RE: Behen Chudai मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है
हम हॉस्पिटल से रवाना हुए मैने दीदी से कहा कि दीदी आज आप को किचन में मज़ा आया था?
प्रीति दीदी ने कहा नही भाई और मुझे ऐसी हरकत बिल्कुल पसंद नही है आइन्दा प्लीज़ ऐसा ना किया करो.
में खामोश हो गया और बाइक चलाने लगा हमारा घर अभी 30 मिनिट के फ़ासले पे था कुछ देर बाद दीदी ने कहा भाई मुझे ज़ोर का पिशाब आ रहा है प्लीज़ कुछ करो मुझ से सफ़र नही होता जंप लगते हैं तो बर्दाश्त नही होता प्लीज़ भाई.
दीदी यहाँ इस सुनसान जगह में कहीं कर लें घर तो अभी दूर है.
भाई कोई देख ना ले उफ्फ रोको बाइक को वरना यहीं निकल जाएगा.
मैने बाइक को रोका और दीदी बाइक से उतर कर साइड मे चली गई वहाँ बहुत अंधेरा था मुझे भी डर लग रहा था आज कल के हालत की वजह से खैर दीदी ने मुझे आवाज़ दी लेकिन मुझे कुछ नज़र नही आ रहा था अंधेरा था मैने बाइक को जहाँ दीदी गई थी उस साइड पे टर्न किया और लाइट डाली तो क्या सीन था दीदी बिल्कुल सामने शलवार उतार कर पिशाब कर रही थीं दीदी की छोटी सी फुद्दि से पिशाब निकाल रहा था वो भी बहुत सारा.
क्या हुआ दीदी?
भाई अभी यहाँ कुछ था तो में डर गई थी.
दीदी वहाँ तो कुछ नही है आप खामखा डर गई हैं.
मैने बाइक खड़ी की और दीदी के पास आ कर बैठ गया और दीदी की छोटी पिंकिश फुद्दि को देखने लगा दीदी का टॅंक भरा हुआ था पेशाब बहुत निकल रहा था.
दीदी ने पिशाब कर लिया और उठ के शलवार ऊपर की और हम दुबारा रवाना हो गये.
दीदी क्या वहाँ सच में कुछ था या आप मुझे कुछ दिखाना चाहती थीं?
भाई शरम करो सच में वहाँ कुछ था इस लिए तो मैं डर गई थी.
दीदी आज थोड़ा सा मज़ा करने दो आज तो मौका भी अच्छा है मोम भी घर पे नही हैं प्लीज़ दीदी.
भाई कल भी किया था सुबह भी किया और अब दुबारा आख़िर इतना क्यों करते हो?
पहले ही मेरी शलवार गंदी कर दी तुम ने और अभी पिशाब किया है अब जा के चेंज करूँगी और तुम्हे फिर मज़ा करना है.
टाइम नही है मोम वेट कर रही होंगी अभी मोम के लिए कुछ बनाना भी है घर पहुँच कर.
दीदी आप बाइक चलें में मज़ा कर लूँगा वैसे भी कपड़े चेंज करने हैं आप ने.
भाई मुझे बाइक चलाना नही आता तो कैसे चलाऊंगी मैं पागल हो क्या मरवाना है?
दीदी आप आओ तो सही बहुत आसान है.
मैने बाइक रोकी दीदी को अपनी जगह बिठाया और खुद दीदी के पीछे बैठ गया. मैने दीदी के हिप्स को उँचा किया दीदी की शलवार नीचे की और अपना लंड बाहर निकाल कर थूक लगाया और दीदी को उस पे बिठा दिया.
मेरा लंड दीदी के हिप्स में था मैने बाइक को आराम से चलाया और बाइक को धीरे रेस रख कर दीदी के हवाले कर दी.
दीदी के हाथ पे मेरे हाथ थे और मैं पीछे बैठा आराम से अपना लंड आगे पीछे करने लगा.
कुछ ही देर में दीदी बॅलेन्स करने लगी तो मैने अपने हाथ दीदी की चेस्ट पे रखे और उनके बूब्स को दबाने लगा और लंड रगड़ने लगा.
भाई प्लीज़ अब इतना तो ना करो प्लीज़.
दीदी प्लीज़ मज़ा करने दो ना. दीदी चुप हो गयीं और मैं धीरे धीरे झटके देता रहा और 10 मिनिट बाद दीदी के हिप्स में रिलीज़ हो गया.
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