RE: Desi Sex Kahani कमीना पार्ट - II
कमीना पार्ट - II Incest--2
तभी सोनू भी अपनी आँखे बंद किए हुए अपनी मम्मी के मस्त फूले हुए भोस्डे को खूब कस कस कर चोदने की कल्पना करता हुआ अपनी बीबी कविता की चूत मे झाड़ जाता है.
कुच्छ देर बाद कविता नींद की आगोश मे चली जाती है और सोनू फ्लश बॅक मे अपनी लाइफ के बारे मे सोचने लगता है जब वह ****एडिटेड****साल की उमर मे था और जब पहली बार उसने किसी 33 साल की औरत को पूरी नंगी देखा था और नंगी भी कुच्छ इस तरह की उसने उस औरत की फूली हुई चूत और मोटी गंद के बड़े से छेद को भी इतनी करीब से और इतने साफ तरीके से देखा था जिस तरह से आज वह अपनी बीबी कविता को नंगी देख रहा था, बस तब से ही सोनू ऐसी बड़ी उमर की रंडियो के लिए पागल हो गया था, और यह उसके जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई थी कि उसने पहली बार जिस भरपूर जवान और गदराई औरत का नंगा जिस्म देखा था वह कोई और नही बल्कि उसकी अपनी मम्मी रति थी, और तब से सोनू ने कितनी बार और किस तरह अपनी मम्मी रति को नंगी देखा और क्या क्या मज़े मारे यह सभी बाते वह लेटे लेटे सोचने लगा,
वह अपनी पुरानी यादो मे खोने लगा और यही कारण था कि अभी अभी अपनी मस्त गदराई बीबी की चूत मारने के बाद भी उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा था.
दोस्तो आगे की कहानी अब सोनू के मूह से ज़्यादा मज़ा देगी सो लेट्स स्टार्ट...............................................................
मैं अपने घर पर बैठा था, मैं काफ़ी खुस था क्यो कि मेरी 12त की एग्ज़ॅम जस्ट ख़तम हुई थी और इस साल से कॉलेज जाने का भी पूरा चान्स था क्यो कि मेरे पेपर पास होने लायक गये थे,
छोटा भाई और बहन इधर उधर सुबह से ही खेल रहे थे और तभी रति, मेरी मोम टॉवेल ले कर बाथरूम की ओर जाने लगी, मम्मी थोड़ी भरे बदन की है और उसकी मस्त मटकती मोटी गंद देख कर मेरा लंड पाजामे मे यह सोच कर तन गया कि अभी मोम को पूरी नंगी देखूँगा, यह कोई नया वाकीया नही था, ताक झाँक करने की तो मेरी पुरानी आदत थी लेकिन अपनी मोम रति को मैं कब से नंगी देख रहा हू यह मुझे भी ठीक से याद नही, पर हाँ इतना ज़रूर जानता हू कि जब से जानने लायक हुआ तब से उसे नंगी देखने और उसके गदराए जिस्म का एहसास पाने का एक भी मोका छोड़ता नही था,
लेकिन सबसे ज़्यादा मज़ा तो तब आता था जब पापा उसे अपनी बाँहो मे भर कर उसके एक एक अंगो को जब खूब दबा दबा कर मसल्ते थे और वह पूरी नंगी होकर पापा से खूब चिपकते हुए कराहती थी, और फिर जब पापा उसकी गान्ड दबा दबा कर जब जम कर उसकी चूत की ठुकाई करते थे तब मैं वह सब नज़ारा देख कर जन्नत मे पहुच जाता था, मोम थी तो बड़े हेवी बदन की, लेकिन जब पापा उसे पूरी नंगी करके चोद्ते थे तब पापा उसे किसी लोंड़िया की तरह अपनी गोद मे उठा कर उसे खूब चोद्ते थे, बस उनकी चुदाई मे एक ही कमी थी कि पापा कभी मम्मी की चूत और गान्ड चाटते नही थे और ना ही मम्मी को मैने कभी पापा के लंड को चूस्ते हुए देखा था,
हालाकी यह बात मुझे बाद मे पता चली कि औरतो की चूत को चूसा और चाटा भी जाता है और औरते भी मर्दो के लंड को खूब कस कस कर चुस्ती है,
रति- सोनू मैं नहाने जा रही हू, गॅस पर कुक्कर चढ़ा हुआ है एक सीटी के बाद गॅस बंद कर देना,
सोनू- ठीक है कर दूँगा,
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