे उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था। मुझे लगा की इसके बाद वो भाई को तंग करना बंद कर देंगी। अब तक मोम टैंक टाप पहनती और योगा पैंटस पर मोम के उस मार्निंग शो के हिट हो जाने के बाद से मोम ने स्पोर्ट ब्रा और शार्टस पहनना शुरू कर दिया।
भाई अपनी सिस को हाफ नंगी तो देखकर बर्दाश्त कर लेता था, पर अब अपनी माँ को आधा-नंगा देखकर उससे रहा नहीं जाता था, और इसकी सजा मुझे मिलती। इसलिए मैं और भाई एक्सर्साइज रूम से लेट निकलते, पर मोम कुछ नहीं कहती, तब भी नहीं जब भाई को आफिस और मुझे कालेज के लिए लेट हो जाता।
एक हफ्ता हो चुका था भाई पे, और मुझ पे अत्याचार होते। आखिरकार मैंने मोम से पूछ लिया।
तब मोम ने असल बात बताई- “मोना, देखो मैं आदी को सिड्यूस नहीं करना चाहती…”
मैं- ओह्ह… रियली?
मोम- “अच्छा बाबा हाँ मुझे मजा आता है जब उसको मुझे देखने की फीलिंग मुझे गीला कर देती है…”
मैं- “तो फिर पूरी गीली हो जाओ ना, सारी प्राब्लम ही खत्म हो जाएगी और फिर आप चाहो तो नंगी ही रहना और तब की जो फीलिंग होगी, इस वाली से भी ज्यादा अच्छी होगी। क्यों?” मैंने आप्शन बताते हुए कहा।
“नहीं…” मोम समझाती हुई बोली- “बल्कि सब पहले जैसा नहीं रहेगा…”
मैं- “कैसे?”
मोम- “लुक ऐट यू, अब तू पहले जैसे कहां रहती है? और हम नार्मल माँ बेटी के जैसे थोड़े ही ना हैं। इस तरह से तो भाई हर वक़्त मुझे चैन से बैठने भी नहीं देगा। हम सब नंगे रहेंगे और वो हम दोनों को स्लट, होर और ना जाने क्या-क्या कहता हमारी मारता रहेगा…”
मैं- “तो पाइंट क्या है? आप उसको सिड्यूस क्यों कर रही हो फिर? हो सकता है एक दिन सच में वो चोद डाले, और देखना तब आप भी उसको रोक नहीं पाओगी…”
मोम ने अपनी बात को समझाने के लिए धीरे से कहा- “अच्छा मान ले की हमारी पर्सनल लाइफ के बारे में भाई को पता चल जाए, तो तुझे कैसा लगेगा?”
मैं- “उम्म…”
मोम- “बहुत ही बुरा। और अब सोचो की उसको ये जान लेने के बाद भी कोई प्राब्लम नहीं हो, उसको कोई फर्क ना पड़े?”
मैं सोचने लगी की मोम क्या कहना चाह रही हैं? ऐसा कैसे हो सकता है?
मोम- “अरे बस सोचो की हमारी अडल्टरी, हमारी सेक्स लाइफ से आदी को कोई प्राब्लम ना हो तो क्या होता?”
मैं- “ऐसे तो। उम्म… मुझे जब मन करता तब सेक्स करती, आने जाने के बारे में बताना नहीं पड़ता…”
मोम- “हाँ… सही है, कोई रोक टोक नहीं। हो सकता है लोग घर पे आएं और यहीं पर भाई के सामने चुदाई चालू हो जाती, और लास्ट में हम बदनाम होकर रह जाते। सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। यानी डर हमको ऐसी बर्बादी से बचाए हुए है, डर ही है जिसकी वजह से हमें और ऐसा करने का मन होता है…”
मैं- “सही कहा। पर, आजकल आप तो इसका उल्टा ही कर रही हो, इसके पीछे क्या प्लान है?”
मोम ने कहा- “पर तुम एक चीज नोटिस नहीं कर रही, याद है उस दिन हम बहुत थक के आए हुए थे और तू तो अपने रूम में चली गई थी, पर मुझे मर-मर के बाथ लेकर ड्रेसप होना पड़ा था…”
मैं- “हाँ… उसके बाद तो हमसे चला ही नहीं गया था, बहुत दर्द था…”
मोम- “अगर ऐसा हो की घर आकर बस मस्त पलंग पर फैलकर सो सके तो? और किसी को ऐसी हालत पे कोई प्राब्लम ना हो तो? मुख्य पाइंट ये है की, अभी तो हम लकी थे की आदी ने हमें इस तरह नहीं देखा। हो सकता है हमारा लक इतना भी अच्छा ना हो, आदी हमें ऐसी हालत में देखे और हमसे एक्सप्लेन करना भारी पड़ जाए। कोई बच्चा भी समझ जाए की कहां से क्या करके आ रही हैं। मैं घर के माहौल को थोड़ा खुला बनाना चाहती हूँ, ताकी हमें कम कपड़ों में देखने पर आदी पागल ना हो और नार्मल बिहेव करे। बस…”
मैं- “लेकिन आपको नहीं लगता की आपके इस तरीके से उसपे खुलने के बजाए, सेक्सुअल होने का एफेक्ट पड़ रहा है। कम कपड़े तो नार्मल दिन के समय में भी तो आप पहनकर रह सकती हो, और उस वक़्त कोई सिड्यूसिंग मूव्स भी नहीं करने होंगे आपको, जो आप योगा करते हुए दिखाती हो…”
मोम- “अरे… पर वो तो योगा ही ऐसे करते हैं…”
मैं- “जो भी हो, पर आप उसको तंग करना बंद कर दो। अब तो भाई भी पहले जैसा नहीं है, देखो- मैंने अपने कपड़े उतार के चूचियां और गाण्ड दिखाई जिसपे सेक्स के निशान बने हुए थे, ये वाला अभी तक लाल है। अकरम अब मुझे भाई से कम लगने लगा है…”
मोम ने हँसते हुए कहा- “अच्छा फिर तो तेरी तो डबल बजती होगी?”
मैं- “और क्या?”
मोम ने प्यार से कहा- “अच्छा बाबा, अब मुझे लगता है की मैं जितना चाहती थी, उतना काम हो गया है। देखा तूने अब भाई के सामने मैं अब सेक्सी सा भी पहनूं तो वो कुछ नहीं कहता, और रही बात कि वो तुझे इस तरह चोदता है तो इसका मतलब की टाइम तो टाइम उसकी सेक्स परफार्मेन्स भी सुधर रही है। तुझे तो मेरा शुक्रिया अदा करना चाहिए…”
मैं हाथ जोड़कर बोली- “धन्य हैं चुदक्कड़ माता, आपने मेरा संभोग जीवन आनंदमई बना दिया है…”
मोम- “सुखी रहो बच्चा…” और हम हँस पड़े।
रात को हम माँ बेटी क्लब गये। वहां अंदर गये ही थे की मुझे मेरा एक्स बायफ्रेंड मिला, उस समय मुझे उसका नाम भी याद नहीं आ रहा था, बजाए इसके की उसके साथ किए सेक्स के। मैंने कुछ देर बात करके उसका हाथ पकड़ा “राखी कम…” और बाहर कार में ले गई। एक गली में मैंने पार्क किया और पीछे की सीट पे मोम और… अरे क्या नाम है, छोड़ो क्या फर्क पड़ता है? सेक्स के बाद हमने उसको वापस क्लब के बाहर ड्राप किया (हे मोनिका मुझे अपना नम्बर हे रुको।) और हम घर आ गये।
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