RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
सीमा:अहह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ओह और सीमा पागलों की तरह अमन के होंठो को चूसने लगी फिर से सीमा की कमर पीछे की तरफ गयी और इसबार दोनो ने तेज़ी से अपनी कमर को धक्का दिया लंड फतच की आवाज़ के साथ चूत के अंदर समा गया सीमा के पूरे जिस्म में मस्ती की लहर दौड़ रही थी सीमा ने अमन को अपनी बाहों में भींचे हुए सीधा लेट कर अमन को अपने ऊपर खींच लिया अब सीमा अमन के नीचे लेटीहुई थी अमन सीमा की जांघों के बीच लेटा हुआ था सीमा ने अपनी जाँघो को फैला कर अमन की कमर पर लपेट लिया और अपने दोनो हाथो से अपनी नाइटी की स्ट्रिपेस को अपने कंधों से सरका कर अपनी बाहों से निकाल दिया और नाइटी चुचियों से नीचे कर ली सीमा की 38 साइज़ की चुचियाँ अब अमन के सामने थी अमन एक टक उसे घूरे जा रहा था सीमा मन में सोचने लगी अब इस अनाड़ी को चुचियों से खेलना भी सीखाना पड़ेगा सीमा ने अमन का एक हाथ पकड़ कर अपनी एक चुचि पर रख दिया और अपने हाथ को अमन के हाथ पर दबाने लगी अमन सीमा की चुचि को दबाने लगा सीमा ने अपना हाथ अमन के हाथ से हटा दिया और अमन के सर के पीछे हाथ लेजा कर कर उसे अपने दूसरी चुचि पर झुका दिया अमन सीमा की आँखों में देखने लगा जैसे पूछ रहा हो अब क्या करू पर सीमा ने अमन के सर को और झुका दिया और अमन के होंठ सीमा की दूसरी चुचि के निपल पर जा लगे
सीमा:सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
अमन को अब तक समझ आ चुका था कि उसने क्या करना है अमन ने अपना मूँह खोल कर सीमा की चुचि के निपल को मूँह में ले लिया और चूसने लगा सीमा ने नीचे अपनी कमर हिलानी चालू कर दी सीमा की चूत में आग बढ़ती जा रही थी सीमा को ये भी डर था कि अमन कहीं जल्दी ना झड जाए पर अब अमन के लिए रुकना ना मुनकीन था अमन भी अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा जैसे ही अमन अपना लंड बाहर निकालता सीमा अपनी गान्ड को ऊपर की तरफ उछालती और ऊपर से अमन अपनी कमर का पूरा ज़ोर लगा देता लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा 6-7 धक्कों के बाद अमन को लगा जैसे उसके लंड से कोई चीज़निकलने वाली है और दो तीन धक्को के बाद अमन के लंड ने सीमा की चूत में वीर्य की बोछार करनी शुरू कर दी और अमन सीमा के ऊपर लूड़क गया अमन को झड़ता देख सीमा ने नीचे से तेज़ी से अपनी गान्ड उछालनी शुरू कर दी और आधे मिनिट में ही 10-12 धक्को के साथ सीमा की चूत ने भी पानी छोड़ दिया सीमा अमन से चिपक गयी उसकी टाँगें अमन की कमर पर जकड गयी चुचियाँ अमन की चेस्ट में धँस गयी सीमा के चहरे पर संतुष्टि के भाव उभर आए थे उसके चहरे पर जो मुस्कान थी अमन ने कई सालों बाद देखी थी
सीमा के बाल उसके फेस बिखरे हुए थे और उसके होंठो की लिपस्टिक फैली हुई थी सीमा ने बड़े प्यार से अमन के फेस को अपने हाथों में लिया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए अमन ने जी भर के सीमा के होंठो को चूसा लंड ढीला पड़ गया और चूत से बाहर आ गया अमन सीमा की बगल में लूड़क गया और लेट गया सीमा ने रज़ाई को हटाया तो देखा सीमा की झान्टे अमन और उसकी चूत के पानी से भीगी हुई थी पूरी चूत पर काम रस लगा हुआ था सीमा ने पास पड़े कपड़े से अपनी चूत और झान्टो को सॉफ किया और फिर अमन के लंड को पकड़ कर उसके लंड और गोलियों को सॉफ किया और फिर से रज़ाई ओढ़ ली दोनो एक दूसरे की बाहों में समा गये सीमा तो चाहती थी कि वो सारी रात अमन से चुदति रहे पर वो जानती थी कि ये अमन का फर्स्ट टाइम है और अगर वो फिर से पहले झड गया तो में अधूरी रह जाउन्गी इसलिए उसने आज के लिए इतना ही काफ़ी हे सोच कर सो गयी और अमन भी अपना फेस सीमा की नरम चुचियाँ में छुपा कर सो गया अगली सुबह सीमा की नींद खुली तो 6 बज चुके सीमा ने आँखें खोली और देखा सीमा के साथ अमन साथ चिपका हुआ था सीमा के हिलने से अमन भी उठ गया सीमा ने टाइम देखा तो 6 बज चुके थे
सीमा: उठते हुए) पिता जी और माँ जी उठ गये होंगे
और सीमा ने उठ कर अलमारी से एक दूसरी नाइटी निकाली जो कि क्रीम कलर की थी और वो लेकर बाथरूम में चली गयी जब सीमा बाथरूम से बाहर आई तो अमन वहाँ से अपने रूम में जा चुका था सीमा किचन में चली गयी और चाइ बनाने लगी और चाइ बना कर उसने चाइ अपने सास ससुर को दी और फिर से किचन में आकर एक बड़ा सा ग्लास दूध लेकर अमन के रूम में गयी अमन अभी नहा कर बाहर निकला था सीमा ने दूध को टेबल पर रखा और अमन से बोली दूध पी लेना ठंडा हो जाएगा सीमा की नज़रें अमन के गोरे बदन का जायज़ा लेरही थी
अमन: दूध पर में तो सुबह चाइ पीता हूँ
सीमा: अपने चहरे पर कातिल मुस्कान लाते हुए) तुम्हें अब दूध ही पीना चाहिए कितनी मेहनत करते हो ये तुम्हारी सेहत के लिए ज़रूरी है
अमन शरमा गया और सर झुका कर अपने कपड़े निकालने लगा
सीमा मन में सोच रही थी कि अमन कितना भोला है अब भी शरमा रहा है और सीमा बाहर किचन में आ गयी और नाश्ता तैयार करने लग गयी
दूसरी तरफ बबलू अभी -2 घर वापिस आया था रेणु स्कूल जा चुकी थी बबलू रात भर स्टेशन पर ही सोता रहा क्योंकि काम ज़्यादा नही था बबलू फ्रेश होकर ऊपर चला गया शोभा किचन में बबलू के लिए नाश्ता थाली में डाल रही थी बबलू का आज चूत चोदने का बहुत मन था बबलू ने पीछे जाकर शोभा की चुचियों को पकड़ कर मसल दिया
शोभा:अहह क्या करा रहो हो चोदे मुझे याद है ना हमें रेणु के सामने कसम खाई है
बबलू: में कोई कसम वसम नही जानता
और बबलू घुटनो के बल नीचे बैठ गया और एक ही झटके में शोभा की सारी और पेटिकॉट को ऊपर उठा दिया और दोनो हाथों से शोभा के चुतड़ों को पकड़ कर फैला दिया इससे पहले कि शोभा कुछ बोलती या कहती बबलू ने अपनी जीभ शोभा की चूत के छेद में टिका दी और शोभा की चूत की भगनासा को चाटने लगा
शोभा जल बिन मछली के तरह तडफ उठी उसकी कमर झटके खाने लगी
शोभा: ओह अहह चोद्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रूऊऊऊ उईईईईईईईईईईईईई माआआआआआआआ
बबलू ने शोभा की गान्ड को पकड़ कर पूरा फैला दिया और अपनी ज़ुबान से शोभा की गान्ड के छेद को कुरेदने लगा पूरे घर में शोभा की अहह अहह सीईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईईईईईईईईई की सिसकारियाँ गूँज रही थी शोभा ने किसी तरह बबलू को धक्का दे कर आगे हो गयी और उसकी सारी अपने आप नीचे हो गयी शोभा दीवार के साथ सट कर अपनी साँसों को संभालने में लग गयी बबलू के होंठो पर शोभा की चूत का पानी लगा हुआ था
शोभा: देखो बस तीन और महीने इंतजार कर लो फिर हम दोनो माँ बेटी हमेशा के लिए तुम्हारी है जाओ मूँह हाथ धो लो और नाश्ता कर लो
बबलू बेचारा उदास हो कर रह गया उस्दिन के बाद से उसे स्टेशन पर सुसमा भी नज़र नही आई थी नाश्ता करने के बाद बबलू नीचे आकर सो गया दोपहर के 2 बजे रेणु स्कूल से आ गयी थी शोभा बबलू को नीचे दोपहर के खाने के लिए बोल गयी जब बबलू ऊपर आया तो रेणु शोभा से किसी बात के लिए ज़िद कर रही थी उनकी बातें सुनता हुआ बबलू डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गया
बबलू: अर्रे क्या बात है किस बात को लेकर बहस चल रही है
शोभा: देखो ना कह रही है आज इसकी सहेली का बर्तडे की पार्टी है
बबलू:तो जाने दो ना
शोभा:जाने तो दूं पर रात के 8 बजे की बात कर रही है इतनी रात को कैसे जाने दूं
बबलू: हां ये बात भी सही है
तभी फोन के बेल बज उठी शोभा ने फोन उठाया फोन महक का था
महक:हेलो आंटी रेणु है आज मेरा बर्तडे है और में उसे पार्टी दे रही हूँ आप प्लीज़ उसे भेज देना
शोभा:पर इतनी रात को कैसे भेज दूं
महक:आंटी चाहे तो आप भी साथ आ जाओ नही तो किसी के साथ ही भेज दो ज़रा मेरी बात तो कराना रेणु से
शोभा:हां एक मिनिट रेणु तुम्हारा फोन है
और रेणु उठ कर फोन सुनने चली गयी जब थोड़ी देर बाद रेणु वापिस आई तो उसके बोलने से पहले ही शोभा बोल पड़ी
शोभा:ठीक है चली जाना पर साथ में बबलू को लेकर जाना
रेणु: खुश होते हुए थॅंक यू मोम और हां माँ कल से हमारी भी छुट्टियाँ शुरू हो रही हैं
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