RE: Maa Sex Kahani माँ का और सेक्स एडवेंचर
तभी मैं नहाकर बाहर आ जाती हूँ, कपड़े पहनकर तैयार हो जाती हूँ, और मोम भी बिना ब्लाउज़ के साड़ी पहनी होती हैं, क्योंकी उनका ब्लाउज़ स्वीमिंग पूल में ही रह गया था। तभी रूम सर्विस का बंदा दरवाजा नाक करता है और पूछता है- मेम कुछ चाहिए क्या आपको?
मोम- “नहीं थैंक्स, अभी हमें जाना है…”
उसकी आँखें मोम की बड़ी-बड़ी चूचियों पर टिक जाती हैं।
मोम- “क्या देख रहे हो?”
रूम सर्विस- “कुछ नहीं मेम…” और वो मोम के हाथ में एक विजिटिंग कार्ड देता है और एक लिफाफा।
मोम- “ये क्या है?”
रूम सर्विस- “मेम, मुझे नहीं पता? ये हमारे एक कस्टमर ने आपको देने के लिए बोला था…”
मोम- “ओके…”
और वो लड़का वहां से चला जाता है।
मोम बुरक़ा पहन लेती हैं, और मैं भी। फिर हम हिजाब बाँधते है। तभी दरवाजा नाक होता है। मैं दरवाजा खोलती हूँ तो वो ड्राइवर होता है और पूछता है- “मेम आप तैयार हैं? मैं आपको छोड़ने आया हूँ…”
मोम- “हाँ चलो…” मोम के हर कदम से मोम की बड़ी-बड़ी चूचियां उछल-कूद मचा रही थीं। लाबी में बैठे हर बंदे को एहसास हो जाता है की मोम ने ब्रा नहीं पहनी हुई है। हम कार में आकर बैठ जाते हैं, और कार चल देती है।
ड्राइवर मुश्कुराते हुए- “क्यों मेम जी, हमारे साहब लोगों ने आप लोगों को मजा दिया की नहीं?”
मोम- “शट-अप… तुम गाड़ी चलाओ…”
मैं मोम को हाथ रखकर चुप रहने को बोलती हूँ और तभी वो हमारे घर के पास कार रोकता है और हमें एक पैकेट देकर चला जाता है। हम घर के अंदर जाते हैं, उस समय भाई घर पर ही होता है।
भाई- “हाय मोम, हाय दीदी…”
मैं- “हाय…”
भाई- कहां गये थे आप लोग? और आप लोगों ने ये क्या पहन रखा है?
मैं- “हम एक थीम पार्टी में गये थे, ये वहां का ड्रेस कोड था…”
भाई- “कैसी थीम पार्टी?”
मैं- “मेरी एक दोस्त के घर पर थी, परसों बकरीद है ना, उस वजह से दी गई थी…”
भाई- “ओके…”
हम रूम में चले जाते है, मोम बोली- “बेटा, आज तो बाल-बाल बच गये। क्या आइडिया आया तुमको? मुझे तो लगा हम फँस गये…”
मैं- “मोम, आप चिंता मत करो, मैं हूँ ना कुछ नहीं होगा…”
तभी हम वो पैकेट खोलकर देखते हैं और आँखें फटी की फटी रह जाती हैं, उसमें दो गोल्ड के सेट होते हैं और मोम तो खुशी से नाच उठती हैं।
मैं- “क्या बात है मोम, एक दिन की इतनी बड़ी कीमत?”
मोम- “सच… आई आम वेरी थैंकफुल टु यू…”
मैं- “मुझे क्यों?”
मोम- “अगर तू हाँ ना करती तो शायद मैं नहीं जाती उनके पास…”
मैं- “एक बात है मोम?”
मोम- “क्या?”
मैं- “इतना ढेर सारा मजा और इतने महंगे गिफ्ट भी…”
मोम- “सब तेरी ही वजह से है…”
मैं- “और मोम वो रूम सर्विस वाला लड़का क्या देकर गया था आपको?”
मोम- “पता नहीं, मैंने तो खोलकर भी नहीं देखा?”
मैं- “देखो तो है क्या वो?”
मोम- “ओके…” फिर मोम वो पैकेट खोलती हैं। उसमें एक लेटर होता है,
डियर मेम,
मैंने आज आप लोगों को पूल साइड पर देखा। सच आप जैसी बिंदास लेडीस आज तक नहीं देखी। सच में आप लोगों पर फिदा हो गया हूँ, आपसे एक रिक्वेस्ट है। मेरा विजिटिंग कार्ड अंदर है। प्लीज़्ज़… आप एक बार मुझसे बात कर लो, प्लीज़्ज़… प्लीज़्ज़… प्लीज़्ज़। मोम वो लेटर पढ़कर पर्स में वापस रख लेती हैं और हम जाकर सो जाते हैं, शाम को मोम चाय बनाकर लाती हैं। हम दोनों चाय पीते हैं।
मैं- “सच बताओ मोम, कैसा लगा कल रात का थ्रिल?”
मोम- “सच बताऊँ तो बहुत मजा आया, और जब से तू मेरे साथ आई है ना मजा बढ़ गया है…”
मैं- “वो क्यों?”
मोम- “ये सोचकर की मैं अपनी ही बेटी के सामने बेशर्मी से चुदवा रही हूँ…”
मैं- “सच बताऊँ तो आपको देखकर ही मैंने सेक्स को सही से एंजाय किया…”
तभी अयाज की काल आती है।
मोम- “हेलो…”
अयाज- “कैसी है?”
मोम- “बस आप लोगों का प्यार है जो जी रही हूँ…”
अयाज- “हाँ… एक बात बताओ?”
मोम- “क्या?”
अयाज- “तुम दोनों जाब करोगी मेरी कंपनी में, जिंदगी बन जाएगी…”
मोम- “पर हमने तो कभी जाब की भी नहीं, कैसे कर पाऊँगी?”
अयाज- “तो अब करके देख और उस लड़की को भी जाब दे देता हूँ तेरे साथ…”
मोम- “ठीक है, मैं अपनी बेटी से बात करके बताती हूँ…”
अयाज- “बेटी से?”
मोम- “नहीं, मेरा मतलब है उस लड़की से…”
अयाज- “ठीक है, सोच ले?”
मोम- “पर हमें करना क्या होगा?”
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