RE: Incest Kahani बीबी से प्यारी बहना
मेरी बात सुनकर नबीला बोली भाई लेकिन ज़ुबैदा को किसी न किसी दिन तो उस लड़के से मिलने से रोकना है और चाची को भी रोकना है। लेकिन यह कैसे होगा और कब होगा। आप तो वहां बैठे हैं खुद ही यह समस्या ठीक कैसे होगा। और मैं आपकी बात नहीं समझ सकी आप कह रहे थे चाची और ज़ुबैदा को उनकी भाषा में ही समझा ना होगा। मैं आपकी बात को समझ नहीं पारही हूँ।
मैंने कहा देखो नबीला यह समस्या कब और कैसे हल होगी मैं खुद यह तय करूंगा और ठीक भी करूँगा और दूसरी बात मैं तुम्हें बता रहा हूँ मेरा यह यही साल है सऊदी में और मैंने अभी पक्का पक्का पाकिस्तान आने का कार्यक्रम बना लिया है इस बार पक्का आऊँगा। और फिर खुद घर आकर यह सब समस्या हल करूँगा
नबीला मेरी बात सुन कर खुश हो गई और तुरंत बोली भाई आप सच कह रहे हैं आप अपने घर लौट रहे हैं।
मैंने कहा हां मेरी बहन बिल्कुल सच कह रहा हूँ
लेकिन अब्बा जी और अम्मी को या बाजी किसी को भी यह बात अब पता न चले में वक्त आने पे खुद सबको बता दूंगा। तो नबीला बोली भाई आप बेफिक्र हो जाएं मैं किसी से भी बात नहीं करूंगी। लेकिन आप ने मुझे बहुत अच्छा सुसमाचार सुनाया है मेरा ज़ुबैदा के कारण बहुत मूड खराब था लेकिन आपने खुशख़बरी सुना कर मुझे खुश कर दिया है। फिर मैंने कहा नबीला मैं तुमसे एक बात करनी है तुम नाराज तो नही होगी तो नबीला ने कहा भाई आप कैसी बात करते हैं मैं आप से कभी भी नाराज नहीं हो सकती आप तो मेरी जान है।
मैंने कहा अच्छा यह बताओ ज़ुबैदा ने जो बाजी जमीला के बारे में बातें बताई थीं क्या बाजी से इस बारे में कोई बात हुई थी। अगर हुई थी तो बाजी ने आगे क्या कहा था। नबीला ने कहा भाई मैंने बहुत बार कोशिश की कि किसी दिन अकेले में बैठकर बाजी से ज़ुबैदा की सारी बात करूं बाजी भी कई बार घर में आकर रहती हैं लेकिन मेरी हिम्मत ही नहीं बनती उनसे बात करने की लेकिन भाई आप क्यों पूछ रहे हैं।
मैंने कहा अगर ज़ुबैदा की कही हुई बातें सच हैं तो ज़ुबैदा बाजी को भी ब्लैकमेल कर सकती है और अपनी दुश्मनी में उन्हें भी तंग कर सकती है। और शायद ज़ुबैदा को कुछ और भी बाजी के बारे में पता हो इसलिए मैं चाहता था कि तुम बाजी से खुलकर बात करो और उन्हें ज़ुबैदा वाली सारी बातें बता दो। लेकिन एक बात का मुझसे वादा करना होगा कि तुमने बाजी को जरा सा भी आभास नहीं होने देना है कि यह सब बातें मुझे भी पता है। बस ये ही शो करवाना है कि यह बातें सिर्फ तुम्हें या बाजी को ही पता है।
नबीला ने कहा भाई मैं वादा करती हूँ कि मैं बाजी को अपना पता ही नहीं लगने दूंगी और दूसरा बाजी को अगले सप्ताह आना है इस बार विस्तार से बात करूंगी और ज़ुबैदा की सारी बात उन्हें बताना चाहूंगी और यह भी पता चल जाएगा कि बाजी ने ज़ुबैदा से वो बातें की थीं या वह झूठ बोल रही थी।
मैंने कहा ठीक है। मैं इंतजार करूंगा। नबीला ने कहा जब बाजी से बात हो जाएगी तो आप को रात के वक्त ही मिस कॉल करूंगी और पूरा विवरण बता दूंगी। मैंने कहा ठीक है। फिर जब मैं कॉल कट करने लगा तो नबीला ने कहा भाई आप को एक बात बतानी थी। और यह बोल कर चुप हो गई मैने कुछ देर इस बात के लिए इंतजार किया लेकिन वह चुप थी मैंने कहा नबीला बताओ ना क्या बात बतानी थी। तो नबीला बोली भाई आप को उस दिन वाली बात याद है जब सुबह में आप को नाश्ते के लिए बुलाने आई तो ज़ुबैदा और आप खड़े थे। तो मुझे याद आया तो मैंने कहा नबीला मैंने इस घटना की तुमसे माफी मांगी थी तो क्यों फिर से पूछ रही हो। तो नबीला बोली भाई वह बात नहीं कर रही वास्तव में एक महीने पहले मुझे एक दिन ज़ुबैदा ने फिर अकेले में तंग किया अम्मी और अब्बा जी बुआ के घर गए हुए थे मैं अकेले थी। तो वो मुझे तंग करने लगी। कि नबीला याद है उस दिन जब मैंने तुम्हारे भाई का लंड कमरे में पकड़ा हुआ था और तुम नाश्ते की कहने के लिए आई थी। उस दिन तो तुमने अपने भाई का सलवार में खड़ा लंड वास्तव में देखा था बताओ ना तुम्हें अपने भाई का लंड कैसा लगा और मुझे तंग करने लगी। और बार बार आपका नाम लेकर और भाई आप के लंड की प्रशंसा करके मेरी गाण्ड हाथ से मसल रही थी। भाई मैं उसकी इन हरकतों से बहुत तंग हूँ। में भी जीती जागती इंसान हूँ मेरे भी भावनाए है मैं आप बताइए मैं उसे क्या जवाब दूँ। या आप खुद ही समझा दो कि वो मुझे तंग न करे।
मैंने कहा नबीला एक बात सच सच बताएगी। तो नबीला ने कहा जी भाई पूछो क्या पूछना है। मैंने कहा जब तुम्हे ज़ुबैदा मेरा नाम लेकर या मेरी किसी चीज़ का नाम लेकर तंग करती है तो तुम्हारे मन में क्या ख्याल आता है। मेरी बात सुनकर नबीला चुप हो गई 2 बार उससे कहा कुछ तो बोलो फिर मैंने कहा अच्छा मेरी बात बुरी लगी है तो माफी चाहता हूँ और फोन बंद कर देता हूँ।
वह बोली नहीं भाई माफी किस बात की मांग कर रहे हैं। भाई माना मैं औरत हूँ जवान हूँ भावनाओं रखती हूँ, लेकिन मैं उसे अपने ही भाई के बारे में क्या जवाब दूं। मैंने कहा देखो अगर तुम उससे अपनी जान छुड़वाना चाहती हो तो जब भी वो तुम्हें तंग करे तुम आगे से हँस दिया करो और उसे तंग करने के लिए कभी कभी बोल दिया करो तुम अपनी माँ को मेरे भाई के नीचेलेटा दो ना वह तो वैसे भी मर रही है। और खुद भी अपनी गाण्ड में मेरे भाई का मोटा लंड लिया करो अपने यार से तो बड़े मजे से अंदर करवाती हो।
नबीला ने कहा भाई यह कैसे बोल सकती हूँ।
मैंने कहा मुझे थोड़ी बोलना है तुम्हें तो ज़ुबैदा को बोलना है जब तुम्हें तंग करे तुम उसे ये बातें सुना दिया करो फिर देखो वह खुद ही तुम्हारी जान छोड़ देगी।
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