RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
अयाज- “कुछ खास नहीं, तुम लोगों को कंपनी के लिए कांट्रैक्ट फाइनल करवाने होंगे, पोलिटिकल लीडर्स और हाई लेबल अथारिटीस से, और मैं ये जानता हूँ कि तुम लोग कर लोगी। अब हम दुबई वापस जा रहे हैं, 10 दिन बाद आएंगे तब-तक सोच लेना…”
मोम- “ओके बाइ…”
मैं सब कुछ सुन चुकी थी- “मोम, वो सुबह लिफाफे में क्या था? किसका लेटर था?
मोम- “पता नहीं बेटा? कोई लटर था जिसमें लिखा था की वो हमसे बात करना चाहता है।
मैं- “तो क्या आपने बात की?”
मोम- “कल कर लूँगी…”
मैं अपने रूम मैं चली जाती हूँ और बाल्कनी में जाकर सिगरेट पीने लगती हूँ, तभी मेरा भाई आता है और बगल में खड़ा हो जाता है।
मैं- “क्या हुआ?”
भाई- “कुछ नहीं दीदी…” वो मुझसे चिपक कर खड़ा होता है, उसकी कुहनी मेरी चूचियों से छू रही होती है।
मैं- “कुछ तो बात है?” मैं अपना एक हाथ उसके कंधे पर रखकर पूछती हूँ।
भाई- “दीदी आप बुरा ना मानो तो एक बात पूछूं?”
मैं- “हाँ… पूछो…”
भाई- “दीदी आपका रेहान के साथ कुछ चल रहा है क्या?”
मैं- “मैं समझी नहीं?”
भाई- “कालेज़ में लड़के बोल रहे थे की तेरी गर्लफ्रेंड को रेहान…”
मैं- “रेहान क्या?”
भाई- “की मेरी गर्लफ्रेंड अब रेहान का बिस्तर गरम करती है…”
मैं- “तो ये बात तू अपनी गर्लफ्रेंड से पूछ ना, मुझसे क्यों पूछ रहा है?”
भाई- “दीदी, वो गर्लफ्रेंड आप ही तो हो, जो मेरे साथ उस दिन डिस्को गई थी, तब वो मिला था ना?”
मैं- “मेरा उसके साथ कुछ नहीं चल रहा…”
फिर मेरा भाई मुझे दो फोटोस दिखाता है। एक में मैं बाइक पर नंगी लेटी होती हूँ, दूसरी में वो मेरी चूचियां दबा रहा होता है। दोनों पिक्स में मेरी आँखें बंद होती हैं। मैं उसे कोई जवाब नहीं दे पाती।
भाई- “रेहान के सारे दोस्तों के मोबाइल में ये पिक्स हैं…”
मैं- “ओके, मैं रेहान से बात करूँगी की उसके पास मेरे ऐसी पिक्स कहां से आई?”
भाई- “नहीं दीदी, मत करना…”
मैं- “क्यों?”
भाई- “वो लोग मेरी गर्लफ्रेंड का गैंगबैंग का प्लान कर रहे हैं, आप मुसीबत में फँस जाओगी…”
मैं- “ओके… मैं सोचती हूँ कुछ और? हाँ तुझसे एक काम है…”
भाई- “क्या?”
मैं- “जा एक बोतल विस्की, रोस्टेड चिकन और सिगरेट ले आ, आज पार्टी करते हैं…”
भाई- “पर मोम?”
मैं- “उन्हें मैं देख लूँगी…”
एक घंटे बाद भाई सब कुछ लेकर लौट आ जाता है। मैं अपने रूम मैं शार्ट्स और टी-शर्ट पहनकर टीवी देख रही होती हूँ। वो टेबल पर सब लगाता है और ड्रिंक बनाता है। फिर हम 4-4 पेग पी चुके होते हैं। हम दोनों एक दूसरे से थोड़ा खुल चुके होते हैं।
भाई- “दीदी सच बताओ, आपने रेहान के साथ सेक्स किया है क्या?”
मैं- “हाँ किया है, पर मुझे नहीं पता उसने ये पिक्स कब ली?”
भाई- “फिर तो दीदी एक प्रोब्लम होगी?”
मैं- “क्या?”
भाई- “दीदी, वो गुंडे लड़के हैं, आपको छोड़ेंगे नहीं…”
मैं- “मैं समझी नहीं?”
भाई- “वो कुछ भी करके आपका गैंगबैंग कर देंगे…”
मैं आँख मारते हुए- “तुम चिंता मत करो मैं देख लूँगी…”
भाई- “वैसे दीदी, एक बात बोलूं?”
मैं- “क्या?”
भाई- “आप हो मस्त माल, आपको देखकर किसी का भी खड़ा हो जाएगा…”
मैं मुश्कुराते हुए- “अच्छा… ऐसा क्या है मुझमें?”
भाई- “आपकी चूचियां, आपकी गाण्ड… जब आप चलती हो ना तो कितने ही घायल हो जाते होंगे…”
मैं- “अच्छा बच्चू, अपनी दीदी पर नजर रखता है तू?”
भाई- “क्या करूँ? आपको देखकर ही खड़ा हो जाता है मेरा…”
मैं- “लाओ देखूं कितना बड़ा हो गया है तू?” और मैं उसकी जीन्स के ऊपर से उसका लण्ड सहलाती हूँ, उसकी जीन्स नीचे करके उसका लण्ड अपने हाथ से सहलाने लगती हूँ। फिर उसका लण्ड मुँह में लेकर चूसती हूँ।
भाई- “दीदी, आप एकदम पोर्न-स्टार की तरह चूसती हो लण्ड…” कहकर वो मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरी चूचियां दबाने लगता है, मुझे बेड पर ले जाता है, मेरी टी-शर्ट उतार देता है और मेरे निप्पल्स चूसने लगता है। थोड़ी देर बाद वो मेरी शार्ट्स भी उतार देता है।
मैंने पैंटी नहीं पहनी होती तो वो कुत्ते की तरह जीभ से मेरी चूत चाटने लगता है। उसका लण्ड पूरा टाइट हो चुका होता है।
भाई- “दीदी अब मैं डालूं क्या?”
मैं- “अब नंगा तो कर ही लिया है तूने, तो अब डालकर अपनी इच्छा भी पूरी कर ले…”
भाई- “थैंक्स दीदी…” फिर वो मेरी गाण्ड को थोड़ा ऊपर उठाकर अपना लण्ड मेरी चूत पर रखता है और एक तेज धक्का मारता है।
मैं चीख पड़ती हूँ- “आह्ह्ह… मार डालेगा क्या मुझे?” मैं बहुत ज्यादा दर्द होने का नाटक करती हूँ ताकी उसको शक ना हो।
भाई- “सारी दीदी, मैंने आपको हर्ट किया हो तो…”
मैं- “ठीक है…”
फिर वो धीरे-धीरे धक्के लगाने लगता है, फट-फट, फट-फट। मैं मोन करने लगती हूँ, और नीचे से गाण्ड उछाल-उछालकर उसे एहसास कराती हूँ की मैं बहुत उत्तेजित हो गई हूँ। फिर वो धक्के तेज कर देता है।
मेरे मुँह से- “अया… आअह्ह्ह… चोदो मुझे… आदी चोदो यार, जोर-जोर से मुझको चोदो…” बोलने लगती हूँ।
तभी वो रुक कर मेरी दोनों टांगों को अपने कंधों पर रखकर धक्के लगाने लगता है।
और मैं भी चीखने लगती हूँ- “फक फक फक… चोदो मुझे एक कुतिया की तरह भाई…” और मैं झड़ जाती हूँ। भाई भी मेरे अंदर ही झड़ जाता है। मुझे एक अजीब सी फीलिंग आती है की मेरे भाई का माल मेरी चूत में है।
जब मैं सुबह सोकर उठती हूँ तो देखती हूँ की नंगी हूँ, और मेरा भाई मेरे बगल में ही नंगा सो रहा है। मुझे रात की सारी बातें याद आने लगती हैं।
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