RE: Bhabhi Sex Kahani भाभियों के साथ मस्ती
मेरी धैर्य का अंत हो गया तो मैंने पूछा- “भाभी, कौन और कब आने वाली है, बताओ ना? अगर कोई नहीं आने वाली हो तो आप मुझे अपनी चूत मारने दीजिए…”
भाभी हँसती हुई बोली- “मुन्ने को थोड़ा संभाल के रखा कर। मैं तो हूँ ही, लेकिन अगर नई-नई चूतें मारनी हों तो थोड़ा सबर करना सीख ले…”
और तभी हमारे पीछे के मकान की छत पे कोई दिखा। मैंने ध्यान से देखा तो वो कोई 25 साल की शादीशुदा औरत जैसी दिखी। मैं उसे देखता ही रहा, लेकिन भाभी को कुछ पूछा नहीं। तभी वो औरत छत को लांघ करके हमारी छत पे आ गई, और भाभी से बात करने लगी।
वो बोली- अरे सोनिया कैसी है तू? कब आई?
सोनिया भाभी बोली- ठीक हूँ, और बस 4 दिन पहले ही आई। मुझे मालूम था की ये वही भाभी थी, जो सुबह में सोनिया भाभी से बातकर रही थी। फिर भी जैसे पहली बर मिल रही हों, वैसे बात कर रही थीं।
वो बोली- क्यों री छमिया (मेरी भाभी को वो छमिया बोली) क्या चल रहा है?
सोनिया- “अरे क्या यार, ठीक चल रहा है। तू बोल?”
वो बोली- “अरे यार, मैं तो बहुत परेशान हूँ। मेरा बच्चा हुए दो महीना हो गया है। अब मुझे भी कोई तकलीफ नहीं और पूरा आराम लेकर फ्रेश हो गई हूँ, लेकिन मुझे कोई लेने नहीं आता है। अभी मैंने मेरी सास को बोला तो मेरी सास बोली की बेटा और आराम करो। लेकिन उसे कहां पता है की यहाँ मेरी चूत को आराम नहीं है। मादरचोद, खुद तो रोज मेरे ससुर का लण्ड लेने के लिए 6:00 बजे ही रूम में घुस जाती है…”
उसको शायद मालूम नहीं था की मैं बाजू में जाग रही हूँ और वो मुझे सोया हुआ समझ रही थी तो आराम से बात कर रही थी।
सोनिया- तो क्या करती हो तुम अपनी आग बुझाने के लिए?
वो- और क्या? दो-दो उंगली डालती हूँ, या कभी गाजर, या मूली से काम चला लेती हूँ।
सोनिया- ओह्ह… लेकिन तू चाहे तो मैं तुझे लण्ड दिला सकती हूँ, और वो भी अभी ही?
वो- किसका?
सोनिया- ये जो शेर सो रहा है, वो मेरा देवर है, उसका।
वो- लेकिन वो तैयार होगा?
सोनिया- तैयार की क्या माँ चोद रही है? मेरे ऊपर 10 बार चढ़ चुका है और उसका लण्ड भी 6” इंच का है।
वो आश्चर्य से- क्या? 6” इंच का लण्ड… तूने मुझे अब तक बताया क्यों नहीं?
सोनिया- अरे साली चुदक्कड़, तू आती ही कब है मेरे घर? और मुझे थोड़ी ही पता था की तू यहां पे चूत फड़वाने को आई हुई है।
वो- अरे तू भी कहां कम चुदक्कड़ है? रोज ही तो लेती है अपने देवर का। और हाँ, मैं यहां पे फड़वाने के लिए नहीं, लेकिन डेलिवरी के लिए आई थी।
सोनिया- अरे, मैं तो मजाक कर रही थी। तो बोल चुदवाएगी?
वो- कोई मूरख ही होगी जो 6” का लण्ड ऐसे ही चोदे बिना चोद देगी। प्लीज़्ज़… यार कुछ जुगाड़ कर ना।
सोनिया- जुगाड़ क्या करना है? जाकर सीधा ही उसका बरमूडा निकाल के मुँह में ले लेना। तुझे वो चोदे बिना नहीं जाने देगा।
मेरा लण्ड अब बरमूडा में तन गया था। वो मेरे बिल्कुल बाजू में आने लगी तो मैंने आँखें बंद कर ली। वो आकर बैठ गई और मुझे देखने लगी। मैं थोड़ी आँखें खुली रखकर उसे देख रहा था।
उसने मेरे बरमूडा पे नजर डाली और बोल पड़ी- “क्या लण्ड है?” और फिर धीरे से मेरे बरमूडा को नीचे करके लण्ड को हाथ में पकड़ लिया। कोई नई औरत का स्पर्श पाते ही मेरा लण्ड एकदम तन गया।
तो वो बोल पड़ी- “सोनिया देख, ये साला हरामी, ऐसे ही सोते हुए हमारी बातें सुन रहा था। ऐसे ही किसी का इतना बड़ा थोड़े हो जाता है?” कहकर मेरे मुँह पे चूचियों को दबा दिया।
उसके जिश्म की मादक खुशबू से मेरा लण्ड फड़क रहा था। अब मुझे मालूम ही था की उसे पता है की मैं जाग रहा हूँ, तो मैंने उसके पीठ के पीछे हाथ डालकर उसके चूचों को मेरे मुँह पे और दबा दिया।
वो बोली- अब आया ना लाइन पे।
भाभी ने मेरा परिचय उससे करवाया की ये हीना है, और हम लोग साथ में ही पढ़ते थे और साथ में ही बड़े हुए।
मैं बोला- भाभी आपने पूरा परिचय नहीं करवाया।
तो वो दोनों मेरी तरफ आश्चर्य से देखने लगी।
फिर सोनिया बोली- “हाँ, अब करवाती हूँ। देखो ये हीना है, उसका फिगर… ऐसा बोलकर सोनिया ने उसकी चूचियों पे हाथ रख दिया और दबाकर बोली 36-26-36 है। हीना बहुत ही सेक्सी और चुदक्कड़ है। शादी से पहले करीब 50 लण्ड ले चुकी है। गाण्ड भी खुशी-खुशी मरवा लेती है और लण्ड तो लोलीपोप की तरह चूसती है…"
मैं बोला- “बस भाभी, मेरे लिए इतना काफी है…”
वो दोनों हँस पड़ी। हीना ने पतला सा स्लीवलेश ब्लाउज़ पहना था और ऊपर एक पतली चुन्नी डाली हुई थी, जो की उसकी एक ही चूची को ढँकती थी, और दूसरी चूची हवा में लहरा रही थी। ब्लाउज़ येल्लो कलर का था और पतला होने की बजाह से उसमें से उसकी निपल का काला कलर साफ दिख रहा था। नीचे उसने पेटीकोट पहना था, और अंदर क्या था, मालूम नहीं?
हीना हँसती हुई मुझसे बोली- “क्यों, कभी चूचे नहीं देखे हैं जो घूर रहे हो?
मैं- “देखे तो हैं लेकिन इतने बड़े-बड़े नहीं देखे…” सच में वो भाभी से भी बड़े थे।
तो सोनिया बोली- “हाँ देवरजी, इसके चूचे देखकर तो हमारी स्कूल में खुद प्रिन्सिपल भी मूठ मारते होंगे। क्योंकी जब ये 14 साल की थी, तब भी उसका साइज 34” का था…”
मैं- “हाँ भाभी, इसके चूचे देखकर कोई बुढ्ढे का भी लण्ड खड़ा हो सकता है, तो मैं कौन से खेत की मूली हूँ…”
फिर सब हँसने लगे। और इस बात-चीत के दौरान मैंने मेरा हाथ उसकी छातियों पे ही रखा था, मैं कभी-कभी उंगली उसकी दो घाटियों के बीच की खाई में डाल देता था। मैंने उसे करीब खींच लिया और उसके हाथ को उठा दिया और उसकी कांखों पे नाक रखकर उसकी महक लेने लगा। क्योंकी मुझे लड़कियों की कांखों की महक एकदम मदहोश करने वाली लगती है, और दूसरा हाथ उसकी चूची पे रखकर उसे धीरे-धीरे दबाने लगा। उसकी पूरी चूची मेरे हाथ में समा नहीं रही थी।
हीना अब तक मेरे बाजू में झुक कर बैठी थी, तो अब वो मेरे ऊपर चढ़कर मेरे लण्ड के ऊपर बैठ गई। जिससे उसके 36” के कूल्हे के बीच की खाईं में मेरा लण्ड गर्माहट महसूस करने लगा। अब हीना मेरे ऊपर बैठे हुए ही ब्लाउज़ का हुक खोलने लगी। जिससे उसकी दोनों चूचियां हवा में लहराने लगी। फिर हीना ने हाथों को ऊपर करके पूरा ब्लाउज़ उतारकर साइड में रख दिया और मेरे मुँह के ऊपर उसका शरीर डाल दिया। जिससे उसकी 36” की साइज की चूचियां मेरे मुँह के सामने थीं।
मैंने तुरंत ही हीना की चूचियों को मुँह में भर लिया। मुझे उन दोनों की बातें सुनकर मालूम था की इसमें दूध आ रहा है। तो मैं चूची को दबा-दबा के मेरे मुँह में उसका दूध डालने लगा।
जिससे हीना सोनिया को बोली- देख तो साला को, इसको कैसा आता है दूध निकलना?
सोनिया बोली- आएगा ही ना। क्योंकी पिछले 4 दिनों से वो हम दोनों का दूध पी रहा है।
मैं एक हाथ पीठ पे रखकर हीना की चूची को एक हाथ से दबाकर दूध निकालकर पीता रहा। बीच-बीच में वो भी अपनी दोनों उंगलियों से निपल के बाजू का एरिया हाथों में लेकर दबाकर मुझे दूध पिला देती थी। मुझे लगता था की मैं थक जाऊँगा लेकिन इसका दूध खतम होने वाला नहीं है। क्योंकी इतना पीने के बावजूद जैसे ही मैं चूची दबाता तो मेरे मुँह में छोटी-छोटी पिचकारियां उड़ने लगतीं, और बहुत सारा दूध से मेरा मुँह भर जाता।
सोनिया बोली- “आप लोग एंजाय करो, मैं अभी सो जाती हूँ। थोड़ा ध्यान रखे रहना, और देवरजी मेरी बारी मैं सुबह में ले लूँगी…” बोलकर वो हँसती हुई सो गई।
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