RE: Incest Kahani बीबी से प्यारी बहना
फिर मैं और नबीला ऐसी ही कोई 10 मिनट लेट कर अपनी सांसें बहाल करते रहे जब मेरे लंड ने वीर्य की आखिरी बूंद भी निकाल दी फिर नबीला के ऊपर से हट कर बेड पे उसके साथ लेट गया। फिर नबीला कुछ देर बाद उठकर अटैच बाथरूम में जाने लगी तो वह शायद चल न सकी उससे चला नही जा रहा था। मैंने पूछा नबीला कहाँ जाना है तो वह बोली पेशाब करना है लेकिन चला नहीं जा रहा तकलीफ हो रही है मैं उठा और नबीला को अपनी बाहों में उठा कर बाथरूम ले गया और उसको मैंने बाथरूम में ले जाकर अपनी टांगों पे बैठा लिया और कहा मेरी जान अब पेशाब करो तो वह बोली भाई इस तरह तो सारा पेशाब आप के ऊपर आएगा
मैंने कहा मेरी जान तुम्हारा गर्म गर्म पेशाब अपने लंड पे महसूस करना चाहता हूँ तुम मेरे लंड पे करो तो नबीला अपनी योनी को मेरे लंड के पास करके पेशाब करने लगी नबीला के गर्म गर्म पेशाब ने मुझे मदहोश कर दिया था मेरे लंड पे पेशाब गिरने के कारण लंड झटके खा रहा था। अजीब मस्त मज़ा आ रहा था। फिर पेशाब करने के बाद मैंने नबीला की योनी को पानी से धोया और नबीला ने मेरे लंड अच्छी तरह धोया और फिर मैं उसे उठा कर बेडरूम में लाकर बेड पे लिटा दिया और खुद भी बेड पे लेट गया। मैंने उठ कर कमरे की लाइट ऑनलाइन और नबीला को देखा तो वह मुझे देख कर शरमा गई और मुंह अपने खाथों में छिपा लिया। नबीला का नंगा शरीर कमाल का था। फिर मैंने कहा नबीला मेरी जान शर्मा क्यों रही हो पत्नी अपने पति से शरमाती तो नहीं है। फिर नबीला ने मेरी ओर देखा और मुस्कुरा दी। फिर मेरी नज़र बेड की चादर पर गई तो उसके ऊपर काफी खून लगा था
मैंने कहा नबीला यह क्या तो नबीला ने कहा भाई देख लिया है ना अपनी बहन का कुँवारापन आपकी बहन का यह सबूत है और दूसरी तुम्हारी पत्नी है जो शादी पहले ही अपना मुंह काला करवा चुकी है। मैंने नबीला से कहा, हां तुम सच कह रही हो। लेकिन अब तुम चिंता मत करो उन माँ बेटी मैं सीधा कर दूंगा। फिर मैंने अलमारी से एक दर्द की क्रीम ली और लाइट बंद करके फिर से बेड पे आ गया और नबीला से कहा मेरी जान थोड़ा अपनी टांगों को खोलो मैं क्रीम लगा देता हूँ दर्द के लिए तुम्हें कुछ देर बाद काफ़ी आराम मिल जाएगा
नबीला ने अपनी टाँगें खोल दी मैंने योनी के ऊपर और थोड़ा अंदर वाली साइड पे क्रीम अच्छी तरह लगा दिया और फिर नबीला के साथ लेट गया। थोड़ी देर बाद नबीला बोली भाई आपने ज़ुबैदा और उसकी माँ के लिए क्या सोचा है। तो मैंने कहा नबीला मेरी जान मेरी एक लंबी और मज़ेदार योजना है जिसमें मुझे तुम्हारी मदद की भी जरूरत होगी। तो नबीला बोली भाई मैं तो हर वक्त आप के साथ हूँ आप बताओ करना क्या है। मैंने कहा नबीला मुझे अब पहले चाची को अपने नीचे लेकर आना है और उसकी एक बार जमकर ठुकाई करनी है। नबीला बोली भाई तुम क्या कह रहे हैं आप को उस गश्ती के साथ भी करना है ??????
मैंने कहा नबीला चाची हमारे परिवार की नहीं है लेकिन ज़ुबैदा और साना तो हमारे चाचा की बेटियां हैं उसका वंश और सम्मान है। कल को अगर कोई उनकी इज़्ज़त खराब करता है तो उनके साथ हमारे चाचा की इज्जत भी खराब होगी सब लोग यही कहेंगे जैसा पिता वैसी बेटी और तुम तो जानती हो हमारा चाचा ऐसा नहीं था। तो नबीला बोली हां भाई ये तो सच है। लेकिन चाची साथ करने से आपको क्या फायदा होगा। तो मैंने कहा नबीला अगर ज़ुबैदा हमारी बात नहीं मानती तो अपनी माँ की सुनेगी इसलिए ज़ुबैदा को ठीक करने और रस्ते पे लेकर आने के लिए उसकी माँ को पहले मुझे अपने साथ सेट करना होगा जब ज़ुबैदा की माँ की कुछ दिन जमकर चुदाई करूँगा तो वह मेरी हो जाएगी और मेरे लंड की दीवानी हो जाएगी तो मैं उसकी मदद से ज़ुबैदा को काबू करूँगा और उसे राजी करके लाहौर से वापस गांव ले आऊँगा। और जब वह दोनो यहां आ जाएंगे तो ज़ुबैदा का स्वयं ही उस लड़के से संबंध खत्म हो जाएगा और मैं भी ज़ुबैदा और उसकी माँ को चोद कर ठंडा कर दिया करूंगा। जब दोनों माँ बेटी को लंड मिलता रहेगा तो खुद ही उस लड़के को भूल जाएँगी और ज़ुबैदा भी फिर घर में ही रहा करेगी। और इस तरह ये मामले ठीक हो जाएगा। तो नबीला बोली भाई आप चाची के साथ कब और कैसे करोगे। तो मैंने कहा ज़ुबैदा को वापस आने दो फिर कुछ दिन के लिए इस्लामाबाद की बोलकर लाहौर चला जाऊँगा। वहाँ 3 से 4 दिन ज़ुबैदा की माँ के पास रहूंगा और वहाँ ही चाची को काबू कर लूँगा। एक बार चाची की योनी में अपने लंड की सैर करवा दी फिर देखना कैसे हर बात उससे मनवा लूँगा।
नबीला बोली लेकिन भाई अगर यह सब ठीक हो गया तो क्या आप मुझे फिर भूल जाएंगे और मेरे साथ नहीं करोगे तो मैंने नबीला को लंबी सी फ्रेंच किस की और कहा नबीला तुम मेरी जान हो। ज़ुबैदा और चाची को ठीक करना अपनी प्रतिष्ठा और परिवार को बचाने के लिए है। ज़ुबैदा रहेगी तो मेरी पत्नी लेकिन मेरे दिल की राजकुमारी सिर्फ तुम ही रहोगी। जब मेरी जान का मन करेगा मैं अपनी जान की दिल जान से सेवा और प्यार करूँगा
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