RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
साना:"वो क्या होता है, क्या कोई नयी सेक्स पोज़िशन है"
मैं:"नही, तुम्हे नहीं पता?"
साना:"नहीं"
मैं:"हम लोग दिल मे कभी कभी किसी और के लिए भी सेक्षुयली अट्रॅक्टेड होते हैं लेकिन ये पासिबल नहीं होता कि अपने पार्ट्नर्स के अलावा भी किसी और से सेक्स कर सके इसलिए हम उस पार्ट्नर को वही सख्स के तौर पर देखने लगते हैं और अस्यूम करते हैं कि हम उसी के साथ सेक्स कर रहे हैं"
साना:"क्या कहा आपने? क्या इनायत भाई किसी और के साथ सेक्स अस्यूम करते हैं जब वो आपके साथ सेक्स कर रहे होते हैं? और क्या आप भी यही अस्यूम करती हैं?"
मैं:"हां और मैं वो बन जाती हूँ जिसे इनायत प्यार करना चाहते हैं और वो खुद मेरे ख्यालो वाला सख्स बन जाते हैं, वो मुझे उसी नाम से पुकारते हैं जिसके बारे में वो इमॅजिन कर रहे होते हैं"
साना:"अच्छा तो तुम लोग किस के बारे में इमॅजिन करते हो?"
मैं:"तुम अभी बच्ची हो इसलिए तुम्हारे इतना जानना ही काफ़ी है, तुम मेच्यूर नहीं हो शायद इसको समझ ना पाओ और इमेच्यूर्ली रिक्ट करो"
साना:"नहीं भाभी, मैं कोई बच्ची नहीं हूँ, आप ट्रस्ट तो करें एक बार"
मैं:"अच्छा ठीक है तो सुनो इनायत तुम्हें और तुम्हारी अम्मी को इमॅजिन करते हैं और मैं तुम्हारा और अम्मी का रोल प्ले करती हूँ"
साना:"क्या कह रही हैं आप, हाय ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई भाई अपनी मा और बहेन के बारे में ऐसा सोचे, मुझे यकीन नहीं होता, आप बकवास कर रही हैं"
मैं:मुझे मालूम था कि तुम ऐसे ही इमेच्यूर्ली रिक्ट करोगी, इसलिए तुम्हे तुम्हारे हाल पर छोड़ना ठीक था"
ये कह कर मैने अपने कपड़े पहेनना शुरू करने का नाटक किया और साथ मे थोड़ा सा गुस्सा भी दिखाया.
साना:"अर्रे भाभी, आप नाराज़ हो गयी क्या, ओ.के बाबा सॉरी प्लीज़, आप अपनी बात को ख़तम करिए ना, मैं अब शांत होकर आपकी बात सुनूँगी"
मैं:"प्रॉमिस"
साना:"हां हां प्रॉमिस"
अब मैं फिर बिस्तर पर उसकी तरफ मूह करके बैठ गयी थी और उसके मम्मे दबा रही थी, उसकी आँखो मे नशा सा नज़र आता था, यही सही मौका भी था, मुझे तब्बू के उठने से पहले ये काम ख़तम करना था.
मैं:"मेरी जान अगर तुम थोड़ा मेच्यूर बनोगी तो तुमको लाइव सेक्स दिखाउन्गि समझी"
साना:"किसका सेक्स "
मैं:"मेरा और इनायत का, हां इनायत को कानो कान खबर नही होगी"
साना:"मुझे नहीं देखना ये सब आप अपनी बात पूरी करो"
मैं:"अच्छा तो मैं कह रही थी कि इनायत तुम्हारी चूत मे लंड इमॅजिन करते है और तुम्हारी मा की भी"
साना:"आप इतनी खूबसूरत हैं, फिर भी वो मुझे और अम्मी को ही क्यूँ इमॅजिन करते हैं"
मैं:"क्यूंकी ऐसी किसी चीज़ का मज़ा ही निराला होता है जिसको करना नामुमकिन और मना होता है, लड़के तो वैसे भी अपनी मा की तरफ बचपन से अट्रॅक्ट होते हैं और तुम अपनी मा की फोटो कॉपी हो इसलिए तो वो तुमको भी अपनी इम्जिनेशन में शामिल कर लेते हैं , जब वो तुमको इमॅजिन कर रहे होते हैं तो जल्दी ही झाड़ जाते हैं, वो तुम्हारे सीने और चुतड से बहुत अट्रॅक्ट हुए हैं"
साना:"मुझे समझ नही आ रहा कि क्या कहूँ, ये कोई कॉंप्लिमेंट है कि क्या है"
मैं:"क्यूँ कॉंप्लिमेंट क्यूँ नही है, एक बहेन होकर तुम्हारी खूबसूरती ने खुद तुम्हारे भाई को जाकड़ किया है, इनायत के लंड में
बहुत सख्ती आ जाती है जब वो तुम्हारे बारे में सोचते हैं"
साना:"और अम्मी का क्या पसंद आता है उनको"
मैं:"हर चीज़"
साना:"अच्छा तो आप किस के बारे मे इमॅजिन करती हैं?"
मैं:"अपने भाई और अपने ससुर के बारे में"
साना:"क्यूँ"
मैं:"क्यूँ क्या, मेरा भाई हॅंडसम है और तुम्हारे अब्बू मुझे अच्छे लगते हैं"
साना:"अच्छा क्या अगर आपको इनायत भाई ने और सिचुयेशन्स ने मौका दिया तो क्या आप सच मे इन्ही लोगोसे साथ सेक्स करना पसंद करेंगे"
दर_असल ये सवाल उसने अपने और इनायत के बारे मे किया लेकिन उल्टी तरह से किया ताकि वो अंदाज़ा लगा ले कि उसका क्या चान्स है.
मैं:"इनायत तो मुझे पहले ही कह चुके हैं,लेकिन मैने ही ट्राइ नहीं किया"
साना:"क्यूँ?"
मैं:"तुम ही सोचो कि अगर मैं खुद अपने भाई को अपनी चूत दिखा दूँ तो क्या उसकी होने वाली बीवी को ये कभी क़ुबूल होगा?"
साना:"हो सकता है कि उसको कोई दिक्कत ना हो तो?"
मैं:"मैं ये कैसे मान लूँ कि उसकी होने वाली बीवी को कभी बुरा नहीं लगने वाला"
साना:"मैं अगर आरिफ़ की बीवी बन जाउ तो मुझे तो इसमे कोई ऐतराज़ नही होगा"
मैं:"ये सिर्फ़ कहने वाली बात है साना, जब तुम उसकी बीवी बन जाओगी तो तुमको ये कभी मंज़ूर नहीं होगा"
साना:"आप ऐसे कैसे कह सकती हैं"
मैं:"इनायत अपनी खुद की बहेन की चूत मे लंड डालने के लिए तो राज़ी है लेकिन मेरे भाई का वर्जिन ना होना उसको पसंद नही"
साना:"मैं आप कह चुकी हूँ कि मुझे इससे कोई फ़र्क नही पड़ता"
मैं:"अच्छा ठीक है फिर अगर मैं आरिफ़ का लंड अपनी चूत मे डलवा लूँ तो क्या तुम आरिफ़ से शादी कर पाओगि"
ये बात मैने थोड़ा तल्ख़ लहजे में कही. साना थोड़ी देर सोचती रही फिर बोली.
साना:"हां तब भी, क्यूँ कि आप उसकी बहेन हैं और बहेन ही रहेंगी, आप उसकी बीवी नही बन सकती हैं"
मैं:"हो सकता है तुम ऐसा ही सोचती हो,मुझे राहत मिली कि तुम मेच्यूर हो रही हो,खैर अब ये सब छोड़ो और ये बताओ की कुछ और जानना चाहती हो"
साना:"आपको शौकर भाई की याद आती है"
मैं:"हां वो मेरा पहला प्यार थे, उनके साथ गुज़री हर रात मुझे याद है, मैं कई बार इनायत से उनका रोल भी प्ले करवाती हूँ"
साना:"आपने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया अभी तक"
मैं:"यही कि मौके मिले तो क्या मैं अपने भाई से और तुम्हारे अब्बू से चुदना चाहूगी, हां उन दोनो के लिए मेरी चूत के दरवाज़े हमेशा खुले हैं, मैं ये सोच रही थी कि पहले तुम्हारे अब्बू से शुरू करूँ, लेकिन तुम्हारी अम्मी से डरती हूँ"
साना:"काश कि आप अम्मी को भी मेरी तरहा समझा पाती"
मैं:"तुम्हारी अम्मी भी सेक्स के लिए परेशान रहती हैं, शायद तुम्हारे अब्बू उनपर अब ध्यान नही देते"
साना:"क्या"
मैं:"हां, जब कल रात मैं सो रही थी तो मुझे तुम्हारे अम्मी की करहाने जैसी आवाज़ आई तो मैं जाग गयी, देखती हूँ कि तुम्हारी अम्मी अपनी चूत में उंगली कर रही हैं और दूसरे हाथ से अपने सीने को मसल रही हैं, मैने जब उनको देखा तो वो घबरा सी गयी, लेकिन मैने उनसे कहा कि आप डरें नही, मैं किसी से कुछ नही कहने वाली,तब उनकी आँखें नम सी हो गयी"
साना:"वाकई"
मैं:"हां, तो मैने उनसे बात की, पहले तो वो काफ़ी हिचक रही थीं लेकिन फिर वो उन्होने मुझे सारी बात बताई कि अब शायद उनके मिया को उनमे कोई दिलचस्पी नही रही. मैने उनसे कह दिया कि आप उंगली कर लिया करें इसमे कोई हर्ज़ नहीं है"
साना:"बहोत अफ़सोस हुआ सुनकर"
मैं:"हां इसलिए मैं सोच रही थी कि उनको इनायत से चुदवाने के लिए राज़ी कर लूँ ताकि घर की बात घर में ही रहे"
साना:"भाभी, क्या कह रही हैं आप, अम्मी कभी नही राज़ी होंगी"
मैं:"ये मुश्किल ज़रूर है लेकिन मैने जब इनायत की चोदने की ज़िद्द और मुझे रफ्ली चोदने का इन्सिडेंट बताया तो वो बड़े ही गौर से सुनने लगी और मेरे सामने अपनी चूत में उंगली करने लगी, मैने भी उनकी मदद करने के लिए उनकी चूत को मसलना शुरू कर दियाँ, वो मुझसे इनायत के और शौकत के लंड के साइज़ के बारे में भी पूछ रही थी"
साना:"आप एक के बाद एक बॉम्ब फोड़ रही हैं"
मैं:"अच्छा ठीक है, आज रात मैं तुमको अपनी और तुम्हारी अम्मी की बात सुना दूँगी,मैं तुमको फोन करूँगी और चुपके से तुम मेरी और अपनी मा की सारी बात सुन लेना फिर तुमको यकीन आएगा, मुझे खुद तुम्हारी अम्मी ने तुम्हे सेक्स के बारे मे बताने के लिए भेजा है,आज रात तुम्हारा ये डाउट क्लियर हो जाएगा और अगर कल रात टाइम मिला तो तुमको तुम्हारे भाय्या की तुमको चोदने की ख्वाइश के बारे मे पता चल जाएगा"
साना:"अच्छा मैं भी इंतेज़ार करूँगी"
जाल बिछ चुका था,अब एक तीर से मुझे कई शिकार करने थे. मुझे उस टाइम का इंतेज़ार था जब मैं इस घर मे दिन के उजाले में नंगी घूम सकु और जब चाहे इनायत,शौकत,बरकत और आरिफ़ का लंड अपनी चूत मे ले सकूँ.
|