RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
मोम अपने बेटे और बेटी के बीच इन्सेस्ट रिलेशन को जानने पर गुस्सा होने के बजाय उसको महसूस कर रही थी। इससे वो इतनी गर्म हो गई थी की बिना कुछ किए झड़ गई। इस बात से मोम मुझे कुछ कह भी नहीं पा रही थी, और ना ही मुझे अब डाँट सकती थी।
हम दोनों काफी देर अपने-अपने खयालों में कुछ खोई सी सोफे पर नंगी बैठी थी और हमारे बीच अब टेन्शन सा महसूस हो रहा था। इस अनकंफर्टबल सिचुयेशन को दूर करना बहुत ही जरूरी था। इसलिए मैंने मोम के हाथ पर अपना हाथ रख दिया। मोम कुछ बोली नहीं, मैंने सोचा की क्या कहूँ पर कुछ समझ में नहीं आ रहा था। यूँ ही मैंने अपने हाथ में मोम के हाथ को अपने गालों पर लगा दिया, मुझे प्यार का एहसास हो रहा था मैंने अपनी आँखें बंद करके मोम की हथेली के स्पर्श को महसूस किया।
मैं मुड़कर उंका हाथ अपना सिर से हटा दिया और अपने गले में डाल दिया, मैं चुपचाप सी मैं दरवाजे पर हमारे कपड़े देख रही थी, क्या-क्या हुआ था आज? कितना कुछ हो गया, पता नहीं आगे क्या होगा? पर जो भी होगा इतना तो पक्का था लाइफ पहले जैसी बिल्कुल नहीं रहेगी।
पता नहीं मैं कितनी देर खो सी गई थी और काफी टाइम बीत जाने जैसा लगा जब मोम ने मुझे प्यार से गले लगा लिया और मेरे गालों पर किस कर दिया। मैंने मोम की तरफ देखा फिर धीरे से होंठों के पास गई, मोम ने उन्हें भी किस कर दिया, हम अब फिर से किस कर रहे थे, शायद आज सोने से पहले आखिरी बार और धीरे-धीरे गर्म होते जा रहे थे।
मैंने मोम को सोफे पर लिटा दिया, और फिर मैंने मोम की नाभि पर किस किया। फिर उसके बाद मैंने मोम की जांघों को चूमा और धीरे-धीरे किस करते आखीर में गीली, तरबतर पानी छोड़ती, बेचैन करने वाले सेंट से भरी मोम की चूत तक पहुँच गई। फिर चूत में दो उंगली डालकर क्लिट चूसने लगी।
मोम सिसकारी निकालते हुए मेरे सिर पर हाथ फेर रही थी- आह्ह… सस्स्स… ह्म्म…” मेरी जीभ के कारण मोम करवट लेने लगी। पर मैं तो मोम के क्राउच से चिपक ही गई थी। मोम अपनी चूचियां दबा रही थी और खुद ही चिकोटी मार रही थी।
मैंने मोम को तब छोड़ा जब मोम फिर से झड़ गई। अपने होंठों पर जीभ फेरते हुए मैं उठकर बैठ गई, मोम अपने सीने को ऊपर-नीचे करती, सोफे पर लेटी मुझे देख रही थी। मोम का लस्टी चेहरा देखने लायक था।
हमारे बीच क्या बातें हुई थी, कोई फर्क नहीं पड़ा, हम बस एक दूसरे को प्यार करना चाहते थे बस। मुझे मोम के लिए ऐसा महसूस हो रहा थी की मैं उनसे लिपटी रही। सामने भी मोम एक मिरर की तरह थी, जितना प्यार मैं चाहती थी उतना प्यार मोम को भी चाहिए था। उनके चेहरे को देखकर ऐसा लग रहा था की अब तो किसी की जान गई समझो, वो कातिलाना था, लस्ट से भरा, होठों पर रस था पर उनमें प्यास भी थी, आँखों में सभी कुछ था और अब वो पूरी हो गई थी।
मोम ने मुझे किस किया, फिर मोम सोफे से खड़ी हुई, और अपने रूम की तरफ जाने लगी। क्या मोम खुद मजे लेकर मुझे अकेले छोड़कर जा रही थी? हाल से निकलने से पहले मोम ने पीछे मुड़कर देखा और इशारे से पीछे आने को कहा। फिर मोम चली गई।
मोम को अब सेक्स के फुल मूड में देखकर मैं खुश हो गई और मन में बोली- “एस मम्मी, कमिंग कमिंग…” मैं उठकर खड़ी हुई और मोम के बेडरूम की ओर अपनी गाण्ड मटकाते, और दोनों हाथों से चूचियां मसलते हुए गई। मैं मोम के रूम में पहुँची और देखा, मोम वार्डरोब में से कुछ इधर-उधर कर रही थी।
मोम ने इशारे से मुझे सामने बेड पर जाने को कहा, मैं मोम की नंगी गाण्ड के सामने बेड पर बैठ गई, मोम पता नहीं क्या ढूँढ़ रही थी?
मैं- “आप क्या कर रही हो?”
मोम- “अरे मिल नहीं रहा है…”
मैं- “पर क्या ढूँढ़ रहे हो? बताओ तो सही…” मैंने अपनी क्लिट को रगड़ते हुए पूछा।
मोम के जांघों के बीच गाण्ड के अंधेरे में चूत दिखाई दे रही थी। मोम ने कहा- “रुको…” पर कुछ देर बाद भी जो कुछ भी था उनको नहीं मिला तो वो बेड पर मेरे पास बैठ गई।
मैं- “ह्म्म?” मैंने भौंहें ऊपर करते हुये कहा।
मोम- “छोड़ो…” फिर मोम ने मुझसे पूछा- “तुम कोई सेक्स टाय इश्तेमाल करती हो?”
मेरी हँसी छूटत गई “क्याऽऽ…” मोम मुझसे सेक्स टाय्स के बारे में पूछ रही थी, इससे पक्का पता चल गया था की मोम और मैं अब नार्मल माँ बेटी जैसी नहीं रही। मैंने जवाब दिया- “हाँ… मेरे पास है…”
मोम- “मुझे डबल एंडेड डिल्डो नहीं मिल रहा…”
मैं- “वो… डबल एंडेड डिल्डो?” मोम तो सच में कमाल ही कर देती हैं। वैसे मैं सोचने लगी की मोम जब उस डिल्डो से डबल पेनिट्रेट करती होंगी तो कैसी लगती होंगी?
मोम- “तेरे पास है?”
मैं- “नहीं, एक लोंग ग्लास का डिल्डो है, वो चलेगा?”
मोम- “नहीं…”
मैं मोम के बेड पर लटते हुए बोली- “हम 69 में ऐसा कर सकते हैं…”
मोम- “ह्म्म… हाँ ये हो सकता है…” फिर मोम वापस वार्डरोब को खोलकर एक मेकप बाक्स ले आई। फिर मैंने देखा की उसमें एक भी सामान मेकप करने का नहीं था, इसके बजाय उसमें बहुत से सेक्स टाय्स रखे थे।
मैं- “वाउ… आपके पास तो बहुत ही बड़ा खजाना है…” उसमें रेड, पिंक, ब्लैक, ट्रान्स्पेरेंट, अलग-अलग कलर के डिल्डो और वाइब्रेटर्स थे, रब्बर के, ग्लास के और प्लास्टिक के।
मैं- “इतने सारे? कब से कलेक्ट कर रही हो?”
मोम- “काफी टाइम हो गया है, याद नहीं…”
मैंने एक जेल्ली वाला डिल्डो उठाया जो 10” इंच का ब्लू कलर का था और हाथ में लेते ही वो डोलने लगा- “अरे शांत हो जा…” मोम ने मुझे देखा और हम हँस पड़े।
फिर मोम ने दो ब्लैक कलर के डिल्डो निकाले जो 9” और 11” इंच के थे और मोटे लण्ड की बिल्कुल कापी थे, किसी अफ़्रीकन के जैसे। मैंने ब्लू डिल्डो वापस रख दिया, मोम ने 11” इंच डिल्डो मुझे दिया और फिर मैं पीठ के बल लेट गई। फिर मोम मेरे ऊपर चढ़कर 69 पोजीशन में आ गई। हमने पहले एक दूसरे की चूत को गीला किया और फिर।
मैं- “आह्ह…”
मोम- “सस्स्स…”
धीरे-धीरे चूत की खातिरदारी करनी शुरू हुई, और फिर स्पीड जैसे-जैसे बढ़ती गई वैसे-वैसे रूम में दो चुदक्कड़ माँ बेटी की चुदाई की आवाजें तेज होती गई।
मैं- “आह्ह… आह्ह… आह्ह… सस्स्स… आह्ह…”
मोम- “एम्म्म… मेरी चूत आह्ह…”
मैं- “और जोर से करूं?”
मोम- “ले अह्ह… मार गई आह्ह… आह्ह… आह्ह… आह्ह…” मोम ने स्पीड बढ़ाई तो मैंने भी ताकत से मोम की चूत को मोटे डिल्डो से किसी चाकू की तरह पकड़कर मारना चालू किया।
मोम- “ऊउउउ… एम्म… फक मी, फक मी…”
फिर मुझे चूत को मारने की सजा भी मिली, मोम ने मेरी गाण्ड के छेद में उंगली करनी शुरू कर दी, मैं सिसकी- “आह्ह… शिट…”
मोम- गुड गर्ल अह्ह… फक माई पुस्सी- ओह्ह… फुक्क लाइक दिस हाँ… आह्ह… हाँ हाँ गुड गर्ल, लेट मी टेक केयर योर पुस्सी… आऽ आऽ मर गई आऽ और जोर से… हाँ चोदो चोदो चोदो आह्ह… मेरी जान ये ले आऽ और चूस आऽ तेरी जबान तो खतरनाक है उम्म्म… मेरी गाण्ड के छेद पर तेरी जीभ बहुत मस्त लगती है… आऽ आऽ और जोर से डालो चूत में… आह्ह… इस्स्स… मैं झड़ने वाली हूँ आह्ह… आई एम कमिंग… आ… फुक्किंग स्लट आह्ह… जोर से चोद मोना, मेरी चूत तेरी ही है जो करना है कर… पर रुकना मत आह्ह… आह्ह… आह्ह…”
और फिर मैं झड़ गई, मेरे साथ मोम की चूत से बारिश निकल के मेरे चेहरे को नहलाने लगी, मोम ने मेरी चूत से डिल्डो निकाल के मुझे चाटने को दे दिया।
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