RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
खिड़की से आती रोडलाइट कमरे में पड़ रही थी, उस डिम लाइट में मैं देख सकती थी की उसके लण्ड के सुपाड़े पर प्री-कम की एक बूँद, मेरे चखे जाने का इंतेजार कर रही थी। मैंने उसकी आँखों में देखा, अपने होंठ काटते हुए कातिल नजरों से उसको देखना चाहा की उसने मुझे उस मोती से दूर रखकर वो अच्छा नहीं कर रहा।
“बेग फार इट…” हर्ष ने हल्की फुसफुसाती आवाज में कहा- “बेग लाइक दि कम-स्लट यू आर, बेग फार योर मास्टरस काक…”
मैंने मासूमियत से कहा- “प्लीज़्ज़… प्लीज़्ज़… सर, मे आई टेस्ट योर काक? आई नीड इट, आई नीड तो फील इट इन माई माउथ…”
उसने मेरे बालों पे अपना हाथ फेरा और कहा- “यू नीड माई काक? ह्म्म… आई एम नोट सो श्योर एट, यू मे वांट इट बट यू डोन्ट साउंड लाइक यू नीड इट…”
मैं- “प्लीज़्ज़… आई बेग यू, कैन आई हव योर फैट काक इन माई माउथ? प्लीज़्ज़… प्लीज़्ज़… इसको मेरे गले में उतार दो, प्लीज़्ज़… मेरी जबान इस भारी टेस्टी लण्ड को चखने के लिए तड़प रही है…”
मेरी मदहोश आवाज से वो शैतानी मुश्कान लेकर मुझे देख रहा था।
मैं- “प्लीज़्ज़… पुट योर काक इन माई माउथ…” मैंने धीरे से कहा।
जब वो पास आया जब वो मेरी बात से पिघल गया- “माई डर्टी लिटिल होर? यू वांट टु सक दिस काक अंटिल आई कम?” ये कहते हुये उसने पर्मिशन दे दी।
वो लण्ड मेरे होंठों के एकदम पास आ गया मुझे चूमने। मैंने अपने होंठ उसपर लगा दिए, अपनी जीभ उसपर धीरे से फेरकर उसके लण्ड के बेस को पकड़कर उसको अपने मुँह में ले लिया और धीरे से उसको पोप की आवाज से निकाला, फिर अपना सिर आगे पीछे करके उसको चूसने लगी, उसको चूसा बार-बार। फिर उसके लण्ड को चूमते हुए मैं बाल्स तक पहुँच गई। एक को मुँह में लिया और जीभ का दबाव बनाते हुए अंदर मुँह में घुमाने लगी, फिर दूसरे को लिया, मैं फिर से पीछे हुई और लण्ड पे लग गई, वो रसीला लण्ड मेरी तालू पर लग रहा था।
मैंने फिर उसको अपने मुँह के आखिर तक ले गई और वो मेरे गले तक चला गया, उसको बाहर निकाल के मैंने कुछ साँस ली और फिर से उसको मुँह में लेने लगी अपना सिर हिला-हिला के।
उसने धीरे से कहा- “सच आ गुड लिटिल स्लट… सक दैट काक…”
मैंने उसको पूरा मुँह में ले लिया जितना ले सकती थी, फिर उसको निकाला पर सुपाड़ा अंदर ही रखा और अपने दाँत उसपे कुछ गड़ा दिए।
हर्ष- “ओह्ह ये कटती भी है, आई लोव मी काक सकिंग होर…”
मैंने उसको देखा और फिर लण्ड को अंदर मुँह में लिया। मैं एक परफेक्ट पोजीशन में बैठी थी उस लण्ड को अपने मुँह में लेने के लिए।
हर्ष- “यू लाइक दैट काक इन योर माउथ, डोन्ट यू? इज डर्टी लिटिल होर एंजाय दिस काक?”
मैंने अपना हिलता सिर रोकते हुए उसके लण्ड को मुँह से निकाला- “एस आई लोव इट…”
और हर्ष ने मेरे बालों को पकड़कर मुझे अपने कंट्रोल में ले लिया- “माई कम स्लट नीड माई काक इन हर माउथ, आंड नाउ आई गिव इट टु यू…” उसने रोबदार आवाज में कहा। फिर वो मेरे मुँह को अपने लण्ड से तेजी से चोदने लगा।
गूँ-गूँ-गूँ की आवाज मेरे मुँह से आने लगी।
हर्ष ने कहा- “रिमूव योर क्लॉत्स आंड पिंच योर टिट्स, आई वांट टु सी माई होर प्लेयिंग वित हर बिग चूचियां वाइल आई एम फकिंग हर माउथ…”
मैंने अपने कपड़े उतार दिए और उसने एक हाथ से अपनी शर्ट। हम अब नंगे थे और सेक्स के भूखे, उसने मेरे सिर को दोनों हाथों से पकड़ा और पूरा लण्ड मेरे मुँह में उतार दिया, मेरे होंठों पे उसकी बाल्स टच हो रही थी, फिर उसने अपना लण्ड निकाला और मेरी साँस में साँस आई। फिर उसने वापस धक्के लगाने शुरू कर दिए, उसका लण्ड मेरे गले तक वो उतार रहा था, और फिर उसने गुर्राते हुए पिचकारी छोड़ दी और मैं उसको घूँट पर घूँट लेकर पीने लगी।
हर्ष ने मेरे बालों से अपना हाथ हटा दिया। मैंने उसके लण्ड को पकड़कर उसको पूरे जोर से चूसा, ताकी कोई भी माल बाकी ना रह जाए। फिर पोप की आवाज से मैंने उसको अपने मुँह से आजाद कर दिया। मैं खड़ी हुई और उसको एक लंबा पैशनेट किस दिया। उससे अलग होकर मैंने उसके लण्ड को पकड़ा और बेड की तरफ ले गई और उसको साथ लेकर धम्म से बेड पर गिर गई। मैंने उसके बालों में अपनी उंगली डालकर मस्त किस किया जब तक वो मेरी चूचियों को मसलता रहा। वो नीचे गया और एक चूची को मुँह भर के चूसने लगा और दूसरे को मसलने।
मैं- “आ सक देम आल्ल योर्स…” कुछ देर बाद मैंने उसके सिर को और नीचे धकेला।
हर्ष चूमते-चूमते मेरी चूत तक पहुँच गया।
मैं- “लिक माई होर कंट…” मैंने उसके बाल पकड़कर उसको कहा।
हर्ष ने अपनी जीभ मेरी क्लिट पर फेरी।
मैं- “आऽ लिक इट अगेन…”
हर्ष ने मुझे स्माइल दी फिर मेरी चूत पे उसकी जीभ लपलाने लगी।
मैं- “आह्ह… शिट यू लोव इट, यू लाइक टु सक होरस डर्टी कंट, डोन्ट यू?”
हर्ष- “एस…”
मैं हँस पड़ी- “पुट योर टंग इनसाइड मी आंड फक इट विद इट…” मैंने उसके बालों को पकड़कर अपनी चूत पे उसका सिर धंसा दिया।
और हर्ष मेरी चूत में अपनी जीभ को सैर कराने लगा, उसने गोल-गोल घुमाई और आगे पीछे की।
मैं- “अह्हस्स यू सच आ गुड कंट लवर, यू डोन्ट केयर हाउ मेनी काक्स हैव फक्ड माई लिटिल फकिंग पुस्सी, यू नो ना?” कहकर उसके सिर को मैंने पीछे किया।
और हर्ष ने कहा- “मुझे पता नहीं कितनो से तुम चुदा चुकी हो पर ये अभी भी फ्रेश है…” और फिर से वो अपनी जीभ लपलपाने लगा।
हर्ष की बात से मुझे सेंटर फ्रेश की लाइन याद आ गई “सेंटर फ्रेश- कैसी जीभ लपलाई…” मेरी फ्रेश चूत के सेंटर में उसकी जीभ लपलपा रही थी, मुझे हँसी आ गई- “आह्ह… फक मेक मी कम आह्ह… सक मी चूत हार्डर…”
और हर्ष मेरे दाने को मुँह में लेकर जोर-जोर से चूसने लगा और अपनी जीभ रगड़ने लगा।
मैं- “अपनी जबान बाहर निकालो…”
हर्ष- “क्या?”
मैं- “डू इट ऐज आई से…”
और हर्ष ने जीभ बाहर निकाल दी।
मैं हर्ष के सिर को पकड़कर अपनी चूत पे रगड़ने लगी “आह्ह… उम्म… आऽ…” मेरे अंदर बाढ़ की चेतावनी मिलने लगी, और करेंट दौड़ने लगा, मैंने उसके सिर को छोड़ दिया।
हर्ष मेरी जांघों और कमर को पकड़कर तेजी से मेरी चूत चाटने लगा, सिसकते और मोनिंग करते हुए मैं झड़ गई। मैंने अपनी चूत पे हाथ फेरते हुए कहा- “गुड बाय…”
फिर हर्ष मुझ पे चढ़ के आगे आया, उसका लण्ड प्री-कम की लार छोड़ रहा था, मैंने एक उंगली से उसको लिया और मुँह में डाल लिया, फिर मैंने अपनी चूचियों के बीच थूका और उसका लण्ड अपनी बड़ी-बड़ी चूचियों के बीच में रख दिया। वो धक्के लगाने लगा।
हर्ष- “सो ब्यूटिफुल…” उसने अपना लण्ड चलाते हुए कहा। उसने कुछ देर मेरी चूचियों को चोदा और फिर मेरे मुँह में लण्ड डाल दिया, मैंने उसको कुछ देर लेने के बाद उसको छोड़ दिया, वो मुझ पर से हटा और बेड के दूसरे कोने तक जाकर वापस आया।
हर्ष ने कंडोम लगाकर पूछा- “रेडी फार आ राइड…”
मैं पलट के डागी स्टाइल में आकर अपनी गाण्ड ऊँची करके बोली- “श्योर…”
|