RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
अब मोम आई तो मैंने उनको किस करके स्वागत किया- “कैसा रहा आपका दिन?” मैंने मोम से पूछा।
मोम फिर अपने रूम की तरफ चलती हुई बोली- “बहुत ही गीला…”
मैं मोम के पीछे उत्तेजना में कैट वाक करती हुए बोली- “अच्छा। दिखाना तो जरा…” हम रूम में पहुँच गये।
मोम ने चेयर पर पर्स और बैग रखकर मेरी तरफ अपनी गाण्ड आगे करके कहा- “हेल्प कर ना…”
स्कर्ट में भी मुझे दो बड़े तरबूज साफ दिख रहे थे। मैंने स्कर्ट की जिप खोल दी, फिर मोम ने अपनी बड़ी ही सेक्सी गाण्ड हिलाते हुए स्कर्ट उतार दी। ओह्ह गोड… मोम की गाण्ड तो लाल हो गई थी।
मोम ने पीछे मुँह करके कहा- “जल्दी से बेड पर लेट जाओ…”
मेरे लेटते ही मोम एक टांग फैलाकर मेरे चेहरे पर आ गई फिर- “ओह्ह… शिट उम्म्म…” मेरे मुँह में और चेहरे पर वीर्य गिरने लगा। मोम किसी से चुदाकर उसका माल अपनी चूत में लिए सीधे मेरे मुँह में डाल रही थी। जब चूत से सारा वीर्य निकाल गया तब मैंने मोम की चुदी हुई चूत को चाटकर साफ कर दिया।
मोम फिर बैठ गई, मेरे सवालिया चेहरे को देखकर बोली- “क्याऽऽ? मुझे लगा तुमको टेस्ट जाना पहचाना लगा होगा?”
मैं- “क्याऽऽ?” मोम तो ऐसे बोल रही थी, जैसे ये कोई नार्मल बात हो।
मोम- “डोन्ट वरी, मुझे अकरम के क्लब जाना पड़ा। इस बार रियल वर्क की वजह से गई थी, पर उसने मुझे ऐसे ही नहीं जाने दिया, और हाँ ये तुम्हारे ही लिए उसने भेजा है…”
मैं- “वाट दो यू मीन?” मुझे समझ में आ गया था।
मोम- “छोड़ो इन सब बातों को चलो लंच करते हैं…”
मैंने मोम को मजाक के टोन में कहा- “अच्छा मुझे लगा आपका पेट भरा हुआ है…”
मोम ने मुझे आँख मारते हुए चलने का इशारा किया- “वैसे एक से मेरा पेट नहीं भरता, आई मीन, एक प्लेट से…”
मैं मोम के आगे चलते हुए बोली- “फिर तो आप मोटी हो जाओगी…” मैंने मोम को प्रेगनेन्ट होने का इशारा करते हुए कहा। हम हँसते हुए किचेन में गये।
मोम- “डोन्ट वरी मोना, आई एम फिक्स्ड, ओके? मैं फ्रेश होकर आती हूँ तब तक खाना लगा देना…”
मोम एक ब्लू टी-शर्ट पहनकर आई, लंच करने के बाद हम बातें करते मेरे रूम में चले गये। मैं अपनी किताबें और लैपटाप को हटाकर बेड पर लेट गई और मोम भी। हम कुछ देर यहाँ वहाँ की बातें करते रहे। तब मोम ने मेरा लैपटाप लिया और यूँ ही पिक्स वाले फोल्डर में चली गई। तब मैंने मोम को एक आर्काइव फाइल से पिक्स खोल करके दी। जिसमें मैं किसी में बिकिनी में थी तो किसी में टापलेश, फिर मोम आगे पिक्स देखती जाती जो मेरी और हमारे गर्ल्स ग्रूप की थी, किसी पार्टी की, तो किसी रूम में।
मोम और मैं पिक्स देखते हुए अपनी दोस्तों की बातें कर रहे थे और मोम अपने कालेज टाइम की दोस्त की बातें बता रही थी। कुछ पिक्स मेरे और मेरे दोस्तों के साथ वाली थी, जिसमें मैं तो कपड़ों में थी पर मेरी एक दो दोस्त टापलेश थीं उस दिन हम लोगों को फंक्सन में जाना था।
मोम आगे करती गई और हम किसी-किसी पिक पर बात कर लेते- “ये शगुफ्ता का बेडरूम है, पायल ने ही देर करा दी थी…” किसी पिक में हम कार में थे।
मोम- “ये कब की है?”
मैं- “12वीं के एग्जाम खत्म हुए थे तब की…” फिर कामया के घर पे हम सभी गर्ल्स पूल साइड बैठे हुए थे- “ये सम्मर टाइम की है…”
मोम ने पूछा- “ये लड़का पहले घर आया करता था ना?” उसमें हम सभी गर्ल्स के बीच में एक लड़का खड़ा था हम सब बिकिनी में थी और वो अंडरवेर में।
मुझे हँसी आ गई- “ये… ये वरुण है क्लास में था हमारे…” आगे एक रूम में सिर्फ मेरी दोस्त कामया और नेहा की पिक्स थी जिसमें वो एक लण्ड को चूस रही थी।
मोम ने मुझे देखा तो मैंने आँख मार दी, और फिर मोम ने आगे और पिक देखी, जिसमें वो लड़का कभी पायल को डागी स्टाइल में चोद रहा था और हम काउच पर बैठे, बिकिनी पहने, हाथों में ग्लास लिए हँस रही थी, फिर मैंने मोम को इसके बारे में बताना शुरू किया।
मैं- “उसे तो पता भी नहीं था की हम सभी गर्ल्स उसको देख रही थीं, वो लेक के आस-पास देख रहा था फिर उसने मास्टरबेट करना शुरू कर दिया। नेहा ने अपना कैमरा निकाला और उसकी पिक्स ले ली। वो डर के भाग गया, पर उसके बाद हमने उसके बहुत ही मजे लिए…”
मोम- “मोना रियली, तुम लोगों को ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए था…”
मैं- “मैंने कुछ नहीं किया था…”
मोम- “डिड यू फक्ड हिम?”
मैं- “नो… वो स्टुपिड था, नोट माई टाइप, असल में हम उसको कामया के घर बुलाते थे। आपको तो पता है कामया के पेरेंट्स मोस्टली बाहर ही रहते हैं। शुरू में हम उसके साथ मजाक ही करते और स्कूल वर्क करते और क्लास में चीजें मंगवाना। पर जब काम खतम हुआ, उसके बाद कामया के वहां कुछ और ही प्रोग्राम होता…”
मोम- “तुम लोग भी ना, क्यों बेचारे को ह्युमिलियेट करते थे…”
मैं- “अरे नहीं, वो तो उल्टा हम गर्ल्स के साथ रहने के लिए खुद ही कुछ ना कुछ लाता था, तभी तो हम गर्ल्स ने कामया के घर पर सम्मर टाइम पे प्रोग्राम करने का सोचा…”
मोम- “तो फिर करते क्या थे वहां?” मोम ने थोड़ा पास बैठते हुए कहा।
जिससे मेरी नजर मोम के नीचे चली गई। फिर मैंने बताना शुरू किया- “हम उसको शुरू में तो अंडरवेर में ही रहने देते, वो भी किसी पालतू की तरह हमारे काम करता, पर धीरे-धीरे हम उसको सेक्सुअली टास्क देते, मोस्टली नेहा ही उसको आर्डर देती…”
मोम- “रियली?”
मैं- “हमारा तो हँस-हँस के पेट दर्द करने लगता, फिर कभी हम पूल में स्विमिंग करते तो सारा टाइम उसका खड़ा ही रहता। हम बिकिनी में होती और वो पूरा नंगा, ऐसे ही मस्ती करते-करते एक दिन नेहा ने हद ही कर दी। सेक्स वाली पिक उसी दिन की थी। हम ड्रिंक कर रहे थे तब उसने हम सभी के ग्लास में अपना लण्ड डुबोने का काम दिया। हम सभी के ग्लास में डाल देने के बाद जब वो नेहा के पास गया तो नेहा ने उसको मुँह में ले लिया। हम सब उसको ही देख रहे थे, पर वो रुकी नहीं और वहीं हम सब काउच पर बैठे उसको बीच कार्पेट पर सेक्स करते देखते रहे। फिर तो हम सभी बोलते की ऐसे करो, नहीं उस पोजीशन में करो, उस दिन के बाद जब भी कामया के वहां हमारी पार्टी होती तो हम सभी वरुण का सेक्स शो रखते…”
मोम- “ओह्ह… माई गोड यार…” मोम हँसते हुए बोली- “और?”
मैं- “3-4 बार ऐसा करने के बाद हमने ये सब बंद कर दिया, सब बोर हो गये थे…”
मोम- “तुम लड़कियों में कौन सबसे ज्यादा करता था?’
मैं- “नेहा, पायल भी करती थी, पर वरुण नेहा का पप्पी था…” मैंने स्माइल के साथ कहा की हम उसको यही बुलाते थे। नेहा उस टाइम बायफ्रेंड नहीं रखती थी, किसी दोस्त के दोस्त की पार्टी हो तो वन नाइट स्टैंड कर लेती, पर बायफ्रेंड कभी नहीं रहे। इसलिए वो ही सबसे ज्यादा सेक्स करती वरुण के साथ। अब नेहा कुछ सुधर गई है। अच्छा हुआ अब कालेज में आने के बाद एक लड़के से रीलेशन में है, नहीं तो पता नहीं क्या-क्या कर डालती…”
मोम- “नेहा ऐसी लड़की लगती तो नहीं, जब वो आती है बहुत ही अच्छी लड़की लगती है। हाँ कामया को देखकर ऐसा लग सकता है, अंजली भी नेहा जैसी थी पर वो इतनी चुदक्कड़ नहीं थी…”
मैं- “अंजली आंटी और नेहा जैसी?”
मोम- “और नहीं तो क्या? वो तो जब भी मौका मिले किसी से भी फ्लर्ट करने लग जाती है…”
मैंने भौंहें चणाकर और सेक्सी स्माइल से पूछा- “और आप?”
मोम शर्माते हुए- “जब ड्रिंक करती हूँ तब थोड़ा बहुत…” मोम ने आँख मार दी और हँस दी- “हाँ, पर अंजली जैसे तो बिल्कुल नहीं, वो तो अपनी शाप के चेंजिंग रूम में भी करवा चुकी है…”
मैं- “अभी भी?”
मोम- “हाहाहा… पक्की चुदक्कड़…”
मैं- “अंजली आंटी को देखकर कोई भी समझ जाए, पता नहीं देवेंद्रा अंकल कैसे उनको ऐसे रहने देते हैं…”
मोम शरारती स्माइल के साथ कुछ सोच रही थी।
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