RE: Gandi Kahaniya एक आहट जिंदगी की
घर का सारा काम निपटाने के बाद में घर में एक दम अकेली थी, दो दिन से विमला भाभी से भी बात नही हुई थी…इसलिए मेने अपने घर को लॉक किया, और विमला भाभी के घर की तरफ गयी….आज भी उनके घर का गेट खुला हुआ था….मेने इस बार गेट को नॉक करना सही समझा, और गेट नॉक किया…..विमला भाभी बरामदे में आकर बाहर देखने लगी, और मुझे गेट पर खड़ा देख कर बोली……”अर्रे नजीबा तुम वहाँ क्यों खड़ी हो अंदर आओ ना” में घर के अंदर आ गयी….विमला भाभी ने बाहर बरामदे में एक पलंग रखा हुआ था…विमला भाभी उस वक़्त पोन्छा लगा रही थी…..
में वही पलंग पर बैठ गयी…..”नजीबा आज क्या बात है….आज गेट नॉक क्यों कर रही थी. सीधे ही अंदर आ जाती…” मेने मुस्कुराते हुए विमला भाभी की ओर देखा और कहा…” भाभी वो मेने इस लिए गेट नॉक क्या था कि क्या पता आप किसी और ही काम में बिज़ी ना हों…” विमला भाभी भी मेरी बात सुन कर मुस्कुराने लगी….और पोन्छा लगाने के बाद गंदा पानी बाहर गली में फेंक कर गेट को लॉक किया, और बालटी को बाथरूम में रख कर मेरे पास आकर बैठ गयी….
विमला: नजीबा जय उसी दिन चला गया था….में आज घर पर अकेली हूँ……वैसे तुमने सही किया कि गेट नॉक कर दिया….हमें दूसरे के घर में जाने से पहले गेट तो नॉक कर ही लेना चाहिए…पता नही अंदर क्या देखने को मिल जाए…..और हमें भी ऐसे काम गेट बंद कर के ही करने चाहिए…..पर शायद तुम आज गेट बंद करना भूल गयी थी….
में: (थोड़ा सा हैरान होते हुए) क्यों क्या हुआ भाभी….?
विमला: अब इसमें मेरी कोई ग़लती नही है….देखो में तुम्हारे घर आई थी सुबह….तब तुम उस लड़के से अपनी गान्ड मसलवा रही थी…तुम तो बड़ी तेज निकली नजीबा…..घर में ही इंतज़ाम कर लिया हैं……..
विमला भाभी की बात सुन कर मेरा केलज़ा मुँह को आ गया….में फटी आँखों से विमला भाभी के चेहरे को देखने लगी….जिस पर एक अजीब सी मुस्कान छाई हुई थी…
.”अर्रे नजीबा घबराने की कोई बात नही है….अगर मुझे तेरे राज का पता चल गया तो क्या.. तुझे भी तो मेरे बारे में सब पता है….देख नजीबा में सब जानती हूँ कि, तूने जिंदगी में कभी सुख नही देखा…….मेने तो फिर भी अपने पति के साथ 2-3 साल अपनी सेक्स लाइफ एंजाय की है. पर तुझे तो शायद वो भी नसीब नही हुई……और तुझे अपनी जिंदगी जीने का पूरा हक़ है…तू घबरा नही…..
हम दोनो एक दूसरे को कितने सालो से जानती है….हम दोनो ने एक दूसरे का बुरे वक़्त में साथ दिया है…..और में यकीन से कहती हूँ कि हम दोनो के ये राज हम दोनो के बीच में ही रहेंगे..पर ये बता तूने उस हॅंडसम लड़के को पटाया कैसे…..
में: अब में आपको कैसे बताऊ भाभी बस ऐसे ही ईक दिन अचानक से सब कुछ हो गया.
विमला: अर्रे बताना कैसे है…..जैसे मेने तुम्हे अपने और जय के बारे में बताया. देख मेने अपनी कोई बात नही छुपाई तुझसे अब तू भी मुझे सब बता दे…..
फिर विमला भाभी ने तब तक मेरे जान नही छोड़ी, जब तक मेने उन्हे सब कुछ डीटेल में नही बता दिया….”पर विमला भाभी अब अंजुम और नाजिया भी उस समय घर होते है, जब राज घर पर होता है…भाभी में कई दिनो से तड़प रही हूँ…..समझ में नही आ रहा क्या करूँ.”
विमला: तो में किस दिन काम आउन्गी…….तू ये बता कि वो घर वापिस कब आता है….
में: भाभी वो शाम को 5 बजे के करीब घर वापिस आता है…..
विमला: और अंजुम भाई साहब….?
में: उनका कोई पता नही……वैसे तो 7 बजे आते है…..पर कभी कभार रात को 8 -9 बजे भी आते है….जब कभी अपने किसी नशेड़ी दोस्त के साथ पीने बैठे होते है…..
विमला: अच्छा ठीक है, में आज शाम को तुम्हारे घर आउन्गी…….और नाजिया को अपने साथ बातों में लगा कर बैठी रहूंगी. तुम मौका देख कर उससे चुदवा लेना……
में: हाए तोबा विमला भाभी आप कैसे बोल रही है ये सब…..
विमला: तो क्या हुआ, यार सेक्स में इन सब से बातों से और मज़ा आता है…..
में: पर विमला भाभी कही कोई गड़बड़ हो गयी तो ?
विमला: में हूँ ना……तू फिकर ना कर….में संभाल लूँगी….
उसके बाद में घर आ गयी, रोज मरहा के काम निपटाने लगी….3 बजे नाजिया घर वापिस आई. मुझे आज बहुत बेचैनी सी महसूस हो रही थी कि, कही कोई गड़बड़ ना हो जाए. कही नाजिया को शक ना हो जाए….जैसे -2 5 बजने को हो रहे थे…..मेरा दिल रह-2 कर धड़क उठता….करीब 4:30 बजे विमला भाभी सन्नी को साथ लेकर हमारे घर आ गये…..और में नाजिया और विमला भाभी नाजिया के रूम में ही बातें करने लगी…..
करीब 5 बजे राज घर पर आ गये…..मेने जाकर मेन गेट खोला और उसके अंदर आने के बाद गेट लॉक कर दिया….राज सीधा ऊपेर चला गया….में फिर से नाजिया और विमला भाभी के पास आकर बैठ गये….हम थोड़ी देर इधर उधर के बातें करते रहे…..नाजिया साथ-2 सन्नी को उसका होमे वर्क भी करवा रही थी….थोड़ी देर बाद विमला भाभी ने मुझे इशारे से जाने के लिए कहा….”भाभी आप बैठते में ऊपेर से कपड़े उतार लाती हूँ….”
ये कह कर में रूम से बाहर आई, और ऊपेर जाने लगी…..मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था. कि कही नाजिया ऊपेर ना आ जाए…..क्या पता विमला भाभी नाजिया को संभाल पाएँगी भी या नही. पर बुर में कई हफ्तों से आग लगी हुई थी…….में ऊपेर राज के रूम आई तो देखा के राज रूम में नही था…..में रूम से बाहर आई, और बाथरूम की तरफ जाने लगी….बाथरूम का डोर थोड़ा सा खुला हुआ था…..मेने पास पहुँच कर राज को आवाज़ लगाई…….”राज आप अंदर है क्या “
में बाथरूम के डोर के बिल्कुल पास खड़ी थी…….अंदर से कोई जवाब नही आया…बस पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी….फिर अचानक से बाथरूम का डोर खुला, और राज ने बाहर हाथ निकाल कर मुझे अंदर खेंच लिया……में एक दम से घबरा गयी…..अंदर राज एक दम नंगा खड़ा था….उसका लंड हवा में झटके खा रहा था….उसके तने हुए 8 इंच के लंड को देख कर मेरी बुर में सरसराहट दौड़ गयी…..
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