RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
शौकत ने डोर बेल बजाई. मैने डर कर दरवाज़ा खोला. शौकत ने मुझे सलाम किया , मैने जवाब दिया. मैं उसे ये इंप्रेशन नही देना चाहती ही कि मैं कमज़ोर हूँ. इसलिए मैने थोड़ी सी सख्ती भरा रुख़ अख्तियार किया. उसको मैने हॉल मे बिठा दिया और उसके लिए पानी लेकर आई. मैने देखा वो हर चीज़ को गौर कर के देख रहा था. जब मैने उसको पानी दिया तो वो मुझसे गौर से देखने लगा. वो थोडा परेशान लग रहा था. मैने सोचा कि बात चीत के ज़रिए ज़रा इसके दिल के अंदर झाँक कर देख सकूँ. उसने मुझसे बात चीत शुरू कर दी.
शौकत:"जानती हो ये घर मैने तुम्हारे लिए लिया था ,मेरा ख्वाब था कि मैं तुम्हे लेकर वापस आउन्गा लेकिन खैर जाने दो"
मैं:"हां मुझे मालूम है."
शौकत:"इनायत कहाँ गया है"
मैं:"वो बच्चो की ट्यूशन लेता है, अगर तुम देर करते तो वो घर पर होता, अभी उसके आने का टाइम हो गया है"
शौकत:"उसको कुछ मालूम है"
मैं:"कैसा सवाल करते हो, उसको कैसे मालूम होगा"
शौकत:"तो मैं कहाँ जाउ"
मैं:"तुम बेडरूम के अटॅच्ड बाथरूम के चले जाओ, वहाँ की विंडो अंदर खुलती है, तुम वहाँ से हम को देख सकते हो, लेकिन कोई शोर मत करना"
शौकत:"ठीक है"
मैं:"तुम्हे यकीन है तुम ये सब देख सकते हो, कहीं तुम्हारा खून उबल ना पड़े"
शौकत:"तुम्हे वापस पाने के लिए मैं हर हद पार करने के लिए तैय्यार हूँ"
मुझे उसकी बातों मे थोड़ी सच्चाई नज़र आई लेकिन मुझे लगा कि अब शायद देर हो चुकी है, मुझे एक पल के लिए ये भी लगा कि जाने दूं ये सब और शौकत के मासूम से चेहरे पर यकीन कर लूँ. मेरा मूड थोड़ा ऑफ हो रहा था. शौकत बाथरूम की तरफ बढ़ गया. इतने में प्लान के मुताबिक इनायत ने डोर बेल बजाई और मैने उसको इशारा कर दिया कि शौकत बेडरूम के बाथरूम में है. हम ने सोचा कि अगर डाइरेक्ट सेक्स का खेल सुरू कर दिया तो शौकत को शक हो जाएगा , इसलिए बेडरूम मे जाकर इधर उधर की बातें करने लगे और और मैं इनायत को सिड्यूस करने का नाटक करने लगी,मैं चाहती थी कि मैं इतनी बेशर्म बन जाउ कि शौकत को मुझसे नफ़रत सी हो जाए. इसलिए मैने बातों के ज़रिए अपना प्लान शुरू कर दिया.
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