RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
तभी चूत से खूब सारा पानी बाहर आया और सोफे पर छलक गया, मोम जोरों से चिल्लाकर शांत हो गई, फिर मैं मोम के ऊपर लेट गई और मोम के मुँह में अपनी हथेली डाल दी, मेरी कलाई पकड़कर मोम ने एक-एक उंगली को चाट कर साफ कर दिया। फिर मोम ने धीरे-धीरे और बड़े प्यार से मेरे होठों को अपने होठों से मिला दिया। तेज साँसें एक दूसरे के चेहरे से टकरा रही थी, हम दोनों कई लंबे पलों तक एक दूसरे से जुड़े रहे, फिर किस को आगे बढ़ाते हुए मुँह को और खोल लिया और अब हमारी जीभें आपस में मिल गईं।
अंदर ही अंदर अब हम सेयर कर रहे थे, आँखें बंद किए, चूचियों से चूचियां बदन से बदन लिपटे हुए, हम किसी अलग ही दुनियां में खो गये थे। मेरे मुँह से सलाइवा मोम के मुँह में जा रही थी पर मोम को कोई प्राब्लम नहीं थी। मैं मोम के लेफ्ट तरफ घूमी, बिना किस तोड़े, अब भी जुड़े होकर मोम मेरे ऊपर आ गईं। मोम के हाथ मेरे चेहरे को पकड़े थे और मैं हल्के-हल्के और धीरे-धीरे उनकी पीठ पर अपने हाथ चला रही थी।
मैंने मोम की जीभ को उनके मुँह के पीछे की तरफ किया और फिर उनके मुँह में अपनी जीभ डालकर कुछ देर रुकी रही। मोम का सलाइवा मेरे मुँह में आता जा रहा था, किसी नशीली शराब की तरह, किसी अमृत की तरह, किसी मीठे पानी की तरह एक-एक घूँट से पिए जा रही थी मैं। काफी सालों बाद हम अलग हुए, उह्ह… जोर से सांस लेते हुए हमारी किस ब्रेक हुई, सलाइवा तार की तरह मोम के मुँह से लटक रहा था।
मैं- “थूको ह्म्म…मेरे मुँह में थूको…”
पहले मोम ने मेरे होठों पर अपनी जीभ फेरी, जैसे वो जीभ एक लिपस्टिक हो, फिर मोम पीछे हुई और वापस आगे आकर धीरे से मेरे मुँह में थूक दिया। मेरे खुले मुँह में वो जीभ पर गिरता गया, मैंने मुँह बंद कर लिया।
मोम- “डोन्ट, गिव इट टु मी…”
फिर मैं उठकर बैठ गई, फिर मोम के चेहरे पर झुक कर मैंने उनके खुले मुँह में वापस दे दिया। मोम ने स्माइल के साथ इशारा किया, और फिर मैंने अपना मुँह खोल दिया। मोम ने मेरे मुँह में थोड़ा सा गिराया और थोड़ा मेरी ठोड़ी पर, फिर जीभ निकाल के ठोड़ी पर गिरे थूक को लिया और मेरे मुँह में डाल दिया।
मोम ने धीरे से कहा- “अब?”
और मैंने उसे गले उतार दिया- “एम्म्म… इटस फकिंग आसम…”
फिर हम सोफे पर बैठ गये, नंगे, टाँगें मोड़कर और फैलाकर, मोम और मेरी चूत अब धीरे-धीरे सूख रही थी। मोम ने मेरी चूत में बीच की उंगली अंदर डालकर वापस निकली- “एम्म टेस्टी…” मोम ने मुँह से उंगली निकाल कर कहा- “ये लो…” उन्होंने फिर से चूत में उंगली से रस निकाला और मेरे मुँह में डाल दी।
मैंने मोम की कलाई पकड़कर उंगली को मस्त तरीके से चूसा, फिर उस उंगली को अपनी चूत में डाल दिया, मोम ने दो उंगली डाल दी, मेरी क्लिट पर मोम ने अंगूठे को दबा दिया, फिर दो उंगली के बीच पकड़कर चाटने लगी।
मैं- “आह्ह… राखी ह्म्म इस्स्स्स…”
मोम ने मेरी तरफ देखा पर वो अब भी मेरी चूत में उंगली कर रही थी।
मैं- “उस लड़के के साथ रण्डी बनकर आह्ह… क्या-क्या किया?”
मोम- “इस्स्स… आऽ रियली यू वांट टु नो? ह्म्म…”
मैंने अपना सिर हाँ में हिला दिया।
मोम ने मेरी चूत से उंगलियां निकाल के मुँह में डाल दी- “ह्म्म… कितना बताया था तुझे?”
मैं- “अपने उससे पैसे ले लिए थे, और उसको अपने पीछे आने को बोला था…”
मोम- “ओके… तो सुनो…”
मोम आराम से बैठते हुए कुछ देर याद करके बताने लगी- “मैं उसको अपने पीछे आने को बोली, अपने रूम तक ले गई। पर सारे रास्ते वो मेरे पीछे-पीछे आ रहा था और मैं उसके कदम सुनकर धीरे-धीरे घबराने लगी, फिर तो जैसे मेरा दिल लाउड स्पीकर बन गया, कभी इतना तेज धड़क रहा था की मेरी हालत सभी को बता दे। मेरे मन में बार-बार खयाल आ रहा था की इस मामले को यहीं पर रोक देना चाहिए, ये गलत है, मोना मेरे मन में तुम लोगों की बातें चलने लगी, फिर तेरे डैड का खयाल आ रहा था…”
मैं- “ओह्ह… मोम…”
मोम- “मोना मुझे गलत मत समझना, पर मैं खुद को रोकने के लिए तैयार कर रही थी। मैंने सोचा की उसको रूम में लेजाकर उसके पैसे बेड पर रखकर बाथरूम का बोलकर निकल जाने का प्लान दिमाग में आने लगा, मैंने उसको रूम में बैठाया और बाथरूम गई।
पर जाते टाइम मुझे अलग लग तो रहा था, एक उत्तेजना थी, कहीं एक ओर ये सोच रही थी की ये गलत है, पर मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था। ये देर वाली धड़कन नहीं थी। नीचे चेक किया तो वहां असलियत तो कुछ और ही थी, मेरे मुँह से- “ओह्ह… माई गोड…” निकलने लगा ओह्ह गोड… ओह्ह गोड… मैंने खुद को नंगा कर लिया और देखा तो मेरी चूत पूरी तरह गीली थी, और जब मैंने बट-प्लग निकाला तो इस्स्स… मैंने उसको गाण्ड से निकाल दिया और पर्स में रख लिया।
पर इससे मेरा मन बदलने लग गया, आई डोन्ट नो वाट हैपेंड? एक पल मैं यहाँ से बाहर जाना चाहती थी पर मेरा खुद पर काबू नहीं रहा। मैंने बाथरूम का दरवाजा खोल दिया, मैं नंगी रूम की तरफ देखते हुए खड़ी रही, वो मुझे देख रहा था और मैं उसे, मेरा हाथ नीचे चला गया।
तभी मुझे कुछ होश आया और मैं घूमकर मिरर की तरफ हो गई। मैंने उसको मिरर से अपनी तरफ देखते हुए देखा। ये मैंने क्या कर दिया? तुम समझ गई होगी की क्या चल रहा था मेरे मन में, और मेरी बाडी में? पर ये कन्फ्यूज़न कुछ देर ही चला जब तब मैंने अपने आपको मिरर में नहीं देखा।
मैं खुद को अलग ही तरह से देख रही थी और सोच रही थी क्या सच में मैं इतनी हाट हूँ की कोई भी मुझ पर फिदा हो सकता है? जवानी की बात अलग थी, पर मेरी इस उमर में कोई मुझे ऐसे देख सकता है? मैं दो जवान बच्चों की माँ, मैं मिरर में देख तो खुद को रही थी पर अब मैंने जाना की मैं क्या हूँ?
मैंने अपने कपड़ों के साथ उम्र के पर्दे को उतार दिया था। तब मैंने सोच लिया और फिर सारी बातों को साइड में करके खुद को तैयार किया… वो भी एक अंजान मर्द के सामने। मेरे बदन में नई चमक आ गई थी, फीलिंग लाइक क्वीन, आग की तरह, मुझमें एक नई चाल आ गई। सच मोना उस फीलिंग को मैं कभी भुला नहीं सकती।
मैं रूम में गई और उसके सामने खड़ी हो गई, उसने मेरी कमर को पकड़ना चाहा। पर मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ मारकर झटक दिया। वो मुझे देखकर स्माइल से फिर कुछ करने वाला था, पर मैंने उसको फिर रोक दिया, मैंने उसको बेड से उठा दिया और खुद अदा से बात करके उसको ड्रिंक बनाने को कहा। हमने ड्रिंक किया फिर उसने मुझे किस करना शुरू किया। मुझे बेड पर लिटाकर उसने धीरे-धीरे मुझे किस करते हुए मुझे हर जगह चूमा।
मोनिका- मैं अपने टिट्स मरोड़ती हुए मजे से सुन रही थी, मोम मेरी चूत के ऊपर हाथ फेर रही थी।
मोम- “वो मेरी चूचियों को दबाते हुए किस कर रहा था और मैंने उसकी शर्ट को उतार दिया और फिर झट से उसने अपनी पैंट भी उतार दी। मैंने उसके लण्ड पर हाथ फेरा और फिर उसको अंडरवेर से बाहर निकालकर मसलने लगी…”
मैं- “फिर बताओ ना स्स्स्म्म…” मोम मेरी क्लिट को गोल-गोल घूमने लगी।
मोम- “मैंने उसको सबसे पहले ब्लो-जोब दिया और फिर उसने मुझे लिटाकर मेरी चूत पर अपना 8” इंच का लण्ड रख दिया…”
मैं- “आह्ह… इस्स्स… चोदो मुझे…” मोम ने दो उंगली डाल दी।
मोम- उसका हथियार मोटा बहुत था, जब उसने डाला तो मैं मर ही गई, उसने मुझे शुरू में धीरे-धीरे चोदा, फिर वो मेरी एक टांग को ऊपर करके मेरे ऊपर चढ़ गया। उसका हर धक्का मुझे जोर से लग रहा था। इसलिए मैं उसके ऊपर आ गई और उसके खड़े लण्ड पर बैठ गई। उसने मेरी कमर को पकड़ लिया और नीचे से धक्के लगाने लग गया, और फिर जो शुरू हुआ की रुकने का नाम ही नहीं। मैं तो एक मिनट में ही झड़ गई, पर उसने तो ना रुकने की कसम खा ली थी।
मेरी गाण्ड पर उसके बाल्स ढोल बजा रहे थे और मेरी चूचियां उछले जा रही थीं। ओफफ्फ़… क्या फीलिंग थी, उस समय अम्म… उसने मुझे स्पून पोजीशन में चोदा और फिर डागी स्टाइल में। उसने मुझे अपना लण्ड चूसने को कहा। मैंने उसको मसल-मसल चूसा, वो मेरे मुँह में मुश्किल से आ रहा था। मैं सिर्फ उसके टाप को ही ले पा रही थी।
उसने मुझे डीप-थ्रोट का याद दिलाया। पर मैंने उसको कहा की ये तो बहुत ही बड़ा है। पर उसने कहा की कैसे भी मुझे लेना ही पड़ेगा, उसने फिर मुझे बेड पर लेटने को कहा। आह्ह…मेरा सिर कोने पर उल्टा लटक रहा था। फिर उसने मेरे मुँह को सिर को पकड़ा और मेरे मुँह को चोदने लगा, मेरी तो हालत ही खराब हो गई, कुछ देर करने के बाद वो रुक जाता, ताकी में सांस ले सकूं।
वो फिर से शुरू हो गया, ऐसे 3 मिनट बाद में मेरा आह्ह… आह्ह… मुँह दर्द कर रहा था पर तभी मेरा ध्यान गया की मैं अब उसके मोटे शैतान जैसे लण्ड को आसानी से मुँह में ले रही थी, उसी पल वो मेरे चेहरे पर झड़ गया, और फिर मैंने राहत की सांस ली।
मैं मोम को देख रही थी की मोम कैसे मजे से ये सब सुना रही थी और जब खुद अभी अपनी बेटी से अपनी चूत चुसवा रही थी। फिर मैंने अपने जीभ की स्पीड बढ़ा दी तो।
मोम की सिसकारियां बढ़ने लगीं- “आह्ह… जोर से और जोर से… आऽ आऽ सक इट आह्ह… आह्ह…”
मैं भी मोम के साथ इस्स्स… आऽऽ करते हुए उनका आदेश मान रही थी। मोम झड़ने वाली थी तो मैं मोम की चूत पर बैठ गई, फिर मैंने कमर हिलाकर दोनों माँ बेटी की चूतों को आपस में रगड़ना शुरू कर दिया।
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