RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
जब बाथरूम से बाहर आई तब मैं सेक्सी सा महसूस कर रही थी, आ क्लास हाँ। मैंने कपबोर्ड खोला और ब्लैक कलर की थोंग पहनकर कपबोर्ड बंद करके बेड पे लेट गई मोबाइल लेकर, आकांक्षा आनलाइन थी तो उससे इधर-उधर की बात की, और मेरा मन कर रहा था किसी को बताने को, किसी से इस बारे में बात करना चाहती थी। पर अभी सही टाइम नहीं है, कुछ देर बाद नेट आफ करके लेटकर खिड़कियों की तरफ देखने लगी। मुझे कुछ आइडिया आया कुछ पागलपन भरा, पर्स से पैसे निकले और फिर उनको मैंने अपनी थोंग के आगे की तरफ रख दिया और उसकी पिक ले ली।
जैसे भी मैंने ये कमाए हों, पर साली रण्डी की कमाई है जो चाहे वो करूं। उसके बाद बेड पे लेट गई और थोंग उतारकर गड्डी को चूत के ऊपर रखा, परफेक्ट पिक, तीन हिस्सों से चूचियां और चूत को कवर किया, ल्लकक। फिर और ढेर सारी पिक्स ली अलग-अलग पोज में।
“अरे पागल बस कर…” दिमाग में एक आवाज ने कहा।
मैंने पैसे वापस रख दिए और थोंग पहन ली। फिर एक सफेद जांघों तक की टी-शर्ट पहनकर नीचे किचेन को चली, क्योंकी रेस्टोरेंट में खाना कहां खा पाई थी।
मोम और भाई सोफे पे बैठे टीवी देख रहे थे।
मोम- “मोना ये क्या पहना है तूने?”
मैं- “मोम कुछ खाने को है?”
मोम- “तू खाकर नहीं आई? मुझे लगा की तू डेट पे गई है तो हमने खाना खा लिया, सच में तूने कुछ नहीं खाया?”
मैं वीर्य का नाम तो नहीं ले सकती थी- “थोड़ा ही खाया पर अभी भूख लगी है…”
मोम- “अभी कुछ बनाती हूँ, और कुछ पहन नीचे, बच्ची नहीं है तू अब…” मेरे पास से निकलते टाइम मोम ने कहा, पर मैं उनको स्माइल से देखती रही। पर मोम ने वापस मुझे स्माइल नहीं दी- “जबकी आदी घर में सबसे छोटा है…”
भाई- “क्या?” उसका ध्यान मूवी पे था, तो उसने सिर्फ अपना नाम ही सुना।
मैं उसके पास बैठते हुए बोली- “कुछ नहीं, ये कौन सी मूवी है?”
भाई- “मैड मक्स…”
मैं- “अजीब है ये तो, हाँ… वैसे इतने लोग उसके पीछे पड़े क्यों हैं?”
फिर बस यूँ ही मूवी देखकर टाइम पास किया और मोम ने मुझे पराठे और केचप लाकर दिए और मेरे सिर पे किस करके चली गई सोने।
मैं- “थैंक्स मोम…” मैंने कहा।
“लोवे यू…” मोम ने अपने रूम की तरफ जाते हुए कहा।
भाई थोड़ी देर बाद जाने लगा तो मैंने उसको बोला- “मूवी नहीं देखनी?”
भबाई- “एह पड़ी है अपने पास, आप ही देखो, और दिखाओ…”
मैंने इशारा किया।
तो उसने कहा- “हाँ… बहुत नींद आ रही है अभी, गुड नाइट…” और उबासी लेते हुए वो भी चला सोने।
मैं अकेली, टीवी और ये गर्म पराठे, किसी को पता भी है मैंने आज किया क्या है? ‘स्टुपिड’ पता नहीं क्यों मेरा मन जैसे शांत नहीं था। खाना खा लिया, मूवी भी पूरी देख ली, पर नींद नहीं आ रही थी। लैपटाप लिया और फिर मुझे याद आया की भाई ने कुछ कहा था, क्या था? ओदेपूँ कांप्लेक्स, फिर लैपटाप साइड में रखा और मोबाइल में सर्च किया
“ओदेपूँ कांप्लेक्स मदर सोन इन्सेस्ट…” तो मुझे दो चीजें मिली, एक तो भाई ने कहा था “ईडाइपस कांप्लेक्स…” सनस सेक्सुअल इक्षो फार हिज मदर वाली पर एक चीज और थी “जाकसता कांप्लेक्स…” जो था मदर तो डाटर।
“माँ की आँख…” मेरे मुँह से निकला, और फिर मैं पढ़ने लगी।
मोबाइल साइड में रखकर मैं सोचने लगी- “यार ये तो गजब है, परिवार में इतना कुछ…” मुझे खयाल आने लगा की मैं, भाई और मोम, या फिर डैड भी। शुरू हो गये तो क्या होगा?
पर मैं डैड को इस तरह नहीं देखती, डैड ह्म यक। नो नो नो, पर भाई और मेरा तो बहुत पहले से चल रहा है, मोम और ब्रो? नहीं उन लोगों ने तो किया ही नहीं है, अगर किया होता, तो मोम मुझे बता देती ना। हाहाहा… हम तो पार्टनर हैं ना इस चीज में। और भाई ये नहीं कहता की उसको फीलिंग है मोम के लिए, वो कहता- “दीदी आपकी चूत मोम से ज्यादा टाइट है…” मोम तो भाई को साफ मना कर दें। पर मोम मुझे कभी-कभी चकित कर देती हैं, वो कभी ना कभी भाई का ले ही लें।
फिर मुझे खयाल आने लगा की डैड तो काफी टाइम से आउट आफ इंडिया हैं, तभी तो मोम। भाई मोम को डैड से ज्यादा अच्छा लगता हो यंग और स्मार्ट। जैसे जाकसता वाली थियरी में था, पर मोम ने भाई को अपनी सेक्सुअल इक्षो पूरी करने के लिए इश्तेमाल नहीं किया है। अगर बता दूं भाई के बारे में मोम को तो? वो दौड़ पड़ेगी उसके रूम की तरफ? नहीं नहीं, ये इतना भी आसान नहीं है, पर हो तो?
मेरी आँखें बंद थी, पर मैं कल्पना कर रही थी- दो बदन, बड़े बेताब। मैं बेड पर करवट लेने लगी, टिट्स एकदम हार्ड हो गये और उनको मैं पकड़कर और जोर से आह्ह। मैंने आँखें बंद किए सोचा, सोचा की एक लाल पर्दे के पीछे दो प्यार के प्यासे तड़प के आपस में लिपटे हुये हैं, एक दूसरे में डूब रहे हैं।
एक आग पैदा हो गई उन गर्म शरीरों से, और वो फैलने लगी, वो जो लाल परदा था उसको भी जलाने लगी, सब कुछ जलने लगा, बेड, तकिया, सब। पर वो नंगे बदन जल नहीं रहे थे, वो पशीना-पशीना थे और उनसे गर्मी निकलने लगी थी, आग उनको जरा सा भी नुकसान नहीं पहुँचा पाई। शायद प्यार था, जिसने उनको बचा के रखा था, फिर एक औरत की आअह्ह।
मेरी आँख खुल गई, मेरा सीना, मेरा बदन गर्म हो गया था और मैं पशीने से नहा गई थी। रूम में अंधेरा था और रात का सन्नाटा चारों तरफ था। वो सपना था, उस आअह्ह से मैं जाग गई थी और देखा की मेरी चूत भी जागी हुई है। मैं उठ बैठी और उस गीले कपड़े को उतार दिया, अग इस्स्स… सो वेट, सो हाट, मसला उसे मैंने पर वो नहीं मानी, डाली उंगलियां उसके अंदर पर उसने कहा की ये वीर्य है, वीर्य है?
आखिर मुझे उसकी बात माननी पड़ी, और चली भाई के रूम की तरफ। भाई अपने रूम में सो रहा था, धीरे से उसके पैरों के पास लेटी, नीचे किया, पकड़ा और उम्म्म… वो भी सोया हुआ था। क्या मैं जगाऊँ उसे या उसके मलिक को। भाई सोते हुए बड़ा प्यारा लग रहा था।
मैंने लण्ड को देखा- “गुड नाइट…” कहा और उसपे प्यार से किस किया।
मैं धीरे से भाई के पास गई और बेड पर लेटकर सोने लगी। कुछ देर बाद भाई का हाथ नींद में मेरे नंगे बदन पर पड़ा, मैं उस हाथ को अपनी हथेली में लिए अपनी चूचियों पर रखकर सो गई। मैं इंतेजार करने लगी की कब भाई को पता चलेगा की उसकी सेक्सी नंगी बहन उसके पास चुदने को तैयार लेटी हुई है। अगले मार्निंग मेरी आँख खुली।
भबाई- “ह्म्म… गुड मार्निंग दीदी…”
कुछ होश आने पर सही में मार्निंग बहुत ही गुड महसूस हो रही थी- “आऽ गुड मार्निंग ह्म्म… क्या सुबह-सुबह शुरू हो गया आह्ह…”
भाई धीरे-धीरे स्पून पोजीशन में मेरी मासूम चूत के छेद को बड़ा कर रहा था, कहा- “इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। हाँ हाँ जब वर्ल्ड की सबसे हाट गर्ल मेरे बेड पर मार्निंग टाइम पर नंगी पड़ी मिले तो मैं क्या, कोई भी इसके अलावा और कुछ कर नहीं सकता है। हाँ हाँ आई लोव यू दीदी यू अरे दि बेस्ट हाँ हाँ…”
फिर क्या था, मैं पीछे भाई को किस करने लगी और भाई मेरी जांघ पकड़कर मेरी चूत में लण्ड घुसाये जा रहा था- “उम्म… आऽ उन्ह… उन्ह… ओके, उह्ह… उह्ह… ओह्ह… देन स्टाप फकिंग योर सिस्टर, उन्न् हाँ हाँ हाँ औच्च… रब इट, रब इट एस्स…”
उसने मुझे तड़पाया भी और चुप होने को भी कहा, ये गलत है। मैं घूम गई और लण्ड निकाल गया, किस किया और फिर भाई के ऊपर चढ़ गई, लण्ड को पकड़ा और उसको गाण्ड का छेद पे टच किया, और कहा- “बहुत ही गर्म है आज तो, नींद नहीं आई साहबजादे को?”
भाई- “नींद तो बहुत ही अच्छी आई पर अभी भूख लगी है…”
मैं- “रुको कुछ बना दूं पहले…” लण्ड को चूत पे सेट किया और पीछे को हो गई उफफ्फ़… क्या चीरता हुआ गया अंदर।
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