RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
आखीर में अकरम ने मोम को अपनी गाण्ड ऊपर करके बैठा दिया और उसमें अपने लण्ड डाले ऊपर-नीचे होने लगा और फिर मुझसे कहा की वो अपना माल मेरे मुँह में भरेगा, पर उसको पीना मत।
फिर सलमान ने मेरे मुँह को अपने लण्ड से भर दिया और मैं सिर आगे पीछे करके उसके लण्ड से वीर्य निकालने लगी। तब वो मेरे मुँह में झड़ गया। जैसा उसने कहा, मैंने चाहते हुए भी उस टेस्टी वीर्य को अपने गले से नीचे नहीं उतरा।
अकरम ने मोम की गाण्ड से लण्ड निकालते हुए कहा- “अब इसकी गाण्ड में भर दे…”
मोम की गाण्ड का छेद खुला हुआ था और मुझे अंदर का हाल दिख रहा था, मैं अपने मुँह को छेद पे लेजाकर सारा वीर्य उसमें डाल दिया।
फिर अकरम ने अपना लण्ड मुझे चूसने को दे दिया और सलमान ने मोम की गाण्ड के छेद में अपना लण्ड डाल दिया, ताकी गाण्ड का छेद सिकुड़ ना जाए, कुछ देर बाद मोम की गाण्ड में उन दोनों का वीर्य था जिसे मैंने अपने मुँह से अंदर डाला था। फिर उन्होंने हमें बाथरूम के गीले फर्श पे लिटाकर अपनी जबान के कमाल से हमें झड़ने को मजबूर कर दिया, कुछ देर हम यूँ ही लेटे रहे फिर उसके बाद शावर ओन करके हम चारों नहाकर बाहर आ गये।
“चलो अब कुछ खा लेते हैं…” फिर हम सभी रूम में अपने कपड़े ढूँढ़ने लगे, मेरी और मोम की ड्रेस सोफे के कोने में खराब और सलवटों से भरी होती है।
मोम- “मेरी कार के अंदर शापिंग बैग रखे हैं, आप उनको ला देंगे?”
अकरम- “अभी ये ही पहन लो ना, यहाँ पर कोई कपड़ों को नहीं देखता…”
मोम- “नहाने के बाद मैं ये नहीं पहन सकती, आप किसी को बुला दो बैग लाने के लिए और कार की पीछे की सीट पे ही बैग रखे हुए हैं…”
अकरम- “रुक जरा, फोन किधर है?” फिर वो फोन ढूँढ़ने लगता है।
सलमान कहता है- “आज क्लब खाली ही है और कोई फेर्क नहीं पड़ेगा, पर मोम और मैं मना कर देते हैं…”
अकरम- “चलो अब तुम ये तो नहीं पहनोगी, कोई बात नहीं। अब तुम लोगों को ये कपड़े भी नहीं मिलेंगे…” और वो हमसे सारे कपड़े ले लेता है।
मैं- “नहीं नहीं…”
सलमान- “अब तो तुम लोगों को ही जाना पड़ेगा अपनी कार से कपड़े लेने…” कहकर वो दोनों हँसने लगते हैं।
मोम थोड़ी मूड में आकर कहती है- “नहीं, अब तो तुम ही लाओगे हमारे कपड़े…”
सलमान- “अच्छा। नहीं तो?”
मोम बोलने वाली होती है की तब अकरम मोम को तौलिया लाकर पकड़ा देता है- “अब ज्यादा शर्म आ रही है तो ये पहन के जाओ और अपने कपड़े लाओ…”
मैं- “क्यों मस्ती कर रहे हो, ला दो ना प्लीज…” प्लीज़्ज़… बोलते टाइम मेरी चूचियां हिलती हैं।
और दोनों हँसते हुए कहते हैं- “अब ये तौलिया ले लो, वरना यूँ ही नंगे जाना पड़ेगा…”
मोम तौलिया लेकर अपनी चूचियां और चूतड़ को कवर कर लेती है, और नाक ऊँची करके अपनी सेक्सी गाण्ड को मटकाते दरवाजा की तरफ जाती हैं।
सलमान मोम का हाथ पकड़कर रोकते हुए बोलता है- “ये फुलझड़ी तो बड़ी नकचढ़ी भी है, पर मानना पड़ेगा, सच्ची तू ऐसे ही बाहर चली जाएगी?”
मोम अपने हाथ सीने पे बांधती हुई बोलती है- “आप नहीं लाओगे, तो फिर किसी को तो जाना पड़ेगा…”
सलमान- “अरे हम तो मजाक कर रहे थे, अगर बाहर अकेली चली गई होती तो लोग पकड़ लेते तुझे…” और फिर सलमान काल करके किसी लड़के को खाना लाने को बोलता है।
मोम- “तुम भी तौलिया पहन लो…”
मैं- “इटस ओके राखी…” मैं आँख मारते हुए कहती हूँ।
पर अकरम हम दोनों को फिर से अलग नजरों से देख रहा होता है। मोम मुझे एक तौलिया ला देती हैं, जिसे चूची के ऊपर से बाँधकर मैं खुद को कवर कर लेती हूँ।
कुछ देर में एक लड़का खाना लेकर रूम में आता है, और अकरम मुझसे कार की चाभियां लेकर उस लड़के को हमारा सामान लाने को कहता है। हम चारों मिलकर खाना खाते हैं, और बातें करते हैं। इस सबके बाद वो खाना लाने वाला लड़का मुझे कार की चाभियां देता है और हमें अपने शापिंग बैग मिल जाते हैं।
मैं तौलिया निकाल के एक डीप ‘वी’ कट सफेद कलर का टाप और वेस्ट बेल्ट के साथ ब्लैक फ्लोयिंग हेम स्कर्ट पहन लेती हूँ, मोम रेड कलर डीप ‘वी’ कट रैमपर पहन लेती हैं, जिसमें उनकी कर्वी बाडी सेक्सी लग रही होती है। हम सभी ऊपर क्लब में जाते हैं, क्लब और वो जगह पहले से काफी खाली होती है, पर अब भी 3-4 लोग वहां बैठे होते हैं
सलमान- “चल ठीक, अब मैं चलता हूँ…” वो अकरम के गले लगकर मेरी तरफ आता है- “तेरी बड़ी याद आया करेगी अब से…”
मैं और मोम उसको किस करते हैं, फिर वो वहाँ से चला जाता है। अकरम उन 3-4 लोगों को सलमान के साथ जाने को बोलता है, अब उस जगह पे सिर्फ हम तीनों ही होते हैं।
अकरम मेरे और मोम की कमर पे हाथ रखकर ऊपर रूम में ले जाता है जहाँ मुझे उसने पहली बार चोदा था। उस रूम की तरफ जाते हुए अकरम हमारी तारीफें करते हुए कहता है- “तुम लोगों ने तो पार्टी की शान बढ़ा दी…”
हम थोड़े शर्मा जाते हैं। मैंने कहा- “पर आपने तो हमारी हालत खराब ही कर दी…”
अकरम- “तुम लोगों ने ही हमें मजबूर किया ऐसा करने के लिए…” हमारे चूतड़ों और पेट पर हाथ फेरते हुए कहा।
मोम सेक्सी आवाज में बोली- “वो कैसे?”
तब तक हम ऊपर रूम में पहुँच गये थे, और दरवाजा खुला छोड़कर हम बेड पर बैठ गये। अकरम किसी राजा की तरह बीच में बैठा हुआ था और मैं और मोम अगल बगल में रानियां बनकर उससे लिपटी हुई थीं।
अकरम- “तुम दोनों का ये जवान और सेक्सी बदन किसी को भी चोदने के लिए मजबूर करता है, इसलिए तुम लोग ही कसूरवार हो कल रात की ठुकाई के…”
मैं- “जब सामने इतने लंबे और तगड़े लण्ड होंगे तो कोई भी लड़की अपनी जवानी पे कैसे कंट्रोल कर सकती है? और तो और आपके वो दो भाई तो यूँ ही नंगे पुँगे घूम रहे थे…”
अकरम- “तुम दोनों को उनके लिए थोड़े ही ना बुलाया था। वैसे मेरा बड़ा भाई कैसा लगा?”
मोम- “आपके भाई तो आपकी तरह निकले, हमारे सभी छेदों की उन्होंने बैंड बजा दी…”
अकरम- “आखिर भाई किसका है? लेकिन ये तो बताओ, तुम दोनों को मजा तो आया ना दो भाइयों से एक साथ चुदने में?”
मैं उसके पैंट के ऊपर हाथ फेरते हुए बोली- “हाँ… बहुत…” और फिर पैंट पर से लंबे और कड़क तने हुए लण्ड को पकड़कर हिलाते हुए शरारती आवाज में- “और आपको? आपको मजा आया ना?” फिर झुक के उस उभार को चाटने लगी, फिर शरारती तरीके से हल्का काटा।
अकरम तड़पते हुए- “हाँ… मेरी जान, मजा तो मुझे भी आया। लेकिन कल जितने भी लोग यहाँ थे उन सबसे ज्यादा, और तो और तुम दोनों से भी ज्यादा…”
मोम अपने टाप के डीप ‘वी’ कट को साइड करके अपने चूचियां बाहर निकल देती हैं, और सेक्सी स्माइल से पूछती हैं- “ह्म्म… वो कैसे?”
अकरम अब हल्के से फुसफुसाते हुए कहता है- “मुझे तुम दोनों को पहले चार भाइयों से रण्डी के जैसे चुदते देखने में मजा आया, फिर आज सुबह देखा…” फिर हम तीनों एकदम पास में आ जाते हैं फिर वो बोला- “की कैसे दो भाई मिल के एक साथ माँ बेटी को चोद रहे हैं…”
मेरा हाथ उसके लण्ड पर फेरते हुए रुक जाता है, और मोम की सेक्सी स्माइल कहीं खो जाती है, हम एक दूसरे को देखने लग जाते हैं, कैसे पर आखिर कैसे इनको पता चला? ओह्ह… माई गोड।
अकरम चालू रहता है- “… और कैसे एक बेटी अपनी माँ की गाण्ड में किसी का माल भरती है, सच में मुझे तो अपनी पूरी लाइफ में ऐसा मजा नहीं आया…”
मोम मुझे देख रही थी। फिर मैंने धड़ाके दिल के साथ अकरम को पूछा- “कैसे? आपको कैसे पता चला?”
अकरम- “कल तेरे भाई का फोन आया था…”
मेरे तो जैसे काटो तो खून नहीं। मैं बिल्कुल सदमे में आ गई और मोम की आँखें और मुँह डर और शाक के मारे खुले के खुले थे।
मैं- “और… और क्या आपने उसको बता दिया?”
मोम अपने मुँह पे हाथ रख लेती हैं।
अकरम मोम को शाक और डरी हुई देखता है, तो अकरम मुश्कुरा के उनके कंधे पर हाथ रखकर बोलता है- “तुझे लगता है, मैं तेरी असलियत तेरे बेटे को बताऊँगा? पागल है क्या? उसने अपने बाकी पेमेंट को लेने के लिए फोन किया था। मैंने उससे बस कुछ सवाल पूछे और फिर मेरे को पता चला की पहले माँ आई थी, और फिर लास्ट टाइम वो बाहर गई हुई थी, इसलिए उसकी बहन को पेमेंट के लिए आना पड़ा…”
हमारी जान में जान आ गई की भाई को हमारे बारे में पता नहीं चला और अकरम ने भी उसको नहीं बताया, लेकिन अब भी हमारा दिल जोरों से धड़क रहा था।
अकरम- “और ये जान के मुझे भी धक्का लगा। यार सच में मानना पड़ेगा, तुम दोनों माँ बेटी पक्की चुदक्कड़ हो। आज तक मैंने खूब रंडियां देखी हैं, विदेशी चुदक्कड़ लौंडियों को भी अपने लण्ड का मजा चखाया है, पर तुम दोनों सबसे आगे हो…”
मैं और मोम रंडियों जैसे सेक्स करते रहे, और वो हम माँ बेटी के बारे में जानता था।
अकरम ने आगे कहा- “मैंने तुम लोगों को भले ही औरों से चुदाने दिया हो, पर मुझे खयाल है तेरा और तेरा भी की तुम अपने घर वालों से छिपाकर मजे करती हो। पर मुझे पता नहीं था की तुम दोनों एक ही घर से आई हो, तुम जब अपने भाई और बेटे को और हाँ पति को भी उल्लू बनाती हो तब?”
उसने आगे कहा- “वैसे भी जब तुझे अपनी बेटी के साथ और तेरी बेटी को तेरे साथ मिलकर कई-कई लोगों से मरवाने में कोई प्राब्लम नहीं होती, तो फिर मुझे क्या पड़ी है तुम्हारी पर्सनल लाइफ में लोचा करने की। इसलिए सिर्फ मेरे को ही पता है, मैंने किसी को भी नहीं बताया। ताकी तुम लोग अपनी मर्ज़ी से चुदती रहो, ना की मजबूरी से…”
ओफ्फ… चलो घर पे पता नहीं चला, हमारी जान में जान आ गई।
फिर अकरम मेरी तरफ देखते हुए कहता है- “अब आगे से ध्यान रखना की ये बात सिर्फ मुझे ही पता हो। ठीक…”
तभी मोम मेरी तरफ मुड़कर कहती है- “मोना, चलो अब यहाँ से…”
अकरम- “क्या हुआ? अभी कोई टेन्शन की बात नहीं है…”
मोम- “कैसे टेन्शन की बात नहीं है? आज आप जान गये हो, कल कोई और जान जाएगा। हम ऐसा नहीं कर सकते, हमारी बदनामी हो जाएगी और फिर हम क्या करेंगे?”
फिर मैं रिलैक्स होकर मोम को बोलती हूँ- “ओह्ह… कम ओन, मोम। भाई को कुछ भी पता नहीं चला है…”
अकरम- “शांत हो जा मेरी जान, कोई बदनामी वदनामी नहीं होगी, देख आज तक तूने यहाँ पे मेरे कितने कस्टमरों से चुदवाया है, कोई जान पाया अब तक? और फिर तुझे तो चुदाई का बड़ा शौक है, रह पाएगी बिना चुदाये, ऐसे ही? बोल…”
मोम कोई जवाब देना चाहती थी। पर मैं मोम को अच्छी तरह से जानती हूँ, वो तो कल बेशर्मी से रेहान की बाइक के पीछे अपनी नंगी गाण्ड पूरे शहर को दिख रही थी, और अभी मोम को बदनाम होने का डर है? मैंने कहा- “मोम, क्या आपको मजा नहीं आता ऐसी मजेदार लाइफ में? हाँ?”
मोम चुप रही।
मैंने मोम से कहा- “देखा, आप मना भी नहीं कर पा रही हो…”
मोम- “बात ये नहीं है। वी हैव टु स्टाप दिस। हम पकड़े जा सकते हैं, और फिर तुम्हारा फ्यूचर भी खराब हो जाएगा…”
मैं- “ओह्ह… प्लीज़्ज़… मोम, अभी तक क्या बिगड़ गया है?” फिर मैं मोम की चूचियां पे हाथ रखकर कहती हूँ- “और कल के चक्कर में आज जो बिगड़ सकता है उसका क्या?” कहते हुए मैं मोम की चूचियों को पकड़कर मसल देती हूँ।
मोम ‘सस्स्स…। करके- “पर बेटा, तू अब ऐसा नहीं कर सकती। मैं अपनी बेटी को किसी प्राब्लम में नहीं आह्ह… नहीं डाल सकती…” मोम कड़क आवाज में ये बात कहना चाह रही थी पर उन्होंने सेक्सी आवाज में कह डाला।
मैं- “क्यों? मैं क्यों नहीं मजे ले सकती, जो आप लेना चाह रही हो?”
मोम- “तू अभी… आऽऽ बहस मत कर…”
|