RE: Gandi Kahaniya एक आहट जिंदगी की
उसके बाद विमला अपने घर नाजिया को साथ लेकर चली गयी…..नाजिया विमला भाभी और सन्नी रूम में बैठे थे….शाम के 6 बज चुके थे….” नाजिया चल खाना बना लेते है….” विमला भाभी ने नाजिया को कहा….फिर नाजिया और विमला भाभी किचन में आ गये….और खाना बनाने लगी……”नाजिया एक बात पूछूँ…” विमला भाभी ने नाजिया की तरफ देखते हुए कहा..
नाजिया: जी आंटी……
विमला: तुम्हे राज कैसा लगता है….
नाजिया: (विमला भाभी की बात सुन कर घबराते हुए) जी पर आप ये सब क्यों पूछ रही हो…
विमला: चल अब नाटक करने से क्या फ़ायदा….में तुम्हे बता ही देती हूँ….जब में तुम्हारे घर आई थी….तब मेने गेट की झिरी से सब देख लिया था…..तू कैसे उससे अपने होंटो को चुसवा रही थी….और वो तेरी फुद्दि को सलवार के अंदर हाथ डाल कर मसल रहा था…
ये बात सुनते ही नाजिया का रंग एक दम से उड़ गया….उसका केलज़ा मुँह को आ गया. वो कभी विमला भाभी की तरफ देखती तो, कभी नीचे फरश की तरफ….. “तुझे ये सब करते हुए डर नही लगा…..बता अगर तेरी अम्मी और अब्बू को पता चल गया कि, तू उनके पीछे अपना मुँह काला करवाती फिरती है……तो वो तुझे जिंदा छोड़ेंगे….बोल बताऊ तेरी अम्मी को…..”
नाजिया की हालत रोने जैसी हो गयी थी…..उसकी आँखों से आँसू निकल कर उसके गालों पर आने लगे….नाजिया ने सुबकते हुए विमला भाभी का हाथ पकड़ लिया….और रुआंसी आवाज़ में बोली… “ प्लीज़ आंटी अम्मी को नही बताना…..वो मुझे माफ़ नही करेंगी….
विमला: (शिकार को अपने जाल में फँसता देख कर….)तुझे क्या यही लड़का मिला था नाजिया….क्यों क्या तूने उसके साथ ये सब…तुमने उसे रोका क्यों नही…..
नाजिया: आंटी में राज से प्यार करती हूँ…..
विमला: प्यार हुन्न्ं…….आने दे तेरी अम्मी को सब प्यार व्यार भूल जाएगी….
नाजिया: आंटी में आपके हाथ जोड़ती हूँ प्लीज़ आप अम्मी से कुछ मत कहना….
विमला: ह्म्म्म्म चल ठीक है नही बताती…..पर उसके बदले में मुझे क्या मिलेगा….
नाजिया: जी आप जो कहेंगी में वो करूँगी……
विमला: सोच ले, वरना फिर मत कहना कि मेने तुम्हे मौका नही दिया और तुम्हारी अम्मी से तुम्हारी शिकायत कर दी….
नाजिया: नही आंटी ऐसे नौबत नही आएगी…..आप जो कहेंगी में वही करूँगी…..
विमला: तो फिर मेरी बात का सही सही जवाब देना….ये बता तूने राज के साथ सेक्स किया है क्या देख सच बोलना…वरना पता लगाने के मुझे और भी तरीके आते है…..
विमला की बात सुन कर नाजिया खामोश हो गयी…वो कुछ ना बोल पाई….विमला ने फिर से उससे पूछा पर नाजिया चुप रही…हार कार उसने नाजिया को दीवार से सटाते हुए कहा…”चल अपनी सलवार खोल…
नाजिया: क्या ?
विमला: में जो बोल रही हूँ वो कर चल अपनी सलवार खोल……
ये कहते हुए विमला भाभी ने आगे बढ़ कर नाजिया की सलवार का नाडा पकड़ कर खेंच दिया…..और झटके के साथ उसकी सलवार उसकी जाँघो तक सरका दी….फिर उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी बुर को मसलने लगी…..फिर अपनी एक उंगली नाजिया की बुर के अंदर पेलने लगी…विमला भाभी की उंगली नाजिया के गीली बुर में फिसलती चली गयी….”हाईए मर जावां में तू तो उसका लंड भी अपनी फुद्दि में ले चुकी है…..कब तोड़ी उसने तेरी फुद्दि की सील…”
नाजिया: वो आंटी एक दिन घर पर ही…..
विमला: इसका मतलब तू उससे चुदवा चुकी है ना ?
नाजिया ने हां में सर हिला दिया….
विमला: और ये क्या तूने आपनी झांते क्यों बढ़ा रखी है….रात को जब राज तेरी बुर देखे गा तो उसे तेरी झान्टे पसंद आएँगी क्या ?
नाजिया: रात को में समझी नही….
विमला: चल ठीक है तो फिर सुन मेने राज को आज रात यहाँ बुलाया है….
नाजिया: (एक दम चोन्कते हुए) क्या ?
विमला: हाँ मेने उसे बुलाया है….वो रात को 9 बजे आएगा….अब मुद्दे की बात करते है… देख तू तो जानती है तेरे अंकल तो मेरी बुर की प्यास नही बुझा पाते…..इसलिए मुझे भी जवान लंड की ललक है…..आज में भी तेरे साथ उससे अपनी बुर की आग को ठंडा कर्वाउन्गी..
नाजिया: ये ये आप क्या बोल रही है आंटी……
विमला: वही जो तू सुन रही है….अगर तुझे मेरी बात नही माननी तो ठीक है में कल तुम्हारी अम्मी को सब बता दूँगी….
नाजिया: नही नही प्लीज़ आप अम्मी से कुछ नही कहना आप जो बोलेंगी वो में करूँगी…..
विमला: अच्छा चल अब पहले जल्दी से खाना तैयार करते है….फिर अपनी झान्टो को सॉफ करके राज के लंड के लिए तैयार करते है…..
फिर विमला और नाजिया ने जल्दी से खाना बनाया….और फिर दोनो ने एक दूसरे की बुर की झान्टो को सॉफ किया….8 बजे दोनो फुद्दियाँ लंड लेने के लिए मचलने लगी…राज भी बाहर खाना खाने चला गया….
रात के 9 बज रहे थे……नाजिया सन्नी के साथ विमला भाभी के रूम में टीवी देख रही थी…. और विमला भाभी अपनी बैठक के छोटे से दरवाजे से बाहर जो गली की तरफ खुलता है, उसके पास खड़ी होकर थोड़ा सा बाहर झाँक रही थी…..पर राज अभी तक नही आया था….गली में अभी भी काफ़ी लोग इधर उधर टहल रहे थे…गर्मियों के दिन होने के कारण लोग काफ़ी समय तक आते जाते रहते थे…..9: 30 तक विमला भाभी ने इंतजार किया, फिर दरवाजा बंद किया, पर कुण्डी नही लगाई, और अपने बेड रूम में चली गयी…..
सन्नी को नींद आने लगी थी…..वो सन्नी के पास आकर लेट गयी…उसने नाजिया को कहा कि, वो स्टोर रूम में जाकर नीचे ज़मीन पर बिस्तर लगा ले…..नाजिया उठ कर स्टोर रूम में चली गयी…थोड़ी देर में सन्नी गहरी नींद में जा चुका था….नाजिया भी वापिस रूम में आई, और विमला भाभी से कहा कि उसने बिस्तरा लगा दिया है…विमला ने नाजिया को वही जाकर लटने को कहा….नाजिया स्टोर रूम में चली गयी…..विमला बेड से खड़ी हुई, उसने अपनी कमीज़ को उतारा, और उसे रूम में टाँग दिया….
अब विमला सिर्फ़ सलवार और समीज़ में थी, नीचे उसने ब्रा और पैंटी नही पहनी हुई थी.. वाइट कलर की पतली सी समीज़ में उसकी चुचियाँ सॉफ दिखाई दे रही थी…वो उठ कर बैठक में गयी, और थोड़ा सा डोर खोल कर बाहर देखा, तो उसे गली के मोड़ से राज अपने घर की तरफ आता हुआ दिखाई दिया….रूम की लाइट ऑफ थी….जैसे ही राज डोर के सामने पहुँचा, तो विमला ने डोर खोल दिया….और राज के अंदर आने के बाद डोर बंद कर कुण्डी लगा दी….फिर विमला ने लाइट ऑन की…..
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