RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
वापिस रूम में आकर डोर लॉक करकके अमन की चेस्ट पर सर रख कर लेट गये
सीमा: अमन एक बात पूच्छू
अमन;हां पूछो
सीमा:आज तुम्हें क्या हो गया था पहले तो तुम्हें नींद आ रही थी आज इतनी ज़बरदस्त चुदाई के मूड में कैसे आ गये
अमन:सच बतऊ मौसी
सीमा:हान्ं मुझसे क्या छुपाना
अमन:मौसी आज काजल को देखा तो देखता ही रह गया आप से सेक्स करते वक़्त भी उसका ही ख्याल दिमाग़ में था पता नही मुझे क्या हो गया था अगर आप को तकलीफ़ दी हो तो मुझे माफ़ करना
सीमा:धत्त पगले इसमे माफी माँगने की क्या ज़रूरत है मुझ से और मेरी चूत गान्ड सब तुम्हारे लिए तो है इन सब पर तुम्हारा ही हक़ है में कभी बुरा नही मानूँगी और लगता है आज हमारे अमन को काजल भा गयी हाईईईई
अमन शरमाने लगा
सीमा:चल अब बहुत थक गयी हूँ सो जा और हां अब मुझे और परेशान नही करना नही तो में सच में बुरा मान जाउन्गी
और सीमा और अमन दोनो मुस्कराने लगते हैं दोनो एक दूसरे की बाहों में क़ैद होकर नींद के आगोश में समा जाते हैं
सुबह हुई काजल और रीमा उठ चुकी थी और विजय वापिस आ चुका था रीमा और काजल दोनो नाश्ते की तैयारी कर रही थी अमन और सीमा जिस रूम में सोए थे वो अभी भी बंद था अमन की नींद टूटी है और अपनी आँखें को मलता हुआ उठ कर बैठ जाता है और सीमा की तरफ देखा सीमा अभी भी सो रही थी 9 बज रहे थे पर रात की ज़बरदस्त चुदाई ने उसे थका दिया था उसकी नाइटी उसकी कमर तक चढ़ि हुई थी उसकी चूत सॉफ दिख रही थी अमन अपना एक हाथ सीमा की चूत पर रख कर करवट के बाल लेट गया और सीमा की चूत को सहालना चालू कर दिया सीमा कसमसा कर उठ गयी अपनी आँखों के सामने अमन का फेस देख कर उसके होंठो पर मुस्कान आ जाती है
अमन:गुड मॉर्निंग
सीमा:गुड मॉर्निंग सुबह ही चालू हो गये
अमन ने मुस्करा कर सीमा के ऊपर झुक कर उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अपने हाथ से सीमा की चूत को मसलने लगा सीमा ने अपना होंठो को अलग किया
सीमा:अहह देखो अमन कितना टाइम हो गया चलो अब उठ जाओ अमन ने सीमा को छोड़ दिया और सीमा ने उठ कर डोर खोल कर बाहर आकर सीधा बाथरूम में घुस गयी अमन भी अपनी टी-शर्ट पहन कर बाहर आ गया उसे भी तेज पेशाब लगी थी वो आँगन में आकर टहलने लगा और सीमा के बाथरूम से बाहर निकलने का इंतजार करने लगा आँगन के बीचो बीच पानी का नल लगा हुआ था अमन का लंड पेशाब के प्रेशर से एक दम तन कर खड़ा था जो अमन के चलने के कारण उसके शॉर्ट में उभार बनाए हुए इधर उधर हिल रहा था काजल किचन से निकली और नल की तरफ बढ़ी उसकी नज़र अमन से जा टकराई जो अपनी मस्ती में टहल रहा था काजल नज़रें नीचे करके नल की तरफ बढ़ी वो तिरछी नज़रों से अमन को देख रही थी उसकी नज़र अमन के शॉर्ट्स के अंदर हिल रहे लंड पर पड़ी जो तन कर शॉर्ट्स मे टेंट बनाए हुए था उसका दिल फिर से धड़कने लगा चूत में फिर से सरसराहट होने लगी काजल ने नल से पानी भरा और अमन को देख कर वापिस किचन की तरफ चली गयी
सीमा के बाथरूम से बाहर आने के बाद अमन बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर बाहर आ गया उसने दूसरा शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन ली और अपने रूम में सोफे पर बैठ गया सीमा साड़ी पहन रही थी सीमा साड़ी पहन कर बाहर किचन में चली गयी जहाँ काजल चाइ डाल रही थी काजल ने एक ट्रे में चाइ और नाश्ता रख कर सीमा को दिया और अमन को देने को बोली
सीमा:ऐसे कर तू खुद ही दे आ में यहाँ ही हूँ
काजल का दिल जोरों से धड़कने लगा उसने ट्रे को उठाया और बाहर निकल आई और अमन के रूम की तरफ बढ़ने लगी काजल ने येल्लो और रेड कलर की मॅचिंग साड़ी पहनी हुई थी होंठो पर रेड कलर की लिपस्टिक उसकी सुंदरता को और बढ़ा रही थी वो धीरे-2 अमन के रूम की तरफ बढ़ रही थी उसके मन में कई ख़याल आ रहे थे कि कहीं कल रात अमन ने उसे छुपकर देखते हुए देख ना लिया हो अमन के रूम के पास आकर उसने डोर नॉक किया अमन ने अंदर से आवाज़ दी आ जाओ काजल रूम के अंदर आ गयी और ट्रे को टेबल पर रख दिया अमन काजल को देखता ही रह गया क्या कयामत लग रही थी 5.6 इंच हाइट के फिगर वाली औरत देख अमन के लंड में हलचल होने लगी अमन की नज़र काजल के बदन को ऊपर से नीचे तक नाप रही थी पतली बलखाती कमर और उन्नत तनी हुई चुचियाँ ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी काजल की चुचियों का उठाव बहुत ज़्यादा था जैसे मानो अकड़ कर खड़ी हों गान्ड कमर के मुकाबले मोटी और थोड़ी से बाहर निकली हुई क्या मस्त लग रही थी काजल अमन को अपनी तरफ यूँ देखता देख कर शरमा गयी उसने अपना सर झुका लिया और अमन को स्माइल पास की अमन ने भी बदले में स्माइल किया और काजल मूड कर चली गयी
दूसरी तरफ सीमा और रीमा इस बारे में बात कर रही थी
सीमा: मुझे लगता हैं अमन को काजल बहुत भा गयी हैं अब अमन को मनाने की चिंता नही है बस काजल को कैसे मनाएँ मुझे लगता है हमें दोनो को कुछ अकेले में टाइम देना होगा जिससे कुछ चक्कर चल सके
रीमा:अगर ऐसा हो गया तो मेरी तो चिंता ही ख़तम हो जाएगी नही तो यही डर सताता रहता है कि कही काजल विजय को छोड़ कर ना चली जाए हम ऐसे करते हैं आज दोपहर को थोड़ा खेतों में घूमने के बहाने बाहर चलते हैं विजय भी खाना खा कर चला गया हैं हम दोनो नाश्ता करने के बाद यहाँ से निकल जाते हैं
सुबह के 11 बज रहे थे सीमा रीमा और काजल एक रूम में बैठ कर बातें कर रही थी
रीमा: अचानक) चलो भाभी तुम्हें ज़रा खेतों में घुमा लाऊ
सीमा:हां चलो थोड़ी देर बाहर टहल आते हैं
और सीमा ने अमन को आवाज़ लगाई अमन रूम में लेटा हुआ था अमन आवाज़ सुन कर दूसरे रूम में आ गया यहाँ तीनो बैठी हुई थी
अमन:जी मौसी
सीमा:हम ज़रा बाहर घूमने जा रहे हैं तुम तब तक यहीं काजल के साथ बैठ कर बातें करो नही तो अकेले बोर हो जाओगे चलो पहले गेट बंद कर लो हम थोड़ी देर में आते हैं
और दोनो उठ कर बाहर चली गयी अमन दरवाजा बंद कर वापिस रूम में आ गया पर अमन को कुछ समझ में नही आ रहा था कि वो क्या बात करे काजल का भी वही हाल था उसका दिल तो ये सोच कर धड़क रहा था कि वो अमन के साथ घर में अकेली थी चाहे अब तक अमन से उसकी ज़्यादा बातचीत नही हुई थी पर उसके दिमाग़ में भी ना चाहते हुए भी अमन छाया हुआ था अमन बेड के पास आकर खड़ा हो गया दोनो में से कोई भी बोल नही रहा था काजल अपने तेज़ी से धड़कते हुए दिल की धड़कने भी सुन सकती थी कुछ देर के खामोसी के बाद काजल ने कहा
काजल:बैठेए ना
उसकी मीठी आवाज़ जैसे अमन के कानो में मिशरी घोल गयी हो अमन बेड के किनारे बैठ गया काजल जो कि बेड के बीचों के बीच बैठी हुई थी अपने पैरो के नाखूनों से बेडशीट को कुरेदने लगी वो सर झुका कर बैठी थी और बीच-2 में कनखियों से अमन को देख रही थी अमन उसके पति के बिल्कुल उलट गोरे रंग का एक दम स्मार्ट लड़का था जिसपर कोई भी लड़की फिदा हो जाए और विजय एक दम काले रंग का आदमी था और उसकी पर्सनल्टी भी अमन से बहुत कम थी अमन भी चोर निगाहो से काजल को देख रहा था दोनो को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या बात करे काजल जो अमन के रूप रंग को देख कर आह भर चुकी थी पर उसने अपनी पति से पहले और बाद में किसी भी मर्द को अपने आप को छूने भी नही दिया था आख़िर कार अमन ने चुप्पी को तोड़ते हुए शुरुआत की
अमन: में आप से माफी माँगना चाहता हूँ
काजल:सर झुकाए हुए धीमी आवाज़ में) किस बात के लिए
उसकी आवाज़ से सॉफ पता चल रहा था कि वो बात करने में थोड़ा हिचकिचा रही है
अमन:उस दिन में ग़लती से बाथरूम में घुस गया था जब आप
और कहते हुए अमन रुक गया उसे अपनी बात पर शर्मिंदगी महसूस हुई और अमन झेंप गया ये बात सुन कर काजल भी शर्म से लाल हो गयी
काजल: शरमाते हुए) पर आप तो पहले से ही माफी माँग चुके हैं
अमन:हां पर लगता हैं आप ने मुझे माफ़ नही किया
काजल:क्यों ऐसी तो कोई बात नही है आपको ऐसा क्यों लगता हैं
अमन:क्यों कि आप अभी भी मुझे शरमा रही हैं और आप ने उसके बाद से मुझसे कोई बात नही की
काजल:नही ऐसे बात नही है वो बस आप ने तो देखा ही है टाइम ही नही मिला और माँ जी (रीमा) के सामने वैसे भी मेरी ज़ुबान कम ही खुलती है
अमन:ओह अच्छा तो ये बात है पर अब तो मँजी भी नही है फिर क्यों शरमा रही हो आप
काजल:नही में शरमा नही रही बस मैं ऐसी ही हूँ (और काजल ने अपना झुकाए हुए सर को ऊपर उठा लिया अमन की नज़र काजल के खूबसूरत होंठो पर अटक गयी काजल ने अमन को यूँ देखते हुए फिर से शरमा कर अपना सर झुक लिया)
अमन:लो देखो आप तो फिर से शरमाने लगी
काजल ने अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें मिली काजल अपने एक हाथ से बेड शीट को थामें हुई थी
अमन: अगर आप बुरा ना माने तो आप को एक बात कहूँ
काजल: जी कहिए
अमन:आप आज बहुत सुंदर लग रही हो
काजल ये बात सुन कर फिर से शरमा गयी उसके गाल शर्म से लाल हो रहे थे वो सर झुका कर मुस्करा रही थी
अमन:जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं
काजल:आप झूट बोल रहे हैं
अमन:नही सच में आप की स्माइल मुझे बहुत अच्छी लगती है आप के होंठ बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियों की तरह हैं आप के गाल जैसे कश्मीरी सेब हों
काजल:बस कीजिए मुझे शरम आ रही है
अमन:इसमें शरमाने की क्या बात हैं मैं सच बोल रहा हूँ मुझे तो आप की हर अदा पसंद है जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं
ये कहते हुए अमन ने अपना हाथ काजल के हाथ के ऊपर रख दिया काजल के बदन में मानो जैसे बिजली कोंध गयी हो उसका दिल जोरों से धड़कने लगा जिस्म काँप उठा अमन का हाथ काजल के हाथ के ऊपर था काजल शर्म से लाल हो चुकी थी काजल ने अपना हाथ अमन के हाथ के नीचे खिसकना चालू कर दिया धीरे-2 काजल ने अपना हाथ खींच लिया काजल दोनो पैरों को समेट कर बैठी थी काजल ने अपनी दोनो बाहों को अपने टाँगों के गिर्द में रख लिया
अमन जैसे सपने से बाहर आया हो) सॉरी वो बेखयालि में मेरा हाथ आप को बुरा तो नही लगा
काजल: नज़रें झुकाए हुए) नही
अमन;ओह्ह थॅंक गॉड मेने सोचा आप बुरा ना मान जाओ पर ये सच है आप सच में बहुत हसीन है
काजल: आप तो झूठी ही मेरी तारीफ कर रहे हो
अमन: चलो आप झूठ ही मानो पर मुझे जो आप को देख कर लगा मैने आप को बोल दिया
काजल शर्म से लाल हुए जा रही थी
काजल: लेकिन आप का रंग तो गोरा है और में कहाँ साँवले रंग की पता नही आप को मुझमे क्या खास बात नज़र आ गयी देखिए( अपने हाथ को अमन के हाथ के पास रखते हुए)
अमन के हाथ काजल के हाथों से काफ़ी गोरे थे
अमन:गोरे होने से क्या होता है आप की स्किन कितनी सॉफ्ट है ( काजल के हाथ को अपने हाथ में लेते हुए) आप का हाथ पकड़ सकता हूँ ना देखिए कितनी सॉफ्ट स्किन है आपकी
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