RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
लंबे पैशनेट किसके बाद हम अलग हुए। मैं मोम को छोड़कर अपने रूम में चली गई। कालेज जाने के लिए तैयार होकर मैं मोम को बाइ करके चली गई।
क्लास के बाद हमें प्राजेक्ट फाइल्स बनानी थी, इसलिए हम सभी कामया के घर चले गये। नेहा और पायल अपनी किताबें और लैपटाप लेने घर चली गईं। शाम को हम 6 लड़कियां प्राजेक्ट के लगभग पूरा होने पे आराम करने बैठ गईं।
कामया मेरी 4थी स्टैंडर्ड से दोस्त है, इसलिए वो मेरे ज्यादा ँजधीक है, ऐसा नहीं की बाकी मेरी बेस्ट दोस्त नहीं हैं? कामया से पहले मैं नेहा को जानती हूँ। मैं और नेहा तीसरी में क्लासमेट थी, जब हम इस सिटी में नहीं रहते थे। फिर हमारी परिवार यहाँ आ गई। पांचवी में शगुफ्ता और आकांक्षा ने हमारी स्कूल में अड्मिशन लिया और जब हम 8वीं में थे तब नेहा की परिवार इस सिटी में आ गई। हमारी और भी दोस्त थीं जो टाइम के साथ अलग हो गई, लेकिन हम साथ रहे।
11वीं में हमारे सब्जेक्ट तो अलग थे, पर स्कूल एक। तब आकांक्षा की कजिन पायल भी हमारे ग्रुप से शामिल हो गई। पायल गाँव में 8वीं तक थी और उसके दादा ने आकांक्षा की परिवार के पास रहने भेज दिया था। गाँव में एक लड़की को पढ़ने नहीं दिया जाता, और उसके दादा ने पायल को यहाँ भेजा? इसकी वजह ये थी असल में एक बार पायल को उसके चाचा ने जमींदार के लड़के के साथ खेत में देख लिया था, उस लड़ने के पायल की कुँवारापन तो ले ली थी, पर काम पूरा कर नहीं पाया।
पायल के चाचा पायल को घर ले गये, सब मिलकर चिल्लाए, और फिर उसके दादा ने उसको आकांक्षा की परिवार में रहने भेज दिया। पायल 10वीं तक किसी दूसरे स्कूल में पढ़ी, आकांक्षा की वजह से उसके पैरेंटस को पायल को आकांक्षा के साथ पढ़ाना पड़ा। क्योंकी आकांक्षा और पायल एमोशनली और फिर बाद में फिजिकली जुड़े गये थे और आकांक्षा ने अपने बायफ्रेंड से 10वीं के एग्जाम के बाद ब्रेकप कर लिया जबकी उसने किसी लड़के के साथ सेक्स नहीं किया था।
हम सभी लड़कियां के लिए ये बड़ी बात थी क्योंकी आकांक्षा ही अकेली थी जो कुँवारी थी। नेहा, मैंने और कामया ने न्यू कमर की पार्टी के बाद हमने एक साथ अपने-अपने बायफ्रेंड के साथ सेक्स किया था जब हम 16 साल की थी और 10वीं में थीं।
उसके बाद हमारे चुदाई की बातें सुनकर शगुफ्ता से भी नहीं रहा गया और 2-3 महीने बाद उसने भी। पहले तो हमको बोला करती की उसके बायफ्रेंड ने ही उसकी प्यारी चूत ले ली है। पर बाद मैं असली कहानी सामने आ गई, ये भी मजेदार स्टोरी है।
हुआ यूँ की शरद और शगुफ्ता दोनों पहले से डेट कर रहे थे, किस्सी विस्सी तो होता ही था पर सेक्स नहीं। हम तीन देवियों की चुदाई की गाथा सुनकर वो भी जोश में आ गई, और हमारी हीर ने रांझे से गुजारिश भी कर दी। दोनों ने प्लान बनाया, शरद के घर वाले बाहर गये और शरद ने शगुफ्ता को बुला लिया। पर शरद के ताऊ को उसी टाइम खुजली हुई और शरद को काम पकड़ा दिया की वो उनको बैंक ले चले। भाई अर्जेंट है चल।
शरद करता क्या, सेक्स तो बाद में आराम से कर लेंगे, पर घर पे उसकी महबूबा को अकेले कैसे छोड़ के जाए, लगाया फोन अपने बेस्ट दोस्त को, उसके दोस्त के साथ एक चिपकू दोस्त भी उसकी पीठ पे चिपक के उसकी बाइक पे शरद के घर आ गया, शरद ने अपने दोस्त को बोला की भाई अपनी भाभी का ख्याल रखना पर कुछ करना मत। शगुफ्ता बोर ना हो तो वो दोनों उससे बात करने लगे।
उन दोनों को पता लगा की भाभीजी किस वजह से यहाँ पे हैं। दोनों ने मिन्नतें की, लेकिन शगुफ्ता ने मना कर दिया। शरद के दोस्त ने अपने चिपकू दोस्त को बाहर बैठने को बोला की वो उसको तैयार करता है, और साले ने शगुफ्ता को मना भी लिया। बाहर उसका चिपकू दोस्त इंतेजार कर रहा था और अंदर उसका दोस्त मजे लेने वाला था। हमारी हाट आंड सेक्सी शगुफ्ता को नंगी देखकर वो पागल हो गया। उन्होंने किस से स्टार्ट किया और शगुफ्ता उसको किस करते हुये उसके लण्ड पे हाथ फेरती रही। अब रहा नहीं जाता, लड़के ने गर्म चूत पे अपना लण्ड सेट किया ही था की, बेचारे का छूट गया। बाहर बैठे दोस्त को पता चल गया की उसको उसी का दोस्त उल्लू बनाने जा रहा था।
उसने कहा की वो अपने दोस्त के जैसे ढीला ढक्कन नहीं है और अगर उसको चुदाई नहीं करने को मिली तो वो शरद को बता देगा। गरम शगुफ्ता को भींच में वो चिपकू दोस्त बैठ गया और उसने अपना फड़कता लण्ड चूत पे सेट किया।
तभी शगुफ्ता को होश आया- “अरे कंडोम नहीं पहना तुमने?”
बिना कंडोम के शगुफ्ता नहीं मानने वाली थी। चिपकू दोस्त ने कपड़े जैसे तैसे पहने और भागा मेडिकल स्टोर की तरफ, इतने में शगुफ्ता का भी मन भर गया और उसने कपड़े पहन लिए। शरद के दोस्त को उसके एक दोस्त का काल आया।
उसने बताया- “यार अभी मैं एक लड़की के साथ हूँ, भाई ज्यादा ही जोश में आ गया और अपना छूट गया, हाँ, अरे अब उसका मूड भी नहीं है, तुझे तो अनुभव है ना तू बता ना क्या करूं? ठीक भाई, थैंक्स यार, और फिर इसको तैयार कैसे करूं वो भी बता दे?”
काल करने वाला बंदा लड़की को कैसे तैयार करना है, ये बताने खुद आ गया। शरद का दोस्त तो खुश हो गया की आज तो मजे होने वाले हैं, काल करने वाले बंदे ने शगुफ्ता से कुछ देर बात की और फिर शरद के दोस्त को बोला की तू इंतेजार कर बाहर बैठकर।
अब चूतिया बनाने की बारी उसकी थी, शगुफ्ता को उस लड़के ने प्यार से बात करके आखिर मना ही लिया, शगुफ्ता ने उसको कंडोम का बोला तो उस बंदे ने अपनी जेब से निकाल के दिखा दिया की बंदा पूरी तैयारी से आया है।
वो चिपकू दोस्त जो कंडोम लाने गया था अब भागता हुआ पशीने से लथफथ लौट आया, उसने शरद के दोस्त को बाहर बैठे देखा, और कहा- “भाई तू यहाँ कहां बैठा है? चल तू यहीं बैठा रह, मैं तो जा रहा हूँ मजे करने…”
शरद के दोस्त ने उदासी से उसको देखा और कहा- “साला हरामी, बड़ा आया मजे करने, लड़की चुद चुकी…”
शरद के दोस्त की वजह से उसके दोस्त ने उसको चूतिया बनाकर शगुफ्ता को चोद दिया था। शरद उसको बोल गया था की ध्यान रखना अपनी भाभी का, उसने तो अपनी नाक के साथ-साथ अपना लण्ड भी कटा लिया था। जब शरद आया तो उसने और उसके चिपकू दोस्त ने शरद को कुछ नहीं बताया। शगुफ्ता को अब गिल्टी महसूस हो रही थी, उसने रात को शरद को कहा की उसको शर्म आ रही है, इसलिए शगुफ्ता और शरद ने लाइट आफ करके सेक्स किया।
ये थी शगुफ्ता की पहली चुदाई की कहानी जो उसने काफी टाइम बाद हमें सुनाई।
पायल ही हम लड़कियों में सबसे पहले सेक्स करने वाली थी, पर वो उस टाइम गाँव में थी और हमारी दोस्त नहीं थी। पायल की स्किन साँवली है पर उतनी नहीं जितनी नेहा की है, और जब वो आकांक्षा के घर रहने लगी, तब पायल, आकांक्षा को चाहने लगी, लेकिन उसने बताया नहीं। आकांक्षा में भी पायल के लिए फीलिंग थी, जब वो दोनों हमारे ग्रुप में थी तब हम लड़कियां को दिखने लगा की इन दोनों के बीच कुछ तो है।
10वीं के एग्जाम के बाद कामया ने आकांक्षा से बात की, हम पायल को दो साल से जानते थे, इसलिए फिर हमारे सभी के कहने पे आकांक्षा ने पायल से बात की। आखिरकार, पायल ने आकांक्षा को बता दिया की वो उसको चाहती है, और आकांक्षा ने अपने दिल की बात कह दी, और फिर दिल मिल गये।
हम चारों लड़कियां कामया के घर पे उन दोनों को एक दूसरे में गुत्थम-गुत्था होते देखने के आदि हो गये, और फिर 12वीं के बाद पायल के पैरेंटस उसकी शादी की बात करने लगे। तब हम सब इसका सल्यूशन निकालने में लग गये। कामया की मोम का कहना था की पायल और आकांक्षा को सबसे पहले अपनी सेक्सुअलिटी का पता होना चाहिए, अगर वो दोनों सच में लेज़्बियन हैं, तो वो उनकी हेल्प करेंगी।
उस टाइम हमें पता चला की कामया की मोम कितनी खुले दिमाग की हैं। तब कामया ने कहा की अगर पायल और आकांक्षा दोनों बाइसेक्सुअल होते तो वो लोग शादी के बाद भी साथ में रह सकते हैं। कामया की मोम ने हम लड़कियां के बीच बैठकर कहा की पायल और आकांक्षा को ट्राई करना चाहिए, अगर वो लड़कों में भी इंट्रेस्टेड हैं तो फिर कामया का आइडिया बेस्ट है। सही है, हम सबने डिसाइड किया की एक बार ट्राई करने में क्या जाता है? लेकिन पहले ड्रिंक्स चाहिए।
उस रात के 3 साल बाद अभी हम अपना प्राजेक्ट कंप्लीट करके कामया के बेडरूम में थे। नेहा अपनी कलाई मलते हुए बोली- “हैंडजाब देते कभी इतना हाथ नहीं दर्द किया जितना पेन-जोब करने के बाद कर रहा है…”
शगुफ्ता- “वैसे भी तुझे कहां पे जोर लगाना पड़ता है, सारी मेहनत तो लड़कों को करनी पड़ती है…”
पायल थकी आवाज में बोली- “काश ये काम भी लड़कों को पकड़ा देते…”
नेहा- “सही है…”
कामया ने उनको ऐसी बकवास बंद करने वाली टोन में गुर्राया।
आकांक्षा उठकर बोली- “मैं पूल में जा रही हूँ…”
मैं भी उठ गई- “चल मैं भी चलती हूँ…” तब बाकी का भी मूड हो गया तैरने का।
कामया के घर की पीछे पूल, हाट टब और चारों तरफ ऊँची प्राइवेसी फेन्स लगी हुई है, कामया का घर 4 बेडरूम है और हम लड़कियों के लिए कामया ने एक रूम में अलग कपबोर्ड बनवा ली थी, घर पे सिर्फ हम लड़कियां ही हैं तो चेंज करने का अभी मतलब नहीं है, तो 6 लड़कियां पूल में तैरती हुई रिलैक्स कर रही थी वो भी नंगी होकर।
कामया तैरती हुई आई और बाहर निकलने लगी, उसके 34डीडी चूचियों से पानी बहता हुआ उसकी 26” की कमर और 36” के चूतड़ों से निकल के वापस पूल में जाने लगा। वो मेरे पास बैठ गई, हमारी ब्लैक ब्यूटी नेहा का 32डीडी-24-32 सेक्सी फिगर पानी के अंदर से दिख रहा था। शगुफ्ता उसके पास से निकाल रही थी तब नेहा उसकी बाडी पे हाथ फेरते निकलने लगी।
34डीडी-24-36 का हाट फिगर किसी को भी ललचा सकता है। पूल के दूसरे साइड पे पायल की 32डी-23-28 फिगर वाली बाडी आकांक्षा की 34डी-24-36 की बाडी से लिपटी हुई थी। वो दोनों हम चारों से लंबी हैं, पर आकांक्षा की हाइट सबसे ज्यादा 5’7” है जबकी सबसे छोटी नेहा है जो 4’11” इंच की है।
मैं और कामया पूल में कूद गये और तैरते हुए नेहा और शगुफ्ता के पास चले गये, उन दोनों को साथ लेकर हम पायल और आकांक्षा के पास गये और उनको पकड़कर अलग करके पानी के अंदर ले गये, हम सभी अंडरवाटर खेल खेलने में लग गये।
15-20 मिनट बाद घर के अंदर से आवाज आई- “आइ एम होम…” कामया की मोम आ गई थी।
और कामया ने आवाज देकर बताया की हम बाहर पूल में है।
कामया की मोम आई और हम नंगी लड़कियां को ही बोलकर कामया को कहा की उनको कल एक माडेल की जरूरत है क्योंकी कामया के डैड लड़कियां को अपने साथ फैशन शो में ले गये हैं, और कल जरूरी फोटोशूट होना है। डिस्कशन के बाद शगुफ्ता ही फ्री थी हमारे प्राजेक्ट में, इसलिए कामया की मोम ने कहा की कल वो शगुफ्ता को साथ ले जाएंगी, इसके बाद वो घर के अंदर चली गई।
कामया के घर में खुलकर रहना सबसे बेस्ट है क्योंकी उसकी मोम सिंगल पैरेंट है, कामया की मोम अभी फैशन डिजाइनर हैं और उनके पिछले-पति यानी कामया के डैड की क्लोदिंग लाइन है। इट मीन्स, उन लोगों को न्यूडिटी से कोई प्राब्लम नहीं है, यहीं पे दूसरा कारण है हमारा कामया के घर पे ज्यादा टाइम रहने का।
कामया की मोम पहले फैशन माडेल थी, बड़े ब्रांड के साथ ही कामया के डैड के लिए भी माडेलिंग करती थीं। फिर उन्होंने शादी कर ली, लेकिन शादी के 14 साल की बाद उन्होंने डाइवोर्स ले लिया। लेकिन इसके बाद भी वो बिजनेस पार्टनर बने रहे और अब भी कामया के डैड और उसकी मोम के बीच दोस्ताना रीलेशन है।
घंटे-डेढ़ घंटे के बाद हम वापस बदन से पानी पोंछकर अंदर चले आए, हम नंगी, सोफे पे बैठकर टीवी ओन कर दी।
कुछ खास नहीं आ रहा था, कामया किचेन की तरफ गई कुछ खाने को लाने और पायल और शगुफ्ता ड्रिंक्स लेने चली गईं। तब मोम का काल आया, मैं उठकर के बाहर पूल की तरफ गई।
मोम ने कहा- “मोना तू अभी कहां पे है?”
मैं- “कामया के घर…”
मोम- “उम्म… मोना मैं क्या सोच रही थी की, हम अकरम के क्लब का राउंड मार आए?”
मैं- “आप चली जाओ, मेरा मूड नहीं है…”
मोम- “चल ना, मेरा मन कर रहा है…”
मैं- “पर मेरा नहीं…”
मोम- “क्यों नाटक कर रही है?”
मैं- “आपको सुबह याद नहीं है? क्या हुआ था?”
मोम- “अच्छा तो तू नाराज है मुझसे?”
मैं- “हाँ भी, नहीं भी…”
मोम- “सारी बोलूँ?”
मैं- “सारी नहीं सुनना मुझे, पर्मिशन दो तो ही काम चलेगा, नहीं तो नहीं?”
मोम- “पर्मिशन नहीं दूँगी…”
मैं- “ओके देन बाइ…” पर मैंने फोन नहीं काटा, मोम ने भी नहीं काटा, हम इंतेजार करने लगे।
मोम- “बिल बढ़ रहा है, चल ना मोना, खुद तो मजे करके मुझे परेशान कर रही है…”
मैं- “मैं परेशान नहीं कर रही, आप पहले भी तो अकेली जाती थी, अभी जा सकती हो ना?”
मोम- “नहीं, तू नहीं चलेगी तो मैं भी नहीं चलूंगी…”
मैं- “वो क्यों?”
मोम- “पहले वो बुलाता था तब जाती थी, पर आज मेरा मन कर रहा है जाने को…”
मैं सोचने लगी की कल रात को और मार्निंग में मैंने सेक्स किया था, अभी मेरा वाकई मूड नहीं था। पर मोम को सेक्स की जरूरत थी इसलिए कहा- “ओके तो ठीक है, आती हूँ…”
मोम खुश होकर बोली- “जल्दी से आ जा…”
मैं वापस रूम में गई।
पायल बोली- “क्या हुआ?”
मैंने कहा- “मोम को कुछ काम है, जाना पड़ेगा, कल मिलते हैं, बाइ, बाइ…” फिर ड्रेस उप होकर मैं घर पहुँची।
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