RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
फिर मोम हटकर साइड में हो जाती है और मुझे लेट जाने को बोलती है। मेरे लेट जाने के बाद मोम ने मेरी टाँगें फैला दी, ताकी अब्दुल मुझे चोद सके।
मोम- “अब्दुल, आज तेरे लिए एक नई चूत हाजिर है, ये भी तेरे हथियार की मार खाने के लिए बेताब है…”
मैं मोम की बातें सुनकर शर्मा जाती हूँ। मोम तो अपनी बेटी को एक रांड़ की तरह पेश कर रही है, पर ये सुनकर मेरी उत्तेजना और भी बढ़ गई।
अब्दुल- “तैयार हो जा, रोने के लिए…” फिर उसने मेरी गीली चूत में अपना लण्ड धीरे से घुसेड़ दिया, और वो चूत की दीवार पे लग गया।
“आअह्ह… स्सोऽ फकिंग बिग…” मैं अपनी चूत को मसलती हुई अपनी चूचियां दबा देती हूँ।
मोम मुझे किस करने लग जाती हैं, और फिर अब्दुल जो शुरू होता है की मेरी चीख निकल के मोम के मुँह में ही रह जाती है। वो मुझ पकड़े होती है, पर अब्दुल मेरी चूत को दबा-दबा के मार रहा होता है। मोम फिर मेरी चूत को मसल रही होती है, पर मेरी चूत में अब्दुल के लण्ड का मजा सबसे ज्यादा होता है। मैं उसको रोकना चाहती थी। पर जो वो शुरू होता है की रुकता नहीं।
धीरे-धीरे मेरी चुदक्कड़ चूत को उसके बड़े से लण्ड की आदत हो जाती है और फिर मैं भी मजे लेते हुए चिल्लाती रहती हूँ- “चोदो, चोदो मेरी चूत… फक इट, फक माई पुस्सी, ओह्ह… हाँ हाँ और और… मोर…”
अब्दुल- “ये ले हाँ हाँ, आज तेरी भी बजा दूँगा…” अब्दुल पशीने से नहा गया था।
मैं- “हाँ… अब्दुल चोद मुझे, आअह्ह… चोद आह्ह… मर गई…”
अब्दुल- “तेरी चूत बहुत टाइट है, आज तो इसको चूत से भोसड़ा बना दूँगा…”
मैं झड़ जाती हूँ और अपने हाथ से मोम की चूत को जोर से मसल देती हूँ।
“आआह्ह… ऊऊओ शिट…” कहकर मोम मुझे फिर किस करती है और मोम भी तड़प रही होती हैं लण्ड के लिए, कहा- “सस्स्स… अब मेरी बारी… अब्दुल अब मेरी चूत को तेरा लण्ड दे दे…”
मैं अपनी पानी छोड़ती हुई चूत से लण्ड को निकाल के मोम को देती हूँ- “फक इट, टेक दिस प्रिक, होर टेक इट इन योर फकिंग डर्टी डर्टी होर पुस्सी…”
मोम- “येस, गिव इट तो मी, मेरी रण्डी चूत नीडस दिस फकिंग बिग काक… शिट इट्स सो बिग, फक मी वित योर बिग काक, फक माई डर्टी पुस्सी…” और मोम मेरे पास बैठी अपनी चूत को आगे पीछे करते हुए लण्ड को ले रही थी।
और अब्दुल भी मोम की कमर को पकड़े उनको आगे पीछे कर रहा था।
मोम मुझे अपने पास करके किस करने लगी, मोम तो फुल जोश में थी- “ओह्ह… ओह्ह… आआ फक माई पुस्सी…”
अब्दुल तो जैसे पूरे फार्म में था वो जम के शाट पे शाट लगा रहा था- “हाँ… ऊ हाँ हाँ…” वो पूरे पशीने से नहा गया था- “साली तेरी चूत की तो हाँ हाँ आज्ज भोसड़ा बना दूंगा हुहुहू फँसधुह…”
फिर मोम जोरों से चिल्ला पड़ती है और उनकी चूत से खूब सारा पानी बहना शुरू हो जाता है और वो तेजी से हाँफ रही होती हैं, और वो बुरी तरह से काँप रही होती हैं। फिर भी मोम अपनी क्लिट को मसलती रहती है।
उसके बाद मोम ने हटाकर मुझे लेटा दिया और मेरे मुँह पर चूत रखकर बैठ गई- “सक माई फकिंग चूत यू बिच, उम्म्म… इस्स्स्स…” मोम की चूत में करेंट दौड़ रहा था।
मैं अपनी माोम की चूत को पूरी ताकत से चूस और चाट रही थी और वो भी मुझे अपना रस पिलाकर फिर से झड़ गई।
तब अब्दुल ने मुझे कमर से पकड़कर अपने पास खींच लिया और फिर मेरी चूत को मारने लगा। मोम मेरे ऊपर से हटकर मेरे पास लेटकर मेरी चुदाई देख रही थी।
अब्दुल की मर्दानगी भरी चुदाई के कारण मेरी हालत ही खराब हो गई और मैं झड़ गई। मेरी चूत से खूब पानी निकल रहा था।
अब्दुल ने अपना लण्ड निकाल लिया और मेरी चूत में अपने दायें हाथ की बीच की दो उंगलियों को मेरी चूत में डालकर जोरों से मसलकर मेरी बारह बजाने लगा। फिर उसने मोम को पास बुलाया और मोम अपनी एक टांग ऊपर करके हाथ में ले लेती हैं, अब मोम को अब्दुल ने फिर से चोदना शुरू कर दिया।
मैं- “आअह्ह… फक फक फक उम्म्म… आअह्ह… शिट…” मैं तड़प कर मरी जा रही थी।
और अब्दुल मोम की मारे जा रहा था, और मोम पहले से ज्यादा तड़प रही थी, वो झड़ती हुई बोलती जा रही थी “टोर माई चूत… फक इट आह्ह… मेरी चूत… हाय रैम इट यू फकर…”
अब्दुल मेरी चूत में दो उंगलियों को जोरों से मसल रहा था और मेरी चूत से पानी के छींटे उछल रहे थे। मेरी चूत फिर से झड़ जाती है और थोड़ी देर बाद मोम भी झड़ जाती हैं। अब्दुल अब झड़ने ही वाला होता है।
मैं तभी बोल पड़ी- “मेरी गाण्ड, अब्दुल मेरी गाण्ड में अपना बड़ा सा लण्ड पेल दो, प्लीज़्ज़… फक माई आस…”
अब्दुल मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गाण्ड में अपना लण्ड पेल देता है।
“आआअ… शिट…” मैं चिल्ला पड़ती हूँ- “अब्दुल फक माई लिटिल गाण्ड का छेद… मेक इट बिगर… और मार ओह्ह माँ स्स्स्स… ओह्ह… गोड इट्स फकिंग बिग आऽ हाँ हाँ आई लोव इट…”
अब्दुल पूरे जोश में मेरी गाण्ड को दबा-दबा के फाड़ देता है और आखिरकार, वो अंदर ही झड़ जाता है। मेरी गाण्ड में इतना दर्द होता है की मेरी आँखों में पानी आ जाता है। फिर वो मुझ पर झुक जाता है और तेज-तेज हाफ रहा होता है। मेरी गाण्ड की जलन से मैं मरी जा रही होती हूँ, और अब्दुल का वीर्य मेरी गाण्ड के छेद से बहने लगता है।
मैं बड़ी कामुक आवाज से बोलती हूँ- “थैंक्यू अब्दुल…”
मोम भी हँसते हुए बोलती हैं- “थैंक्यू अब्दुल्ल…” और हम हँसते हुए उसको हाथ हिलाकर बाइ-बाइ करते हैं।
अब्दुल मुश्कुराता है और थोड़ा शर्माते हुए वो जल्दी से अपने कपड़े पहन लेता है और फिर आज की रात को सबसे रंगीन बनाकर अब्दुल कमरे से निकल जाता है।
मोम मुझे अपनी बाहों में लेकर लिपट जाती हैं, और अपनी उंगलियों से मेरी जलती गाण्ड को सहलाती हैं, मोम और मैं एक बार फिर नंगी और अकेली थी, एक दूसरे से लिपटी हुई थी।
मोम मुझे देखते हुए कहती है- “होर…”
मैं शर्माते हुए कहती हूँ- “आइ एम सारी… शट-अप बिच…” और हम हँस पड़ते हैं, काफी देर तक हमारी हँसी नहीं रुकती, फिर मैं मोम की चूत हल्के से सहलाती हूँ, उनसे लिपट जाती हूँ, और हम सो जाते हैं।
हम आज बहुत बुरी तरह से चुद चुके होते हैं। चार लोगों ने हमें जम के चोदा था। फिर उन तीनों कमीनों ने हमारी भूख और प्यास को बढ़ा तो दिया था पर उसे शांत एक ऐसे मर्द ने किया जिसको देखकर कभी सोचा ही नहीं था की उसके पास यहां का सबसे लंबा लण्ड है।
फिर मेरी नींद किसी की आवाजों से खुल जाती है। मेरे पास मोम लेटी हुई गहरी नींद में सो रही होती हैं। पर रूम में अब अकरम और उनके भाई भी होते हैं, वो लोग किसी को घेर के खड़े होते हैं। फिर कुछ होश आने के बाद समझ में आता है की चार लोग अपने लण्ड से कंडोम निकालकर दो लड़कियों को अपने लण्ड चूसा रहे थे। मैं लेटी-लेटी उनको देख रही थी।
एक स्लिम बाडी, घुंघराले बाल जो अब उलझे और वीर्य से भरे थे, लंबी सेक्सी टांगों वाली लड़की जिसकी चूचियां थोड़ी छोटी-छोटी थीं, फिर भी वो मस्ती से दो लोगों को हाट ब्लो-जोब दे रही थी, उसकी स्लिम बाडी के उलट उसके पास वाली लड़की थी।
उसका फिगर कर्वी था और वो उससे ज्यादा सांवली थी, उसकी हाइट दूसरी लड़की से छोटी थी, उसके बड़ी-बड़ी चूचियों पर बड़े काले-काले निपल थे और उसके चूतड़ फुटबाल जितने बड़े-बड़े थे और इस सब खूबियों के कारण वो पक्की चुदक्कड़ लग रही थी।
दोनों औरतें एकदम प्रोफेशनल थीं चुदाई में, पर उनकी अबकी हालत से वो भयानक दिख रही थीं, सेक्सी बाडी होने पर भी वो दोनों के चेहरे चुड़ैल जैसे हो गये थे और पता नहीं वो लोग उनको कैसे चोद रहे थे, और चार लण्ड अब उनको चोदने वाले थे, पर वो उनपर झड़ गये और उन्होंने सब कुछ पी लिया। फिर वो सभी सोफे पे बैठ गये और वो लड़कियां कार्पेट पे लेट गई, तब उन सभी ने मुझे देखा।
सलमान- “ओह्ह… जाग गई? तुम लोग गहरी नींद में थी, तो हमने यहीं पर अपना खेल चालू कर लिया…” सलमान ने कहा।
मैं- “कोई बात नहीं…” मैं बोली।
फिर वो सभी मर्द उठकर मेरे पास आए और मेरे मुँह के पास अपने लटकते लौड़ों को लाकर कहा- “आज बेचारों ने बहुत ठुकाई की है जरा गुड नाइट किस्सी दे दो…” फिर वो हँसने लगे।
मैं नींद भरी आँखों से उनको देखती हूँ। उनके प्लीज़्ज़… बोलने पर मैंने सभी लण्ड के सुपाड़े को एक-एक करके किस किया।
सलमान बोला- “मेरी जान थोड़ा प्यार से किस करो, नहीं तो कल ये तुमको नहीं मिलेगा…”
मैं बोली- “ओके तो फिर…” फिर उसके लण्ड को पूरा मुँह में ले लिया और फिर जोर से चूसते हुए अपने मुँह से निकाला- “अब ठीक है?” शरारती स्माइल से पूछा।
सलमान- “वाह… मजा आ गया…”
उसके बाद मैंने सभी चारों लण्डों को 3-4 बार वैसे ही मुँह में लिया और निकाला, वो दो रंडियां मुझे देख रही थीं, पर मैंने उनपर ध्यान दिया ही नहीं।
चारों को मेरे गुड नाइट किस्सी देने के बाद अशरफ का मूड बन गया और वो मेरे पास आया पर सलमान बीच में आकर मेरे पीछे लेट गया और अशरफ की तरफ देखते हुए कहा- “तुम लोग ऊपर वाले रूम में जाकर सो जाओ…”
तब तक अकरम मोम के पीछे लेट गया। उन दोनों के हम पर कब्जा कर लेने से अशरफ का मूड आफ हो गया, क्योंकी बेड पर अब मेरे और मोम के साथ वो दोनों स्पून पोजीशन में थे। आखिरकार, वो अपना खड़ा होता लण्ड लेकर उन रंडियों और इरफान को साथ लेकर रूम से निकल गया।
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