RE: Behen Chudai मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है
भाई तुम भी पता नही क्या है डेली मेरे कपड़े खराब कर देते हो.
सॉरी दीदी मुझ से बर्दाश्त नही होता तो क्या करूँ.
दीदी आप अपने ये वाले कपड़े खुद वॉश करना ये ना हो मोम को पता चल जाए.
डॉन'ट वरी भाई में डेली वॉश कर देती हूँ.
हम घर पहुँचे तो वहाँ मेरे एक अंकल आए हुए थे.
यार कहाँ रह गये थे मैं तो परेशान हो गया था तुम तो कब से निकल आए हो हॉस्पिटल से और अब पहुँच रहे हो खैर तो थी.
वो अंकल बाइक पांचार हो गई थी इस लिए रास्ता चेंज कर के आए हैं.
अंकल कुछ समान लेने आए थे वो ले कर चले गये.
प्रीति दीदी और मैं अपने रूम में गये चेंज किया और खाना बना कर खाया.
मैने दीदी से कहा कि दीदी फुल मज़ा करें प्लीज़?
प्रीति दीदी ने कहा नही भाई मैं बहुत थक गई हूँ कल करेंगे अब सो जाते हैं.
ओके दीदी लेकिन क्या मैं आप के साथ सो जाऊं इस से तो कुछ नही हो गा.
हां मेरे प्यारे भाई आ जाओ और अपनी दीदी के साथ सो जाओ चिपक कर.
मैं उठा और दीदी के बेड पर आ गया और दीदी के साथ लिपट कर उन की रज़ाई ले कर लेट गया कुछ देर में दीदी सो गयीं और में दीदी के जिस्म पे हाथ फेरता रहा मज़ा करता रहा.
कुछ देर बाद दीदी ने करवट ली और बॅक मेरी तरफ कर के सो गयीं दीदी थकि हुई थीं क्योंकि वो खर्राटे ले रही थीं मैं समझ गया कि दीदी गहरी नींद में हैं.
मैने अपना हाथ प्रीति दीदी की गान्ड पर रखा और उसे सहलाने लगा. मेरा लंड हार्ड हो गया तो दिल ललचाने लगा और मैने आराम से दीदी की शलवार नीचे की और दीदी की क्यूट गान्ड बाहर निकाल ली और अपना लंड भी बाहर निकाल लिया उस पर थूक लगा कर दीदी के हिप्स में लंड रखा और आराम आराम से मूव करने लगा.
दीदी की टांगे सीधी थीं इस लिए में दीदी की फुद्दि में लंड नही डाल सकता था तो मैं दीदी की गान्ड पे ही अपना लंड स्लिप करता रहा फिर मैने दीदी के आस होल पे थूक लगा कर अपना लंड दीदी की गान्ड के सुराख पे रखा और आराम से ज़ोर दिया दीदी की गान्ड बहुत टाइट थी मेरा लंड अंदर नही जा रहा था लेकिन मैं आराम से ट्राइ करता रहा बट ऑल इन वेन.
दीदी की गान्ड बहुत हॉट और बहुत टाइट थी मैं अपना लंड दीदी की गान्ड में नही डाल सका लेकिन वहीं मूव करता रहा और कुछ ही सेकेंड में दीदी की लव्ली गान्ड पे रिलीज़ हो गया.
मैने दीदी की गान्ड को सॉफ किया और उन्हे लिपट कर सो गया.
सुबह अंकल घर पर आए और हमे कहा कि उनकी कार ले जाएँ क्योंकि मोम को वापिस लाना है और वो पहले से बेहतर हैं अंकल ने रेस्ट करना था तो हम तैयार हो कर मोम को लेने अंकल की कार में रवाना हो गये.
प्रीति दीदी ने कहा भाई मुझे बाइक तो सिखा दी अब कार चलाना भी सिखा दो ना.
दीदी सीखा दूँगा पहले मुझे सक करें जैसे उस दिन किया था.
ओके भाई रात को कर दूँगी.
नही दीदी अभी यहीं कार में.
दीदी ने मुझे देखा और अपना हाथ मेरी ज़िप पे ले जा कर पॅंट की ज़िप ओपन की और मेरा लंड बाहर निकाल कर झुक गयीं और प्यार से मेरे लंड पे किस किए.
भाई ये अभी सॉफ्ट था लेकिन अब हार्ड हो रहा है. जब हार्ड होता है तब बहुत प्यारा लगता है.
दीदी आप के हुस्न का जादू है इस लिए आप के लिए हार्ड हो जाता है.
दीदी ने अपना मुँह ओपन किया और मेरा लंड मुँह में लिया और उसे सक करने लगी.
दीदी मेरा हाफ लंड अपने मुँह में ले जाती फिर पूरा बाहर निकालती.
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
|