RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
मैं- “इटस अमेजिंग, उम्*म्म्म… लोव यू राखी, ये ले तू भी चख ले…” मैंने मोम को किसी हम उम्र सहेली की तरह कहा।
मोम ने उसको मुँह में ले लिया- “एम्म क्या टेस्ट है?” मोम मेरे ऊपर से हटकर मेरे पास लेट गई और मैं अपनी एक टांगग मोम के ऊपर चढ़ाकर चिपक गई।
हम दोनों के सीने ऊपर-नीचे हो रहे थे और धीरे-धीरे सांसें नार्मल होने लगी थीं, मोम ने मुझे किस किया और मेरी जांघों को सुलझाने लगी, उन्होंने मेरे चेहरे से बाल कानों के पीछे किए और मैं गाल पर प्यार से हाथ फेरने लगी। मेरे हाथ में अब भी डिल्डो था, उसको मैंने मोम के टिट्स पर हल्के से घुमाया।
फिर मैंने उसको अपने मुँह में लिया और फिर वापस ब्राउन टिट घूमने लगी, फिर दूसरे निपल के साथ भी ऐसा ही किया और डिल्डो को चूचियों पर हल्के से मारा। मोम और मैं स्माइल के साथ ये खेल खेल रहे थे, फिर मोम ने आगे झुक कर अपनी चूचियों के बीच में थूक दिया और मैंने उसको थोड़ा फैलाया। मोम ने दोनों चूचियों को पकड़ लिया और फिर मैं उनके बीच डिल्डो से चूची-चुदाई करने लगी। मैंने मोम के मुँह में डिल्डो डाल दिया, मोम उसको ऐसे चूसने और चाटने लगी जैसे कोई ब्लैक अफ्रीकी मुस्टंडा मोम के मुँह में अपना लंबा लण्ड डालकर खड़ा हो।
मैं- “वाउ… सच में राखी, तेरा स्टाइल तो कमाल का है…” मैंने मोम को सेक्सी आवाज से कहा।
मोम- “तू भी कम नहीं है, चल अब तू मुझे चूस के दिखा…” फिर मोम ने मेरे हाथ से दूसरे लण्ड को लिया, और फिर मेरे सामने कर दिया।
मैंने उसपर अपने हाथों को इस तरीके से फेरा जैसे मैं किसी का लण्ड मसल रही हूँ।
मोम- “ह्म्म… मजा आ रहा है, अब मेरी जान मुँह में ले ले…”
मैंने फिर उसको असली लण्ड मानकर उसको मस्त ब्लो-जोब देने लगी।
मोम किसी लड़के की नकल करते हुए आवाज निकाल रही थी- “आह्ह… इस्स्स्स… वाह क्या चूसती है तू, हाँ ऐसे ही लगी रहा…”
मेरी हँसी छूट गई और मोम भी हँसने लगी, फिर कुछ संभालते हुए फिर से नकली लण्ड को असली मजा देने लगी।
मोम- “आह्ह… आई एम कमिंग आह्ह… मोना पी ले मेरा माल आह्ह…” मोम ने हँसते हुए नकल की।
मैं अब उस लण्ड को जितना अंदर ले सकी ले लिया, फिर कुछ देर बाद जोर की सांस लेते हुए बाहर निकाल दिया।
मोम- “आह्ह… मजा आ गया यार हाहाहाहा…” और फिर मोम ने मुझे किस किया।
मैं मोम के बेड पर मस्त अंगड़ाई लेकर मोम को देखने लगी। मोम ने दोनों डिल्डो को बाक्स में रख दिया, फिर बाक्स को बेड के पास फर्श पर रख दिया, और फिर वापस मेरे पास आकर लिपट गई। मैं मोम की गाण्ड को और मोम मेरी गाण्ड को सहला रही थी। हम यों करते हुए कब सो गये पता नहीं चला।
अगली सुबह को मैं मोम डैड के बेडरूम में अकेली थी। मोम शायद ब्रेकफास्ट की तैयारी कर रही होंगी। मैं उठकर बाथरूम चली गई, 15 मिनट बाद तौलिया से मुँह पोंछते हुए बाहर आई, फिर मैं बाहर रूम से हाल में गई, रात के कपड़े मेन दरवाजे से उठा लिए गये थे।
मोम- “गुड मार्निंग, हन्नी…” पीछे डाइनिंग टेबल पे बैठी मोम की आवाज आई, वो ब्लैक सिल्क किमोना पहने, हाथ में कप लिए न्यूज पेपर पढ़ रही थी।
मैं- “गुड मार्निंग बेबी…”
मोम- “कुछ पहन लो…”
मैं- “फिर आपकी मार्निंग गुड कैसे होगी?”
मोम ने मुझे सेक्सी स्माइल पास कर दी। मैं मोम के पास चेयर के पीछे गई और मोम के कंधों पर से झुकते हुए उनको गुड मार्निंग किस किया। मैंने अपने हाथ किमोना में डालकर मोम की चूचियां अपनी हथेली में भर लिया, जिससे किमोना कुछ खुल गया, और फिर बँधी हुई लेस भी अपने आप खुल गई और मुझे पता चला की मोम सिर्फ ये ही पहने हुए थी।
मैं- “आप तो बड़ी शरारती हो गई हो?”
मोम- “वो कैसे?”
मैं- “अच्छा जी? ये शार्ट किमोना पहने आप बाहर से न्यूज पेपर ले आई, और पूछ रही हो वो कैसे? किसी ने देखा तो नहीं आपको झुक कर उठाते हुए?”
मोम ने कुछ नहीं कहा और शरारती स्माइल के साथ मुझे नीचे झुका कर किस करने लगी, और मैं मोम की चूचियां दबाकर किस कर रही थी। फिर मैं मोम की किसी मार्निंग टाइम में खिले हुए फूल की तरह खिली चूत की पंखुड़ियों पर अपना मुलायम हाथ फेरने लगी।
न्यूज पेपर कब का बिखर के नीचे गिर गया था, मोम चेयर पर तड़पती हुई अपनी कमर हिला रही थी, मोम ने मुझे अपने आगे कर लिया और मैं मोम की गोदी में, चेयर कर दोनों तरफ पैर रखकर बैठ गई, मेरे बड़े-बड़े रसीले गोले मोम के लस्टी चेहरा के सामने थे, फिर मोम मेरे आमों से अपना ब्रेकफास्ट करने लग गई।
मैं- “इस्स्स… आह्ह… आज ब्रेकफास्ट कैसा लग रहा है?”
मोम- “इतना टेस्टी मैंने आज तक नहीं खाया…” फिर मोम के दाँत मेरे निपल को काटने लगे।
मैं- “आह्ह… तो फिर ठीक है, अब से रोज आपको नाश्ते में मेरे आम ही मिलेंगे खाने को…”
मोम- “ह्म्म… अच्छा है, अब मुझे ब्रेकफास्ट नहीं बनाना पड़ेगा…”
मैं- “और मेरा क्या? मुझे भूखा प्यासा रखोगी? नहीं आपको भी मुझे सेम ब्रेकफास्ट खिलाना पड़ेगा…”
मोम- “पक्का… पर अभी मुझे डिस्टर्ब मत कर…” अपने सेक्सी अंदाज में देखते हुए- “मुझे ब्रेकफास्ट करने दे अम्म… आह्ह…”
मैं- “आह्ह… खाना आराम से खाना चाहिए, आपने ही तो सिखाया था…”
मोम- “बेटा इसको ऐसे ही खाने में मजा आता है, मैं तुझे दिखाती ही…” फिर मोम ने मुँह पूरा खोलकर मेरे आम का बड़ा कौर मुँह में भर लिया, फिर जोर से चूसते हुए पाह की आवाज से छोड़ा, फिर मोम आमों को चूस-चूस के खाने लगी।
“आऽऽ…” मेरे मुँह से निकाल पड़ा, जब मेरी गीली चूत में दो उंगलियां घुस गई, फिर मोम के दनादन चल रहे हाथ से मेरा बुरा हाल हो गया। कुछ ही देर में मैंने मोम की गोदी पर पानी की बूंदें गिरा दी, और पीछे की ओर टेबल को सहारे के लिए पकड़ लिया।
मैंने टेबल पर मोम का चाय का कप देखा तो उसको उठाकर मोम की तरफ बढ़ा दिया- “ये लो, आप तो इसे भूल ही गई…”
मोम- “ठंडी हो गई है, तेरी वजह से, बदमाश…” मोम ने डाँटने का नाटक करते हुए कहा।
मैं- “सारी…” हँसते हुए कहा।
मोम- “सारी वारी कुछ नहीं, अब तो तुझे सजा मिलेगी…”
मैं- “सजा?”
मोम- “हाँ… सजा, बहुत बदमाश हो गई है आजकल, अब तो तुझे सुधारना ही पड़ेगा…”
मैंने माफी माँगने वाली आवाज बनाते हुए कहा- “सारी मम्मी, आगे से ऐसी गलती नहीं करूँगी, प्लीज़्ज़… मुझे माफ कर दो…”
मोम ने खड़ी होकर मुझे टेबल पे लिटा दिया- “तूने हद पार कर दी है, अब माफी माँगने की कोई जरूरत नहीं है, यू आर बैड गर्ल, नाउ आई विल्ल पनिश यू…” कहकर मोम ने मेरी लेफ्ट चूची पर चपत लगा दी।
मैं- “नो मोम…” और मेरा हाथ अपने आप अपनी चूत पर चला गया।
मोम ने मेरा हाथ पकड़कर चूत से हटा दिया, और एक जोर की चपत चूत पे मार दी। फिर एक और चूत पे मारी।
मैं- “आई नो… आई विल बी गुड गर्ल, आई विल्ल ट्राई, प्लीज़्ज़… डोन्ट हर्ट मी…”
मोम- “ओके, एक चान्स देती हूँ…” फिर मोम भी टेबल पर मेरे ऊपर चढ़ गई, और फिर मेरे चेहरे पर आकर कहा- “हियर इट इस, गिव मी बेस्ट आर्गैज्म, जितना बढ़िया आर्गैज्म, उतना तुम्हारे पनिशमेंट से बचने का चान्स, नाउ सक माई पुस्सी…”
मैं अपना काम बहुत अच्छे से जानती थी, पर सोच रही थी की अगर मोम की चूत को मजा ना दूं, तो मोम कैसी सेक्सी पनिशमेंट देंगी? वो क्या करेंगी?” ये सोचकर मैंने चूत को चूमा और ऊपर-नीचे, यहाँ वहाँ जीभ फेरने लगी।
मोम- “इस्स्स… नाउ डर्टी गर्ल, मेक योरसेल्फ आ गुड गर्ल, लिक मामास वेट पुस्सी, ह्म्म…”
चूसते-चूसते मेरा खुद पर काबू नहीं रहा, और फिर मैं रुक भी नहीं पा रही थी, जबकी मुझे देखना था की मोम क्या करती हैं?
मोम- “आ एम्म…” करके मोम मेरे चेहरे पर आगे पीछे होने लगीं।
मेरे मुँह पर मोम का रंग चढ़ गया, मैंने मोम की गाण्ड में अंगूठा डाल दिया और ऊपर उठा दिया। मोम कुछ ऊपर हुई और मेरे मुँह पर अपनी चूत को रख दिया। मैं जीभ चूत के अंदर-बाहर करने लगी, और क्लिट को जोर से रगड़ना शुरू कर दिया। मोम की चीखें, उनकी सिसकारियां पूरे घर में गूँजने लगीं।
मोम का बदन मरोड़ा जा रहा था, पर मैंने दोनों हाथों से उनको जांघों से जकड़ लिया था, बेखुदी में ऐसा लग रहा था की पूरी चूत को चूस-चूस के खा जाऊँ। मोम की तो पूछो मत, वो मेरे बाल पकड़े किसी तरह मेरे चेहरे पर बैठी थी। आखिर में मोम से रहा नहीं गया और जोर से हाँफती और सस्स्स… आह्ह… करती हुई झड़ गई मेरे मुँह पर। मैंने अपनी मार्निंग चाय का कप खाली कर दिया था, और अब मैं उसको चाटकर साफ करने लगी।
मोम हाँफते हुए बोली- “आह्ह… आह्ह… दैट वाज अमेजिंग, यू आर ग्रेट चूत सकर एम्म मम्मी फरगिव्स यू…”
मैं- “थैंक्स मम्मी…”
मोम टेबल से उतरकर खड़ी हो गई, फिर अपनी चेयर के नीचे किमोना को उठाकर कहा- “तेरी चाय किचेन में है, पी लो अगर अब भी गर्म है की नहीं…”
मैं- “ह्म्म…”
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