RE: कमीना पार्ट - II Incest
मैं तो जैसे इंतजार मे ही था और मैने जल्दी से अपना पाजामा उतार दिया, मेरा लोड्ा पूरी तरह तो खड़ा नही था लेकिन इतना बड़ा
और मोटा ज़रूर लग रहा था कि अच्छी अच्छी औरतो का ईमान डगमगा जाए, मोम मेरे अंडरवेर के बड़े से उभार को देखती
ही रह गई और जैसे ही मैने उनकी नज़रो को पकड़ा उन्होने इधर उधर नज़रे कर ली, मैने पाजामा उन्हे देकर टॉवेल लगा लिया
और मोम बाथरूम की ओर चली गई तभी कविता भी मंदिर से लॉट आई, आते ही साली कमिनि ने मेरे टॉवेल मे तने लोड्े को अपनी
मुट्ठी मे मुस्कुराते हुए कस कर जाकड़ लिया और कहने लगी,
कविता- लगता है मा जी का गदराया बदन देख कर खड़ा हुआ है,
सोनू- अरे नही जानेमन यह तो तुम्हारी मस्त मटकती गंद देख कर तन गया था,
कविता- आँखे दिखाती हुई, ज़्यादा बनो मत मैं सब जानती हू कितने कामीने हो तुम, तभी पिछे से मा आ गई जो कि केवल
पेटिकोट को अपने दूध तक ढके हुए नहाने की तैयारी मे थी,
क्रमशः.......................................
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