RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल ने शरमाते हुए हां में सर हिला दिया और अमन काजल के हाथ को अपने दोनो हाथ में पकड़ कर धीरे से सहलाने लगा काजल का बदन काँपने लगा वो कसमसाने लगी और अपने हाथ को पीछे खींचने लगी पर अमन ने उसका हाथ नही छोड़ा कुछ देर बाद जब काजल थोड़ा सहज हुई उसना अपना हाथ खींचना बंद कर दिया और अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें आपस में टकरा गयी दोनो कुछ देर वैसे ही बैठे रहे अमन मन में फर्याद कर रहा था कि वक़्त यहीं रुक जाए अचानक बाहर में डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम सकपका गयी और अपना हाथ पीछे खींच लिया और बेड से उतर कर बाहर चली गयी कुछ देर बाद काजल वापिस आई और सीधा किचन में चली गये अमन अंदर बैठा काजल के आने का इंतजार करता रहा पर काजल किचन से बाहर नही आई कुछ देर इंतजार करने के बाद अमन उठ कर किचन में चला गया काजल अपने दोनो हाथ सेल्फ़ पर रख कर खड़ी थी उसके फेस पर गंभीर भाव थे
अमन:क्या हुआ कॉन था
काजल: (एक दम चोन्कते हुए ) हां कोई नही पड़ोस के घर से आंटी आई थी मा जी से कोई काम था उन्हें
अमन:क्या हुआ आप यहाँ आकर खड़ी क्यों हो गयी कोई परेशानी तो नही
काजल:नही कोई बात नही
अमन:तो लगता है मुझसे कोई भूल हो गयी
काजल: नही ऐसी भी कोई बात नही है आप जाकर अपने रूम में आराम करो में खाना तैयार करती हूँ
अमन:खाना भी तैयार हो जाए गा में अकेला बोर हो जाउन्गा आप से बात करूँगा तो मन लगा रहेगा
काजल:मेरी तबीयत कुछ ठीक नही है आप जाओ में खाना बना लूँ
अमन को काजल में आए इस बदलाव देख कर थोड़ी निराशा हुई वो मायूस हो कर अपने रूम में जाने लगा फिर से डोर पर दस्तक हुई इस बार अमन ने डोर खोला तो सीमा और रीमा वापिस बाहर खड़ी थी अमन अपने रूम में अंदर आ गया अमन को उदास देख कर सीमा भी उसके पीछे रूम में आ गयी
सीमा:क्या हुआ अमन उदास लग रहे हो
अमन:कुछ नही बस ऐसे ही मन नही लग रहा
सीमा:तो क्या बात हुई काजल से
अमन:कुछ नही बस यूँ ही इधर उधर की बात कर रहे थे
सीमा:तू भी ना बुद्धू है बुद्धू में तुम्हे उसके साथ इस लिए अकेला छोड़ कर गयी थी कि तुम्हरा दिल उस पर आ गया है तुम्हे उसके साथ कुछ बात करने का मोका मिले और तुम यहाँ वहाँ की बातें ही करते रहे
अमन: पर आप ने ऐसा क्यों किया मेरे लिए?
सीमा:हां में तुम्हारी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती हूँ
अमन: पर मौसी लगता है काजल मेरे हाथ नही आएगी
सीमा;अर्रे तू तो अभी से हार मान कर बैठ गया चल तेरा हॉंसला बढ़ाने के लिए तुझे एक बात बताती हूँ
अमन:क्या मौसी
सीमा ने अमन को काजल के पति के बारे में सब कुछ बता दिया अमन अब तक समझ चुका था
सीमा: तू फिकर ना कर हम तेरे साथ हैं
अमन:हम और कॉन है
सीमा:रीमा दीदी और कॉन तू बेफिकर होकर अपनी चाल चल डरने की ज़रूरत नही अगर कोई बात हुई तो हम संभाल लेंगे
अमन:पर अगर उसने अपने पति से बात कर दी तो
सीमा: तू चिंता छोड़ अपने काम में लग जा बाकी सब हम पर छोड़ दे
अमन खुशी से नाच उठा और सीमा के होंठों को चूम लिया
सीमा:अच्छा अब बता हुआ क्या जो तू इतना उदास है
अमन ने सारी बात सीमा को बता दी
सीमा: अर्रे तू इतने से घबरा गया उस नाज़ुक चूत को पाने के लिए तुम्हें मेहनत तो बहुत करनी पड़े गी तू कॉसिश करते रह में तुम्हारे साथ हूँ
ये बोल कर सीमा बाहर आ गयी किचन में चली गयी किचन में काजल खाना बना रही थी
सीमा: काजल दीदी कहाँ है
काजल:जी वो रूम में हैं
सीमा:ठीक हैं
और सीमा दूसरे रूम में चली गयी और अमन ने जो बात सीमा को बताई थी उसने रीमा को बता दी रीमा के होंठो पर कातिल मुस्कान फैल गयी
रीमा:पड़ोस के घर से संदेशा आया है उनके घर में उनके लड़के का मुंडन हो रहा है हमे भी दोपहर के खाने के लिए बुलाया है तू ऐसा कर तू मेरे साथ ही चल कम से कम अमन को थोड़ा और टाइम मिल जाएगा
सीमा: हां ठीक है मैं भी चलती हूँ
काजल अपने और अमन के लिए खाना बना चुकी थी उसे रीमा ने बता दिया था कि वो और सीमा पड़ोस में जा रही हैं और वहाँ से खाना खा कर लोटेंगी सीमा और रीमा दोनो दोपहर को 1 बजे चली गयी काजल अभी भी परेशान थी उसने खाना थाली में परोसा और अमन के रूम में ले आई अमन बेड पर लेटा हुआ टीवी देख रहा था काजल रूम में दाखिल हुई और थाली को टेबल पर रख दिया
काजल : खाना खा लीजिए
अमन ने कुछ नही बोला और अपनी नज़रें टीवी पर लगाए रखी अमन के उदास और भोले फेस को देख कर काजल से रहा नही गया और वो बेड के पास आ गयी
काजल; क्या हुआ आप मुझसे नाराज़ हैं
अमन: नही तो में आप से क्यों नाराज़ होऊ
काजल: पर लग तो ऐसे ही रहा है जैसे आप मुझ से नाराज़ हैं वो दरअसल मेरी तबीयत कुछ अचानक खराब हो गयी थी इसलिए मैने आप को जाने के लिए कह दिया आइ आम सॉरी अमन जी
अमन: पहले तो आप मुझे अमन जी कहना बंद करो मैं आप से छोटा हूँ और मुझे अच्छा नही लगता
काजल:ओके अमन आइ आम सॉरी मुझे माफ़ नही करोगे
अमन:माफ़ तो कर दूँगा पहले आप को बताना हो गा आख़िर आप परेशान क्यों थी क्या मैने कोई ग़लती की
काजल:नही ऐसे कोई बात नही मेने बताया ना तबीयत थोड़ी खराब हो गयी थी
अमन: माना कि में आप से छोटा हूँ पर नासमझ नही अगर आप सच नही बताओगी तो में आप से दुबारा कभी बात नही करूँगा
काजल: (कुछ देर सोचने के बाद काँपती हुई आवाज़ में बोली) दरअसल जब आप ने मेरा हाथ पकड़ा था मुझे कुछ अजीब सा लगा था इसलिए जो कि मुझे सही लगा अमन समझने की कॉसिश करो आज से पहले मेरे पति के इलावा किसी ने मुझे हाथ तक नही लगाया था और ना ही ऐसी बात की थी
अमन:तो इसका मतलब आप को बुरा लगा पर मैने तो वैसे ही आप का हाथ ही पकड़ा था
काजल: में खुद समझ नही पा रही थी मुझे क्या हो गया मुझे बुरा तो नही लगा पर अजीब सा लगा ओके छोड़ों इन बातों को चलो खाना खा लो में फिर से माफी मांगती हूँ
अमन: नही माफी माँगने के ज़रूरत नही है में आप से नाराज़ नही हूँ
काजल (अपना हाथ अमन की तरफ बढ़ाते हुए )ओह थॅंक्स तो आज से में आप को अपना दोस्त समझू
अमन बेड से उठ कर खड़ा हो गया काजल के हाथ को अपने हाथ में ले लिया काजल का बदन फिर से काँप गया अमन ने काजल के हाथ को अपनी छाती तक ऊपर उठा कर थामे रखा
अमन: आप नही जानती में कितना खुश हूँ आज दुनिया की सबसी हसीन लड़की मेरी दोस्त बन गयी है जब आप मुझसे नाराज़ हो गयी थी मेने ये मान लिया था कि अब में कभी भी आपके कोमल हाथ को फील नही कर पाउन्गा
काजल सहमी से खड़ी शरमा रही थी उसके हाथ पैर फिर से काँपने लगे थे काजल ना चाहते हुए भी हिल नही पा रही थी क्योंकि वो अमन को दुबारा नाराज़ नही करना चाहती थी
काजल: आप मेरी तारीफ क्यों कर रहे हैं में इतनी भी सुंदर नही हूँ
अमन: अगर आप मेरी नज़र से अपने आप को देखो तो आप खुद ही समझ जाओ गी इसलिए में आपको
और ये कहते हुए रुक गया काजल का दिल जैसे मानो धड़कना बंद कर देने वाला हो उसे समझ में नही आ रहा था कि अमन से क्या कहे अमन एक तक काजल के हसीन जिस्म से अपनी आँखों को सेंक रहा था काजल ने शरमा का नज़रें झुका ली
अमन: अगर आप बुरा ना माने तो एक बात कहूँ
काजल: जी (काजल की साँसें तेज़ी से चल रही थी वो सोच रही थी कि अब अमन उसे क्या कहने वाला है)
अमन: मैने जब से आप को देखा है में आपको पसंद करने लगा हूँ आप की हर अदा मेरे दिल दिमाग़ में छा गयी है हर वक्त आपका खूबसूरत चेहरा आँखों के सामने आता है में अपने आप को आपके बारे में सोचने से रोक नही पाता मुझे ग़लत मत समझना पर में क्या करूँ में अपने दिल पर काबू नही रख पा रहा हूँ और हां में आप से ऐसी कोई उम्मीद नही रखता जिससे आप को परेशानी हो क्योंकि में आपकी दोस्ती नही खोना चाहता अगर आपको मेरी किसी बात का बुरा लगा तो मुझे माफ़ कर देना
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